मनोरंजन
मुंबई, 21 नवंबर | ऋतिक रोशन ने अपनी कथित गर्लफ्रेंड सबा आजाद के साथ रहने की सभी अफवाहों को खारिज कर दिया है।
एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 'वॉर' स्टार और उनकी पार्टनर सबा जल्द ही 'एक साथ रहने' वाले हैं। यह भी कहा कि वे यहां 'मन्नत' नामक एक इमारत में एक अपार्टमेंट में एक साथ रहने की योजना बना रहे थे।
हालांकि, ऋतिक ने ट्विटर पर इस अफवाह का खंडन करने के लिए कहा, "इसमें कोई सच्चाई नहीं है।"
उन्होंने अपने ट्विटर पर समाचार रिपोर्ट साझा की और कहा, "एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में, मैं समझता हूं कि मैं जिज्ञासा के दायरे में रहूंगा, लेकिन यह सबसे अच्छा है अगर हम गलत सूचनाओं को दूर रखें, खासकर हमारे रिपोर्ताज में, जो एक जिम्मेदारी का काम है।"
अभिनय के मोर्चे पर, उन्हें हाल ही में 'विक्रम वेधा' में सैफ अली खान के साथ स्क्रीन स्पेस साझा करते हुए देखा गया था। वह अगली बार 'फाइटर' में दिखाई देंगे, जिसे दीपिका पादुकोण के साथ भारत की पहली एरियल एक्शन मैग्नम ओपस के रूप में पेश किया जाएगा। (आईएएनएस)|
मुंबई, 21 नवंबर अजय देवगन अभिनीत ‘दृश्यम 2’ ने पहले सप्ताह में जमकर लगभग 64 करोड़ रुपये की कमाई की। यह जानकारी फिल्म निर्माता ने सोमवार को दी।
एक प्रेस विज्ञप्ति में, प्रोडक्शन बैनर पैनोरमा स्टूडियोज ने अभिषेक पाठक निर्देशित फिल्म के पहले सप्ताह के बॉक्स ऑफिस आंकड़े साझा किए।
फिल्म ने रविवार को 27.17 करोड़ रुपये की कमाई के साथ पहले सप्ताह में 64.14 करोड़ रुपये जुटाए।
मालूम हो, यह फिल्म (दृश्यम 2) देवगन की 2015 की क्राइम थ्रिलर ‘दृश्यम’ का सीक्वल है, जो इसी नाम की मोहनलाल अभिनीत मलयालम फिल्म की हिंदी रीमेक थी। मलयालम फिल्म का सीक्वल फरवरी 2021 में रिलीज हुआ था।
‘दृश्यम 2’ में श्रिया शरन, तब्बू, रजत कपूर, इशीता दत्ता और अक्षय खन्ना भी हैं।
फिल्म की प्रस्तुति वायकॉम18 स्टूडियोज, टी-सीरिज और पैनोरमा स्टूडियोज की है। साथ ही ये भूषण कुमार, कुमार मंगत पाठक, अभिषेक पाठक और कृष्ण कुमार द्वारा निर्मित है। (भाषा)
पणजी, 21 नवंबर। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (इफ्फी) के 53वें सत्र में रविवार को सुपरस्टार चिरंजीवी को ‘इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यहां इफ्फी उद्घाटन समारोह में यह घोषणा की।
चिरंजीवी (67) ने चार दशक से अधिक समय के अपने फिल्म करियर में तेलुगू में 150 से अधिक फिल्मों और कुछ हिंदी, तमिल तथा कन्नड़ फिल्मों में अभिनय किया है।
चिरंजीवी को इस साल बड़े पर्दे पर ‘गॉडफादर’ फिल्म में देखा गया था। (भाषा)
मुंबई, 20 नवंबर (आईएएनएस)। दिग्गज गायिका आशा भोसले किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपनी आवाज और शैली के साथ अपने गायन करियर में मील के पत्थर स्थापित किए हैं। उद्योग में खुद को स्थापित करने के शुरूआती संघर्ष के बावजूद, वह ओ.पी. नैय्यर सहित कई संगीत निर्देशकों की पसंदीदा आवाज बन गईं। जैसा कि गायिका सिंगिंग रियलिटी शो में दिखाई देती है, वह सर्वश्रेष्ठ कलाकार को अपना एक पुरस्कार और आभूषण देने का फैसला करती है।
89 वर्षीय गायिका, जिन्हें पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, नौ फिल्मफेयर पुरस्कार आदि जैसे पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है, ने कहा, आज, मैं यहां इनके एक बार के प्रदर्शन को देखने आयी हूं। बच्चों, उनकी असली प्रतिभा को देखने के लिए जैसा कि हम अपने दिनों में बिना डबिंग के गाते थे। मुझे एक ही बार में प्रदर्शन करने के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, और मैं आज उन पुरस्कारों में से एक लायी हूं जो मुझे अनगिनत साल पहले मिले थे, बच्चे को देने के लिए जिसका प्रदर्शन मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा।
आशा ने कहा, इसके साथ ही, मैं प्रतियोगियों को अपने आशीर्वाद और प्यार के रूप में देने के लिए अपने कुछ निजी गहने भी लायी हूं। इन सभी बच्चों के प्रदर्शन बहुत मंत्रमुग्ध कर देने वाले हैं और मेरे लिए चयन करना वास्तव में मुश्किल होने वाला है। इन प्रतियोगियों में से एक को यह पुरस्कार देना है।
सिंगिंग रियलिटी शो 'सा रे गा मा पा लिटिल चैंप' को शंकर महादेवन, अनु मलिक और नीति मोहन जज कर रहे हैं। यह जी टीवी पर प्रसारित होता है।
मुंबई, 19 नवंबर | फिल्म निर्माता राम माधवानी, जिन्हें 'नीरजा', स्ट्रीमिंग सीरीज 'आर्या' और कार्तिक आर्यन-स्टारर 'धमाका' जैसी फिल्मों का निर्देशन करने के लिए जाना जाता है, ने फिल्म की पहली वर्षगांठ पर 'धमाका' को अपने करियर का मील का पत्थर बताया है। फिल्म निर्माता को फिल्म निर्माण की अपनी अपरंपरागत शैली के लिए जाना जाता है, जिसे वह "360-डिग्री ²ष्टिकोण" कहते हैं। राम ने अपने अभिनेताओं के मूड और भावनाओं को पकड़ने के लिए केवल 11 दिनों के रिकॉर्ड समय में 10 कैमरों के साथ फिल्म की शूटिंग की।
फिल्म के बारे में याद करते हुए राम माधवानी ने कहा, "'धमाका' एक फिल्म निर्माता के रूप में मेरी यात्रा का एक विशेष मील का पत्थर था। प्रतिबंधों को देखते हुए, महामारी के दौरान, हमने अपने 360-डिग्री ²ष्टिकोण के आधार पर शूटिंग की एक पूरी तरह से नई पद्धति का आविष्कार किया, कभी-कभी 10 कैमरों का उपयोग करते हुए।"
फिल्म की टीम के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए, उन्होंने आगे कहा, "'धमाका' के एक साल पूरे होने पर, मैं उन लाखों दर्शकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने दुनिया भर में फिल्म देखी और प्रशंसा की और सह निर्माता अमिता माधवानी के नेतृत्व में हमारी पूरी टीम, और कार्तिक आर्यन, अमृता सुभाष, मृणाल ठाकुर सोहम मजूमदार, विकास कुमार और विश्वजीत प्रधान के नेतृत्व में हमारे सभी कलाकारों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। और रॉनी स्क्रूवाला और आरएसवीपी टीम और नेटफ्लिक्स की टीम का भी धन्यवाद करना चाहता हूं।"
पिछले साल नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई, 'धमाका' में कार्तिक आर्यन को एक निंदक समाचार एंकर के रूप में दिखाया गया था, जो एक संदिग्ध आतंकवादी का लाइव ऑन एयर साक्षात्कार करता है। फिल्म ऊधम संस्कृति के विषयों और महत्वाकांक्षा की कीमत को छूती है।
राम वर्तमान में अपनी अंतर्राष्ट्रीय एमी नामांकित सीरीज 'आर्या 3' के तीसरे सीजन पर काम कर रहे हैं। वह जलियांवाला बाग हत्याकांड पर आधारित एक वेब-सीरीज भी विकसित कर रहे है। (आईएएनएस)|
एक्टर पंकज त्रिपाठी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का किरदार निभाने जा रहे हैं. शुक्रवार को अटल बिहारी वाजपेयी की बायोपिक का एलान किया गया. फिल्म का नाम रखा गया है- 'मैं रहूं या ना रहूं ये देश रहना चाहिए- अटल'.
उत्कर्ष नैथानी की लिखी इस फ़िल्म का निर्देशन रवि जाधव कर रहे हैं. रवि जाधव तीन बार नेशनल अवॉर्ड विनर निर्देशक रह चुके हैं.
ये फिल्म भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक और पार्टी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी की ज़िंदगी के इर्दगिर्द घूमती है.
पंकज त्रिपाठी ने कहा, "भारत जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता जागता राष्ट्रपुरुष है, ये पंक्तिया लिखने वाले महान नेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी कि भूमिका मुझे बड़े पर्देपर साकार करने का अवसर मिल रहा है, ये मैं अपना सौभाग्य मानता हूँ. अटल जल्द ही."
