राष्ट्रीय
श्रीनगर, 3 अप्रैल । जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी घाटी की सभी तीन लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों को बताया, "उमर अब्दुल्ला ने जिस तरह से चुनाव में पीडीपी को पिछलग्गू कहकर खारिज कर दिया, उससे हम बेहद आहत हैं। उमर साहब ने यह कहकर मेरे कार्यकर्ताओं का मजाक उड़ाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) घाटी में सभी तीन लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। उनके हिसाब से तो पीडीपी का कहीं अस्तित्व ही नहीं है।"
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी के अधिकांश वरिष्ठ नेताओं को भाजपा ने बहका लिया है और अब उनके पास केवल उनके 'गरीब' पार्टी कार्यकर्ता बचे हैं, जो हर मुश्किल समय में उनके साथ खड़े रहे हैं।
उन्होंने पूछा, "मैं उमर अब्दुल्ला द्वारा किए गए अपमान को हल्के में कैसे ले सकती हूं। उनके आदेश पर कैसे चल सकती हूं कि पीडीपी को घाटी में कोई उम्मीदवार नहीं उतारना चाहिए।"
गठबंधन के प्रमुख और सबसे वरिष्ठ नेता के रूप में, पीडीपी ने लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों को मैदान में उतारने को लेकर उचित निर्णय लेने के लिए फारूक अब्दुल्ला पर भरोसा किया।
उमर अब्दुल्ला ने यहां तक कहा कि एनसी पीडीपी के व्यवहार पर नजर रखेगी और फिर तय करेगी कि विधानसभा चुनाव के लिए हमारे साथ चुनावी गठबंधन बनाना है या नहीं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, "हम एक राजनीतिक ताकत हैं और इसलिए हमने घाटी की सभी 3 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। यह फैसला मतदाताओं पर छोड़ दिया है कि नंबर एक या नंबर 5 पर कौन है।
(आईएएनएस)
पूर्णिया, 3 अप्रैल। बिहार की सबसे चर्चित लोकसभा सीट पूर्णिया से बुधवार को पूर्व मंत्री बीमा भारती ने बतौर राजद प्रत्याशी नामांकन का पर्चा दाखिल कर दिया। दूसरी तरफ कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने गुरुवार को नामांकन भरने की बात कही है।
जदयू से हाल में ही राजद में शामिल हुईं बीमा भारती ने नामांकन का पर्चा भरने के बाद कहा कि पूर्णिया की जनता की सेवा को लेकर वह चुनाव मैदान में उतरी हैं। यहां कई समस्याएं हैं, जिनका वह निराकरण करेंगी।
नामांकन के बाद बीमा भारती सीधे रंगभूमि मैदान पहुंची, जहां महागठबंधन द्वारा आयोजित एक सभा में सम्मिलित हुईं। इस जनसभा को राजद के नेता तेजस्वी यादव और अब्दुल बारी सिद्दीकी भी संबोधित करेंगे।
इस चुनाव में कांग्रेस, राजद और वामपंथी दल एक गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि, पूर्णिया की तस्वीर बदली हुई है। हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक रहे हैं।
पप्पू यादव ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रणाम पूर्णिया सलाम पूर्णिया जोहार पूर्णिया! कल जन नामांकन है। सब आशीष देने आएं। पूर्णिया के सम्मान में, आपके आशीर्वाद से पप्पू यादव मैदान में। प्रणाम पूर्णिया से कुछ लोग इतना चिढ़े हैं, उसका अपमान करने के लिए कुछ भी करेंगे। मेरी मां पूर्णिया 26 अप्रैल को उनका जमानत ज़ब्त कर जवाब देगी।"
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 3 अप्रैल। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। कांग्रेस नेता और बॉक्सर विजेंदर सिंह ने बुधवार को भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, दक्षिणी दिल्ली से भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी एवं अन्य नेताओं की मौजूदगी में विजेंदर सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया।
विनोद तावड़े ने विजेंदर सिंह की खेल के मैदान की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए लगातार लोग पार्टी से जुड़ रहे हैं और उनके आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।
भाजपा में शामिल होने के बाद विजेंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कहा कि मोदी सरकार में दुनियाभर में खिलाड़ियों का मान-सम्मान बढ़ा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों का भला करना चाहते हैं और वह पहले वाले ही विजेंदर सिंह हैं, जो गलत को गलत और सही को सही कहेंगे।
(आईएएनएस)
परभणी (महाराष्ट्र), 3 अप्रैल। विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) परभणी लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ेगी और शेष 47 सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी। पार्टी के एक शीर्ष पदाधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सीपीआई मुंबई के सचिव मिलिंद रानाडे ने कहा कि क्षेत्र के प्रसिद्ध सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता राजन क्षीरसागर पार्टी के उम्मीदवार हैं।
सीपीआई उम्मीदवार का मुकाबला एमवीए-शिवसेना (यूबीटी) के मौजूदा सांसद संजय एच. जाधव, महायुति-राष्ट्रीय समाज पक्ष के महादेव जे. जानकर और प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के उम्मीदवार बाबासाहेब बी. उगले से है।
रानाडे ने कहा, कॉलेज के दिनों से ही सीपीआई कार्यकर्ता रहे क्षीरसागर को किसानों के फसल बीमा दावों का भुगतान करने में विफलता के लिए रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के खिलाफ उनके अभियान के लिए जाना जाता है।
इसके अलावा, उन्होंने कठोर एमवीए कानूनों के खिलाफ ट्रक-चालकों को संगठित किया और अपनी पत्नी व प्रमुख कॉर्पोरेट-श्रम वकील माधुरी क्षीरसागर के साथ, स्थानीय नहर नेटवर्क के माध्यम से जिले के सभी लोगों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं।
रानाडे ने कहा कि सीट-बंटवारे की बातचीत के दौरान, सीपीआई ने एमवीए से परभणी या नासिक लोकसभा सीट आवंटित करने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्हें अस्वीकार कर दिया गया, अब पार्टी ने क्षीरसागर को परभणी से मैदान में उतारने का फैसला किया है।
रानाडे ने कहा,“वह 8 अप्रैल को अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे, न ही वह सरकार, पुलिस, ईडी, सीबीआई या आईटी से डरेंगेे। हम अन्य उम्मीदवारों पर कीचड़ उछालने में शामिल नहीं होंगे, लेकिन विफलताओं और विरोधियों पर चर्चा करेंगे।” -
