खेल
नई दिल्ली, 22 दिसम्बर। भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने कहा है कि ब्रिटेन में यात्रा प्रतिबंधों के बावजूद वह जनवरी में होने वाले थाईलैंड ओपन में खेलेंगी। इंग्लैंड में कोरोना वायरस के नए और अधिक संक्रमित प्रकार को देखते हुए भारत सहित विश्व के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
ईएसपीएन की रिपोर्ट के अनुसार, सिंधु ने कहा कि वह अगले महीने थाईलैंड में होने वाले टूर्नामेंटस में खेलने के लिए अपनी योजना के साथ आगे बढ़ेंगी और ब्रिटेन से बाहर जाने वाली उड़ानों प्रतिबंधों से बचने के लिए वह कतर के रास्ते थाईलैंड जाएंगी।
मौजूदा विश्व चैम्पियन सिंधु अक्टूबर से ही इंग्लैंड में हैं, जहां वह जीएसएसआई में रेबेका रैंडेल के साथ काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह जनवरी की पहली सप्ताह में बैंकॉक पहुंच जाएंगी।
सिंधु ने ईएसपीएन से कहा, सुनिश्चित रूप से यह कठिन होने जा रहा है। लेकिन मैं दोहा के रास्ते यात्रा करूंगी, इसलिए फिलहाल यह कोई मुद्दा नहीं है। मैं किसी भी टूनार्मेंट से नहीं हटूंगी।
बैंकॉक में दो सुपर 1000 टूर्नामेंट्स का आयोजन होना है। रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधु अगले साल 12 से 17 जनवरी तक होने वाले यॉनेक्स थाईलैंड ओपन और फिर इसके बाद 19 से 24 जनवरी तक होने वाले टोयोटा थाईलैंड ओपन और फिर बैंकॉक में होने वाले विश्व टूर फाइनल्स में खेलेंगी।
थाईलैंड बैडमिंटन संघ ने थाईलैंड आने वाले खिलाडिय़ों और अधिकारियों के लिए सख्त मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी किया है। इसके तहत बैंकॉक पहुंचने से 72 घंटे पहले उन्हें निगेटिव आना जरूरी है और साथ ही 14 दिन के क्वारंटीन में रहना भी आवश्यक है।
विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने घोषणा की है कि दो से सात मार्च तक होने वाले यॉनेक्स स्विस ओपन के साथ टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट की शुरूआत होगी। लेकिन पहले ही टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। सिंधु टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) का हिस्सा हैं
सिंधु ने अपना पिछला टूर्नामेंट इस साल मार्च में ऑल इंग्लैंड में खेला था। विश्व चैम्पियन सिंधु ने सितंबर में डेनमार्क ओपन से नाम वापस ले लिया था लेकिन वह थॉमस और उबर कप में खेलने को तैयार हो गई थीं जो बाद में स्थगित कर दिया गया।
ओलंपिक पदक विजेता ने कोर्ट पर वापसी को लेकर कहा मैं फिर से कोर्ट पर वापसी करने को लेकर काफी उत्साहित हूं। मुझे उम्मीद है कि थाईलैंड टूर्नामेंट होगा। (आईएएनएस)
कैसर मोहम्मद अली
नई दिल्ली, 23 दिसंबर | भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि भारत को एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच की हार से बाहर निकलने के लिए कुछ अद्भुत सा करने की जरूरत है। सचिन ने आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में भारतीय टीम से जुड़ी कई बातों पर चर्चा की।
भारत को पहले टेस्ट में आस्ट्रेलिया ने आठ विकेट से हरा दिया था। इस मैच में सबसे ज्यादा शर्मनाक रहा भारत का दूसरी पारी में प्रदर्शन। दूसरी पारी में टीम सिर्फ 36 रन ही बना सकी जो टेस्ट की एक पारी में उसका अब तक का न्यूनतम स्कोर है।
शीर्ष क्रम की विफलता एक कारण रही थी लेकिन 47 साल के तेंदुलकर को ऐसा नहीं लगता कि यह खिलाड़ियों पर दबाव के कारण हुआ है। सचिन ने कहा कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की तकनीक में खामियों के कारण भारत के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ा। सचिन ने फ्रंटलाइन बल्लेबाजों में एक आम कमी की बात कही और वो है- मजबूत फॉरवर्ड डिफेंस।
सचिन ने साथ ही कहा कि अगर भारत दौरे की शुरुआत टी-20 सीरीज से करती और इसके बाद वनडे और फिर टेस्ट सीरीज खेलती जिसका आखिरी मैच गुलाबी गेंद से खेला जाता तो यह लाल गेंद से गुलाबी गेंद की तरफ जाने की अच्छी प्रक्रिया होती।
एक्सकल्यूसिव इंटरव्यू का पहला भाग
सवाल : क्या आपको ऐसी आशंका थी की डे-नाइट टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया का अनुभव ज्यादा है तो भारत के खिलाफ उसे बढ़त होगी?
जवाब : पहला टेस्ट ही एक डर था क्योंकि मुझे लगता है कि एडिलेड से पहले हमने जो आखिरी टेस्ट खेला वो फरवरी में था। इसके बाद कोई क्रिकेट नहीं खेली गई (कोविड-19 के कारण)। हर कोई आईपीएल की तैयारी कर रहा था जो टी-20 प्रारूप है। मेरे हिसाब से बेहतर यह होता कि आईपीएल के बाद आप आस्ट्रेलिया के साथ टी-20 सीरीज खेलते इसके बाद वनडे और फिर टेस्ट सीरीज जिसकी शुरुआत लाल गेंद से करते। आखिरी टेस्ट गुलाबी गेंद से खेलते। मेरे हिसाब से यह गुलाबी गेंद टेस्ट मैच के लिए अच्छा ट्रांजिशन होता।
सवाल : आपकी आशंका क्या थी और आपका डर क्या था जो सच हुआ?
जवाब : पहली पारी में हमारे पास बढ़त थी और हमने अच्छी शुरुआत की थी। उस समय कोई डर नहीं था। बात यह थी कि जो मैंने अभी कही, मैंने जब दौरे का कार्यक्रम देखा, जो मैंने पहले कहा वो एक अच्छा विकल्प हो सकता था। हमने पहली पारी में अच्छी क्रिकेट खेली लेकिन दूसरी पारी में वो एक घंटा काफी मुश्किल था और तभी चीजें बदल गईं। साथ ही टिम पेन ने आकर अहम रन बनाए। अगर हमारी पहली पारी की बढ़त 90 या 100 रनों की होती तो सोच अलग होती। साथ ही समय भी काफी अहम रहा। इसने टेस्ट में बड़ा रोल निभाया।
सवाल : क्या आप इस तरह के परिणाम की उम्मीद कर रहे थे, खासकर तब जब दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी जिस तरह से बिखरी?
जवाब : नहीं, मैं इसकी उम्मीद नहीं कर रहा था क्योंकि मुझे लगता है कि पहली पारी में हमने अच्छी बल्लेबाजी की। दूसरी पारी में हमारे बल्लेबाज ज्यादा खेल नहीं पाए। गेंद ज्यादा मूव नहीं कर रही थी, थोड़ी बहुत ही कर रही थी। आमतौर पर जब बल्लेबाज रन करते हैं तो हम दूसरी चीजों पर नहीं देखते हैं जैसे कि वह कितनी बार बीट हुआ। लेकिन जब बल्ले से एज लगती है तो हम कई चीजों पर बात करते हैं।
एक बदलाव यह है कि आप आगे की तरफ बड़ा पैर निकालें, जो मुझे लगता है कि नहीं हुआ। विदेशों में मुझे लगता है कि आगे बड़ा पैर निकालना काफी अहम है। कम पैर निकालना आपको परेशानी में डाल सकता है और अगर सीम से थोड़ा बहुत मूवमेंट है तो आपके हाथ कम फुटवर्क की भरपाई करेंगे।
सवाल : भारतीय बल्लेबाजों की क्या कमी रहीं? क्या वे स्विंग होती गेंदों को टैकल नहीं कर पाए या स्थिति ही ऐसी थी?