पंकज त्रिपाठी ने कहा कि वे बहुआयामी व्यक्तित्व वाले नेता वाजपेयी का रोल निभा कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 18 नवंबर | बॉलीवुड स्टार विक्की कौशल, जो बायोपिक 'सैम बहादुर' की शूटिंग में व्यस्त हैं, ने साझा किया है कि उन्हें हाइब्रिड सर्वाइवल शो 'इनटू द वाइल्ड विद बेयर ग्रिल्स' के साथ अपने डर पर काबू पाने का मौका मिला। विक्की की विशेषता वाला शो, जो पहले ओटीटी पर आया था, अब अपने टेलीविजन प्रीमियर की ओर अग्रसर है। इसमें देखा जाएगा कि कैसे अभिनेता को जंगल में घूमते हुए, साहसी मेजबान, बेयर ग्रिल्स के साथ खतरनाक समुद्र को पार करते हुए जीवित रहने और सभ्यता में वापस लौटते हैं।
शो के बारे में बात करते हुए, विक्की ने कहा, "जाने-माने खोजकर्ता बेयर ग्रिल्स के साथ इस अस्तित्व की यात्रा पर जाना एक जबरदस्त अनुभव था। उनके बिना, मैं इस विशाल महासागर में तैरने के बारे में अपनी आशंका को दूर नहीं कर पाता।"
यह यात्रा 'उरी' स्टार के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हुई क्योंकि वो इसमें एक अलग शख्स के रूप में सामने आए।
अभिनेता ने आगे कहा, "यह यात्रा मेरे जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ का भी प्रतिनिधित्व करती है क्योंकि इसने मुझे अपने कई फोबिया का सामना करने और उससे उबरने की अनुमति दी है। आपके नीचे एक ठोस सतह के बिना समुद्र के बीच में तैरने की कल्पना करना मुश्किल है। लेकिन बेयर की निरंतर प्रेरणा और ²ढ़ता ने मुझे इस पर जीत हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया।"
एपिसोड में उनकी यात्रा अनिश्चित ज्वार और मौसम सहित मगरमच्छों, शार्क और सांपों के वर्चस्व वाले मैंग्रोव के समूह में शुरू होगी। यह जोड़ी समुद्र को भी नेविगेट करेगी, एक महत्वपूर्ण लेकिन रहस्योद्घाटन चैट में संलग्न होगी जहां वह अपने बारे में इससे पहले कभी नहीं खुल कर बात की।
विक्की कौशल अभिनीत 'इनटू द वाइल्ड विद बेयर ग्रिल्स' का प्रीमियर डिस्कवरी चैनल पर 21 नवंबर को रात 8 बजे होगा। (आईएएनएस)|
मुंबई, 18 नवंबर | अभिनेता रणदीप हुड्डा अपनी आगामी क्राइम थ्रिलर सीरीज 'कैट' के साथ पंजाब से एक गहन और प्रामाणिक कहानी लाने के लिए तैयार हैं। 'एक्सट्रैक्शन' के बाद स्ट्रीमिंग स्पेस में रणदीप का यह दूसरा उद्यम होगा, जिसमें उन्होंने हॉलीवुड स्टार क्रिस हेम्सवर्थ के साथ स्क्रीन साझा की थी।
श्रृंखला के ट्रेलर का शुक्रवार को अनावरण किया गया और इसमें रणदीप के गुरनाम सिंह के चरित्र को दिखाया गया है, जो एक साधारण व्यक्ति है, जिसे पंजाब के ड्रग कार्टेल में घुसपैठ करने के लिए मजबूर किया जाता है क्योंकि वह अपने भाई को बचाने के लिए पुलिस के लिए काम करता है।
जबकि गुरनाम इसके लिए नया नहीं है, इस बार दांव ऊंचे हैं। वह खुद को राजनीति, भ्रष्टाचार और अपराध की अंधेरी दुनिया में डूबा हुआ पाता है। ट्रेलर ड्रामा, खून, रोमांच से भरपूर है और पंजाब के अंडरबेली, राजनीति, पुलिस और ड्रग लॉर्डस की दुनिया को एक साथ लाता है।
ट्रेलर रिलीज के मौके पर टिप्पणी करते हुए रणदीप ने कहा, "गुरनाम सिंह उग्र लेकिन शांत हैं, वह मजबूत लेकिन नाजुक हैं और जब आप इस किरदार से परिचित होंगे, तो आप उनकी अगली चाल का अंदाजा नहीं लगा पाएंगे। मैं पूरी तरह से उत्साहित हूं।"
'केट' और उस बल्ली (निर्माता बलविंदर सिंह जंजुआ) के साथ हर ²श्य में प्रामाणिकता और वास्तविकता लाई गई है।
फिल्म निर्माता बलविंदर सिंह जंजुआ द्वारा निर्मित और निर्देशित, यह श्रृंखला पंजाब के रोमांटिक संस्करण से परे है और एक भाई के प्यार, छूट और जासूसी की कहानी पेश करती है।
निर्देशन में अपने प्रवेश के बारे में बात करते हुए, निर्माता बलविंदर सिंह जंजुआ ने साझा किया, "'कैट' एक बहुत ही अनूठी कहानी है और मुझे खुशी है कि हम इस कहानी को जीवंत करने के लिए नेटफ्लिक्स के साथ सहयोग कर सके। एक लेखक और निर्देशक के रूप में, मैं 'कैट' को परिभाषित करूंगा। रिश्तों की कहानी के रूप में - यह परिवार, दोस्ती या धोखा है! यह पंजाब में सेट की गई कहानी है और अच्छी तरह से परिभाषित पात्रों के माध्यम से दो समयरेखाओं के साथ-साथ अंडरबेली और इसकी जटिलताओं की पड़ताल करती है।"
उन्होंने कहा, "हमने प्रामाणिकता और स्वाद को सामने लाने के लिए पूरे पंजाब में 80 से अधिक स्थानों पर शूटिंग की है। 'कैट' पर काम करना एक पुरस्कृत यात्रा रही है और मैं दर्शकों को इसका अनुभव करने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।"
रणदीप हुड्डा के साथ, श्रृंखला में सुविंदर विक्की, हसलीन कौर, गीता अग्रवाल, दक्ष अजीत सिंह, सुखविंदर चहल, के.पी. सिंह, काव्या थापर, दानिश सूद और प्रमोद पत्थल।
जेली बीन एंटरटेनमेंट के सहयोग से मूवी टनल प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित, 'कैट' 9 दिसंबर को पंजाबी, हिंदी और अंग्रेजी में नेटफ्लिक्स पर शुरू होगी। (आईएएनएस)|
मुंबई, 18 नवंबर | आगामी स्ट्रीमिंग फिल्म 'फ्रेडी' में कार्तिक आर्यन के साथ काम करने वाली अभिनेत्री अलाया एफ का कहना है कि उन्हें फिल्म में अपनी भूमिका के लिए तैयारी करने का समय नहीं मिला, क्योंकि शेड्यूल बहुत व्यस्त था। एक्ट्रेस चंडीगढ़ में एक प्रोजेक्ट के लिए शूटिंग कर रही थीं। इसलिए, उनके पास पर्याप्त समय नहीं था क्योंकि वह चंडीगढ़ में शूटिंग पूरी होने के अगले दिन 'फ्रेडी' के सेट पर आ गई।
इस बारे में विस्तार से बात करते हुए अभिनेत्री ने कहा, "आमतौर पर मैं बहुत अधिक तैयारी करने वाली अभिनेत्री हूं। मुझे तैयारी करना अच्छा लगता है। लेकिन 'फ्रेडी' के लिए यह बिल्कुल अलग था। मैं चंडीगढ़ में एक और फिल्म की शूटिंग कर रही थी।"
"उस समय शेड्यूल बढ़ गया था। इसलिए, जैसे ही मैंने उस शूट को पूरा किया और बॉम्बे वापस आ गई, मैं अगले ही दिन 'फ्रेडी' के सेट पर थी। बीच में कोई समय नहीं मिला।"
'फ्रेडी' शीर्षक चरित्र डॉ फ्रेडी गिनवाला (कार्तिक) की यात्रा के बारे में है, जो एक दंत चिकित्सक है और एक शमीर्ला, अकेला और सामाजिक रूप से अजीब व्यक्ति है।
अलाया के लिए तैयारी सेट पर ही हुई, "तो, इस बार, मेरी तैयारी सेट पर हुई, हमारी शूटिंग के दौरान और पैक अप करने के बाद जब मैं अगले दिन की तैयारी करने के लिए अपने अभिनय कोच के पास दौड़ती थी, सौभाग्य से मैं सबसे प्रतिभाशाली और कुशल टीम से घिरी हुई थी, इसलिए उनके समर्थन और मार्गदर्शन के साथ, मैंने कैनाज (उसका कैरेक्टर) का पता लगाया।"
अपने किरदार की एक झलक साझा करते हुए, अभिनेत्री ने कहा, "कैनाज निश्चित रूप से एक बहुत ही दिलचस्प कैरेक्टर है। उसमें बहुत सारी परतें हैं और बहुत सारी जटिलताएं हैं। उसके किरदार को निभाने में बहुत मजा आया, मैंने इसके माध्यम से बहुत कुछ सीखा। "
बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड, एनएच स्टूडियोज और नॉर्दर्न लाइट्स फिल्म्स द्वारा निर्मित और शशांक घोष द्वारा निर्देशित, 'फ्रेडी' 2 दिसंबर, 2022 को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होगी। (आईएएनएस)|
मुंबई, 17 नवंबर (भाषा)। बॉलीवुड अभिनेता प्रतीक बब्बर ने बृहस्पतिवार को कहा कि जब निर्देशक मधुर भंडारकर ने उनसे कहा कि फिल्म ‘इंडिया लॉकडाउन’ उनकी दिवंगत मां स्मिता पाटिल को सच्ची श्रद्धांजलि होगी तो उन्होंने इसमें काम करने के लिए तुरंत हामी भर दी।
‘इंडिया लॉकडाउन’ में प्रवासी मजदूर की भूमिका निभाने वाले बब्बर ने कहा कि उन्होंने अपने किरदार में पूरी तरह रंगने के लिए अपनी मां की कुछ फिल्में जैसे कि ‘‘चक्र’’ और ‘‘आक्रोश’’ देखी।