एमवीए के घटक दलों ने अभी तक सीपीआई के इस कदम पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
(आईएएनएस)
मुजफ्फरनगर, 3 अप्रैल। राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि मैं पलटा नहीं हूं, इसे पटकनी देना कहते हैं। मल्ल विद्या वो थोड़ी बहुत जानते हैं, थोड़ी बहुत मैं भी जानता हूं।
रालोद प्रमुख जयंत चौधरी बुधवार को मुजफ्फरनगर में गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यहां पहले चरण में चुनाव है। कहीं कोई कसर मत छोड़ना। जो पहले थोड़ी कसर थी, वो अब भाजपा-रालोद के साथ आने पर खत्म हो गई है। मैंने कम समय में बहुत नेताओं को बहुत करीब से देखा।
रालोद मुखिया ने बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि यूपी के सीएम जो रहे हैं, मैंने अभी तक उनके लिए कुछ बोला नहीं है और मैं बोलूंगा भी नहीं। वो चाहें तो गाली दे लें। मैं पलटा नहीं हूं, इसको पटकनी देना कहते हैं।
जयंत चौधरी ने कहा कि जो कल-परसों तक हमारे साथ थे और किसान की बात करते थे। लेकिन, जब चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया गया तो कोई खुशी नहीं है। वो लोग अपनी खुशी जाहिर तक नहीं कर पाए। वो लोग अंदर ही अंदर विरोध कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
उज्जैन, 3 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी. नड्डा ने बुधवार को सपरिवार उज्जैन पहुंचकर महाकाल मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने बाबा महाकाल से देश-प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि की कामना की।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिवसीय मध्य प्रदेश के प्रवास पर आए हैं। उन्होंने मंगलवार को शहडोल और जबलपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
वह बुधवार को जबलपुर से उज्जैन पहुंचे और महाकाल मंदिर पहुंचकर अपने परिवार के साथ भगवान महाकाल का अभिषेक एवं पूजा-अर्चना कर देश और प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, लोकसभा चुनाव प्रदेश प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद एवं पार्टी के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष अनिल जैन कालूहेड़ा उपस्थित रहे।
(आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 3 अप्रैल । बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बरहामपुर के सांसद चंद्रशेखर साहू को पार्टी का राज्य उपाध्यक्ष और घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
बीजेडी महासचिव मानस रंजन मंगराज ने बुधवार को एक प्रेस नोट जारी कर ये जानकारी दी।
यह फैसला भाजपा के वरिष्ठ नेता भृगु बक्सिपात्रा द्वारा बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों के भीतर आया। वह बरहामपुर लोकसभा सीट के लिए भाजपा का उम्मीदवार बनना चाहते थे। लेकिन भाजपा ने भृगु की जगह प्रदीप कुमार पाणिग्रही को बरहामपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है।
भृगु कथित तौर पर बरहामपुर लोकसभा क्षेत्र से टिकट नहीं दिए जाने के कारण भाजपा से नाखुश थे। इसलिए उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ लिया।
भृगु ने भाजपा के राज्य प्रमुख मनमोहन सामल को लिखे अपने इस्तीफे में लिखा, ''भारी मन से मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं। 23 वर्षों तक सदस्य के रूप में, मैंने राज्य में पार्टी के विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपी गई, मैंने उसे पूरी ईमानदारी से निभाया। मैं पार्टी का आभारी हूं। हालांकि, हाल ही में मुझे एहसास हुआ कि पार्टी को अब मेरी या मेरे योगदान की जरूरत नहीं है।"
सूत्रों ने दावा किया कि भृगु बीजू जनता दल में शामिल हो सकते हैं। उन्हें बरहामपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिल सकता है।
भुवनेश्वर, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बरहामपुर के सांसद चंद्रशेखर साहू को पार्टी का राज्य उपाध्यक्ष और घोषणापत्र समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
बीजेडी महासचिव मानस रंजन मंगराज ने बुधवार को एक प्रेस नोट जारी कर ये जानकारी दी।
यह फैसला भाजपा के वरिष्ठ नेता भृगु बक्सिपात्रा द्वारा बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों के भीतर आया। वह बरहामपुर लोकसभा सीट के लिए भाजपा का उम्मीदवार बनना चाहते थे। लेकिन भाजपा ने भृगु की जगह प्रदीप कुमार पाणिग्रही को बरहामपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा है।
भृगु कथित तौर पर बरहामपुर लोकसभा क्षेत्र से टिकट नहीं दिए जाने के कारण भाजपा से नाखुश थे। इसलिए उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ लिया।
भृगु ने भाजपा के राज्य प्रमुख मनमोहन सामल को लिखे अपने इस्तीफे में लिखा, ''भारी मन से मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं। 23 वर्षों तक सदस्य के रूप में, मैंने राज्य में पार्टी के विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपी गई, मैंने उसे पूरी ईमानदारी से निभाया। मैं पार्टी का आभारी हूं। हालांकि, हाल ही में मुझे एहसास हुआ कि पार्टी को अब मेरी या मेरे योगदान की जरूरत नहीं है।"
सूत्रों ने दावा किया कि भृगु बीजू जनता दल में शामिल हो सकते हैं। उन्हें बरहामपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिल सकता है।
--आईएएनएस
ग्रेटर नोएडा, 3 अप्रैल । गौतमबुद्ध नगर से भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा ने सूरजपुर कलेक्ट्रेट में नामांकन किया। इसके बाद नामांकन सभा का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में होगा।
डॉ. महेश शर्मा के नामांकन के वक्त उनके साथ उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, नोएडा के विधायक पंकज सिंह और दादरी विधायक तेजपाल नागर मौजूद रहे।
नामांकन से पहले महेश शर्मा ने पत्नी के संग मंदिर में पूजा-अर्चना की थी और उसके बाद नामांकन के लिए रवाना हुए थे। नामांकन से पहले महेश शर्मा अपनी पत्नी और परिवार के साथ सनातन धर्म मंदिर गए। यहां परिवार के साथ कलश स्थापित किया। इसके बाद विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना की। साथ ही नारियल फोड़कर चुनावी समर की शुरुआत की। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता भी मौजूद रहे।