जवाब : पहली पारी में 244 रन बनाकर और उन्हें 200 रनों के भीतर आउट कर हमारे पास बढ़त तो थी। हमने पृथ्वी शॉ का विकेट जल्दी खो दिया। मुझे अभी भी याद है कि जसप्रीत बुमराह उस शाम को खेले थे। कुल मिलाकर ड्रेसिंग रूम में माहौल अच्छा था। अगली सुबह मुझे लगता है कि फुटवर्क थोड़ा बेहतर हो सकता था, आप ध्यादा फ्रंटफुट पर खेलते, लंबा पैर निकालते। अगर आप लंबा पैर निकालते हैं तो आपके हाथ अपने आप शरीर के पास आ जाते हैं। अगर पैर अच्छे से आगे नहीं निकालते हैं तो आपके हाथ शरीर से दूर रहते हैं।
सवाल : मैच के बाद विराट ने बल्लेबाजी को इच्छाशक्ति की कमी की बात कही थी। क्या यह इसलिए भी था क्योंकि बल्लेबाजों के पास सही तकनीक नहीं थी और वह दबाव को झेल नहीं पाए?
जवाब : उन्होंने दबाव की स्थिति को झेला है। पृथ्वी और मयंक को छोड़कर सभी खिलाड़ियों ने काफी क्रिकेट खेली है। विराट, रहाणे, पुजारा, साहा काफी लंबे समय से खेल रहे हैं, वहीं हनुमा विहारी इन लोगों की अपेक्षा कम खेले हैं। इसलिए खिलाड़ियों में दबाव को झेलने की क्षमता तो है और उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ किया। लेकिन कई बार आपको किस्मत की भी जरूरत होती है। और जैसा मैंने कहा कि ज्यादा ऐसे मौके नहीं थे कि बल्लेबाज बीट हो रहे हों और बिना विकेट खोए बल्लेबाजी कर रहे हों। ऐसा नहीं हुआ। गेंद किनारा लेकर सीधे फील्डरों के हाथ में जा रही थीं। पहली पारी में भी कई बार एज लगीं लेकिन वह फील्डरों के हाथ में नहीं गईं। मुझे याद है कि तीन बार गेंद फील्डर तक नहीं पहुंची। दूसरी पारी में विकेट सख्त हो गई और इससे ज्यादा उछाल, तेजी मिलने लगी। मैं फिर कहूंगा कि अगर आप लंबा पैर निकालते तो आप बल्ले और गेंद के फासले को कम करते और गेंद को ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं देते।
सवाल : रवींद्र जडेजा को छोड़कर कोई और ऑलराउंडर नहीं है, वो एडिलेड में नहीं थे। क्या आपको लगता है कि भारत को ऑलराउंडर की कमी खली?
जवाब : रविचंद्रन अश्विन भी बल्लेबाजी कर सकते हैं। वह अच्छी साझेदारियां बनाने में सक्षम हैं। जब हम अश्विन और जडेजा की बात करते हैं तो यह इस पर निर्भर करता है कि कौन किस पिच पर ज्यादा उपयोगी रहेगा और फिर आप उस गेंदबाज को चुनते हैं। उनकी बल्लेबाजी एक बोनस है, दोनों बल्लेबाजी कर सकते हैं। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि टीम प्रबंधन उनकी गेंदबाजी काबिलियत को देख रहा होगा और इस बात के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहा होगा कि वह नंबर-8 पर आकर कितने रन बनाते हैं। यहां वह रन काफी अहम हो सकते हैं लेकिन यह दोनों मुख्य तौर पर गेंदबाजी के लिए चुने जाते हैं।
सवाल : भारतीय फील्डिंग भी सवालों के घेरे में रही। खिलाड़ियों ने दूसरी पारी में कई कैच छोड़े इसमें से एक टिम पेन का कैच अहम था।
जवाब : मुझे याद है कि जब हम बड़े हो रहे थे तब आचरेकर सर ने कहा था कि कैचों से ही मैच जीते जाते हैं। यह हमारे साथ हमेशा रहा। इसलिए कैच नहीं छोड़ने चाहिए। इसमें कोई शक नहीं है कि फील्डिंग में सुधार किया जाना है।
सवाल : एडिलेड में हमारे गेंदबाजों ने अच्छा किया। उनके प्रदर्शन को लेकर आपकी राय?
जवाब : मुझे लगता है कि उनका प्रदर्शन शानदार रहा, इसमें कोई शक नहीं है। पहली पारी में यह काफी अनुशासित और एकाग्र था और उन्होंने दबाव बनाए रखा। आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी भी ओवर डिफेंसिव हो गई। लेकिन ऐसी स्थितियां थी जहां बल्लेबाज विपक्षी टीम पर दबाव डाल सकते थे। इसलिए जब रन करने का मौका होता है तो बल्लेबाज को रन करने चाहिए। अच्छी गेंद का सम्मान करना चाहिए। (आईएएनएस)
वास्को (गोवा), 23 दिसम्बर | वॉस्को के तिलक मैदान पर आज जमशेदपुर एफसी का सामना एफसी गोवा से होगा और एक तरफ जहां जमशेदपुर की टीम अपने छह मैच की अजेय स्थिति को बरकरार रखना चाहेगी, वहीं गोवा हर हाल में तीन अंक हासिल करना चाहेगी। चेन्नइयन एफसी के हाथों पहले मैच में मिली हार के बाद ओवेन कोयले की टीम ने शानदार इच्छाशक्ति दिखाते हुए बीते छह मैच से खुद को अजेय रखा है। बीते तीन मैचों में इस टीम ने सिर्फ एक गोल खाया है और दो क्लीन शीट हासिल किए हैं।
यह मैच दो ऐसे खिलाड़ियों के बीच की भिड़ंत का गवाह बनेगा, जिन्होंने मौजूदा सीजन में सबसे अधिक गोल किए हैं। इगोर एंगुलो और नेरीजुस वाल्सकिस। इन दोनों के नाम 6-6 गोल हैं।
दोनों अपने टीमों के लिए काफी अहम रहे हैं। दोनों ने अपनी टीमों के कुल लोगों के 75 फीसदी गोल किए हैं और ये दोनों टीमें इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निर्भर करेंगी।
जमशेदपुर के लिए कुछ खिलाड़ियों का चोटिल होना चिंता की बात है, लेकिन इस टीम को खुशी है कि अइतोर मोनरॉय वापसी कर रहे हैं। मोनरॉय एक मैच के लिए निलंबित थे। कोयले ने कहा कि उनकी टीम इस मैच के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस बीच, गोवा की टीम अपने डिफेंस के साथ अब तक संघर्ष करती नजर आई है। इस टीम का डिफेंस उसकी कमजोरी बनकर उभरा है। बीते दो मैचों में इस टीम ने 29 शॉट्स का सामना किया है, जिनमें से 10 टारगेट पर थे। चिंता की बात यह है कि यह टीम लगातार दो मैच हार चुकी है।
कोच जुआन फेरांडो की नजर हालांकि भविष्य पर है। वह पीछे मुड़कर नहीं देखते।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 23 दिसंबर | एडिलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले डे-नाइट टेस्ट मैच की निराशा के बाद भारतीय क्रिकेट टीम प्रबंधन को अब 26 दिसंबर से मेलबर्न में शुरू वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट को लेकर टीम की अंतिम एकादश के लिए काफी माथापच्ची करनी होगी। ओपनरों की कमी और आईपीएल में राहुल के प्रदर्शन के चलते उन्हें टेस्ट टीम में चुना गया था। इसके अलावा टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे भी पहले टेस्ट में कुछ खास नहीं कर पाए थे।
भारतीय टीम प्रबंधन ने 2018 में इंग्लैंड दौरे पर भी टीम चयन में लगातार बदलाव किया था। शानदार फॉर्म में होने के बावजूद चेतेश्वर पुजारा को पहले टेस्ट से बाहर कर दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को भी खेलाया था।
टीम प्रबंधन को 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज 2-1 से जीतने के बाद राहत मिली थी। हालांकि, मौजूदा दौरे पर एक बार फिर अंतिम एकादश के चयन को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
वे पहले ही यह कह चुके हैं कि आलराउंडर हार्दिक पांड्या बतौर बल्लेबाज अंतिम एकादश में खेलेंगे। आस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर शेन वार्न ने वनडे के बाद हार्दिक को जल्द से जल्द टेस्ट टीम में शामिल करने की बात कही थी।
--आईएएनएस
