खेल
-फिलेम दीपक सिंह
भुवनेश्वर, 28 जनवरी (भाषा)। भारत के पूर्व पुरुष हॉकी मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमेंस ने एफआईएच पुरुष विश्व कप के मौजूदा सत्र में भारत के जल्दी बाहर होने के पर रणनीतिक जागरूकता की कमी और क्लब संस्कृति की गैर-मौजूदगी को जिम्मेदार ठहराया है।
भारतीय टीम न्यूजीलैंड से क्रॉसओवर मैच में सडन डेथ में 4-5 से पिछड़ने के बाद क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में चूक गयी थी।
भारत के वर्तमान मुख्य कोच ग्राहम रीड ने भी हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के 2017 में समाप्त हो जाने के बाद क्लब संस्कृति की कमी के बारे में चिंता व्यक्त की थी।
भारतीय टीम के साथ 2015 से 2017 तक मुख्य कोच के तौर पर जुड़े रहे ओल्टमेंस ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘ भारत में कोई क्लब संस्कृति नहीं है, यह निश्चित तौर पर टूर्नामेंट से बाहर होने का एक कारण है। खिलाड़ियों को खेल जारी रखने की जरूरत होती है जिसका और क्लब स्तर के मैचों की गैरमौजूदगी में इसकी कमी रही।’’
साल 2013 से 2015 तक भारतीय हॉकी के हाई परफार्मेंस निदेशक रहे नीदरलैंड के इस कोच ने कहा, ‘‘ इसमें कोई शक नहीं कि ये भारतीय शानदार हॉकी खिलाड़ी हैं। लेकिन आपको यह जानने की जरूरत है कि खेल के किस क्षण क्या करना है। अगर अचानक, आप 10 खिलाड़ियों के खिलाफ खेल रहे है तो क्या करना है यह समझना होगा।’’
न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे क्वार्टर में स्कोर 3-3 से बराबर होने के बाद, निक रॉस को 53वें मिनट में पीला कार्ड मिला और वह पांच मिनट के लिए मैच से निलंबित हो गये। भारतीय टीम इसका फायदा उठाने में नाकाम रही और पेनल्टी शूटआउट में मैच गंवा बैठी।
रियो ओलंपिक में भारतीय टीम के मुख्य कोच रहे ओल्टमेंस ने कहा, ‘‘ मैच खत्म होने से पहले भारत के पास पांच मिनट का समय था जब न्यूजीलैंड का एक खिलाड़ी मैदान से बाहर था। ऐसे समय में भारत क्या कर रहा था? आपको रणनीतिक खेल खेलने और योजनाओं को ठीक से लागू करने की जरूरत है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जर्मनी की टीम ने आखिरी तीन मिनट में दो गोल किये (इंग्लैंड के खिलाफ) और भारत को कुछ ऐसा करने पर मेहनत करने की जरूरत है।’’
ओल्टमेंस इस बात से हैरान थे कि भारत के पास मेंटल-कंडीशनिंग (मानसिक अनूकुलन) कोच नहीं है। उन्होंने कहा कि जब वह टीम की जिम्मेदारी संभाल रहे थे तब बेंगलुरु में भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) केंद्र एक मनोवैज्ञानिक टीम के साथ था।
उन्होंने कहा, ‘‘बिल्कुल, इससे (मेंटल कंडीशनिंग कोच होने से) फर्क पड़ता है। जब मैं (रियो) ओलंपिक से पहले मुख्य कोच था, तो मेरे स्टाफ में एक मनोवैज्ञानिक था। यह कमोबेश मेंटल कंडीशनिंग कोच की तरह ही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘खेल के शारीरिक चीजों के लिए हमारे पास शारीरिक प्रशिक्षण है, खेल के रणनीतिक भाग के लिए, हमारे पास रणनीतिक प्रशिक्षण है, कौशल प्रशिक्षण के लिए हमारे पास ड्रैग-फ्लिक ट्रेनर हैं। लेकिन मानसिक पहलू ने एक बड़ा अंतर डाला और वहां हमारे पास कोई ट्रेनर नहीं है। यह अजीब है।’’