यहां से डॉक्टर महेश शर्मा सूरजपुर कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए। इससे पहले सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी डॉक्टर महेंद्र नागर और बसपा प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी ने अपना नामांकन कर दिया है।
यहां 28 मार्च से नामांकन प्रकिया जारी है। 4 अप्रैल तक नामांकन की प्रक्रिया होगी। 8 अप्रैल तक नाम वापसी किया जा सकेगा। 26 अप्रैल को मतदान होगा और 4 जून को मतगणना होगी।
गौतम बुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र से अब तक दो प्रमुख पार्टियों के अलावा सात निर्दलीय प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि सबसे पहले सपा-कांग्रेस गठबंधन से डॉक्टर महेंद्र नागर और इसके बाद बसपा से राजेंद्र सिंह सोलंकी ने पर्चा दाखिल किया है।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 3 अप्रैल । राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी बुधवार को श्रीलंका लौट गए। वो तमिलनाडु के तिरुची में स्पेशल कैंप में रह रहे थे। अधिकारियों ने ये जानकरी दी है।
बीते मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद सभी दोषियों के श्रीलंका जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया। बता दें कि श्रीलंका जाने वालों में मुरुगन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार हैं।
श्रीलंकाई अधिकारियों ने उनके सभी दस्तावेज मुहैया करा दिए हैं।
12 नवंबर 2022 से सभी आरोपी तिरुचि में केंद्रीय कारागार के पास स्पेशल कैंप में थे। सुप्रीम कोर्ट से आदेश मिलने के बाद सभी दोषियों की रिहाई का मार्ग प्रशस्त हो सका था।
चौथा दोषी, जो कैंप में था, उसका नाम संथन उर्फ टी.सुथेनथिराराजा है। संथन की बीते 21 फरवरी को किडनी फेल होने की वजह से राजीव गांधी अस्पताल में मौत हो गई थी। उसे अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए वापस कोलंबो जाना था। हालांकि, उसका निधन हो गया।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 3 अप्रैल। पांच जनवरी को संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले के आरोपी मास्टरमाइंड व तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता शेख शाहजहां ने बुधवार को कहा कि मैं राजनीतिक साजिश का शिकार हूं।
ईडी के साल्ट लेक कार्यालय से बाहर निकलने पर शाहजहां ने कहा, “मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। मुझे जानबूझकर फंसाया जा रहा है, मैं राजनीतिक साजिश का शिकार हूं।”
शाहजहां ने किसी व्यक्ति या राजनीतिक दल का नाम लिए बिना कहा, ''आप समझ सकते हैं कि इस साजिश के पीछे कौन है।''
जिला अदालत के आदेश के मुताबिक वह 13 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में रहेगा।
इससे पहले, सीबीआई हिरासत में रहते हुए शाहजहां ने कहा था कि उसे भरोसा है कि अल्लाह उसे न्याय दिलाएंगे।
इस बीच, सूत्रों ने कहा कि पूछताछ के दौरान, शाहजहां ने 5 जनवरी को संदेशखाली में केंद्रीय एजेंसी के कर्मियों पर हमला करने वालों के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।
सूत्रों ने बताया कि शाहजहां ने अधिकारियों से कहा कि वह इस हमले की निंदा करता है और हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के लिए सजा चाहता है।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 3 अप्रैल राजीव गांधी हत्याकांड मामले के तीन दोषी बुधवार को श्रीलंका लौट गए। तीनों दोषी मुरुगन उर्फ श्रीहरन, जयकुमार और रॉबर्ट पायस श्रीलंका के नागरिक हैं तथा पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के मामले में तीन दशकों तक जेल की सजा काटने के बाद उच्चतम न्यायालय ने करीब दो वर्ष पहले उन्हें रिहा कर दिया था।
अधिकारियों के मुताबिक, मुरुगन उर्फ श्रीहरन, जयकुमार और रॉबर्ट पायस श्रीलंका के एक विमान से बुधवार को कोलंबो के लिए रवाना हुए।
तमिलनाडु सरकार ने पिछले महीने मद्रास उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि श्रीलंकाई उच्चायोग ने मुरुगन और अन्य को यात्रा दस्तावेज जारी कर दिये हैं और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) द्वारा निर्वासन आदेश जारी करने के बाद वे (सभी दोषी) घर वापस जा सकते हैं।
मुरुगन ने अदालत में याचिका दायर कर संबंधित अधिकारियों को उन्हें एक फोटो पहचान पत्र उपलब्ध कराने का निर्देश देने की मांग की थी।
उच्चतम न्यायालय ने इस हत्याकांड के मामले में नवंबर 2022 को सात दोषियों को रिहा किया था, जिसमें ये तीनों श्रीलंकाई नागरिक भी शामिल थे।
दोषियों की रिहाई के बाद उन्हें तिरुचिरापल्ली में एक विशेष शिविर में रखा गया था। वे कल रात यहां पहुंचे और आज (बुधवार को) कोलंबो के लिए रवाना हुए।
इससे पहले मुरुगन की पत्नी नलिनी ने भी अदालत का रुख कर अधिकारियों को यह निर्देश देने की मांग की थी कि उनके पति को 'सभी देशों का पासपोर्ट' प्राप्त करने के लिए यहां श्रीलंकाई उच्चायोग के सामने पेश होने की अनुमति दी जाए।
दंपति का मकसद अपनी बेटी से मिलना है, जो फिलहाल ब्रिटेन में रह रही है।
मामले में दोषी ठहराए गए एक अन्य श्रीलंकाई नागरिक संथन की हाल ही में यहां मौत हो गई थी।
इस मामले में जिन अन्य लोगों को दोषी ठहराया गया और रिहा किया गया वे सभी भारतीय हैं।
रिहा किये गये दोषियों में पेरारिवलन, रविचंद्रन और नलिनी शामिल हैं। सभी सातों दोषियों ने 30 वर्षों से अधिक समय जेल में बिताया था।
नलिनी ने घर वापस जाने से पहले बुधवार को हवाई अड्डे पर मुरुगन और अन्य लोगों से मुलाकात की।
राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को श्रीपेरंबुदूर के पास प्रतिबंधित लिट्टे की एक आत्मघाती हमलावर ने चुनावी सभा के दौरान हत्या कर दी थी।
इस मामले में सात लोगों को दोषी ठहराया गया था, जिनमें से नलिनी समेत चार को मौत की सजा दी गई थी लेकिन बाद में इसे उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया। (भाषा)
पटना, 3 अप्रैल । पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि एनडीए का एजेंडा स्पष्ट है। अब तक क्या किया और क्या करेंगे, बता रहे हैं, लेकिन विपक्ष के पास बिहार के विकास का एजेंडा क्या है, यह उन्हें बताना चाहिए।