मुम्बई, 22 दिसम्बर | भारत के पहले फार्मूला-1 ड्राइवर नारायण कार्तिकेयन, अर्जुन मैनी और नवीन राव को लेकर बनी रेसिंग टीम इंडिया अगले साल फरवरी में होने वाली 2021 एशियन ले मैंस सीरीज में हिस्सा लेगी। इस टीम का गठन अगले साल ही फ्रांस में होने वाले 24 आवर्स ले मैंस आयोजन को ध्यान मे रखते हुए किया गया है। टीम द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक रेसिंग टीम इंडिया वैश्विक स्तर पर होने वाली इस इंड्योरेंस रेस में हिस्सा लेने वाली पहली ऑल इंडियन टीम होगी और इस लिहाज से यह एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगी।
एशियन ले मैंस सीरीज का आयोजन 5-6 फरवरी और 19-20 फरवरी को अबू धाबी के यास मैरिना सर्किट पर होगा। इसके तहत दो रेस वीकेंड के दौरान चार रेसों का आयोजन होगा। हर रेस चार घंटे की होगी। भारतीय टीम एलएमपी2 कटेगरी में ओरेका 07 कार की सवारी करेगी। इस टीम को टेक्नीकल सपोर्ट चैम्पियनशिप जीतने वाली अलग्रेव प्रो रेसिंग टीम से मिलेगा।
पद्मश्री अवार्डी और भारत के पहले फार्मूला वन चालक नारायण ले मैंस में एक बार फिर कार चलाने की सम्भावना को लेकर उस्ताहित दिखे। नारायण ने कहा, "मैं बीते कुछ सालों से ले मैंस पर वापस जाने का सपना देख रहा था। यह मेरे रेसिंग करियर का सम्भवत: सबसे रोमांचक प्रोजेक्ट है। हमारी टीम युवा और प्रतिभाशाली है और इसमें कोई शक नहीं कि हमारी कड़ी परीक्षा होगी लेकिन मैं अच्छा करने को लेकर आश्वस्त हूं।"
फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल दे ऑटोमोबाइल (एफआईए) वल्र्ड मोटर स्पोर्ट काउंसिल के सदस्य गौतम सिंघानिया, जो कि खुद भी एक माहिर चालक हैं, रेसिंग टीम इंडिया की अगुवाई करेंगे।
इंड्योरेंस रेसिंग में बेंगलोर के निवासी अर्जुन मैनी का अनुभव भारतीय टीम के लिए काफी उपयोगी साबित होगा। वह अलग्रेब प्रो रेसिंग टीम के लिए 2020 यूरोपीयन ले मैंस सीरीज (ईएलएमएस) में शिरकत कर चुके हैं।
अर्जुन मैनी अच्छी तरह जानते हैं कि इस तरह के आयोजन में क्या करना होता है और इसमें फोकस एरिया क्या होना चाहिए। अर्जुन ने कहा, "2020 यूरोपीयन ले मैंस सीजन के तुरंत बाद रेसिंग में वापसी करके मैं खुश हूं। मैं मानता हूं कि अलग्रेव प्रो रेसिंग टीम, जो कि एशियन ले मैंस सीरीज की डिफेंडिंग चैम्पियन है, हमें 24 आवर ऑफ रे मैंस रेस के लिए क्वालीफाई करने हेतु हर जरूरी सहायता मुहैया कराएगी।"
इस टीम में शामिल नवीन राव मौजूदा 2020 आईएमएसए प्रोटोटाइप चैलेंज चैम्पियन हैं और वह भी रेसिंग टीम इंडिया का हिस्सा बनकर काफी खुश हैं। नवीन ने कहा, "मैं इस रेस के लिए अत्यधिक रोमांचित हूं। नारायण कार्तिकेयन और अर्जुन मैनी जैसे चालकों की टीम मे होना गर्व की बात है। ले मैंस में एक जादुई आकर्षण है और रेसिंग की चाह रखने वाला हर बच्चा वहां हिस्सा लेना चाहता है।"
एशियन ले मैंस सीरीज के सीईओ क्रिल टेस वाहलेन ने इस सीरीज में भारतीय टीम का स्वागत करते हुए कहा, "एलएमपी2 में भारतीय टीम का आना एशियन ले मैंस सीरीज के लिए नया अध्याय है। साथ ही यह दुनिया भर में एसीओ के लिहाज से भी पहला मौका है। भारत में हमारे समर्थकों की संख्या में इजाफा हो रहा है और अब भारत की अपनी टीम है और इस टीम के सपोर्टर भी हैं। मैं इस टीम को शुभकामनाएं देता हूं और अबू धाबी में इन्हें अच्छा करते हुए देखना चाहता हूं।"
रेसिंग टीम इंडिया के इस पहले अभियान को जेके टायर्स का गौरवपूर्ण साथ मिला है। जेके टायर्स बीते 50 साल से भारतीय मोटरस्पोटर्स का सबसे बड़ा सपोर्टर रहा है। बीते दो दशक में जेके टायर्स ने नारायण कार्तिकेयन और अर्जुन मैनी के विकास में काफी सहयोग किया है। अब जेके टायर्स ने रेसिंग टीम इंडिया को अपना साथ देते हुए इस खेल के भारत में विकास में अग्रणी भूमिका निभाने की अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर दोहराया है। (आईएएनएस)
खुर्रम हबीब
नई दिल्ली, 22 दिसम्बर | चोटिल भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को छह सप्ताह तक आराम करने की सलाह दी गई है और अब वह बुधवार को आस्ट्रेलिया से भारत के लिए रवाना होंगे। भारत पहुंचने के बाद शमी को एक संक्षिप्त क्वारंटाइन में रहने की जरूरत होगी।
शमी को एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान भारत की दूसरी पारी के दौरान बल्लेबाजी करते हुए आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस की गेंद हाथ में लगी थी। दर्द के कारण वह हाथ भी नहीं उठा पा रहे थे और इसी कारण रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। उन्होंने फिर गेंदबाजी भी नहीं की थी।
उनके हाथ का स्कैन कराया गया था, जिसमें हेयरलाइन फ्रेक्च र बताया गया था। इसके बाद अब वह मेलबर्न, सिडनी और ब्रिस्बेन में होने वाले सीरीज के बाकी तीन टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाएंगे।
एक सूत्र ने आईएएनएस से कहा, " शमी को छह सप्ताह के आराम करने की सलाह दी गई है और अब वह बुधवार को भारत के लिए रवाना होंगे। छह सप्ताह के आराम के बाद वह जनवरी आखिर तक फिट हो सकते हैं।"
शमी के सीरीज से बाहर होने से भारत को बहुत बड़ा झटका लगा है क्योंकि तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा पहले ही चोट के कारण नहीं खेल पा रहे हैं जबकि कप्तान विराट कोहली भी अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण स्वदेश लौट चुके हैं।
शमी ने पिछली बार जब आस्ट्रेलिया का दौरा किया था तो उन्होंने 16 विकेट लिए थे।
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच अब दूसरा टेस्ट मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर 26 दिसंबर (बॉक्सिंग डे) से शुरू होगा। (आईएएनएस)
वास्को (गोवा), 22 दिसम्बर | वॉस्को के तिलक मैदान पर बुधवार को जमशेदपुर एफसी का सामना एफसी गोवा से होगा और एक तरफ जहां जमशेदपुर की टीम अपने छह मैच की अजेय स्थिति को बरकरार रखना चाहेगी वहीं गोवा हर हाल में तीन अंक हासिल करना चाहेगी। चेन्नइयन एफसी के हाथों पहले मैच में मिली हार के बाद ओवेन कोयले की टीम ने शानदार इच्छाशक्ति दिखाते हुए बीते छह मैच से खुद को अजेय रखा है। बीते तीन मैचों में इस टीम ने सिर्फ एक गोल खाया है और दो क्लीन शीट हासिल किए हैं।
कोच कोयले अपनी टीम के अब तक के प्रदर्शन से खुश हैं। कोयले ने कहा, "हर मैच के साथ मेरे लड़के मजबूत होते जा रहे हैं। हमने उन क्षेत्रों पर फोकस किया है, जहां हमें सुधार की जरूरत थी। लड़कों ने इसमें हमारा साथ दिया है और अगर आपके पास अगर ऐसे लड़के हों तो आप अच्छा परिणाम हासिल कर सकते हैं।"
यह मैच दो ऐसे खिलाड़ियों के बीच की भिड़ंत का गवाह बनेगा, जिन्होंने मौजूदा सीजन में सबसे अधिक गोल किए हैं। इगोर एंगुलो और नेरीजुस वाल्सकिस। इन दोनों के नाम 6-6 गोल हैं। दोनों अपने टीमों के लिए काफी अहम रहे हैं। दोनों ने अपनी टीमों के कुल लोगों के 75 फीसदी गोल किए हैं और ये दोनों टीमें इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निर्भर करेंगी।
जमशेदपुर के लिए कुछ खिलाड़ियों का चोटिल होना चिंता की बात है लेकिन इस टीम को खुशी है कि अइतोर मोनरॉय वापसी कर रहे हैं। मोनरॉय एक मैच के लिए निलंबित थे। कोयले ने कहा कि उ्नकी टीम इस मैच के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