उन्होंने कहा कि कप्तान हरमनप्रीत सिंह पर बहुत अधिक जिम्मेदारियां थी और हो सकता है कि इससे विश्व कप में उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा। हरमनप्रीत को अपनी ड्रैग-फ्लिक से गोल करने में संघर्ष करना पड़ा, जिसे भारत के टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने का एक अहम कारण माना जा रहा है।
ओल्टमेंस ने कहा, ‘‘एक टीम में, आप हमेशा जानते हैं कि आपका नेतृत्व कौन कर रहा है। दुनिया हरमनप्रीत के खेल को 2016 के जूनियर विश्व कप के बाद से देख रही है। अब हम 2023 के बारे में बात कर रहे हैं। इन वर्षों में उन्होंने दिखाया है कि वह एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं।’’
पूर्व कोच ने कहा, ‘‘वह (हरमनप्रीत) डिफेंस का नेतृत्व कर रहा है और वह मुख्य पेनल्टी-कॉर्नर लेने वाला है। हम उसे एक ही समय में इतनी सारी जिम्मेदारियां देना चाहते हैं। मुझे यकीन है कि उसके पास टीम का नेतृत्व करने के गुण हैं, लेकिन बहुत अधिक ज़िम्मेदारियां खेल को प्रभावित कर सकती हैं। हालांकि मुझे पता है कि वह तनावपूर्ण परिस्थितियों में काफी शांत और तनाव मुक्त खिलाड़ी हैं।"
पोटचेफ्स्ट्रूम, 28 जनवरी (भाषा)। विस्फोटक बल्लेबाज शेफाली वर्मा अपनी अगुआई में भारत को रविवार को यहां आईसीसी के शुरूआती अंडर-19 टी20 विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ जीत दिलाकर इतिहास रचने के इरादे से मैदान में उतरेंगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने काफी सफलता अर्जित की है लेकिन टीम किसी भी स्तर पर विश्व कप ट्राफी नहीं जीत सकी है और सीनियर टीम के साथ दो विश्व कप और एक राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल का हिस्सा रह चुकी शेफाली अंडर-19 विश्व कप की ट्राफी जीतकर घर लौटना चाहेंगी।
सीनियर टीम तीन मौकों पर विश्व कप के फाइनल में पहुंची है लेकिन फाइनल की बाधा पार नहीं कर सकी है। 2005 में भारत को आस्ट्रेलिया से 98 रन से, 2017 में इंग्लैंड से नौ रन से और 2020 फाइनल में आस्ट्रेलिया से 85 रन से हार मिली।
रोहतक की युवा खिलाड़ी दो विश्व कप के अलावा पिछले साल बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता टीम का भी हिस्सा थीं। और अब वह इस मौके को हाथ से नहीं निकलने देना चाहतीं।
शनिवार को 19 वर्ष की हुई शेफाली ने फाइनल की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘हां, बहुत फाइनल्स खेले हैं। मैदान पर जाकर अपने खेल का लुत्फ उठाना अहम है। मैंने साथी खिलाड़ियों से भी कहा है कि तनाव मत लो, बस अपना शत प्रतिशत दो, यह मत सोचो कि यह फाइनल है। बस खुद पर भरोसा रखो। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सब अतीत की बात है जिसे बदला नहीं जा सकता। हम इस बार विश्व कप जीतने के लिये प्रतिबद्ध है और प्रत्येक दिन सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं। ’’
भारत को सुपर सिक्स लीग चरण में आस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सामने नर्वस होने वाले पल भी रहे और हम सो नहीं सके कि हम फाइनल में पहुंचेंगे या नहीं। लेकिन हमने अपनी गलतियों से सीख ली और यहां तक पहुंचे। ’’
शेफाली ने कहा, ‘‘अब हमें पूरा भरोसा है और अपनी भूमिका अच्छी तरह पता है। हर कोई सहज है और ज्यादा नहीं सोच रहा। ’’
सेमीफाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आठ विकेट से जीत दर्ज की जिसमें उसकी गेंदबाजों ने विपक्षी टीम को नौ विकेट पर 107 रन ही बनाने दिये।
लेग स्पिनर पार्श्वी चोपड़ा ने 20 रन देकर तीन विकेट चटकाये जबकि शेफाली ने अपने चार ओवर में महज चार रन दिये और एक विकेट झटका।
श्वेता सहरावत के नाबाद 61 रन से भारत ने 14.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।
शेफाली ने अपने पिता संजीव वर्मा के शब्द याद करते हुए कहा, ‘‘वह हमेशा मुझे कहते कि मैं सर्वश्रेष्ठ हूं और एक दिन विश्व कप जीतूंगी। वह मुझे हमेशा आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित करते। मैं उनके और अपने परिवार के बलिदानों की वजह से यहां पर हूं। ’’
भारत का सामना मजबूत इंग्लैंड से होगा जिसने सुपर सिक्स ग्रुप में सभी चार मैच जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया।
सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब बल्लेबाजी के कारण इंग्लैंड की टीम 19.5 ओवर में 99 रन पर सिमट गयी लेकिन बेहतरीन गेंदबाजी के कारण आस्ट्रेलिया को 96 रन पर समेटकर फाइनल में जगह बनायी।
इसमें उसकी लेग स्पिनर हन्ना बेकर्स ने चमकदार प्रदर्शन करते हुए चार ओवर में 10 रन देकर तीन विकेट झटके। कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस ने 3.4 ओवर में आठ रन देकर दो विकेट चटकाये।
टीमें इस प्रकार हैं।
भारत: शेफाली वर्मा, श्वेता सहरावत, गोंगडी त्रिशा, सौम्या तिवारी, सोनिया मेहदिया, ऋचा घोष, ऋषिता बसु, टिटास साधु, मन्नत कश्यप, पार्श्वी चोपड़ा, सोनम यादव, शबनम, फलक नाज और यशश्री सोपधंधी। इंग्लैंड:
ग्रेस स्क्रिवेंस, ऐली एंडरसन, हन्ना बेकर्स, जोसी ग्रोव्स, लिबर्टी हीप, नियाम हालैंड, रेयाना मैकडोनाल्ड-गे, एम्मा मार्लोव, चारिस पावले, डेविना पेरिन, लिजी स्कॉट, सेरेन स्मेल, सोफिया स्मेल, एलेक्सा स्टोनहाउस और मैडी वार्ड।
मैच भारतीय समयानुसार शाम पांच बजकर 15 मिनट पर शुरू होगा।
पोचेफस्ट्रूम, 28 जनवरी | जब जनवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप के उद्घाटन के बारे में खबर फैली, तो क्रिकेट जगत के कई लोग अपनी तरह के पहले टूर्नामेंट को लेकर बेहद उत्साहित थे। युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के अपने सपनों का पीछा करने के लिए मंच मिलेगा। मौजूदा दौर में जहां महिला क्रिकेट की ²श्यता में तेजी से वृद्धि देखी गई है। टूर्नामेंट ने खेल के भविष्य के सितारों को सुर्खियों में लाने का काम किया है। अब, दो सप्ताह के रोमांचक मैचों के बाद, जिसमें 16 टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया है। यह रविवार को पोचेफस्ट्रूम में जेबी मार्क्स ओवल में आयोजित होने वाले भारत और इंग्लैंड के बीच रविवार के खिताब के साथ एक रोमांचक समापन के लिए निर्धारित है।
जबकि भारत ने जीत के साथ फाइनल में प्रवेश किया, सुपर सिक्स में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एक हार को छोड़कर, इंग्लैंड अभी तक एक मैच नहीं हार पाया है और उसने शानदार जीत भी दर्ज की है। उन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया पर अपनी अविश्वसनीय तीन रन की जीत में यह भी दिखाया कि वे दबाव का सामना कर सकते हैं और मैदान पर कठिन परिस्थितियों में अपनी हिम्मत बनाए रख सकते हैं।