भाजपा मीडिया सेंटर में एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल जमुई आने वाले हैं। उन्होंने कई बार कहा है कि बिहार के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता। पिछली बार जब वे औरंगाबाद, बेगूसराय और बेतिया आये थे, तब 85 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया था।
उन्होंने विपक्ष को लेकर साफ कहा कि वैसे तो आप आने वाले नहीं हैं, लेकिन जनता को लुभाने के लिए कुछ तो वादे कर लीजिए। उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि इनका एजेंडा सिर्फ मोदी का विरोध है और बिहार के लोग इसे अच्छी तरह समझते हैं।
भाजपा नेता प्रसाद ने सवाल करते हुए आगे कहा कि महागठबंधन के विकास का एजेंडा खास जाति के लिए है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने लालू प्रसाद की सरकार देखी है, जब सड़कें उन्हीं इलाकों में बनती थी, जहां इनके वोटर थे। दूसरी ओर मोदी की सरकार में कोरोना का टीका सभी को दिया गया और राशन सभी को दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह समावेशी विकास है और हम समावेशी विकास की बात करते हैं।
उन्होंने लालू प्रसाद के परिवारवाद को लेकर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे किसे मुख्यमंत्री बनाते हैं, यह उनका विषय है, लेकिन क्या साधारण कार्यकर्ता या साधारण विधायक को वे मुख्यमंत्री बनाने की बात करेंगे? उन्होंने कहा कि वे सामाजिक न्याय के नाम पर लोगों को छलते हैं। क्या वे अल्पसंख्यक मुख्यमंत्री बनाने की सोच सकते हैं।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि हम प्रमाणिक विकास रखेंगे, जिसमें आर्थिक और सामाजिक विकास होगा और यह सिर्फ मोदी की अगुआई में ही आएगा। उन्होंने विरोधियों के ईवीएम पर सवाल उठाए जाने को लेकर कहा कि लोग उनको वोट दें तो ईवीएम ठीक और हमें दे तो गलत।
(आईएएनएस)
जम्मू, 3 अप्रैल जम्मू-कश्मीर के कठुआ में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के समीप पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक कुख्यात बदमाश मारा गया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान घायल हुए परिवीक्षाधीन उप-निरीक्षक दीपक शर्मा ने बुधवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
अधिकारियों ने बताया कि शर्मा के सिर पर चोट लगी थी और इस मुठभेड़ के दौरान एक अन्य पुलिस अधिकारी भी घायल हुआ था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों की एक टीम ने कुख्यात बदमाश वासुदेव का पीछा किया जिसके बाद मंगलवार रात करीब साढ़े 10 बजे जीएमसी के निकट मुठभेड़ शुरू हो गयी।
वासुदेव, रामगढ़ थाने में दर्ज हत्या के एक मामले में मुख्य आरोपी था।
प्रवक्ता ने बताया कि वासुदेव मुठभेड़ में मारा गया जबकि उसका एक साथी घायल हो गया। सूत्रों के मुताबिक, वासुदेव कुख्यात शुनू गिरोह का सदस्य था।
प्रवक्ता के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान दीपक शर्मा के सिर में चोट लगी जबकि पुलिस के विशेष अधिकारी अनिल कुमार (40) को भी चोटें आईं।
प्रवक्ता ने बताया कि शर्मा को शुरूआत में कठुआ के जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में पठानकोट के अमनदीप अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि शर्मा ने बुधवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उनके शव को कठुआ के जीएमसी अस्पताल ले जाया गया है। (भाषा)
मुंबई, 3 अप्रैल उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद उन्मेष पाटिल आगामी लोकसभा चुनाव के लिए टिकट काटे जाने के बाद बुधवार को विपक्षी शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) में शामिल हो गये।
पाटिल अपने समर्थकों के साथ पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास 'मातोश्री' पर शिवसेना-यूबीटी में शामिल हुए।
शिवसेना-यूबीटी के सांसद संजय राउत ने कहा कि पाटिल के पार्टी में शामिल होने से जलगांव और उत्तर महाराष्ट्र में पार्टी की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी और उसकी जीत आसान होगी।
भाजपा ने जलगांव संसदीय क्षेत्र से पाटिल की जगह स्मिता वाघ को अपना उम्मीदवार बनाया है।
पाटिल ने मंगलवार को यहां राउत से मुलाकात की थी, जिसके बाद उनके इस राजनीतिक कदम को लेकर अटकलें तेज हो गईं थीं।
महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट हैं। (भाषा)
श्रीनगर, 3 अप्रैल पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायन्स’ (‘इंडिया’) की घटक नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीडीपी के पास कश्मीर की सभी तीन लोकसभा सीट पर उम्मीदवार खड़े करने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हाल में ऐलान किया था कि वह सभी तीनों सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ में सीट बंटवारे के तहत जम्मू की दो सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दीं।
मुफ्ती ने पत्रकारों से कहा, “उन्होंने (नेशनल कॉन्फ्रेंस ने) हमारे लिए उम्मीदवार खड़ा करने और चुनाव लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है।”
उन्होंने कहा कि पार्टी का संसदीय बोर्ड उम्मीदवारों पर अंतिम फैसला करेगा। (भाषा)
आगरा, 3 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर बड़ा हमला बोला और कहा कि इंडिया गठबंधन जोड़ तोड़ के दांव आजमा रहा है। इनके दल तो मिल रहे हैं, लेकिन दिल मिलने में अभी भी दिक्कत बनी हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को आगरा पहुंचे। यहां शमशाबाद के एपी कॉलेज में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