स्कॉटिश कोच ने कहा कि उनकी टीम को गोवा के खिलाफ मैच की शुरुआत से ही अपना श्रेष्ठ देना होगा क्योंकि इस टीम के पास कुछ बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और ये समस्या खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में टीम को इन खिलाड़ियों से निपटते हुए गोवा के लिए समस्या खड़ी करनी होगी।
इस बीच, गोवा की टीम अपने डिफेंस के साथ अब तक संघर्ष करती नजर आई है। इस टीम का डिफेंस उसकी कमजोरी बनकर उभरा है। बीते दो मैचों में इस टीम ने 29 शॉट्स का सामना किया है, जिनमें से 10 टारगेट पर थे। चिंता की बात यह है कि यह टीम लगातार दो मैच हार चुकी है।
कोच जुआन फेरांडो की नजर हालांकि भविष्य पर है। वह पीछे मुड़कर नहीं देखते। कोच ने कहा, "हमारे लिए आज ज्यादा अहम है और वह जमशेदपुर है। हां मैं द्रुखी हूं लेकिन मैं बीते को नहीं बदल सकता। हमारी तैयारी अपनी रणनीति पर बने रहने की है और इसे हम कल तक के लिे राज रखना चाहते हैं।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 दिसम्बर | भारतीय महिला फुटबाल टीम की कप्तान आशालता देवी के पास 2022 में घरेलू दर्शकों के सामने एएफसी एशियन महिला कप में खेलने का मौका होगा। आशालता अब देश में महिला फुटबालरों की अगली पीढ़ी को प्रेरित करना चाहती हैं। एआईएफएफ ने आशालता के हवाले से कहा, " इतने बड़े मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान होगा। पूरी टीम इसे लेकर उत्साहित है और हम इसके लिए वास्तव में अच्छी तैयारी कर रहे हैं। हमने देखा कि 2017 में अंडर-17 विश्व कप में टीम को किस तरह का समर्थन मिला। हम उसी समर्थन को पाने की उम्मीद कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, " मुझे उम्मीद है कि अगले साल हम जिन दो टूर्नामेंटों-एएफसी महिला एशियाई कप 2022 और फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 की मेजबानी कर रहे हैं, उससे नई लड़कियां फुटबॉल में आने के लिए प्रेरित होंगी। जब वे हमें दर्शकों से भरे स्टेडियमों में अपने सामने खेलते हुए देखेंगे, तो यह निश्चित रूप से उन्हें प्रेरित करेगा।"
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने 2027 में होने वाले एएफसी एशियन कप की मेजबानी हासिल करने के लिए आधिकारिक रूप से अपनी दावेदारी पेश करने की बुधवार को घोषणा थी।
भारत सहित कुल पांच देशों ने एशिया के सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट की मेजबानी हासिल करने के लिए बोली लगाई है। एएफसी एशियन कप 2027 की मेजबानी हासिल करने वाले देश की घोषणा 2021 में की जाएगी।
आशालता ने कहा, " हमारे पास बुनियादी ढांचा है और हम कुछ बड़े टूर्नामेंटों की भी मेजबानी कर चुके हैं। यह अन्य एशियाई प्रशंसकों के लिए भारत और फुटबॉल के लिए जुनून को देखने का एक बड़ा मौका होगा। मुझे उम्मीद है कि हम इसकी मेजबानी कर सकते हैं।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 दिसम्बर | पूर्व भारतीय बल्लेबाज अंशुमन गायकवाड ने कहा है कि इस समय भारतीय बल्लेबाजों का पैर न चल पाना दुर्भावना है और पैर हिलाने की क्षमता या अक्षमता उनकी मानसिकता का हिस्सा है।
आस्ट्रेलिया दौरे पर चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच की दूसरी पारी में मात्र 36 रन पर ढेर होने के बाद भारतीय बल्लेबाजों की आलोचना हो रही है। भारत को इस मैच में आठ विकेट से शिकस्त मिली थी।
गायकवाड ने आईएएनएस से कहा, " जब हम वेस्ट इंडीज के खिलाफ उतरे तो हमारे पास घर में कोई भी तेज गेंदबाज या बाउंस वाली विकेट नहीं थी। हमारे पास कुछ नहीं था। इन लड़कों ने कम से कम इन सभी देशों में खेला, जहां ये स्थितियां हैं।"
गायकवाड ने 1976 में जमैका टेस्ट में माइकल होल्डिंग की अगुवाई वाली तेज गेंदबाजी आक्रमण का सामना किया था और 81 रन की पारी खेली थी।
उन्होंने कहा, " जो मैं समझ सकता हूं और मैं यह सब कर चुका हूं, वह यह है कि आपको अपने पैरों का उपयोग करने की आवश्यकता है। आप खड़े होकर शॉट नहीं खेल सकते। आपको अपने पैरों को आगे या पीछे करना होगा, गेंद के करीब पहुंचना होगा। साथ ही आपको गेंद की लाइन (छोटी गेंदों के खिलाफ) पर भी आना होगा। यह बहुत महत्वपूर्ण है।"
भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेलने वाले पूर्व बल्लेबाज ने कहा, " इन देशों में, जहां उछाल और गति अधिक है, वहां आपको अपनी तकनीक का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है। कहां आप गेंद को खेल सकते हैं और कहां आप गेंद को छोड़ सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि प्रत्येक देश की पिच और परिस्थितियां अलग होती हैं और आपको वहां उसी के अनुसार खेलने की जरूरत है।
पूर्व बल्लेबाज ने कहा, " यह मूल तकनीक और परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने को लेकर है। आप भारत में खेलते हैं, इंग्लैंड में नहीं खेल सकते हैं। आप इंग्लैंड में खेलते हैं, ऑस्ट्रेलिया में नहीं खेल सकते हैं। या आप ऑस्ट्रेलिया में खेलते हैं, न्यूजीलैंड में नहीं खेल सकते। खिलाड़ियों को परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत है।"
- -आईएएनएस
न्यूयॉर्क, 22 दिसम्बर | नेशनल बास्केटबॉल लीग (एनबीए) का 2020-21 सीजन बुधवार को ब्लॉकबस्टर डबलहेडर के साथ शुरू होगा। ओपनिंग नाइट के पहले मुकाबले में गोल्डन स्टेट वॉरियर्स का सामना ब्रूकलिन नेट्स के साथ होगा जबकि दूसरे मुकाबले में एनबीए चैम्पियन लॉस एंजेलिस लेकर्स का सामना इसी शहर के एलए क्लीपर्स से होना है। ओपनिंग नाइट में एनबीए के मोस्ट वैल्यूबल प्लेयर्स स्टीफन करी, केविन डुरांट और लेबॉर्न जेम्स तथा 2 बार के एनबीए फाइनल्स एमवीपी खाही लियोनार्ड एक्शन में दिखेंगे।
ओपनिंग नाइट करी, डुरांट और केरी इर्विन की वापसी का गवाह होगा क्योंकि ये तीनों खिलाड़ी पहले दिन अपने फन से लोगों का दिल जीतते हुए अपनी टीमों को जीत दिलाना चाहेंगे।
डुरांट 18 महीनों (प्री सीजन के अलावा) बाद अपना पहला मैच खेलेंगे। डुरांट नेट के तौर पर एक ऐसी टीम के खिलाफ खेलते दिखेंगे जिसके साथ वह दो एनबीए चैम्पियनशिप और दो एनबीए फाइनल्स एमवीपी अवार्ड जीत चुके हैं।
डुरांट ने कहा, "मैंने अब तक जितने ड्रिल किए हैं, मैं अपनी पूरी मेहनत से कर रहा हूं। मैं लीग में बीते 14 साल से हूं। अगर मुझे एकहिल्स नहीं होता तो भी मैं 100 फीसदी फिट नहीं होता लेकिन मैं अच्छा महसूस कर रहा हूं।'
2019-20 सीजन में वेस्टर्न कॉन्फ्रेंस में अंतिम स्थान पाने वाले वॉरियर्स को आशा है कि करी और ड्रायमंड ग्रीन उसे नई शुरुआत दिलाएंगे। साथ ही टीम को सेकेंड ओवरऑल ड्राफ्ट पिक जेम्स वाइसमैन और केली ओब्रे जूनियर से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है जो कि तीन बार के ऑल स्टार ग्रीन और पूर्व नम्बर-1 ओवरऑल ड्राफ्ट पिक एंड्रयू विगिंस के साथ खेलते नजर आएंगे।
2021-21 एनबीए सीजन को काफी आशाभरी नजरों से देख रहे करी ने कहा ने कहा, "मैं कभी भी इतने लम्बे समय तक नहीं खेला। हमें यह देखना होगा कि हम क्रिसमस के लिए मिलवाउकी में क्या कर सकते हैं। लेकिन इसके अलावा दोबारा बास्केटबॉल खेलना एक शानदार अनुभव होगा। मैं रोमांचित हूं।"