अभिनेता ने यहां फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर कहा, ‘‘उन्होंने (भंडारकर) मुझे बताया कि मेरी मां ऐसे किरदार निभाती और अगर मैं ऐसा करूंगा तो यह उन्हें श्रद्धांजलि होगी। ‘आप स्मिता पाटिल को श्रद्धांजलि दे सकते हैं।’ मैंने तुरंत कहा, ‘मैं तैयार हूं, बताइए क्या करना है।’ मैं इस फिल्म में काम करने के लिए तुरंत राजी हो गया।’’
सच्ची घटनाओं से प्रेरित ‘इंडिया लॉकडाउन’ में चार समानांतर कहानियां देखने को मिलेगी और इसमें भारत के लोगों पर कोविड-19 महामारी के असर को दिखाया जाएगा।
‘‘जाने तू...या जाने ना’’ और ‘‘धोबी घाट’’ जैसी फिल्मों से पहचान बनाने वाले प्रतीक बब्बर ने कहा कि उनकी मां की फिल्मों ने उन्हें हाशिये पर रह रहे लोगों की भावनाओं तथा संघर्षों को वास्तविक रूप से दिखाने में मदद की।
बब्बर ने यह भी कहा कि वह अपने किरदार की तैयारी करने के लिए कुछ प्रवासी मजदूरों से भी मिले।
भंडारकर ने कहा कि ‘इंडिया लॉकडाउन’ बब्बर के लिए बहुत निर्णायक साबित होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हर किसी ने शानदार काम किया है। यह फिल्म प्रतीक के लिए जिंदगी बदलने वाली साबित होगी और जो भी फिल्म देखेगा वह स्मिता जी के बारे में सोचेगा।’’
‘इंडिया लॉकडाउन’ दो दिसंबर को जी5 पर रिलीज होगी।
मुंबई, 17 नवंबर | टीवी सीरियल 'मैडम सर' में अपने काम के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री गुल्की जोशी ने लोकप्रिय सिटकॉम में आने वाले ट्रैक के बारे में खुलासा किया है, जो लखनऊ के महिला पुलिस थाने में चार महिला अधिकारियों के जीवन पर प्रकाश डालता है।
जैसा कि शो चार महिला पुलिस अधिकारियों के माध्यम से सामाजिक मुद्दों को संबोधित करता है, इसका शीर्षक 'मैडम सर' है। इसके अलावा शो में एक चिंगारी गैंग भी है, जिसे कुछ महिलाएं चलाती हैं, जो इंसाफ के लिए हिंसा का इस्तेमाल करती हैं।
शो में, शिवानी (रचना पारुलकर द्वारा अभिनीत), जो चिंगारी गिरोह की नेता है, महिला पुलिस थाना, हसीना (गुल्की जोशी) के एसएचओ से शराब की कालाबाजारी रोकने का वादा करती है लेकिन वह अपना वादा नहीं निभा पाती है।
हसीना शिवानी के खिलाफ सबूत लाने के लिए करिश्मा (युक्ति कपूर द्वारा अभिनीत) को अपने साथ चलने के लिए कहती है, लेकिन जब करिश्मा और हसीना लोकेशन पर पहुंचती हैं, तो हसीना गायब हो जाती है। दूसरी ओर हसीना और शिवानी के बीच झगड़े के कारण, करिश्मा को लगता है कि शिवानी ने हसीना का अपहरण कर उसे गिरफ्तार कर लिया होगा।
एसएचओ हसीना मलिक की भूमिका निभाने वाली गुल्की ने कहा, "हसीना और शिवानी अक्सर एक-दूसरे के खिलाफ होती हैं। यह स्पष्ट है कि हर कोई मानता है कि हसीना के गायब होने पर शिवानी जिम्मेदार हो सकती है।"
"लेकिन 'हसीना को क्या हुआ' का सवाल? यह तब सामने आता है जब करिश्मा सिंह को पता चलता है कि शिवानी दोषी नहीं है और उसने गलत शिकायत दर्ज की है। मुझे यकीन है कि दर्शक घटनाओं के दिलचस्प मोड़ को देखने के लिए उत्सुक होंगे।"
'मैडम सर' का प्रसारण सोनी सब पर होता है। (आईएएनएस)|
-शुमाइला ख़ान
पाकिस्तान की ओर से ऑस्कर पुरस्कारों के लिए नामित फ़िल्म 'जॉयलैंड' को सेंसर बोर्ड की मंज़ूरी मिली हुई थी और उसे 18 नवंबर को रिलीज़ होना था.
मगर कुछ दिन पहले अचानक सूचना मंत्रालय ने इस फ़िल्म को जारी होने वाला सेंसर सर्टिफ़िकेट यह कहते हुए रद्द कर दिया कि इसमें 'अत्यंत आपत्तिजनक सामग्री' है.
इस फ़िल्म ने दुनिया के सबसे बड़े फ़िल्मी मेले 'कान' में एक अवॉर्ड अपने नाम किया था और उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफ़ी पसंद किया गया था.
वैसे तो पाकिस्तान में इसे कुछ गिने-चुने लोगों ने देखा होगा, लेकिन इसे रिलीज़ करने के समर्थन और विरोध दोनों में एक बड़ी संख्या सोशल मीडिया पर सक्रिय नज़र आ रही है.
इस मामले में प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ को ख़ुद मोर्चा संभालना पड़ा था और उन्होंने फ़िल्म 'जॉयलैंड' के विरुद्ध की जा रही शिकायतों की जांच के लिए एक समिति बनाने की घोषणा की है जो इस बात की पड़ताल करेगी कि कहीं यह फ़िल्म सामाजिक और नैतिक मूल्यों के ख़िलाफ़ तो नहीं.
'जॉयलैंड' के निर्देशक सायम सादिक़ ने सूचना मंत्रालय के इस अचानक 'यू टर्न' को "असंवैधानिक और ग़ैर क़ानूनी" बताया है.
उधर प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी होने वाली विज्ञप्ति के अनुसार फ़िल्म 'जॉयलैंड' के ख़िलाफ़ शिकायतें मिलने के बाद क़ानून मंत्री की निगरानी में आठ सदस्य समिति बनाई गई है. इसकी रिपोर्ट का इंतज़ार है.
इसमें सूचना मंत्री, संचार मंत्री, निवेश मंत्री, इन्फ़ॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री, प्रधानमंत्री के गिलगित बल्तिस्तान मामलों के सलाहकार समेत चेयरमैन पीटीए और चेयरमैन 'पेमरा' भी शामिल हैं.
'हीरो के नाम हैदर पर भी आपत्ति है'
'जॉयलैंड' में किन्नर की भूमिका पर आपत्ति करने वाले जमात इस्लामी के सीनेटर मुश्ताक़ अहमद ने कहा है कि उन्होंने फ़िल्म नहीं देखी, लेकिन उनका मानना है कि यह बुनियादी तौर पर एलजीबीटीक्यू (समलैंगिकता) संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है.
बीबीसी उर्दू से बात करते हुए सीनेटर मुश्ताक़ अहमद का कहना था कि यह सांस्कृतिक आतंकवाद है और इसके कारण "हमारे जो मूल्य, हमारी पारिवारिक व्यवस्था और परंपराएं हैं, शादी और निकाह की संस्था है, वह सब इस से टकराते हैं."
इस सवाल पर कि उन्होंने फ़िल्म देखी नहीं फिर भी इसके इतने विरोधी क्यों हैं, उनका कहना है, "देखें, फ़िल्म तो आपने भी नहीं देखी, मैंने भी नहीं देखी, किसी ने नहीं देखी."
"फ़िल्म तो 18 नवंबर को रिलीज़ होने वाली थी. फ़िल्म का तो अभी सिर्फ़ ट्रेलर जारी हुआ था, लेकिन फ़िल्म के बारे में विश्वसनीय जानकारी थी कि 'कान' में इसको एलजीबीटीक्यू कैटेगरी में अवॉर्ड दिया गया."
कान फ़िल्म फ़ेस्टिवल में 'जॉयलैंड' को जूरी अवॉर्ड मिला था और इस समारोह में कोई एलजीबीटीक्यू कैटेगरी नहीं.
सीनेटर मुश्ताक़ यह भी कहते हैं, "अब आपको पता है कि एलजीबीटीक्यू को न सिर्फ़ पाकिस्तान बल्कि ओआईसी (इस्लामी देशों का संगठन) भी सामूहिक तौर पर अस्वीकार करता है तो यह बिल्कुल साफ़ है कि यह हमारे मूल्यों के ख़िलाफ़ है.'
वह कहते हैं कि "विश्वसनीय सूत्रों से इस फ़िल्म की जो स्टोरी मीडिया में आयी है उसमें हीरो का नाम हैदर है, हमें इस पर भी आपत्ति है."
"एक तो हैदर को हीरो बनाना और फिर उसका एक ट्रांस वुमन के साथ लव अफ़ेयर को केंद्रीय विषय बनाना.
ट्रांस वुमन का नाम बीबा है. बीबा आप जानते हैं कि वह मर्द ही होता है, लेकिन वह अपनी लैंगिक अवस्था से असंतुष्ट होता है और अपने लिंग को बदल लेता है.
तो यह मर्द और मर्द के लव अफ़ेयर पर केंद्रीय कहानी है. इसीलिए यह हमारे मूल्यों और परंपराओं के ख़िलाफ़ एक एलान-ए-जंग है."
हालांकि फ़िल्म की कहानी, जो ट्रेलर और उसके सार-संक्षेप में दी गई है, उसमें बताया गया है कि कैसे एक युवा को एक ट्रांस वुमन से प्रेम हो जाता है.
मगर सीनेटर मुश्ताक़ का दावा है कि "किन्नर और ट्रांसजेंडर में अंतर होता है. ट्रांसजेंडर एक पश्चिमी शब्दावली है जिसका मतलब है एक ऐसा व्यक्ति जो जनन तंत्र रखता है, शारीरिक तौर पर बिल्कुल ठीक है. लेकिन अपने जेंडर डिस्फ़ोरिया या मनोवैज्ञानिक अस्वस्थता के कारण अपनी लैंगिक अवस्था से असंतुष्ट है."