भारत के लिए रविवार का दिन महिला क्रिकेट के इतिहास में अपनी पहली वैश्विक ट्रॉफी हासिल करने का सुनहरा अवसर लेकर आया है। एक ऐसे देश में जहां भारत ने 18 साल पहले (2005 एकदिवसीय विश्व कप फाइनल) पहली बार महिला विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई थी। शेफाली वर्मा की टीम के पास इतिहास बनाने और महिलाओं की और भी बड़ी भागीदारी के लिए क्रिकेट को आगे बढ़ाने का मौका है।
टूर्नामेंट के रन-अप में, भारत अंडर19 'ए' ने विशाखापत्तनम में टूर्नामेंट जीता, जिसमें नवंबर 2022 में भारत अंडर19 'बी' टीम, वेस्ट इंडीज और श्रीलंका अंडर19 टीमें भी शामिल थीं। वहां से, भारत अंडर19 टीम ने पंजीकरण कराया, दिसंबर की शुरूआत में मुंबई में न्यूजीलैंड डेवलपमेंट टीम पर 5-0 से क्लीन स्वीप किया और मेजबान दक्षिण अफ्रीका पर 4-0 से जीत दर्ज की।
भारत के पास पूर्व स्पिनर नूशिन अल खदीर का साथ भी है, जो वर्तमान में उनकी मुख्य कोच हैं। नूशिन, महिलाओं के घरेलू में एक बेहद सफल कोच भारतीय टीम का हिस्सा थीं, जो दक्षिण अफ्रीका में 2005 के एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में उपविजेता रही थीं, और 18 साल बाद एक बार फिर से खिताब जीतने के कगार पर है।
भारत और इंग्लैंड दोनों के पास क्रमश: उप-कप्तान श्वेता सहरावत और कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस के रूप में मजबूत सलामी बल्लेबाज हैं। श्वेता बल्ले के साथ भारत का मुख्य आधार रही हैं, उन्होंने 115.50 की औसत से 231 रन बनाते हुए अपने स्ट्रोकप्ले से सभी को प्रभावित किया, और प्रतियोगिता में केवल दो बार आउट हुई हैं।
दूसरी ओर, ग्रेस बल्ले से शीर्ष पर लगातार बनी हुई हंै और 53.80 की औसत से 269 रन बनाकर अग्रणी रन-स्कोरर है, और 7.16 की औसत से अपनी आफ स्पिन के साथ छह विकेट भी लिए हैं। पार्शवी चोपड़ा और हन्ना बेकर के रूप में, भारत और इंग्लैंड के पास गुणवत्तापूर्ण लेग स्पिनर हैं जो बल्लेबाजों की सहज चाल पर ब्रेक लगा सकती हैं।
तो ऐसे कौन से क्षेत्र हैं जिनमें फाइनल का फैसला हो सकता है? पार्शवी, अर्चना देवी, सोनम यादव और मन्नत कश्यप सहित भारत के स्पिनरों से आने वाली चुनौती को विफल करने के लिए इंग्लैंड की बल्लेबाज खुद को बेहतर करना चाहेंगी।
सीम-बॉलिंग आलराउंडर रेयाना मैकडोनाल्ड-गे की अगुवाई में इंग्लैंड की तेज गेंदबाजों को परेशान करने के लिए भारत को कप्तान शेफाली वर्मा की तेज पारी की भी जरूरत होगी। पिछले साल, रेयाना ने सीनियर भारतीय टीम के खिलाफ इंग्लैंड सेलेक्ट इलेवन के लिए खेलते हुए छह विकेट लिए थे और उस समय शेफाली को भी आउट किया था।
भारत और इंग्लैंड दोनों के पास अच्छी खिलाड़ी हैं और रविवार को प्रतिष्ठित ट्रॉफी उठाने के लिए समान रूप से गंभीर दावेदार हैं। इंग्लैंड महिला विश्व कप में उद्घाटन विजेता होने का लक्ष्य रखेगा, जबकि भारत महिला क्रिकेट में अपना पहला विश्व खिताब हासिल करना चाहेगा। दुनिया को दिखाएगा कि वे क्या करने में सक्षम हैं।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं-
भारत (टीम): शेफाली वर्मा (कप्तान), श्वेता सहरावत (उपकप्तान), ऋचा घोष (विकेटकीपर), जी तृषा, सौम्या तिवारी, सोनिया मेहदिया, एस यशश्री, हर्षिता बसु (विकेटकीपर), सोनम यादव, मन्नत कश्यप, अर्चना देवी, पार्शवी चोपड़ा, तीतस साधु, फलक नाज और शबनम एमडी।