दूसरी ओर, ईस्टर्न कॉन्फ्रेंस में बीते सीजन में सातवां स्थान हासिल करने वाले नेट्स को आशा है कि वह 10 बार के ऑल स्टार डुरंट और छह बार के ऑल स्टार इर्विन की वापसी से एक बड़ा कदम आगे बढ़ाएगा। ब्रूकलिन नेट्स को आशा है कि वह नए मुख्य कोच स्टीव नैश की देखरेख में जारेट एलेन, स्पेंसर डिनविड्डी, कारिस लेवेर्ट और जोए हैरिस ईस्टर्न कॉन्फ्रेंस के लिए अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
जहां तक लेकर्स और क्लीपर्स की बात है तो बीते सीजन में वेस्टर्न कॉन्फ्रेंस की दो टॉप सीड टीमों ने अपनी प्रतिद्वंद्विता में नया अध्याय जोड़ा है। मौजूगा सिक्सथ मैन अवार्ड विजेता मोंट्रेल हारेल ने क्लीपर्स का साथ छोड़कर लेकर्स का हाथ पकड़ लिया है और मोरिस बंधु-मार्कस (क्लीपर्स) और मार्किफ (लेकर्स) एक दूसरे के खिलाफ खेलते नजर आएंगे।
लेकर्स अपने खिताब की रक्षा का अभियान एक नए सिरे से तैयार रोस्टर में जेम्स और एंथोनी डेविस के इर्द-गिर्द रहते हुए करेंगे। बीते सप्ताह रिपोटर्स से बात करते हुए डेविस ने कहा, "फैंस के साथ शहर में परेड में शामिल नहीं होना और सेलीब्रेट नहीं कर पाना अजीब है लेकिन यह एक ऐसी सच्चाई है, जिसे हमें स्वीकार करना होगा और इसी के बीच हमें अपने खिताब की रक्षा करनी है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सब तैयार और तरोताजा रहें।"
दूसरी ओर, लियोनार्ड, पॉल जॉर्ज और क्लीपर्स बीते सीजन में वेस्टर्न कॉन्फ्रेंस सेमीफाइनल में डेनवर नाइट्स के हाथों मिली हार के भुलाते हुए नई शुरुआत की कोशिश करेंगे। बीते सीजन में क्लीपर्स 3-1 की बढ़त को भी नहीं बचा पाए थे और पहली बार कॉन्फ्रेंस फाइनल खेलने के चूक गए थे।
नए सीजन का पहला मुकाबला 23 दिसम्बर को वॉसियर्स और नेट्स के बीच भारतीय समयानुसार सुबह 5.30 बजे खेला जाएगा जबकि इसी दिन दूसरे मुकाबले में सुबह 8.30 बजे क्लीपर्स का सामना लेकर्स से होगा।
--आईएएनएस
नेपियर, 22 दिसम्बर | विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान (89) की शानदार अर्धशतकीय पारी और उससे पहले तेज गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर पाकिस्तान ने यहां मैक्लीन पार्क मैदान पर मंगलवार को खेले गए तीसरे टी20 मुकाबले में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हरा दिया। पाकिस्तान ने जीत के लिए जरूरी 174 रन 19.4 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर बना लिए। रिजवान ने 59 गेंदों पर 10 चौके और तीन छक्के लगाए। उनके अलावा मोहम्मद हफीज ने 29 गेंदों पर तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 41 रनों की पारी खेली।
इफ्तिखार अहमद 14 रन बनाकर नाबाद लौटे। हैदर अली ने 11 और खुशदिल शाह ने 14 रन बनाए।
न्यूजीलैंड की ओर से टिम साउदी और स्कॉट कुगेलिन ने दो-दो विकेट लिए।
इससे पहले, पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए कीवी टीम को 20 ओवरों में सात विकेट पर 173 रनों पर सीमित कर दिया।
कीवी टीम की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज टिम शीफर्ट ने 35, डेवॉन कॉनवे ने 45 गेंदों पर सात चौकों और एक छक्के की मदद से 63 तथा ग्लेन फिलिप्स ने 20 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 31 रन बनाए।
पाकिस्तान की ओर से फहीम अशरफ ने चार ओवरों में 20 रन खर्च करते हुए तीन सफलता हासिल की जबकि शाहीन अफरीदी और हैरिस रौफ ने दो-दो विकेट लिए।
कीवी टीम ने तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है।
अब दोनों टीमों के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी, जिसकी शुरुआत माउंट माउंगानुई के बे ओवल मैदान पर शनिवार को होगी।
--आईएएनएस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 22 दिसंबर। राष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2020-21 के लिए गुरुर ब्लाक के 7 खिलाडिय़ों का चयन हुआ है। जिन युवाओं का राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है, वे सभी खिलाड़ी गुरुर ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रों से है जो ग्राम धनोरा स्थित 14 वीं बटालियन के सहयोग से ग्राम छेडिय़ा के खेल मैदान में प्रतिदिन अभ्यास करते हैं।
यहां 14 वीं बटालियन धनोरा के कमांडेंट डॉ . लाल उमेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में कांस्टेबल राजेश सिंह द्वारा युवाओं को दौड़, जंपिंग, त्रिकुद सहित विभिन्न खेलो का नि:शुल्क अभ्यास कराते हैं।
ज्ञात हो कि गत दिनों कांकेर के गांधी चौक स्थित मिनी स्टेडियम में राज्य स्तरीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2020 आयोजित था, जहां गुरुर ब्लाक से 10 खिलाडिय़ों का चयन हुआ था। सभी खिलाडिय़ों को ग्राम छेडिय़ा के मैदान में अभ्यास कराया गया था।
खिलाडिय़ों में 7 खिलाडिय़ों ने बेहतर प्रदर्शन कर सफलता हासिल की है, अब सभी 7 खिलाड़ी आगामी दिनों में आयोजित राष्ट्रीय स्तर पर खेल में शामिल होंगे।
विजयी खिलाडिय़ों में 200 व 400 मीटर दौड़ में जयप्रकाश रावटे प्रथम, 200 में ईशाप्रकाश तृतीय, त्रिकुद में सुलभ कुमार प्रथम, 10 हजार मीटर दौड़ में पूनमचंद प्रथम, 5000 व 1500 मीटर दौड़ में टिकेश कुमार तृतीय, 5000 में गीतेश द्वितीय एवं राजेश सिंह ने 400, 800 मीटर दौड़ में प्रथम व 1500 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान प्राप्त कर सफलता हासिल की है, इसके अलावा थलेश कुमार, टेमन लाल, गौरव कुमार ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है।
14 वीं बटालियन के जवान राजेश सिंह ने बताया कि इस खेल मैदान में प्रतिदिन ग्राम छेडिय़ा सहित भरदा, तार्री, खैरवाही, धनोरा, धोबनपुरी, चूल्हापथरा के खिलाड़ी अभ्यास के लिए पहुंचते है।
नई दिल्ली. मुंबई के एक क्लब में पार्टी कर रहे करीब 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के मुताबिक, जिन 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया उनमें क्रिकेटर सुरेश रैना, गायक गुरु रंधावा समेत अन्य लोग शामिल थे. हालांकि, सुरेश रैना और गुरु रंधावा को बाद में जमानत मिल गई.
दरअसल, मुंबई के ड्रेगन फ्लाई नाम के एक पब में कोरोना के नियमों का पालन न करते हुए कई लोग पकड़े गए थे. रैना पर धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरेश रैना और सिंगर सिंगर गुरु रंधावा को मुंबई एयरपोर्ट के पास मुंबई ड्रेगनफ्लाई क्लब से गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, उन्हें जमानत मिल चुकी है. अभिनेत्री सुजैन खान भी इस पार्टी में शामिल थी. मुंबई पुलिस ने सूचना मिलने पर क्लब पर छापा मारा, तो सुरेश रैना और गुरु रंधावा तो पकड़े गए, लेकिन बाकी सितारे भाग निकले.
जानकारी के मुताबिक मुंबई में कोविड और लॉकडाउन नियमों के तहत पब को खोले रखने का अधिकतम समय रात 11:30 बजे तय है. लेकिन जिस पब में ये लोग पार्टी कर रहे थे, वो सुबह 4 बजे तक खुला हुआ था. इस रेड में कुल 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 7 होटल स्टाफ भी शामिल हैं.