'जिस सिनेमाघर में यह फ़िल्म लगेगी उसको आग लगा देंगे'
सीनेटर मुश्ताक़ ने 'जॉयलैंड' का मुद्दा सीनेट में उठाया था, फ़ेडरल शरीयत कोर्ट से भी अनुरोध किया और सरकार ने इसे दिखाने पर फ़िलहाल पाबंदी लगा दी है.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फ़िल्म सेंसर्स के चेयरमैन मोहम्मद ताहिर का कहना है कि सीनेटर मुश्ताक़ अहमद ने आरोप की यह मुहिम शुरू की थी कि सरकार के ट्रांसजेंडर बिल का समर्थन करने के लिए यह फ़िल्म बनाई गई है.
"हमें बहुत से समूहों से इसी तरह की शिकायतें मिली हैं कि आप ट्रांसजेंडर एक्ट को लागू करने के लिए फ़िल्मों का सहारा ले रहे हैं."
उन्होंने बताया, "ऐसी धमकियां मिल रही थीं कि जिस सिनेमाघर में यह फ़िल्म लगेगी उसको हम आग लगा देंगे. फिर कहा गया कि ट्रांसजेंडर को मारेंगे, तो इस परिस्थिति में मजबूरी में हमने इजाज़तनामा वापस ले लिया."
मोहम्मद ताहिर ने यह बात मानी कि फ़िल्म में ऐसा कुछ नहीं जिसका दावा सीनेटर मुश्ताक़ और दूसरे धार्मिक समूह कर रहे हैं.
'जॉयलैंड' के लेखक और निर्देशक सायम सादिक़ का कहना है कि उन्हें सुना ही नहीं गया. उनके अनुसार उन्हें सीधे यह नोटिफ़िकेशन नहीं भेजा गया, बल्कि उन्हें तो सोशल मीडिया से इसका पता चला.
उन्होंने कहा, "संविधान की दृष्टि से देखा जाए तो जब एक बार सेंसर बोर्ड ने फ़िल्म को दिखाने की इजाज़त दे दी हो तो मंत्रालय अचानक नोटिस नहीं दे सकता. उन्हें ऐसा करने से पहले एक बार हमारी बात भी सुननी होती है.
उन्हें हमें सुनवाई का एक मौक़ा देना चाहिए था जो कि हमारा क़ानूनी हक़ था. सूचना मंत्रालय की ओर से हमें वह नहीं दिया गया."
सायम के अनुसार, सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फ़िल्म सेंसर्स की क़ानूनी हैसियत सिर्फ़ फ़ेडरल और उसकी सीमाओं में आने वाले शहरों तक ही है यानी इस्लामाबाद, रावलपिंडी, पेशावर और बलूचिस्तान.
"लेकिन उन्होंने अठारहवें संशोधन के तहत राज्यों को मिलने वाले अधिकार को भी दरकिनार किया और दबाव के हथियार के तौर पर पंजाब और सिंध सेंसर बोर्ड को भी यह नोटिस जारी किया था कि वह भी यही करें. हमने हर एक काम क़ानून के अनुसार किया है, लेकिन मंत्रालय ने एक ग़ैर क़ानूनी काम किया है."
पूर्व सूचना मंत्री फ़वाद चौधरी ने इस पर राय दी है कि किसी फ़िल्म के ख़िलाफ़ ऐसी मुहिम से "कमज़ोर मंत्री दबाव में आ जाता है और फ़ैसला करने वाले अक्सर लोग वही होते हैं जिन्हें पता ही नहीं होगा कि फ़िल्म है क्या."
फ़िल्म को अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि
सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फ़िल्म सेंसर्स के चेयरमैन मोहम्मद ताहिर का कहना है, "ट्रांसजेंडर ख़तरे में थे. वह पहले ही इतनी मुश्किल में रहते हैं तो हमने सोचा कि कहीं उनके साथ कोई ज़्यादती न हो. यह काम एहतियाती सुरक्षा के तौर पर किया गया."
उन्होंने कहा, "टाइमिंग की भी समस्या है. (यानी) यह किस समय पर रिलीज़ हो रही है. यह फ़िल्म छह महीने पहले या छह माह बाद आ जाती तो ऐसा नहीं होता. कारोबार करना सबका अधिकार है और ट्रांसजेंडर का हम शोषण नहीं कर सकते."
पाकिस्तानी निर्देशक, लेखक व अभिनेता सायम सादिक़ की फ़िल्म 'जॉय लैंड' की कहानी एक किन्नर के जीवन पर बनाई गई है जिसको सरमद खूसट और अपूर्वा चरण ने प्रोड्यूस किया है.
इसमें लाहौर के मज़दूर वर्ग के एक विवाहित पुरुष और एक ट्रांसजेंडर के बीच बढ़ते हुए रिश्ते को दिखाया गया है. फ़िल्म में सरवत गिलानी, सानिया सईद, अली जुनेजो, सना जाफ़री, अलीना ख़ान समेत दूसरे कलाकारों ने काम किया है.
इस फ़िल्म को उस समय अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि मिली जब उसे पाकिस्तान की ओर से ऑस्कर के लिए नामित किया गया और कान्स फ़िल्म फ़ेस्टिवल में जूरी प्राइज़ मिला.
याद रहे कि जूरी प्राइज़ को इस फ़िल्मी मेले का दूसरा सबसे बड़ा अवार्ड माना जाता है.
सोशल मीडिया पर जहां 'जॉय लैंड' का विरोध हो रहा है वहीं कई सामाजिक और सिनेमा से जुड़ी हस्तियां खुलकर इसका समर्थन भी कर रही हैं.
फ़िल्म निर्माता जामी आज़ाद ने सरकार से 'जॉय लैंड' को रिलीज़ करने का अनुरोध करते हुए कहा है "पाकिस्तान के लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है कि एक फ़िल्म इतने आगे तक गई."
"ऑस्कर की रेस में भी काफ़ी अच्छी जा रही है. कान में गई है, 'टिफ़' में गई. ट्रांस लोग हमारे समाज का एक अनिवार्य हिस्सा हैं. हमें किसी भी इंसान से नहीं डरना चाहिए. जिस तरह मुल्ला हमारी सोसाइटी का लाज़िमी हिस्सा हैं जो काफ़ी सकारात्मक भूमिका भी अदा करते हैं और काफ़ी नकारात्मक भूमिका भी अदा किया है मुल्लाओं ने."
"लेकिन हम बर्दाश्त करते हैं. हमने नहीं कहा कि उनको निकाल कर बाहर फेंक दें. उन पर पाबंदी लगा दें."
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के पूर्व सीनेटर फ़रहतुल्लाह बाबर ने कहा, "फ़िल्म जॉय लैंड की पहले से तय रिलीज़ से कुछ दिन पहले सर्टिफ़िकेशन वापस लेने का फ़ैसला ग़लत है."
"यह स्वयंभू नैतिक ब्रिगेड को ख़ुश करने के लिए ख़ुद को पीछे ले जाना है. यह प्रोड्यूसर्स की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोगों के चुनने के अधिकार के विरुद्ध है. प्लीज़, इस फ़ैसले को वापस ले लें."
हाल ही में नेटफ़्लिक्स की लोकप्रिय सिरीज़ 'द क्राउन' में काम करने वाले पाकिस्तान के प्रसिद्ध अदाकार और प्रड्यूसर हुमायूं सईद ने अपने ट्वीट में लिखा है, "जॉय लैंड ने कान फ़िल्म फ़ेस्टिवल में जूरी प्राइज़ जीतने वाली पहली दक्षिण एशियाई फ़िल्म बन कर पाकिस्तान का सिर गर्व से ऊंचा किया है."
"यह हमारे लोगों की कहानी है जो हमारे लोगों के लिए हमारे ही लोगों ने बनाई है. उम्मीद है कि इसे उन्हीं लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा."
'नैतिकता की आड़ में कला और संस्कृति से वंचित कर रहे'
पूर्व प्रधानमंत्री ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो की पोती और लेखिका फ़ातिमा भुट्टो लिखती हैं, "जॉय लैंड की सेंसरशिप बेमतलब (नासमझी) है. पाकिस्तान कलाकारों, फ़िल्म निर्माताओं, साहित्यकारों से भरा हुआ है और इसके पास एक सांस्कृतिक संपत्ति है और इससे भी महत्वपूर्ण बात वह बहादुरी है जिसे दुनिया सराहती है.
एक स्मार्ट (होशियार) देश इसका जश्न मनाएगा और उसे आगे बढ़ाएगा, न कि ख़ामोश कराएगा और धमकी देगा."
'लम्स' (लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनेजमेंट साइंसेज़) की प्रोफ़ेसर और सामाजिक कार्यकर्ता निदा किरमानी कहती हैं, "हमारे नीति निर्माता अब भी पाकिस्तानियों के साथ बच्चों जैसा सलूक कर रहे हैं. नैतिकता की आड़ में हमें कला और संस्कृति से वंचित कर रहे हैं."
पाकिस्तानी अदाकारा सरवत गिलानी कहती हैं कि पाकिस्तानी सिनेमा के लिए इतिहास बनाने वाली फ़िल्म 'जॉय लैंड' के ख़िलाफ़ एक मुहिम चल रही है. इसे सभी सेंसर बोर्ड्स से पास कर दिया गया, लेकिन अब अधिकारी कुछ बदनीयत लोगों के दबाव में आ रहे हैं जिन्होंने यह फ़िल्म देखी भी नहीं है.
पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने 'जॉय लैंड' का सर्टिफ़िकेशन वापस लेने के सरकारी फ़ैसले की निंदा की है. इस आयोग ने इस कार्रवाई को ट्रांस्फ़ोबिक बताया है और अपने बयान में कहा है कि यह आदेश फ़िल्म निर्माताओं की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के भी विरुद्ध है.