योगी ने कहा कि इंडिया गठबंधन में जो लोग हैं, इनकी स्थिति देखिए। वेस्ट बंगाल में टीएमसी ने अपने सभी प्रत्याशी उतार दिए, कांग्रेस के लिए एक भी सीट नहीं छोड़ी। लेकिन वो इंडी गठबंधन का हिस्सा है। ऐसे ही अलग-अलग क्षेत्रों में जब इन्हें प्रत्याशी नहीं मिल रहे तो सपा का प्रत्याशी कांग्रेस में और कांग्रेस का प्रत्याशी सपा में जा रहे। ऐसे जोड़-तोड़ कर किसी तरह चुनावी अखाड़े में अपना दांव आजमा रहे हैं। इंडी गठबंधन में होने का दावा करने वाले लोगों ने गठबंधन पार्टियों के लिए ही सीटें नहीं छोड़ीं, अलग चुनाव लड़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि 2017 से पहले इस क्षेत्र में सूर्य अस्त होने के बाद थानों में ताले लग जाते थे। सोचिए आम लोगों का क्या हाल रहा होगा। आज ज्यादातार अपराधी अपनी जमानतें तोड़वाकर जेल में चले गए। अब तो कह रहे हैं कि मुझे जेल भी मत भेजो। अब ज्यादातर अपराधी गले में तख्ती लगाकर निकल रहे हैं, कह रहे हैं जिंदगी भर ठेला लगाकर पेट भर लूंगा, लेकिन कोई गलत काम नहीं करूंगा। एक बार जान बख्श दो। ये कानून का भय अगर अपराधी और माफिया पर न हो तो ये लोगों का जीना हराम कर देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बड़े-बड़े दावे होते थे, लेकिन दुश्मन देश के घुसपैठिये भारत में घुस जाते थे। आज घुसने में कांपते हैं। हमने सर्जिकल स्ट्राइक से बता दिया कि हम घुसपैठियों का क्या हाल करते हैं। पूर्वाचंल का आतंक और उग्रवाद कम हुआ है।
उन्होंने कहा कि आज मोदी की गारंटी दी जा रही है। आज किसानों को सम्मान निधि मिलती है। परिवारों को सिर छिपाने के लिए घर मिलता है, हर घर को शौचालय मिलता है, पांच लाख तक का इलाज मुफ्त मिलता है। यही है मोदी की गांरटी, जहां शत फीसदी की गारंटी दी जाती है।
(आईएएनएस)
वायनाड (केरल), 3 अप्रैल कांग्रेस नेता एवं सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि वह इस जिले में कई लोगों की जान लेने वाली मानव-पशु संघर्ष की घटनाओं समेत वायनाड वासियों के सभी मुद्दों पर उनके साथ हमेशा खड़े हैं।
वायनाड से मौजूदा सांसद राहुल ने कहा कि वह इस पहाड़ी निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के मुद्दों पर देश और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए हमेशा तैयार हैं।
वायनाड लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने वाले राहुल ने यहां उनके रोडशो में शामिल होने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों समेत हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि वायनाड उनका घर है, यहां के लोग उनका परिवार हैं और अपने खूबसूरत इतिहास एवं परंपराओं वाली यह भूमि उन्हें प्रेरणा देती है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं वायनाड के लोगों के अटूट समर्थन के लिए उनका बहुत आभारी हूं। हम ‘न्याय’ के एक नए युग में कदम रख रहे हैं, ऐसे में मैं अपनी सर्वाधिक क्षमताओं से आप में से प्रत्येक की सेवा करने के लिए अपने समर्पण की पुष्टि करना चाहता हूं।’’
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए यहां पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए संयुक्त लोकतंत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के नेताओं और कार्यकर्ताओं समेत हजारों लोग कलपेट्टा में एकत्र हुए।
गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ कलपेट्टा से सिविल स्टेशन तक रोडशो किया।
यूडीएफ के सैकड़ों कार्यकर्ता रोड शो के लिए कतार में खड़े थे और विभिन्न आयु वर्गों के लोग कांग्रेस सांसद की तस्वीर के साथ पार्टी के झंडे, तख्तियां और पार्टी के रंग वाले गुब्बारे लेकर राहुल का स्वागत करने के लिए सड़कों के किनारे एकत्र हुए।
राहुल वायनाड लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की नेता एनी राजा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने 2019 में इसी सीट से चार लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों में कुल 10,92,197 मतों में से 7,06,367 मत हासिल कर विजयी रहे थे जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पी पी सुनीर को केवल 2,74,597 वोट मिले थे।
केरल में इस साल लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 26 अप्रैल को होगा। (भाषा)
लखनऊ, 3 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पोलिंग बूथ पर विजय ही किसी भी चुनाव में जीत की आत्मा होती है और कार्यकर्ताओं को आगामी लोकसभा चुनाव में अपने बूथ के पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ने के लक्ष्य के साथ काम करना होगा।
मोदी ने उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में होने वाले चुनाव के तहत आने वाली 10 लोकसभा सीटों के सभी 22,648 बूथों के कार्यकर्ताओं को नमो ऐप के माध्यम से संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ''हम चुनाव में कितनी ही बड़ी विजय प्राप्त करने की इच्छा रखते हों लेकिन जब तक पोलिंग बूथ नहीं जीतते हैं तब तक चुनाव जीत ही नहीं सकते हैं इसलिए चुनाव में विजय की जो आत्मा है वह पोलिंग बूथ की विजय में है।''
मोदी ने कहा, ''इसलिए मेरा तो हमेशा आग्रह रहता है कि हमें एक ही लक्ष्य लेकर काम करना चाहिए कि हम अपना पोलिंग बूथ जीतेंगे और पुराने जितने भी रिकॉर्ड हैं उन सबको तोड़ने का संकल्प लेकर काम करेंगे।''
उन्होंने कहा, ''लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, हर चुनाव में आपकी मेहनत से नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। आप लोगों का यह जोश देखकर मुझे तो प्रसन्नता होती ही है लेकिन बाकी पार्टियों के नेता तो आपका यह जोश देखकर पहले ही ठंडे पड़ जाते हैं।’’
मोदी ने कहा ‘‘मुझे विश्वास है कि उत्तर प्रदेश के सभी भाजपा कार्यकर्ता हर सीट पर, हर पोलिंग बूथ पर विजय सुनिश्चित करने के लिए जी जान से जुट गए हैं। आप लोगों को सही दिशा में अपने प्रयास तेज करने हैं और हर मतदाता तक अपनी बात पहुंचानी है।’’
प्रधानमंत्री ने नमो ऐप के जरिये बूथ समिति के सदस्यों और पन्ना प्रभारियों को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कुछ बूथ अध्यक्षों से बात भी की।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में संभल, बदायूं, बरेली, आंवला, एटा, हाथरस, आगरा, फ़तेहपुर सीकरी, फ़िरोज़ाबाद और मैनपुरी लोकसभा सीटों पर आगामी सात मई को मतदान होगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 3 अप्रैल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली से पार्टी के ‘घर-घर गारंटी’ अभियान की शुरुआत की और दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘गारंटी’ लोगों को नहीं मिली, लेकिन उनकी पार्टी जो गारंटी दे रही है, उन पर वह अमल करेगी।
पार्टी का यह चुनावी अभियान पांच ‘न्याय’ और 25 ‘गारंटी’ पर आधारित है।