सुरेश रैना उत्तर प्रदेश की तरफ से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेलने को तैयार हैं, जिसका आगाज 10 जनवरी से हो रहा है. बता दें कि इसी साल 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले सुरेश रैना इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में सुर्खियों में रहे थे. रैना चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के साथ आईपीएल के लिए यूएई गए थे, लेकिन टीम में कुछ कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद उन्होंने टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया था.
रैना ने निजी कारणों का हवाला देते हुए कहा कि वह आईपीएल 2020 से अपना नाम वापस ले रहे हैं. इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के कुछ ही मिनटों बाद सुरेश रैना ने भी 33 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. सुरेश रैना भारतीय टीम से लंबे समय से बाहर चल रहे थे. उन्होंने 17 जुलाई 2018 को इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए एकदिवसीय मैच के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला था.
डॉन ब्रैडमैन की टेस्ट कैप 2.5 करोड़ रुपये में बिकी, लेकिन खास रिकॉर्ड शेन वॉर्न के नाम
उन्होंने भारतीय टीम के लिए 18 टेस्ट मैचों में 26.48 के औसत से 768 रन रन बनाए, जिसमें एक शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं. रैना ने 226 वनडे मैच में 35.31 के औसत से 5615 रन बनाए हैं और इस प्रारूप में उनके नाम पांच शतक और 36 अर्धशतक दर्ज हैं. रैना ने 78 टी-20 मैचों में एक शतक और पांच अर्धशतकों की मदद तथा 29.16 के औसत से 1605 रन बनाए हैं.
एडिलेड, 22 दिसम्बर | पूर्व आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल हसी का मानना है कि भारतीय टीम प्रबंधन को ओपनर पृथ्वी शॉ का समर्थन करना चाहिए और 26 दिसंबर से मेलबर्न में शुरू होने जा रहे दूसरे टेस्ट के लिए उन्हें अंतिम एकादश में शामिल करना चाहिए। हसी ने क्रिकइंफो से कहा, " मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं को अभी पृथ्वी शॉ पर भरोसा रखना चाहिए। हां, उन्होंने रन नहीं बनाया है इस टेस्ट मैच में लेकिन यह बेहतरीन गेंदबाजी और मुश्किल पिच बल्लेबाजी करने वाला टेस्ट मैच था।"
हसी ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जो बर्न्स का उदाहरण देते हुए कहा, " जो बर्न्स का औसत फस्र्ट क्लास क्रिकेट में सात से भी कम रहा। चयनकतार्ओं ने उन पर भरोसा जताया। वह पहली पारी में सस्ते में आउट हो गए लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपना आत्मविश्वास हासिल किया, अपने ऊपर काम किया। आप इस खिलाड़ी का चरित्र देखिए कि उन्होंने अर्धशतकीय पारी खेलकर मैच खत्म किया।"
उन्होंने कहा, " पृथ्वी शॉ के लिए, उनके चरित्र के बारे में पता करें। उन पर विश्वास दिखाएं और उनसे कहें कि 'देखो, हम आपका समर्थन कर रहे हैं'। मेलबर्न की पिच उन्हें काफी रास आएगी। यह निश्चित रूप से वहां गति और उछाल नहीं होगी। स्पष्ट रूप से उनके पास बहुत बड़ी प्रतिभा है।"
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच जारी चार मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला मेलबर्न में 26 दिसम्बर से खेला जाएगा। एडिलेड में खेला गया दिन-रात का टेस्ट भारत हार चुका है और अभी सीरीज में 0-1 से पीछे चल रहा है। (आईएएनएस)
नेपियर, 22 दिसंबर | पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनिस न्यूजीलैंड के खिलाफ 26 दिसंबर से माउंट मॉउंग्नुई में शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच के बाद स्वदेश लौट जाएंगे, ताकि वह अपने परिवार के साथ समय बिता सकें। यूनिस जून के बाद से ही अपने परिवार से नहीं मिले हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने मंगलवार को एक बयान में कहा, "वकार ने टीम मैनेजमेंट से गुजारिश की थी कि उन्हें छुट्टी दी जाए, जिससे कि वह लाहौर में अपने परिवार के साथ एक्स्ट्रा समय बिता सकें। इसके बाद वह 17 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी लौटेंगे।"
यूनिस दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के समय दोबारा से टीम से जुड़ेंगे, जोकि 26 जनवरी से कराची में शुरू होगी।
पाकिस्तान के मैनेजर मंसूर राणा ने कहा, "इस बात पर ध्यान देते हुए कि वकार जून से अपने परिवार से नहीं मिले हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हमारी घरेलू सीरीज 14 फरवरी तक खत्म नहीं होगी, हमने उन्हें जल्द स्वदेश लौटने की स्वीकृति दे दी है जिससे कि वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कुछ समय बिता सकें।"
पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच के लिए 17 सदस्यीय टीम की घोषणा की है। कप्तान बाबर आजम और इमाम उल हक चोट के चलते न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से बाहर हो गए है। बाबर की अनुपस्थिति में विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान की अगुवाई करेंगे। (आईएएनएस)
कुआलालम्पुर, 22 दिसंबर | विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने 2021 के पहले हाफ के लिए 17 टूर्नामेंटों की घोषणा की है, जोकि टोक्यो ओलंपिक का क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी होगा। बैडमिंटन सीजन की शुरूआत 17 से 21 जनवरी तक होने वाले यॉनेक्स थाईलैंड ओपन से होगी और 25 जुलाई को रूस ओपन के साथ इसका समापन होगा।
दो से सात मार्च तक होने वाले यॉनेक्स स्विस ओपन के साथ टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट की शुरूआत होगी। वहीं, इंडिया ओपन टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाला अंतिम टूर्नामेंट होगा। इंडिया ओपन की शुरूआत 11 से 16 मई तक नई दिल्ली में होगी।
बीडब्ल्यूएफ ने कहा कि 18 मई को जारी होने वाली रैंकिंग से टोक्यो ओलंपिक का क्वालीफिकेशन तय किया जाएगा। बीडब्ल्यूएफ काउंसिल ने तय किया कि इस रैंकिंग का इस्तेमाल टोक्यो ओलंपिक के लिए सीडिंग के लिए भी किया जाएगा। बैंकॉक में 27 से 31 जनवरी तक होने वाले वल्र्ड टूर फाइनल्स के बाद विश्व रैंकिंग जारी की जाएगी।
इस बीच, बीडब्ल्यूएफ ने घोषणा की है कि थॉमस एंड उबर कप फाइनल्स अब डेनमार्क में अक्टूबर में खेला जाएगा। कोरोना के कारण इस साल की शुरूआत में ही इसे स्थगित कर दिया गया था। (आईएएनएस)
एडिलेड, 22 दिसंबर| आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने मंगलवार को कहा कि एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में वह भारतीय स्टार आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को ठीक से नहीं खेल पाए थे, लेकिन अब वह 26 दिसंबर से बॉक्सिंग डे टेस्ट में अश्विन के खिलाफ खेलने को लेकर उत्साहित हैं। अश्विन ने एडिलेड टेस्ट में स्मिथ को अपने पहले ओवर में ही आउट किया था। अश्विन की गेंद पर स्लिप में खड़े अजिंक्य रहाणे ने स्मिथ का कैच पकड़ा था। स्मिथ 28 गेंदों पर केवल एक ही रन बना पाए थे।
स्मिथ ने मीडिया से कहा, "वह एक काफी अच्छे गेंदबाज हैं। वह अब तक काफी क्रिकेट खेल चुके हैं। वह एक वल्र्ड क्लास परफॉर्मर हैं। मुझे पता है कि पिछले मैच में उन्होंने मेरा विकेट हासिल किया, उम्मीद करता हूं मैं इससे कुछ सीखकर आगे बढूंगा। अगले मैच में उनको अच्छे से खेल पाउंगा।"