मुंबई, 16 नवंबर। अभिनेत्री सुहासिनी मुले एल्गार परिषद-माओवादी संपर्क मामले में आरोपी कार्यकर्ता गौतम नवलखा के लिए जमानतदार बनीं। नवलखा को जेल से रिहा करके घर में नजरबंद किया जा सकता है।
नवलखा (70) का दावा है कि वह अप्रैल 2020 से जेल में हैं और अनेक रोगों से जूझ रहे हैं।
उच्चतम न्यायालय ने 10 नवंबर को उनकी याचिका पर उन्हें एक महीने घर में नजरबंद रखने की अनुमति दी थी और कहा था कि 48 घंटे के अंदर आदेश का पालन होना चाहिए। लेकिन वह अब भी जेल में हैं क्योंकि रिहाई की औपचारिकताएं पूरी नहीं हो सकीं।
‘भुवन शोम’ और ‘हू तू तू’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं मुले राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के मामलों के लिए विशेष न्यायाधीश राजेश कटारिया के समक्ष पेश हुईं और कहा कि वह नवलखा के लिए जमानतदार के रूप में प्रस्तुत हुई हैं।
जमानत में यह जिम्मेदारी ली जाती है कि जेल से रिहा होने वाला व्यक्ति निर्देश मिलने पर अदालत में पेश होगा।
मुले (71) ने कहा कि वह 30 साल से ज्यादा समय से नवलखा को जानती हैं क्योंकि नवलखा दिल्ली से हैं जहां वह कुछ समय रही हैं।
मुले ने अदालत में यह भी कहा कि वह अतीत में पहले किसी के लिए जमानतदार के रूप में प्रस्तुत नहीं हुईं और यह अदालत में उनकी पहली पेशी है।
मामला 31 दिसंबर, 2017 को पुणे में आयोजित ‘एल्गार परिषद’ सम्मेलन में दिये गये कथित भड़काऊ भाषणों से संबंधित है। पुलिस का दावा है कि भाषणों से अगले दिन पुणे जिले के कोरेगांव-भीमा युद्ध स्मारक के पास हिंसा भड़क गयी थी।
पुणे पुलिस ने दावा किया था कि प्रतिबंधित नक्सली संगठनों से जुड़े लोगों ने सम्मेलन का आयोजन किया था। (भाषा)
मुंबई, 16 नवंबर | मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने लंबे बालों के लिए अपने प्यार का खुलासा किया और बताया कि कैसे उनके बाल बॉलीवुड अभिनेत्री और पत्नी जया बच्चन के प्रति उनके आकर्षण का एक कारण बन गए थे। उन्होंने 'कौन बनेगा करोड़पति 14' में दिवंगत दिग्गज गायिका लता मंगेशकर के लंबे बालों की भी तारीफ की थी। जयपुर, राजस्थान की 29 वर्षीय ब्यूटीशियन प्रियंका महर्षि से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि, उन्हें महिलाओं के बाल कटवाना पसंद नहीं है और वे लंबे बालों की सराहना करते हैं। उन्होंने दिवंगत महान गायिका लता मंगेशकर के बारे में बात की, जिनके लंबे बाल थे।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि लता जी ने बालों में क्या लगाया लेकिन उनके बाल सुंदर और लंबे थे। वास्तव में जया बच्चन से मेरी शादी का एक कारण उनके लंबे और खूबसूरत बाल थे।"
बिग बी ने कहा कि उन्हें छोटी लड़कियों के बाल कटवाना पसंद नहीं है। जो बाल अच्छे से बढ़ रहे हैं उन्हें काटने की जरूरत नहीं है।
बाद में कंटेस्टेंट ने होस्ट को अपना टैटू भी दिखाया और वह इससे काफी प्रभावित हुए। उन्होंने शो में होने के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, "मैंने उनसे सौंदर्य उपचार और अन्य चीजों के बारे में बात की। मैंने उन्हें अपने टैटू के पीछे का अर्थ भी समझाया, और वह वास्तव में प्रभावित हुए। मैं हमेशा इस स्मृति को संजो कर रखूंगी।" (आईएएनएस)|
मुंबई, 15 नवंबर। अभिनेत्री स्वरा भास्कर काहिरा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (सीआईएफएफ) की 'इंटरनेशनल कांपटिशन ज्यूरी' में शामिल होने वाली पहली भारतीय कलाकार बन गई हैं।
मिस्र के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित काहिरा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव पश्चिम एशिया का सबसे पुराना फिल्म समारोह है।
सीआईएफएफ के 44वें संस्करण की शुरुआत 13 नवंबर को अमेरिकी फिल्मकार स्टीवन स्पीलबर्ग की फिल्म 'द फैबेलमैन्स' के साथ हो गयी।
स्वरा भास्कर ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं इस तरह के एक शानदार उत्सव में ज्यूरी की सदस्य चुने जाने के लिए आभारी हूं और बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं। यह फिल्म महोत्सव इतने दशकों से वैश्विक सिनेमा को प्रदर्शित करने का एक मंच रहा है। यह मंच इस साल पश्चिम एशिया और दुनिया की कुछ बेहतरीन फिल्में देखने का अवसर प्रदान करता है।.. मैं बेहद उत्साहित हूं। ’’
सीआईएफएफ काहिरा ओपेरा हाउस में 13 से 22 नवंबर तक चलेगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 15 नवंबर। दिल्ली की एक अदालत ने अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज को ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपये के धनशोधन मामले में मंगलवार को जमानत दे दी।
विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र मलिक ने अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज को यह राहत 50,000 रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि की एक जमानत पर दी।
न्यायाधीश ने 31 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर एक पूरक आरोपपत्र का संज्ञान लिया था और फर्नांडीज को अदालत में पेश होने के लिए कहा था।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच के सिलसिले में फर्नांडीज को कई बार समन जारी किया। फर्नांडीज को पहली बार पूरक आरोपपत्र में एक आरोपी के तौर पर नामजद किया गया था।
ईडी के पहले आरोपपत्र और एक पूरक आरोपपत्र में फर्नांडीज का आरोपी के तौर पर उल्लेख नहीं किया गया था। हालांकि, दस्तावेजों में फर्नांडीज और साथी अभिनेत्री नोरा फतेही द्वारा दर्ज कराए गए बयानों के विवरण का उल्लेख किया गया था। (भाषा)
मुंबई, 15 नवंबर (आईएएनएस)| अपने जन्मदिन को और भी खास बनाने के लिए टीना दत्ता ने सह-प्रतियोगी शालिन भनोट और सुम्बुल तौकीर के लिए कुछ खास किया। टीना और अब्दु रोजदिक ने गुलाब की पंखुडियों से सूजी के शीरे पर 'एचबीडी एस' लिखा। उन्होंने सुम्बुल के कमरे में वैसा ही किया, जैसा आज शालिन और सुम्बुल का जन्मदिन है। अपकमिंग एपिसोड में अर्चना गौतम और प्रियंका चौधरी किचन के काम को लेकर झगड़ती नजर आएंगी।
यह सब प्रियंका द्वारा अर्चना को दोपहर का भोजन तैयार करने में मदद करने के साथ शुरू हुआ और अर्चना ने प्रियंका को सब्जियां काटने का अतिरिक्त काम दिया। अर्चना ने प्रियंका को अनहेल्दी और कामचोर होने के लिए फटकार लगाई।
लड़ाई उस बिंदु तक बढ़ जाती है जहां अंकित हस्तक्षेप करता है और अर्चना को याद दिलाता है कि प्रियंका उसके लिए सबसे पहले खड़ी हुई थी जब उसके निष्कासन पर विचार किया जा रहा था। अर्चना 'एहसान मत दिखाना' कहकर जवाब देती हैं और 'मम्मी-पापा ने सिखाया नहीं क्या?
वह यह कहकर भी प्रियंका को भड़काती हैं कि पूरा देश जानता है कि वह फुटेज सेवी हैं।
नॉमिनेशन टास्क भी होगा।
'द शेफर्ड एंड द वुल्फ' की पौराणिक कहानी के आधार पर, नामांकन कार्य में संचलक साजिद खान को अपने पसंदीदा प्रतियोगियों को सूचीबद्ध करना होगा। ये प्रतियोगी सप्ताह के लिए बेदखली से मुक्त हैं और गैर-पसंदीदा लोगों को एक फार्म सेट-अप में एक-दूसरे को नामांकित करना होगा जहां अस्थायी भेड़ों को गैर-पसंदीदा के नाम सौंपे जाएंगे।
एक प्रतियोगी को नामांकित करने के लिए, प्रत्येक गैर-पसंदीदा को अपनी पसंद की एक भेड़ चुननी होगी और उसे शिकार के रूप में भेड़िये के पास ले जाना होगा और उन्हें नामांकित करने का कारण बताना होगा।
-मधु पाल
नई दिल्ली, 15 नवंबर । ये साल 2004 था. भारतीय टेलीविज़न की दुनिया में सिंगिंग के रियालिटी टीवी शो इंडियन आइडल की शुरुआत हुई थी.
यह टीवी शो अमेरिकन आइडल के आधार पर बनाया गया था और इस शो के पहले सीजन के विजेता बने थे अभिजीत सावंत.
खांटी मुंबइया अभिजीत की आवाज़ उन दिनों में हर उस घर में पहुँची थी, जहाँ तक टीवी और इस शो की पहुँच थी.
उन्हें जिताने के लिए लोगों ने भरपूर मैसेज भेजे और उन्हें शो का विजेता बनाया. विजेता बनते ही उनके पहले एलबम 'मोहब्बतें लुटाऊँगा' को भी लोगों ने बेहद प्यार दिया.
उन्हें उनकी गायकी से ना केवल सिर्फ़ शोहरत मिली, बल्कि दूसरे रियालिटी शो नच बलिये में भी शामिल होने का मौक़ा मिला था. वही इंडियन आइडल आज कल कहाँ हैं, क्या कर रहे हैं और किस हाल में हैं?
कहाँ हैं अभिजीत और उनका परिवार
गायक अभिजीत सावंत इन दिनों मुंबई के गोरेगाँव इलाक़े में अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ रहते हैं.
उन्होंने अपने सिंगिंग करियर को ही अपना सब कुछ बनाया है. उनकी पत्नी शिल्पा सावंत हैं, जो नच बलिये में अभिजीत के साथ हिस्सा ले चुकी हैं.