इस अभियान के तहत कांग्रेस कार्यकर्ता पांच ‘न्याय’ और 25 ‘गारंटी’ वाला कार्ड घर-घर जाकर वितरित करेंगे। पार्टी का लक्ष्य आठ करोड़ परिवारों तक पहुंचने का है।
खरगे ने उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में इस अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस के पांच ‘न्याय’ और 25 ‘गारंटी’ का उल्लेख किया।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, ‘‘इन गारंटी के कार्ड हमारे लोग घर-घर बांटेंगे। वह लोगों को बताएंगे कि हमारी सरकार आने के बाद हम क्या क्या काम करेंगे।’’
उन्होंने कहा ‘‘हम लोगों को गारंटी देते हैं कि हमारी सरकार हमेशा गरीबों के साथ रहेगी और गरीबों के लिए काम करेगी।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय की प्रमुख योजनाओं और कानूनों का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकारों में देश की जनता को फायदा हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी अपनी गारंटी की बात करते हैं, लेकिन उनकी गारंटी कामयाब नहीं हुई। उनकी गारंटी लोगों को नहीं मिली। उन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरियों की बात की, लेकिन लोगों को नौकरी नहीं मिली। उन्होंने 15-15 लाख रुपये देने का वादा किया, लेकिन यह गारंटी भी पूरी नहीं।’’
खरगे ने आरोप लगाया कि किसानों से किए वादे भी मोदी सरकार ने पूरे नहीं किए।
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणापत्र पांच न्याय – ‘हिस्सेदारी न्याय’, ‘किसान न्याय’, ‘नारी न्याय’, ‘श्रमिक न्याय’ और ‘युवा न्याय’- पर आधारित होगा। यह पांच अप्रैल को जारी किया जाएगा।
पार्टी ने ‘युवा न्याय’ के तहत जिन पांच गारंटी की बात की है उनमें 30 लाख सरकारी नौकरियां देने और युवाओं को एक साल के लिए प्रशिक्षुता कार्यक्रम के तहत एक लाख रुपये देने का वादा शामिल है।
पार्टी ने ‘हिस्सेदारी न्याय’ के तहत जाति आधारित जनगणना कराने और आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा खत्म करने की ‘गारंटी’ दी है। उसने ‘किसान न्याय’ के तहत न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने, कर्ज माफी आयोग के गठन तथा ‘जीएसटी’ मुक्त खेती का वादा किया है।
कांग्रेस ने ‘श्रमिक न्याय’ के तहत मजदूरों को स्वास्थ्य का अधिकार देने, न्यूनतम मजूदरी 400 रुपये प्रतिदिन सुनिश्चित करने और शहरी रोजगार गारंटी का वादा किया है।
उसने ‘नारी न्याय’ के अंतर्गत ‘महालक्ष्मी’ गारंटी के तहत गरीब परिवारों की महिलाओं को एक-एक लाख रुपये प्रति वर्ष देने समेत कई वादे किए हैं। (भाषा)
रांची, 3 अप्रैल । रांची में 11 अप्रैल, 2023 को भाजपा के सचिवालय मार्च के दौरान पुलिस से हुई झड़प को लेकर दर्ज एफआईआर में नामजद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी, सांसद संजय सेठ, दीपक प्रकाश, विधायक सीपी सिंह, ढुल्लू महतो सहित भाजपा के 27 नेताओं को झारखंड हाईकोर्ट से राहत मिली है।
इन सभी ने रांची के धुर्वा थाने में दर्ज एफआईआर को निरस्त करने के लिए याचिका दायर की थी, जिसपर बुधवार को सुनवाई करते हुए झारखंड हाईकोर्ट ने इन पर अगले आदेश तक किसी भी तरह पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी है।
तत्कालीन हेमंत सोरेन सरकार की विफलताओं के खिलाफ भाजपा ने सचिवालय घेराव का आह्वान किया था। पुलिस ने सचिवालय और आसपास के इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी थी।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन, आंसू गैस का इस्तेमाल किया था। उन पर लाठी चार्ज भी हुआ था।
पुलिस की ओर से कराई गई एफआईआर में भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं पर बोतल एवं पत्थर फेंकने और निषेधाज्ञा तोड़ने का आरोप लगाया गया था।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 3 अप्रैल। भाजपा की दिल्ली इकाई ने आप नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी को उनके इस दावे पर कानूनी नोटिस भेजा है कि उनसे पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया गया था।
उन्हें यह नोटिस बुधवार को दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने अधिवक्ता सत्य रंजन स्वैन के माध्यम से भेजा।
नोटिस में कहा गया है,"आपसे अनुरोध है कि आप उक्त आरोप को तुरंत वापस लें और अपनी माफी को टेलीविजन और सोशल मीडिया पर प्रमुखता से प्रसारित करें, ऐसा नहीं करने पर मेरे मुवक्किल आपके खिलाफ सिविल और आपराधिक कार्यवाही शुरू करने को बाध्य होंगे।"
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, "मंगलवार को आतिशी ने दावा किया कि एक करीबी परिचित के माध्यम से उन पर दबाव डाला जा रहा था। इसके अलावा, उन्होंने खुद, सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक की संभावित गिरफ्तारी का उल्लेख करके गुमराह करने का प्रयास किया।"
सचदेवा ने कहा कि आतिशी का आरोप बेबुनियाद है।
उन्होंने कहा, “आतिशी की ओर से कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई। यदि संपर्क करने वाला व्यक्ति करीबी परिचित था, तो वह कौन था और किसके निर्देश पर बातचीत हुई, इसेे भी नहीं बताया गया।”
दिल्ली बीजेपी प्रमुख ने आगे कहा कि जब भी आतिशी या उनकी पार्टी को राजनीतिक परिस्थितियों में घेरा गया, उन्होंने कानून तोड़ने या नेताओं की गिरफ्तारी की कहानियां सुनाईं।
सचदेवा ने कहा,“यह हाल ही में दो बार किया गया है, लेकिन कोई सबूत नहीं दिया गया है। आतिशी द्वारा लगाए गए आरोप भाजपा, उसके नेतृत्व और उसके कार्यकर्ताओं की छवि को खराब करते हैं। इसलिए हमने आतिशी को मानहानि का नोटिस दिया है।”
(आईएएनएस)
बीते कुछ दिनों में विस्तारा की 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द की गई हैं या उनमें काफी देर हुई है. कंपनी का एयर इंडिया में विलय होने वाला है और ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि इस समय सेवाओं में ऐसी गड़बड़ियां क्या संकेत दे रही हैं.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिकू, 1 अप्रैल को विस्तारा की कम-से-कम 60 उड़ानें रद्द हो गईं और 180 उड़ानों में देर हुई. 2 अप्रैल को भी कंपनी की कम-से-कम 38 उड़ानें रद्द कर दी गईं. यात्री दो दिनों से एयरपोर्ट पर घंटों बिताने और कंपनी की तरफ से खराब संवाद की शिकायत कर रहे हैं.
कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि बड़ी संख्या में यात्रियों को हो रही परेशानी को देखते हुए नागरिक विमानन मंत्रालय ने एयर इंडिया से उड़ानों में हुई देरी और उड़ानों के रद्द होने पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. विस्तारा का एयर इंडिया में विलय होने वाला है.
क्यों मची है उथल-पुथल
विस्तारा के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा कि कर्मचारियों के उपलब्ध ना होने और अन्य कारणों की वजह से कई उड़ानों में देर हुई है और कई रद्द करनी पड़ी हैं. प्रवक्ता ने यह भी कहा कि कंपनी की टीमें स्थिति को "स्थिर करने के लिए बिना थके" काम कर रही हैं.
हालांकि मीडिया रिपोर्टों की मानें, तो कंपनी एक बड़े संकट का सामना कर रही है. विलय की प्रक्रिया चल रही है और विस्तारा के पायलटों को डर है कि विलय के बाद उनके वेतन में कटौती हो जाएगी. वो इसका विरोध कर रहे हैं और विरोध जताने के लिए कई पायलट छुट्टी पर चले गए हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जल्द लागू होने वाली नई वेतन संरचना के तहत पायलटों को सिर्फ 40 घंटों के वेतन की गारंटी मिलेगी, जबकि पिछले अनुबंधों में यह गारंटी 70 घंटों की थी. कई पायलटों को डर है कि इससे उनकी तनख्वाह काफी कम हो जाएगी.
यात्रियों की समस्या
एनडीटीवी के मुताबिक, नई वेतन संरचना पायलटों को ईमेल पर भेजी गई है और कहा गया है कि वो जल्द ही हस्ताक्षर कर दें. उन्हें यह चेतावनी भी दी गई है कि जो पायलट हस्ताक्षर नहीं करेंगे, वो विलय से बाहर रह जाएंगे. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इसका मतलब है कि उन्हें वो एकमुश्त राशि लौटानी होगी जो विलय में शामिल होने के लिए उन्हें दी गई थी.
इसके अलावा वो विलय के बाद एयर इंडिया के साथ काम करने का मौका भी गंवा देंगे. नाराज पायलटों ने करीब एक महीने पहले भी इसी तरह अचानक छुट्टी ले ली थी, जिसके बाद कंपनी ने उनके सामने ये शर्तें रखीं. अब इस समय कंपनी के सामने चुनौती यह है कि उड़ानों को कैसे बहाल किया जाए.
कंपनी ने कहा है कि उसने अस्थायी रूप से उड़ानों की संख्या कम करने का फैसला लिया है. साथ ही, बी787-9 ड्रीमलाइनर और ए321नियो जैसे बड़े विमानों को देश के अंदर चुनिंदा मार्गों पर तैनात किया जा रहा है, ताकि उड़ानों को मिलाया जा सके और ज्यादा यात्रियों को जगह दी जा सके. एयर-इंडिया विस्तारा विलय 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है. लेकिन तब तक यात्रियों को कैसी स्थितियों का सामना पड़ेगा, यह देखना होगा. (dw.com)
नैनीताल, 3 अप्रैल । नैनीताल लोक सभा सीट पर भाजपा हैट्रिक की कोशिश में जुटी हुई है, वहीं कांग्रेस वापसी के लिए संघर्ष कर रही है। भाजपा ने फिर से अजय भट्ट को इस सीट पर मैदान में उतारा है, तो कांग्रेस से प्रकाश जोशी यहां मैदान में हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की पहली चुनावी रैली मंगलवार को रुद्रपुर में हुई, जिसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा।
कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड की पांचों सीटों पर भाजपा बुरी तरीके से डर चुकी है। इसीलिए पीएम मोदी की 4 चुनावी रैली यहां होने जा रही है।
कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि भाजपा में इतना डर है कि प्रधानमंत्री मोदी की रैली के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नैनीताल लोकसभा सीट पर चुनावी रैली करने जा रहे हैं।
वहीं कुमाऊं लोकसभा सीट पर क्या किसी कांग्रेस के बड़े नेता की रैली होगी, इस पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने कहा कि अभी कोई जरूरत नहीं। बीजेपी का डर कांग्रेस का मनोबल बढ़ा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड आना इस बात को दोहरा रहा है कि बीजेपी अंदर से बहुत डर चुकी है।
(आईएएनएस)
पिछले हफ्ते डाली नाम के जिस जहाज ने बाल्टीमोर में फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज को टक्कर मारकर तोड़ दिया था, उसके चालक दल में 20 भारतीय हैं, जिन्हें जहाज पर ही रखा गया है.
डॉयचे वैले पर विवेक कुमार की रिपोर्ट-
अमेरिका के बाल्टीमोर में अधिकारियों ने मंगलवार को डाली जहाज की टक्कर में टूटे फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज का मलबा साफ करना शुरू कर दिया है. लेकिन जहाज के चालक दल के सदस्यों को जहाज से उतरने नहीं दिया गया है. चालक दल में कुल 21 सदस्य हैं जिनमें से 20 भारतीय और एक श्रीलंकाई नागरिक है.
चालक दल के इन सदस्यों को जहाज पर इसलिए रखा गया है ताकि वे नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड द्वारा की जा रही हादसे की जांच में सहयोग कर सकें. किसी सदस्य को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया गया है लेकिन अमेरिकी मीडिया के मुताबिक कई सदस्यों से पूछताछ की जा चुकी है.
कब तक रहेंगे जहाज पर
अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि ये लोग कितने समय तक जहाज पर ही फंसे रहेंगे. एनटीएसबी की अध्यक्ष जेनिफर होमेंडी ने कहा कि इन लोगों को बिजली और खाना उपलब्ध है और वे अपने कमरों में ही रह रहे हैं.
सिंगापुर की कंपनी का जहाज डाली 948 फुट लंबा और 158 फुट चौड़ा है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि हादसे के बाद पानी में खड़ा यह जहाज कितना सुरक्षित है. होमेंडी ने मीडिया को बताया, "वे अंधेरे में नहीं बैठे हैं. लेकिन जहाज चल नहीं सकता.”