उन्होंने कहा, " मैंने तो बस उस एक गेंद पर शॉट खेलना चाहा था जो स्पिन नहीं हुई लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा कभी कभी होता है। मुझे लगता है यह वाकई में काफी अच्छी गेंद थी। इससे पहले की दो गेंद रूक कर आई थी और विकेट से उसे पकड़ भी मिली थी और अगली एक दम से घूम गई जिसने किनारा ले लिया। मैंने ना तो खेला और ना ही इस गेंद को पसंद ही किया। यह काफी अच्छी गेंदबाजी थी।"
अनुभवी बल्लेबाज ने कहा, "आस्ट्रेलिया में खेलना और भारत में खेलना अलग होता है। यहां भारत के जितनी गेंद नहीं घुमती है। उन्होंने राउंड द विकेट गेंदबाजी करने की कोशिश की और गेंद फंस कर आई। यह वाकई में काफी अच्छी गेंदबाजी थी।"
भारतीय टीम पहले मैच की दूसरी पारी में केवल 36 रन पर ढेर हो गई थी और उसे आठ विकेट से शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी। दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट 26 दिसंबर से शुरू होगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या भारतीय टीम वापसी कर सकती है, स्मिथ ने कहा, "मुझे लगता है कि आगे बढ़ते रहना जरूरी है। अपने आप को व्यक्तिगत रूप से देखें कि आप क्या बेहतर कर सकते थे जो मुझे लगता है कि किसी भी खेल के बाद महत्वपूर्ण है। चाहे आप अच्छी बल्लेबाजी करें या नहीं। आप ध्यान दे सकते हैं कि आप अगले मैच में या सीरीज के बाकी मैचों में क्या प्रभाव छोड़ सकते हैं।" (आईएएनएस)
सासुओलो (इटली), 21 दिसम्बर | राफेल लेओ द्वारा छठे सेकेंड में ही किए गए लीग के सबसे तेज गोल की मदद से एसी मिलान ने इटालियन लीग-सेरी-ए में खेले गए मुकाबले में सासुओलो को 2-1 से हरा दिया। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, लेओ ने केवल छह सेकेंड में गोल कर सेरी-ए लीग में सबसे कम समय में गोल करने का रिकॉर्ड बना डाला। पुर्तगाल के 21 वर्षीय फॉरवर्ड लेओ ने हकन कलांघोग्लु के थ्रू पास पर गोल किया।
इससे पहले, सेरी-ए लीग में सबसे तेज गोल करने का रिकॉर्ड पियासेंजा टीम के पाओलो पोगी के नाम था, जिन्होंने दो दिसंबर 2001 में फियोरेंटीना के खिलाफ आठ सेकेंड में गोल दाग दिया था।
लेओ का एसी मिलान के लिए इस सीजन में यह तीसरा गोल है। उनके अलावा सेलेमेकर्स ने 26वें मिनट में एसी मिलान के दूसरा गोल किया। सोसुओलो के लिए एकमात्र गोल बेरार्डी ने 89वें मिनट में किया।
इस जीत के बाद एसी मिलान की टीम 13 मैचों में 31 अंकों के साथ टॉप पर कायम है। (आईएएनएस)
एडिलेड, 21 दिसम्बर | भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने पत्नी रीतिका सजदेह को उनकी 33वीं जन्मदिन पर सोमवार को रोमांटिक अंदाज में बधाई दी। रोहित ने इंस्टाग्राम पर कई फोटो पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने लिखा, " जन्मदिन मुबारक हो डार्लिग, हमेशा आपको प्यार।"
दोनों 2015 में एक-दूसरे के साथ परिणय सूत्र में बंधे थे और उनकी एक बेटी भी है।
रोहित इस समय आस्ट्रेलिया में क्वारंटीन में हैं, जहां वह चार मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का हिस्सा है।
रोहित के भारतीय टीम से जुड़ने से टीम को मजबूती मिलेगी क्योंकि टीम पहले टेस्ट की दूसरी पारी में केवल 36 रन पर ढेर हो गई थी और उसे आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर 26 दिसंबर यानी बॉक्सिंग डे से शुरू होगी। (आईएएनएस)
लुसाने (स्विटजरलैंड), 21 दिसम्बर | भारतीय पुरुष हॉकी टीम एफआईएच की ओर से जारी ताजा टीम रैंकिंग में चौथे स्थान पर जबकि महिला टीम नौवें नंबर पर कायम है। अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) की ओर से सोमवार को जारी एक बयान के अनुसार, बेल्जियम की पुरुष टीम और नीदरलैंड्स की महिला टीम शीर्ष पर रहते हुए साल का समापन करेंगी।
पुरुषों की रैंकिंग में, मौजूदा विश्व और यूरोपीय चैंपियन बेल्जियम (2496.88 अंक) टॉप पर कायम है जबकि ऑस्ट्रेलिया (2385.70) दूसरे और नीदरलैंड (2257.96) तीसरे तथा भारत (2063.78) चौथे स्थान पर मौजूद हैं।
ओलम्पिक चैम्पियन अर्जेंटीना पांचवें, जर्मनी छठे, इंग्लैंड/ग्रेट ब्रिटेन सातवें, न्यूजीलैंड आठवें, स्पेन नौवें और कनाडा की टीम 10वें पायदान पर है।
महिला टीम रैंकिंग में नीदरलैंड्स (2631.99 अंक) टॉप पर है। वह दूसरे स्थान पर काबिज अर्जेंटीना (2174.61) से 457 अंक से आगे है।
सितंबर में बेल्जियम के खिलाफ प्रो लीग के परिणाम के बाद जर्मनी (2054.28) के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गई है।
इसके अलावा आस्ट्रेलिया चौथे, इंग्लैंड/ग्रेट ब्रिटेन पांचवें और न्यूजीलैंड छठे स्थान के साथ साल का समापन करेंगे। वहीं, स्पेन सातवें, आयरलैंड आठवें और भारतीय महिला हॉकी टीम नौवें नंबर पर मौजूद है। चीन 10वें स्थान पर है। (आईएएनएस)
वास्को (गोवा), 21 दिसम्बर | जीएमसी स्टेडियम में मंगलवार को दो ऐसी टीमों के बीच मुकाबला होना है, जिनका हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में अब तक का सफर बिल्कुल अलग रहा है। ओडिशा एफसी को जहां अब तक सातवें सीजन में जीत की तलाश है वहीं नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी छह मैचों के बाद मिली पहली हार के बाद जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी। छह मैचों के बाद ओडिशा के खाते में सिर्फ एक अंक है और वह अंक तालिका में सबसे नीचे है। उसे इस सीजन में अब तक सभी टीमों के बीच सबसे अधिक पांच हार मिली है। अब उसे जीत की पटरी पर लौटना ही होगा लेकिन उसका सामना एक ऐसी टीम से होने जा रहा है जो खुद जीत की पटरी पर लौटने के लिए बेताब है। हाईलैंडर्स नाम से मशहूर यह टीम अपने पिछले मैच में मिली हार के बाद फिर से अपना फार्म वापस पाना चाहेगी।
ओडिशा की टीम अटैक और डिफेंस दोनों में नाकाम रही है। इस टीम ने 9 गोल खाए हैं और इस टीम में पहले गोल खाने की खराब आत है। नौ में से सात गोल इसने पहले हाफ में ही खाए हैं। अटैट में स्टुअर्ट बैक्सटर की टीम सिर्फ तीन गोल कर सकी है और सबसे कम 42 मौके बनाए हैं।
ओडिशा को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह पहले हाफ में गोल ना खाए क्योंकि इससे उसका मनोबल गिर जाता है। इसके लिए उसे हाईलैंडर्स के फारवर्ड खिलाड़ियों-इदरिस सिला और क्वेसी आपिया पर लगाम लगाए रखना होगा। इन दोनों ने हाईलैंडर्स के लिए दो-दो गोल किए हैं।
बैक्सटर ने कहा, "हाईलैंडर्स के पास कुछ ही खिलाड़ी ऐसे हैं जो वाकई बहुत तेज हैं। हम हाईलैंडर्स को एक टीम के तौर पर रोकने की रणनीति के साथ चल रहे हैं। हम साथ ही साथ अपने लिए जगह बनाते हुए गोल करने का भी प्रयास करते रहेंगे।"
ऐसा नहीं है कि हाईलैंडर्स की चिंताईं इससे अलग हैं। इस टीम ने अब तक छह गोल खाए हैं और इनमें से चार गोल पहले हाफ में हुए हैं। बीते दो मैचों में यह टीम गोल नहीं कर सकी है। हालांकि इसने मौके कई बनाए हैं। इस टीम के कोच गेरार्ड नुस ने कहा कि उनकी टीम ऑल-आउट-अटैक की रणनीति पर चलेगी।
नुस ने कहा, "हार ने हमें वापसी के लिए कृसंकल्प कर दिया है। हमारे लिए साथ मिलकर एक बार फिर जीत हासिल करने का मौका है। हम कल एक ऑफेंसिव टीम की तरह खेलेंगे और हमारा लक्ष्य तीन अंक हासिल करते हुए खुद को साबित करना होगा।" (आईएएनएस)