इन दिनों वे होमबेकर हैं और घर पर केक बनाती हैं. वहीं अभिजीत अपने यूट्यूब चैनल पर अपने नए गाने लॉन्च करते हैं.
इसके अलावा अभिजीत सावंत कई इंटरनेशनल इवेंट्स और कॉन्सर्ट में अलग-अलग देशों में लाइव शो परफॉर्म करते रहते हैं. उनका ख़ुद का रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी है, जहाँ वो रियाज़ करते हैं और अपने गाने बनाते हैं.
गाने के अलावा अभिजीत सावंत लॉटरी फ़िल्म में अभिनय भी कर चुके हैं, तीस मार ख़ान में भी वे थोड़ी देर के लिए नज़र आए थे.
बीबीसी हिंदी से बात करते हुए अभिजीत सावंत कहते हैं, "मैं तो कभी-कभी ताज़्जुब हो जाता हूँ यह देख कर कि लोग आज भी उसी जोश से मिलते हैं."
वे आगे कहते हैं- बस एक फर्क़ हो गया है कि जब यंग लड़के-लड़कियाँ आते हैं और बोलते हैं कि मेरे मम्मी या पापा आपके फ़ैन थे या हैं तो वो एक चेंज आ गया है. पहले यंगस्टर्स मुझे बोलते थे कि हम आपके फैन हैं. वह एक उम्र के साथ बढ़ते जा रहा है. ख़ुशी इस बात की ज़्यादा है कि आज भी है वो देखकर बहुत ख़ुशी होती है."
गणेश उत्सव और नवरात्रि के पंडालों में गाते थे गाना
अभिजीत अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहते हैं, "उस समय मेरी उम्र 21 साल की रही होगी और मेरा पोस्ट ग्रेजुएशन चल रहा था और साथ ही साथ में म्यूज़िक भी सीख रहा था."
उन्होंने बताया, "तब म्यूजिक में करियर बनाना अपने आप में ही एक चैलेंज़ था. यह पता था कि इतना बड़ा मुकाम कभी नहीं हासिल नहीं हो सकता क्योंकि माता-पिता संगीत से जुड़े नहीं थे.मैं गणेश उत्सव पर या नवरात्रि पर उनके पंडालों में, छोटे-छोटे सोसाइटी के पंडाल में गाना गया करता था जिससे मेरी थोड़ी कमाई हो सके और मैं संगीत सीखने के लिए फीस भर सकूँ."
अभिजीत बताते हैं- मुझे आज भी याद है जब इंडियन आइडल का ऑडिशन मुंबई के दादर में हो रहे थे तब वहाँ बहुत कम लोग आए थे, सबको लग रहा था कि ये कैसा शो होगा, सिर्फ़ टाइम पास ही रहेगा इसलिए मेरे कुछ दोस्त लाइन में थोड़ी देर रहे और वो फिर वहाँ से निकल भी गए.
उन्होंने आगे बताया, "लेकिन मैं वहाँ रुका रहा और मेरा ऑडिशन हो गया. धीरे धीरे इस शो का प्रमोशन शुरू हुआ तब हमें भी पता चला कि ये तो बहुत बड़ा शो है. इस तरह पंडालों और छोटे स्टेज से निकल कर इंडियन आइडल के ज़रिए दुनिया भर के लोगों के सामने गाने का मौका मिला.”
कुछ इस तरह बदल गई ज़िंदगी
उन्होंने बताया कि इंडियन आइडल का पहला शो इतना लोकप्रिय हो गया है, इसका अंदाज़ा उन्हें ज़रा भी नहीं था.
अभिजीत बताते हैं, "जब मैं जीत कर घर आया, तो हमारे छोटे से बीएमसी क्वार्टर के बाहर हुजूम लगा हुआ था. ऐसा लगा जैसे कि भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया हो और कोई क्रिकेटर वहाँ आकर बैठा हो. लोग पूरे ढोल ताशे और बैंड के साथ आए थे.”
उन्होंने कहा- मेरे घर के बाहर ही एक छोटा सा ग्राउंड है तो उस ग्राउंड में भर गए थे लोग.और यह लोग सिर्फ़ कॉलोनी और सोसाइटी के नहीं थे. बाहर से भी आए थे. एक अलग ही माहौल था एक अलग ही क्रेज़ था.
अभिजीत ने बताया, "उस टाइम पर यह सोशल मीडिया वगैरह कुछ नहीं था. उस टाइम कोई एक्टर या एक्ट्रेस अप्रोचेबल नहीं होता था. तो बहुत ही प्यार मिलता था. उस वक़्त किसी को पता चले मैं अमुक जगह आने वाला हूँ, तो वहाँ एक अलग ही बात होती थी."
'रोज़ पढता हूँ कि मैं ग़ायब हो गया हूँ'
इंडियन आइडल का ख़िताब जितने के बाद ज़िंदगी कितनी आसान हुई?
इस सवाल पर अभिजीत सावंत कहते हैं, "अमिताभ बच्चन, शाहरुख़ खान जी से अपनी तारीफ़ सुनने का अलग ही आनंद था. लोगों का प्यार और जीत की ख़ुशी के कुछ दिन बाद अपने आपको संभालना भी ज़रूरी था."
उन्होंने बताया- मैं इस इंडस्ट्री से था नहीं, इसलिए अपने सर पर घमंड चढ़ने नहीं दिया. लेकिन जैसे यह शो ख़त्म ही हुआ, उसके अगले ही दिन एक पत्रिका ने फ्रंट पेज पर छापा कि अभिजीत सावंत ने शो के साथ धांधली की है.
अभिजीत आगे बताते हैं, "ये पढ़ते ही मेरी ट्रेनिंग शुरू हुई कि इस इंडस्ट्री में कैसे काम करना है, कैसे निगेटिविटी से दूर रहना है. इसके बाद एक न्यूज़ आई, जो एक बहुत बड़े पेपर की थी, जिसकी हेडलाइन थी 'अभिजीत सावंत हुए घर से बेघर'. ऐसी ही एक ख़बर आई कि मुझे मुंबई नहीं दिल्ली की लड़कियाँ पसंद हैं."
उन्होंने बताया, "एक और अटपटी ख़बर थी मेरे बारे में. एक बार मैं मुंबई में किसी फ़ंक्शन में गया था और उस वक़्त मैं थोड़ा मोटा हो गया था थोड़ा ट्रैवलिंग की वजह से और मैंने टाइट शर्ट पहन रखी थी. तो मेरा वो टमी दिखने वाला प्रॉपर कट करके फोटो निकालकर उन्होंने लगाया था और कहा कि देखो इसको 'इसको कामयाबी हज़म नहीं हुई. आज भी रोज़ पढता हूँ कि मैं ग़ायब हो गया हूँ."
जब शो ख़त्म हुआ तब के अनुभव
अभिजीत अपने बुरे अनुभवों को याद करते हुए कहते हैं, "लोगों ने अपने अपने आकलन बना लिए थे क्योंकि इतना बड़ा शो ही हो गया था. जब आइडल का सफ़र चल रहा था तो हमारे साथ एक पीआर एजेंट होते थे, तब हमारे बारे अच्छे आर्टिकल छपते थे."
उन्होंने बताया कि जैसे ही शो ख़त्म हुई, वे लोग खुली दुनिया में आ गए और मीडिया भी अलग तरह से काम करने लगा.
उन्होंने कहा- मैंने अपने उस पीआर एजेंट को एक दिन फ़ोन किया, क्योंकि हमारी दोस्ती जैसी हो गई थी, लेकिन उसका व्यवहार भी बदल गया था. वे कहने लगे तुम इसको फ़ोन करो, उसको फ़ोन करो, ख़ुद ही देख लो टाइप. तब पता चला दुनिया ऐसे नहीं चलती जैसा आप सोचते हो. क्योंकि हम लोग बहुत छोटी फ़ैमिली से थे, हमारे लिए यहाँ जगह बना पाना बहुत मुश्किल था.
लेकिन अभिजीत सावंत ने अपनी जगह बनाई और आज भी उनके पास काम की कमी नहीं है.