बुधवार को इन नाविकों से बात करने के बाद एक पादरी एंड्रयू मिडलटन ने न्यू यॉर्क टाइम्स को बताया कि उनके पास वक्त गुजारने के लिए टीवी और पढ़ने की सामग्री है और उन्होंने वाईफाई व सिमकार्ड भी मांगे हैं. हालांकि उन्हें जहाज से कब उतरने दिया जाएगा, यह अब तक भी स्पष्ट नहीं है. सामान्य परिस्थितियों में भी जहाजों के चालक दल के सदस्यों को अमेरिकी बंदरगाहों पर उतरने के लिए बहुत जटिल कागजी कार्रवाई से गुजरना पड़ता है.
'की ब्रिज' हादसा
'की ब्रिज' हादसा बीते मंगलवार हुआ था जब डाली उससे टकरा गया था. अब एनटीएसबी इस हादसे की जांच कर रहा है लेकिन सेना को इस जहाज को बंदरगाह से हटाने का काम सौंपा गया था. अमेरिकी कोस्ट गार्ड के वाइस एडमिरल पीटर गोटियर ने बुधवार को व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत में कहा, "सबसे बड़ी चुनौती तो स्टील के विशाल खंभों को जहाज से हटाना है. जहाज का अगला हिस्सा पानी में झुका हुआ है क्योंकि पुल का भारी मलबा उसके ऊपर पड़ा हुआ है.”
गोटियर ने कहा कि चालक दल जांच में सहयोग कर रहा है और जहाज के कप्तान और उनके डिप्टी से पूछताछ की जा चुकी है. भारत के विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि जहाज के चालक दल में 20 भारतीय हैं.
दुनियाभर में जहाजरानी कारोबार में बड़ी संख्या में भारतीय काम करते हैं. भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक लगभग साढ़े तीन लाख भारतीय विभिन्न जहाजों पर कार्यरत हैं, जो कुल संख्या का 20 फीसदी है. (dw.com)
पतंजलि पर आयुर्वेदिक उत्पादों के प्रचार के लिए आधुनिक चिकित्सा की छवि खराब करने वाले भ्रामक विज्ञापन चलाने पर मुकदमा चल रहा है. अदालत ने रामदेव और बालकृष्ण की क्षमा प्रार्थना अस्वीकार करते हुए कंपनी को फटकार लगाई है.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
सुप्रीम कोर्ट ने 2 अप्रैल को कहा कि वह अदालत की अवमानना के मामले में पतंजलि के सह-संस्थापक बाबा रामदेव और प्रबंधक निदेशक आचार्य बालकृष्ण की क्षमा प्रार्थना को अस्वीकार कर सकती है. पतंजलि और इन दोनों पर भ्रामक प्रचार चलाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप हैं.
न्यायमूर्ति हिमा कोहली और अहसानुद्दीन अमानुल्लाह ने फटकार लगाते हुए कंपनी के रवैये की कड़े शब्दों में निंदा की. जजों ने यहां तक कहा कि पतंजलि अदालत में झूठी गवाही देने की भी दोषी प्रतीत हो रही है. सॉलिसिटर जनरल के हस्तक्षेप पर अदालत ने पतंजलि को एक हफ्ते का अतिरिक्त समय दिया.
क्या है मामला
मूल मामला इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा दायर की गई एक याचिका से जुड़ा है. इसमें आईएमए ने आरोप लगाया था कि पतंजलि और रामदेव ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान और आधुनिक चिकित्सा पद्धति के खिलाफ विज्ञापन अभियान चलाया था.
नवंबर 2023 में अदालत ने बीमारियों का समूचा इलाज करने वाली दवाओं के झूठे दावों पर प्रति शिकायत पतंजलि के ऊपर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने की चेतावनी दी थी. यह भी आदेश दिया था कि कंपनी भविष्य में झूठे विज्ञापन ना निकाले. इस आदेश के बावजूद पतंजलि ने फिर से ऐसे विज्ञापन निकाले, जिसके बाद अदालत ने ऐसे विज्ञापनों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया. साथ ही, पतंजलि और बालकृष्ण के नाम अवमानना के नोटिस जारी कर दिए.
अवमानना के मामले में जब कंपनी ने अपना जवाब अदालत में दाखिल नहीं किया, तो 19 मार्च को कोर्ट ने रामदेव और बालकृष्ण को अगली सुनवाई में मौजूद रहने का आदेश दिया. इसके बाद 21 मार्च को बालकृष्ण ने इन विज्ञापनों के लिए अदालत में हलफनामा दाखिल कर बिना शर्त माफी मांगी.
कंपनी ने यह दलील दी कि वह कानून के शासन का पूरा आदर करती है, लेकिन उसके मीडिया विभाग को विज्ञापन रोकने के अदालती आदेश की जानकारी नहीं थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस दलील को ठुकरा दिया और कहा, "अवमानना के मामलों में इस तरह का सलूक नहीं किया जाता है. कुछ मामलों को उनकी तार्किक परिणति तक ले ही जाना पड़ता है. इतनी दरियादिली नहीं दिखाई जा सकती."
सरकार को भी फटकार
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय पर भी इस मामले में कोई कदम नहीं उठाने के लिए नाराजगी जताई. पीठ ने कहा कि कोविड के दौरान 2022 में खुद मंत्रालय ने कहा था कि पतंजलि के उत्पाद महामारी के खिलाफ आधुनिक दवाइयों के सप्लीमेंट से ज्यादा कुछ नहीं हैं.
पीठ ने रेखांकित किया कि इसके बावजूद मंत्रालय ने इस बात का जरा भी प्रचार नहीं किया, जबकि उस समय केंद्र सरकार के बिना कोई काम नहीं हो सकता था. अदालत ने कहा, "हमारे पास आयुष (मंत्रालय) के लिए सवाल हैं. आपने पतंजलि को नोटिस जारी किया था और उन्होंने आपको जवाब भेजा था, लेकिन वो जवाब आपने हमें नहीं दिया. हम सोच रहे हैं कि आपने ऐसा क्यों किया."
मामले में अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी. अदालत ने उस सुनवाई में भी रामदेव और बालकृष्ण को मौजूद रहने के लिए कहा है और तब क्षमा प्रार्थना के लिए एक बेहतर हलफनामा भी दाखिल करने का निर्देश दिया है. (dw.com)