मैनचेस्टर, 21 दिसम्बर | स्कॉट मैक्टोमिने और ब्रूनो फर्नांडिस के दो-दो गोलों की मदद से मैनचेस्टर युनाइटेड ने इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में खेले गए अपने घरेलू मुकाबले में लीड्स युनाइटेड को 6-2 से करारी शिकस्त दी। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार रात यहां ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर हुए मैच में मैक्टोमिने प्रीमियर लीग के इतिहास में पहले तीन मिनट के अंदर गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने दूसरे और तीसरे मिनट में गोल दागे।
वहीं, फर्नांडिस ने 20वें मिनट में पहला और 70वें मिनट में पेनाल्टी पर अपना दूसरा गोल किया। उनके अलावा विक्टर लिंडेलोफ ने 37वें और डेनियल जेम्स ने 66वें मिनट में गोल दागा।
लीड्स युनाइटेड की तरफ से लियाम कूपर ने 41वें और स्टुअर्ट डलास ने 73वें मिनट में गोल किया।
इस जीत के बाद मैनचेस्टर युनाइटेड की टीम 13 मैचों में 26 अंकों के साथ तालिका में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है। मौजूदा चैम्पियन लिवरपूल 14 मैचों में 31 अंकों के साथ टॉप पर है। लीड्स 14 मैचों में 17 अंकों के साथ 14वें नंबर पर है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 21 दिसम्बर | ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने वाले भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण के कोच नए वीजा प्रोटोकॉल्स के कारण अमेरिका में फंस गए हैं और इसलिए विकास ने विदेश मंत्री एस.जयशंकर से मदद की गुहार लगाई है। विकास ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनका कोच के साथ अभ्यास करना काफी जरूरी है क्योंकि टोक्यो ओलम्पिक खेल करीब आ रहे हैं।
विकास ने ट्वीट किया, "डॉ. एस जयशंकर जी, मेरे कोच अमेरिका में फंसे हुए हैं और नए वीजा प्रोटोकॉल्स के कारण भारत नहीं आ पा रहे हैं। टोक्यो ओलम्पिक करीब आ रहे हैं इसलिए उनकी मौजूदगी मेरे लिए काफी जरूरी है क्योंकि मेरा लक्ष्य ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतना है। क्या आप इसमें मदद कर सकते हैं।"
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने सितंबर में विकास की अमेरिका में ट्रेनिंग करने की अपील को मंजूर कर लिया था। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अपने कोच रोन सिम्स जूनियर के साथ वहां गए थे।
टारगेट ओलम्पिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) का हिस्सा विकास को इसके लिए 17.5 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी गई थी।
वह अपना तीसरा ओलम्पिक खेलने को तैयार हैं।(आईएएनएस)
12 खिलाड़ी ब्लैक बेल्ट परीक्षा में हुए सफल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 दिसंबर। सीको काई शीतोरीयू कराते डो इंडिया के प्रमुख प्रशिक्षक हंशी भरत शर्मा आठवीं डिग्री ब्लैक बेल्ट नई दिल्ली के मार्गदर्शन में राजनांदगांव मार्शल आर्ट एकेडमी कस्तूरबा महिला मंडल में कराते बेल्ट ग्रेडिंग परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें कबीरधाम जिले से आठ खिलाड़ी और राजनांदगांव जिले से 4 खिलाड़ी ब्लैक बेल्ट की परीक्षा में सम्मिलित हुए। वहीं 5 खिलाड़ी ब्राउन बेल्ट, दो खिलाड़ी ग्रीन बेल्ट, सात खिलाड़ी ऑरेंज बेल्ट एवं 14 खिलाड़ी यलो बेल्ट की परीक्षा में सम्मिलित हुए।
उक्त परीक्षा मुख्य परीक्षक छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ कराटे प्रशिक्षक सेंसाई मुरली सिंह भारद्वाज के पर्यवेक्षण में आयोजित की गई। इस परीक्षा में छात्र-छात्राओं को कराटे मार्शल आर्ट के विविध कला जैसे बेसिक पंच, ब्लॉक एवं किक, एडवांस बेसिक, सीक्वेंस कांबिनेशंस टेक्निक, काता बेसिक एवं ईपान कुमिते के अलावा स्किल टेस्ट मानसिक टेस्ट एवं शारीरिक दक्षता की प्रायोगिक परीक्षा ली गई।
उक्त परीक्षा में कबीरधाम जिले से ब्लैक बेल्ट परीक्षा में श्वेता यादव, रोशनी बंजारे, पुष्पांजलि बंजारे, नेहा यादव, दुर्गेश नवरंगे, रुस्तम बंजारे, पीयूष सहारे, हिमांशु बंजारे एवं राजनांदगांव से आदर्श टांक, प्रथम खरे, मिहिर मौर्य एवं आहिली मंडल ने भाग लिया। ब्राउन बेल्ट मे पंखुड़ी टांक, सानिध्य मौर्य, तुषार चंदेल, मोहम्मद जैद सिद्दीकी, मोहम्मद तौरिक अली, ग्रीन बेल्ट परीक्षा में ऋषभ सिन्हा, गौरव ठाकुर, ऑरेंज बेल्ट में प्रथम तिवारी, तरुण साहू, मान्या साहू, मोहम्मद बिलाल सिद्धकी, हर्ष ठाकुर, रंजीत सिंह एवं भविष्य सेन, यलो बेल्ट परीक्षा में विराट निषाद, जयेश साहू, ध्रुव राठौर, समय पटेल, समर्थ पटेल, ध्रुवी पटेल, गोपीका चैहान, डाली साहू, दुष्यंत साहू, उर्मि पटेल, तीर्थ पटेल, काव्य राठौर, वेदांत मारू एवं माधवी ठाकुर सम्मिलित हुए।
उक्त परीक्षा में सभी खिलाडिय़ों द्वारा कराते की समस्त विधाओं का शानदार प्रदर्शन किया गया और उपरोक्त परीक्षा में उत्तीर्ण घोषित किए गए। परीक्षा में सीनियर प्रशिक्षक के रूप में सेंसाई आकाश सिंह राजपूत, सेंपई जयप्रकाश साहू, सेंपई दुर्गेश साहू, सेंपई मोनिका पाढी, सेंपई नेहा यादव, सेंपई रघुवीर मिश्रा एवं पालकगण उपस्थित रहे, जिन्होंने परीक्षा उत्तीर्ण करने पर छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी। उपरोक्त जानकारी संस्था के प्रमुख प्रशिक्षक सेंसाई मुरली भारद्वाज द्वारा दिया गया। परीक्षा के सफल आयोजन पर राजनांदगांव के अंतर्राष्ट्रीय कराते खिलाड़ी सेंसेई अम्बर सिंह, संस्कारधानी राजनांदगांव के कराते जगत से जुड़े कमल पूजन, सतीश पदम, दुर्गेश त्रिवेदी एवं साथियों ने सभी खिलाडिय़ों को परीक्षा उत्तीर्ण करने पर शुभकामनाएं दी।
नई दिल्ली, 21 दिसंबर| पी.वी. सिंधु, सायना नेहवाल और किदाम्बी श्रीकांत को अगले साल थाईलैंड के बैंकॉक में होने वाले तीन टूर्नामेंट्स के लिए भारतीय बैडमिंटन टीम में चुना गया है। भारतीय टीम में सात्विकसाइराज रैंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी, अश्विन पोनप्पा और एन. सिक्की रेड्डी को भी टीम में जगह मिली है। टीम 12 से 17 जनवरी के बीच खेले जाने वाले थाईलैंड ओपन से अपने अभियान की शुरुआत करेगी।
इसके बाद टोयोटा थाईलैंड ओपन जो 19 से 24 जनवरी से शुरू होगा उसमें भारतीय टीम हिस्सा लेगी। 27 से 31 जनवरी के बीच खेले जाने वाले बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स में भी हिस्सा लेगी। यह टूर्नामेंट पुननिर्धारित किया गया है।
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव अजय सिंघानिया ने एक बयान में कहा, "हम इस बात से खुश हैं कि बैडमिंटन वापस कोर्ट पर लौट रहा है। इससे हमें उम्मीद है कि हम निकट भविष्य में धीरे-धीरे वापसी कर सकते हैं। हमारे अधिकतर खिलाड़ियों ने बीते सात-आठ महीनों में कोई भी टूर्नामेंट नहीं खेला है। वह हालांकि सर्वश्रेष्ठ सुविधाओं के साथ ट्रेनिंग जरूर कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "इन टूर्नामेंट्स में फुल स्ट्रेंथ टीम भेजने का मकसद यह है कि खिलाड़ियों को ओलम्पिक क्वालीफायर से पहले जरूरी अभ्यास मिल जाएगा।"
कोविड-19 के बाद भारतीय खिलाड़ी कोर्ट पर नहीं उतरे हैं। सिर्फ श्रीकांत ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस बीच अक्टूबर में डेनमार्क ओपन में हिस्सा ले चुके हैं जहां वे क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे थे। (आईएएनएस)