वे राजनीति में भी सक्रिय हुए और शिवसेना से भी जुड़े. 2010 में उन्हें हिट एंड रन के एक मामले में हिरासत में लिया गया था, हालाँकि उन्होंने हादसे के समय किसी तरह के नशे में होने से इनकार किया था. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 14 नवंबर | शो 'जनम जनम का साथ' में नकारात्मक किरदार निभाने वाली 'दिल ही तो है' की अभिनेत्री अश्मिता सूद ने कहा कि उन्हें इसका हिस्सा बनना पसंद है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि शो 'जनम जनम का साथ' का शीर्षक बहुत उपयुक्त है क्योंकि यह इस बात का सटीक अंदाजा लगाता है कि कहानी क्या है जिसके बारे में पुनर्जन्म है। मुझे शीर्षक बहुत पसंद है। शो की कहानी तीन किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती है और प्यार और नफरत के बारे में है। यह एक कहानी है कि कैसे जीवन समय के साथ आगे बढ़ गया है और ऐसी चीजें और भावनाएं हैं जो अभी भी अगले जीवन तक ले जाई गई हैं।"
उन्होंने कहा, "मैं पहली बार एक नकारात्मक भूमिका में दिखूंगी। इस बार, मैंने थोड़ा प्रयोग करने के बारे में सोचा, जहां मैं मुख्य अभिनेताओं के लिए जीवन कठिन बना रही हूं क्योंकि मैं एक बहुत ही स्वामित्व वाली व्यक्ति हूं।"
उन्होंने कहा, "मुख्य भूमिका निभाना बहुत जिम्मेदारी है, आपके कंधों पर बहुत कुछ है। लेकिन, इस बार, मुझे कोई दबाव महसूस नहीं हो रहा है क्योंकि मैं अपनी यात्रा का आनंद ले रही हूं। जब तक हम तीनों इस प्रक्रिया का आनंद लेते हैं , इसमें मजा आने वाला है।"
उन्होंने निष्कर्ष निकाला, इस बीच, अस्मिता प्रतिस्पर्धा से प्रभावित होने वाली नहीं है। "बहुत प्रतिस्पर्धा है, लेकिन उससे कहीं अधिक अवसर हैं। वेब, शो, त्योहार की फिल्में, क्षेत्रीय फिल्में हैं। सभी माध्यमों के बीच की सीमाएं धुंधली हो रही हैं और यह बहुत सारे अवसर देती है। इसलिए, मैं फोन नहीं करूंगी। यह एक प्रतियोगिता है लेकिन अभिनेताओं के लिए एक अवसर है"। (आईएएनएस)|
मुंबई, 15 नवंबर | लोकप्रिय टीवी अभिनेता अमन वर्मा लंबे अंतराल के बाद नए शो 'आशाओं का सवेरा..धीरे धीरे से' के साथ छोटे पर्दे पर वापसी करने के लिए तैयार हैं। उन्हें आखिरी बार 2017 में ट्रैवलिंग रियलिटी शो 'बहुरानी' में होस्ट के रूप में देखा गया था। जहां अभिनेत्री रीना कपूर मुख्य भूमिका निभाएंगी, वहीं अमन शो में भानु का प्रमुख किरदार निभाते नजर आएंगे।
अमन कहते हैं, "काफी समय हो गया है जब मैंने टेलीविजन नहीं किया है। मैंने सकारात्मक, नकारात्मक, ग्रे, विरोधी, नायक सब कुछ किया है और यहां शो में मेरा किरदार कोई ऐसा है जो अपनी दुनिया में रहने वाला एक सामान्य इंसान है और सोचता है कि वह हर कोण से सही है।"
अमन ने 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी', 'तीन बहुरानियां', 'कहता है दिल' जैसे शो से मनोरंजन उद्योग में अपनी पहचान बनाई और उन्होंने गेम शो 'खुलजा सिम सिम' की मेजबानी भी की है।
वह अपने चरित्र के बारे में बताते हुए कहते हैं, "ईमानदारी से, इस चरित्र में बहुत सारे अलग-अलग व्यक्तित्व हैं। यह एक बहुत ही रोमांचक भूमिका है, जिसे निभाने के लिए मैं उत्सुक हूं। उन सभी को धन्यवाद, जिन्होंने मुझे यह विशेष चरित्र निभाने में सक्षम समझा है।"
यह शो रीना कपूर द्वारा अभिनीत भावना और राहिल आजम द्वारा निभाए गए राघव के इर्द-गिर्द घूमता है, जो एक-दूसरे के बिल्कुल विपरीत हैं और कथानक आगे बढ़ता है कि कैसे वे एक-दूसरे से मिलेंगे और प्यार में पड़ेंगे।
'आशाओ का सवेरा..धीरे धीरे से' जल्द ही स्टार भारत पर प्रसारित होगा। (आईएएनएस)
मुंबई, 15 नवंबर | 'बिग बॉस 16' के आगामी एपिसोड में अर्चना गौतम किचन में को-कंटेस्टेंट प्रियंका चौधरी से झगड़ा करती नजर आएंगी। कलर्स के इंस्टाग्राम चैनल पर अपकमिंग एपिसोड का एक प्रोमो शेयर किया गया, जिसमें दोनों के बीच झगड़ा होता दिख रहा है।
इसकी शुरूआत तब हुई जब अर्चना ने प्रियंका से कहा, "मां-बाप ने सिखाया नहीं क्या खाना बनाना।"
प्रियंका जवाब देती है कि माता-पिता पर मत जाओ, अंकित गुप्ता हस्तक्षेप करते हैं और अर्चना को सीमा पार ना करने के लिए कहते हैं।
बाद में प्रियंका गार्डन एरिया में बैठी और घर के नए कप्तान साजिद खान से कहती दिख रही हैं कि अर्चना लाइन क्रॉस कर रही हैं। उसके बाद साजिद खान उनके सामने अपनी बात रखते हैं।
ऐसा लग रहा है कि इस बार दोनों दोस्तों प्रियंका और अर्चना का आमना-सामना हो गया। (आईएएनएस)
-गीता पांडे
नई दिल्ली, 15 नवंबर । आज दिल्ली की एक अदालत बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फ़र्नांडिस के ख़िलाफ़ दर्ज मनी लॉड्रिंग केस में फ़ैसला सुनाएगी.
37 वर्षीय अभिनेत्री के ख़िलाफ़ प्रवर्तन निदेशालय की जाँच चल रही है. ये एजेंसी वित्तीय अपराधों की तफ़्तीश करती है.
जैकलीन पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप है और एजेंसी ने अदालत से उनकी कस्टडी की मांग की है.
फ़र्नांडिस के वकील प्रशांत पाटिल अपने मुव्वकिल पर लगे आरोपों से इनकार करते हुए कहते हैं कि उन पर केस का कोई क़ानूनी आधार नहीं है.
कौन हैं जैकलीन फ़र्नांडिस?
ये केस ख़बरों में इसलिए है क्योंकि फ़र्नांडिस एक जानी-मानी बॉलीवुड अभिनेत्री हैं.
फ़र्नांडिस श्रीलंका में एक ब्यूटी कांटेस्ट की विजेता रही हैं. उसके बाद वे एक कामयाब मॉडल बनीं और साल 2009 में उन्होंने बॉलीवुड में अपनी पारी की शुरुआत की.
हालाँकि सिनेमा के पारखी लोग अक्सर उनकी एक्टिंग की काबियलित को नकारते रहे हैं, फ़र्नांडिस ने सैफ़ अली ख़ान, अक्षय कुमार,सलमान ख़ान जैसे बॉलीवुड के बड़े सितारों के साथ फ़िल्में की हैं.
वे भारत और विदेशों में शाहरुख़ ख़ान और प्रियंका चोपड़ा के साथ कई स्टेज शो कर चुकी हैं. साथ ही वे एक डांस रियालिटी शो को जज भी कर चुकी हैं.
फ़र्नांडिस कई बड़े ब्रैंडों के लिए विज्ञापन भी करती हैं.
लेकिन बीते एक साल से वे दिल्ली के चक्कर लगा रही हैं. उन पर एक कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर से महंगे गिफ़्ट लेने और मनी लॉड्रिंग करने के आरोप लगे हैं.
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने उन्हें कई बार तफ़्तीश के लिए बुलाया है. अब उनके ख़िलाफ़ चार्जशीट दाख़िल की जा चुकी है और एजेंसी उन्हें गिरफ़्तार करना चाहती है.
लेकिन दिल्ली की एक अदालत ने कहा है कि जब तक वो फ़र्नांडिस की ज़मानत अर्जी पर सुनवाई नहीं कर लेती, उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया जा सकता.
फ़र्नांडिस पर क्या हैं आरोप?
फ़र्नांडिस पर एजेंसी का केस कथित ठग 32 वर्षीय सुकेश चंद्रशेखर के इर्द-गिर्द घूमता है. चंद्रशेखर पर कई लोगों से जबरन वसूली करने का आरोप है.
कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेज़ो के अनुसार साल 2018 से जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर पर एक व्यावसायी से दो सौ करोड़ की उगाही करने का आरोप है.
उनके वकील अशोक कुमार सिंह इन सभी आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहते हैं कि उनके क्लाइंट को फ़र्जी केस में फंसाया गया है.
केस की तफ़्तीश करने वाली एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि पिछले साल फ़रवरी और अगस्त के बीच चंद्रशेखर ने फ़र्नांडिस को ढेर सारे गिफ़्ट दिए थे.
इन उपहारों की क़ीमत सात करोड़ से भी अधिक थी. इनमें डिज़ाइनर हैंडबैग, बेशक़ीमती कपड़े, गहने, एक घोड़ा, प्रॉपर्टी, केश और फ़र्नांडिस के परिवार को दी गई कारें शामिल हैं.
फ़र्नांडिस ने गिफ़्ट मिलने से इनकार नहीं किया है लेकिन उनके वकील प्रशांत पाटिल कहते हैं कि वो भी एक विस्तृत अपराध का शिकार हुई हैं.
क्या है रिश्ता
अदालत में जमा किए गए काग़ज़ात के मुताबिक चंद्रशेखर ने पहली बार दिसंबर 2020 में फ़र्नांडिस से संपर्क किया था.
ये संपर्क पिंकी ईरानी के ज़रिए हुआ था. पिंकी ईरानी को एक साल बाद सुकेश चंद्रशेखर से संबंध होने के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया गया था. उन्हें बाद में ज़मानत दे दी गई थी.
पहली बार संपर्क किए जाने पर फ़र्नांडिस ने चंद्रशेखर से बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी.
जनवरी 2021 में पहली बार फ़र्नांडिस ने चंद्रशेखर से बात की. दरअसल फ़र्नांडिस के स्टाफ़ को एक फ़ोन आया और उन्हें बताया गया कि वो चंद्रशेखर से बात करें क्योंकि वे भारत के गृह मंत्रालय के एक प्रमुख अधिकारी हैं.
जांचकर्ताओं का कहना है कि ये एक फ़र्जी कॉल थी जिसमें चंद्रशेखर के नंबर को भारत के गृह मंत्रालय का दिखाया गया था.
फ़र्नांडिस बताती हैं कि उन्हें चंद्रशेखर ने कहा कि वो दक्षिण भारत के एक बड़े सियासी परिवार के वारिस हैं और दक्षिण भारत के जाने-माने टीवी चैनल के मालिक हैं.
चंद्रशेखर ने कहा कि वे एक ज्वेलरी फ़र्म के भी मालिक हैं. उसने फ़र्नांडिस को बताया कि वो उनके साथ एक स्ट्रीमिंग सर्विस का प्रोजेक्ट करना चाहते हैं.
गिफ़्ट में घोड़ा, हीरे और प्रॉपर्टी
दोनों की मुलाक़ात चेन्नई में हुई. चंद्रशेखर उस समय अपने चाचा की अंत्येष्टि के लिए जेल से परोल पर बाहर आए थे.
प्रशांत पाटिल दावा करते हैं कि फ़र्नांडिस को इस बात का कोई इल्म नहीं है था कि चंद्रशेखर जेल में है क्योंकि वो अक्सर वीडियो कॉल करता था और जेल में तो ये करना संभव नहीं हो सकता.
चंद्रशेखर उन्हें प्राइवेट जेट की यात्राओं के वीडियो भी भेजता रहता था.
पाटिल इस बात से भी इनकार करते हैं कि फ़र्नांडिस चंद्रशेखर को डेट कर रही थीं.
वो कहते हैं, “ये डेट से पहले का स्टेज था. वो फ़र्नांडिस और उसके परिवार को गिफ़्ट दे रहा था. वो उन्हें रिझाने की कोशिश कर रहा था.”
अदालत में जमा दस्तावेज़ के मुताबिक चंद्रशेखर ने फ़र्नांडिस को मशहूर ब्रैंड टिफ़ेनी की हीरे की एक अंगूठी दी थी जिसपर उन दोनों के नाम उकेरे गए थे.
जनवरी में इन दोनों की कई निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं. तब फ़र्नांडिस ने अपने फ़ैन्स और मीडिया से उनकी निजी ज़िंदगी में हस्तक्षेप न करने की गुज़ारिश की थी.
जाँचकर्ता क्या कह रहे हैं?
तफ़्तीश करने वाले अधिकारी दावा करते हैं कि फ़र्नांडिस को चंद्रशेखर के बारे में सारी जानकारी थी.
अभिनेत्री के स्टाफ़ ने पिछले साल 12 फ़रबरी को चंद्रशेखर के बारे में कई आर्टिकल उन्हें मुहैया करवाए थे.
लेकिन अभिनेत्री का कहना है कि उन्होंने पिंकी ईरानी की उस बात का यक़ीन किया कि वो चंद्रशेखर को जानती हैं.
ईरानी ने कहाा था कि चंद्रशेखर एक अच्छे परिवार से आता है और उनके बारे में फ़ेक न्यूज़ उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने फैलाई है.
फ़र्नांडिस कहती हैं कि अगस्त 2021 में उन्होंने चंद्रशेखर से संबंध तोड़ दिए थे क्योंकि उन्होंनें जेल में ही चंद्रशेखर के दोबारा गिरफ़्तार होने की ख़बरें पढ़ी थीं.
लेकिन अधिकारियों का कहना है कि फ़र्नांडिस ने ‘सुविधाजनक तरीक़े से चंद्रशेखर के आपराधिक अतीत को नज़रअंदाज़ किया और उससे गिफ्ट लेती रहीं.’ और एक कथित ठग से गिफ़्ट लेना अपराध से जुटाए गए धन को स्वीकारने जैसा है. इसलिए ये अपराध है.
जाँच एजेंसियाँ फ़र्नांडिस पर जानकारी छिपाने, गुमराह करने और अपने फ़ोन से मैसेज डिलीट करने के आरोप लगाती हैं.
क्या हैं फ़र्नांडिस का डिफ़ेंस
फ़र्नांडिस के वकील प्रशांत पाटिल कहते हैं कि चंद्रशेखर की ओर से आए मैसेज इसलिए डिलीट किए गए क्योंकि जब उन्हें उसकी हरकतों के बारे में पता चला, तो वे ट्रामा से गुज़र रही थीं.
प्रशांत पाटिल कहते हैं, "ये एक सेलेब्रेटी के निजी मैसेज थे. कुछ ऐसी तस्वीरें भी थीं जिन्हें वो नहीं चाहती थीं कि लोग देखें. आप उनकी निजी तस्वीरों के पीछे नहीं पड़ सकते. आपको एक महिला के सम्मान का रक्षा करनी चाहिए."
पाटिल कहते हैं बाक़ी लोगों की तरह फ़र्नांडिस भी चंद्रशेखर की झूठों की पीड़िता हैं.
उन्हें यक़ीन है कि फ़र्नांडिस पर लगे मनी लॉड्रिंग और अपराध के धन को स्वीकार करने के आरोप अदालत में नहीं टिक पाएँगे.
उनकी दलील है, “सुप्रीम कोर्ट कहता है कि अपराध का ज्ञान प्रमुख बात है. लेकिन फ़र्नांडिस को चंद्रशेखर के किसी अपराध में शामिल होने का कोई इल्म नहीं था. शायद आप कह सकते हैं कि फ़र्नांडिस नैतिक तौर पर सही नहीं थीं पर क्या ये क़ानूनी तौर पर ग़लत था?”
आख़िर में प्रशांत पाटिल कहते हैं, “इस केस में कोई दम नहीं है. मेरे ख़्याल से उन्हें अदालत से न्याय मिलना चाहिए.” (bbc.com/hindi)
मुंबई, 14 नवंबर (आईएएनएस)| मेगास्टार अमिताभ बच्चन को 'कौन बनेगा करोड़पति 14' की प्रतियोगी फोरम मकड़िया 'विचित्र' या अद्वितीय लगीं, क्योंकि वह एक भ्रमित व्यक्तित्व लग रही थीं, जिन्होंने हॉटसीट के स्थान पर मेजबान की सीट संभाल ली थी। बिग बी ने मजाक में कहा, "मैं 20 साल से हॉटसीट लेने की कोशिश कर रहा था लेकिन अब आपकी वजह से ये मुमकिन हुआ।"
फोरम ने कहा, "सर, मैं भ्रमित हूं और मैं यहां-वहां जाती हूं लेकिन मैं सही गंतव्य पर पहुंच जाती हूं।"
बाद में, "केबीसी 14" की प्रतियोगी, जो गुजरात में एक राज्य कर निरीक्षक के रूप में काम कर रही हैं, ने प्रश्नोत्तरी-आधारित रियलिटी शो में होने के अपने अनुभव को साझा किया।
उन्होंने कहा, "मैं धन्य हूं कि मैं एक हॉटसीट प्रतियोगी बन गई और अपने माता-पिता के सपनों और इच्छाओं को पूरा किया। यह एक अनूठा अवसर और अनुभव था, कुछ ऐसा जिसे मैं हमेशा संजो कर रखूंगी। मैंने अपने खाना पकाने के कौशल के बारे में बात की और मुझे उम्मीद है कि वह मेरी दाल ढोकली कभी खाएंगे।"
उन्होंने कहा, "महान मेजबान से बात करके मुझे ऐसा लगा कि वह हम में से एक हैं, इस तरह वह सभी प्रतियोगियों के साथ समान व्यवहार करते हैं।"
इसके अलावा, उनकी मां ने मेजबान से उनकी बेटी की शादी के बायोडाटा को पढ़ने के लिए जोर दिया और इसे पढ़ने के बाद, बिग बी ने भी सभी से कहा कि वह शादी का प्रस्ताव मिलने के बाद भी कभी भी अपना मन बदल सकती है क्योंकि उनका मन बहुत जल्दी बदल जाता है।
'केबीसी 14' सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होता है।
मुंबई, 14 नवंबर। मशहूर अभिनेता सुनील शेंडे का सोमवार को यहां निधन हो गया। वह 70 वर्ष के थे। उनके एक करीबी मित्र ने यह जानकारी दी।
शेंडे ने ‘‘सर्कस’’, ‘‘शांति’’ और ‘‘सरफरोश’’ जैसी फिल्मों और धारावाहिकों से खास पहचान बनाई थी।
फिल्म समीक्षक पवन झा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि शेंडे ने यहां विले पार्ले स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली।
झा ने कहा, ‘‘शेंडे का रविवार तड़के उनके आवास पर निधन हो गया और सोमवार दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया गया।’’
अभिनेता की मौत के कारण के बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल सकी है।
अपने 30 साल के करियर में शेंडे को ‘‘गांधी’’, ‘‘खलनायक’’, ‘‘घायल’’, ‘‘जिद्दी’’, ‘‘दौड़’’ और ‘‘विरुद्ध’’ जैसी फिल्मों में सहायक किरदार निभाने के लिए जाना जाता था।
अभिनेता राजेश तैलंग ने ट्वीट कर शेंडे को श्रद्धांजलि दी और धारावाहिक ‘‘शांति’’ में उनके साथ काम करने के अपने अनुभवों को याद किया। (भाषा)
पाकिस्तान में फ़िल्म निर्माता सईम सदीक़ की बहु-चर्चित फ़िल्म ‘जॉयलैंड’ में कथित तौर पर ‘अति आपत्तिजनक सामग्री’होने के कारण बैन कर दिया गया है.
ये बैन तब लगा है जब कुछ महीने पहले ही फ़िल्म को रिलीज़ करने का सर्टिफ़िकेट दिया जा चुका था.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ जॉयलैंड पाकिस्तान की ओर से ऑस्कर में आधिकारिक एंट्री के तौर पर भी भेजी गई है.
इस फ़िल्म को 17 अगस्त को सर्टिफ़िकेट बोर्ड ने हरी झंडी दी थी. हालांकि हाल ही में इसके कंटेंट को लेकर आपत्ति जताई जाने लगी.
कहा जा रहा है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय देश के रूढ़िवादी तत्वों की ओर से आ रही प्रतिक्रिया से बचने के लिए फिल्म पर बैन लगा दिया.
एक नवंबर को मंत्रालय की ओर से जारी की गई अधिसूचना में कहा गया कि फिल्म देश के ‘सामाजिक मूल्यों और नैतिक मानकों पर’ खरी नहीं उतरती है.
अधिसूचना के अनुसार, "लिखित शिकायतें मिली हैं कि फिल्म में अत्यधिक आपत्तिजनक सामग्री है जो हमारे सामाजिक मूल्यों और नैतिक मानकों के अनुरूप नहीं है और मोशन पिक्चर अध्यादेश 1979 की धारा 9 में निर्धारित 'शालीनता और नैतिकता' के मानदंडों के प्रतिकूल है." (bbc.com/hindi)