इंग्लैंड (टीम): ऐली एंडरसन, हन्ना बेकर, जोसी ग्रोव्स, लिबर्टी हीप, नियाम हॉलैंड, रेयाना मैकडोनाल्ड-गे, एम्मा मार्लो, चारिस पावेली, डेविना पेरिन, लिजी स्कॉट, ग्रेस स्क्रिवेंस (कप्तान), सोफिया स्मेल, सेरेन स्मेल, एलेक्सा स्टोनहाउस और मैडी वार्ड। (आईएएनएस)
रांची, 28 जनवरी | न्यूजीलैंड के आलराउंडर डेरिल मिचेल ने कप्तान मिचेल सेंटनर की भारत के खिलाफ पहले टी20 में 2/11 के इकोनॉमिकल स्पैल की जमकर सराहना करते हुए उन्हें सफेद बॉल क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक बताया।
मिचेल सेंटनर ने चार ओवरों में बेहद कंजूसी के साथ गेंदबाजी करते हुए मात्र 11 रन देकर दो विकेट झटके। उन्होंने 18 डॉट बॉल डालीं और पॉवरप्ले के आखिरी ओवर में इन फॉर्म सूर्यकुमार यादव को मैडन ओवर भी फेंका।
उन्होंने रांची की पिच पर गेंद को घुमाते हुए शुभमन गिल और दीपक हुड्डा के विकेट झटके और न्यूजीलैंड ने 21 रन से मुकाबला जीत कर इस दौरे की पहली जीत हासिल की।
डेरिल मिचेल ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "वह सफेद गेंद क्रिकेट में इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक हैं। उन्होंने अपनी क्लास साबित की। यह उनकी तरफ से विशेष स्पैल था जिसने हमें जीतने के लिए अच्छी स्थिति में डाल दिया। वह न्यूजीलैंड के लिए लम्बे समय से ऐसा कर रहे हैं। हम भाग्यशाली हैं कि वह हमारे पास हैं।"
डेरिल ने 30 गेंदों में नाबाद 59 रन बनाये जिसमें आखिरी ओवर में मारे गए 27 रन शामिल थे। न्यूजीलैंड ने
176/6 रन बनाये और अंत में मुकाबला 21 रन से जीता।
उन्होंने कहा कि लगगभग 180 के स्कोर ने उन्हें इसका बचाव करने की उम्मीद दी और वे सफल रहे। (आईएएनएस)
भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के खिलाड़ियों के साथ नज़र आए.
भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ट्वेंटी-20 सिरीज़ के लिए रांची में है. रांची में सिरीज़ का पहला ट्वेंटी-20 मैच शाम सात बजे से खेला जाएगा.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके महेंद्र सिंह धोनी का रांची घरेलू मैदान है. बीसीसीआई ने ट्विटर पर एक 39 सेकेंड का वीडियो पोस्ट किया है. इसमें धोनी भारतीय ट्वेंटी-20 टीम के कप्तान हार्दिक पांड्या और दूसरे खिलाड़ियों के साथ नज़र आ रहे हैं.
गुरुवार को पोस्ट किए वीडियो के साथ बीसीसीआई की ओर से लिखा गया है, "देखिए, रांची में आज ट्रेनिंग में कौन आया, द ग्रेट महेंद्र सिंह धोनी."
बतौर कप्तान भारतीय टीम को क्रिकेट के हर फॉर्मेट में अनगिनत कामयाबी दिलाने वाले धोनी को 'मैजिकल माही' जैसे उपनाम मिल गए थे. धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने पहला ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप जीता था.
देश में ट्वेंटी-20 फॉर्मेट की लोकप्रियता बढ़ाने में उस ख़िताब की बड़ी भूमिका मानी जाती है. (bbc.com/hindi)
न्यूज़ीलैंड ने रांची में खेले जा रहे ट्वेंटी-20 मैच में भारत को जीत के लिए 177 रन की चुनौती दी है.
भारत के कप्तान हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतने के बाद न्यूज़ीलैंड को पहले बल्लेबाज़ी का न्योता दिया.
न्यूज़ीलैंड ने 20 ओवर में छह विकेट पर 176 रन बनाए. न्यूज़ीलैंड को इस स्कोर तक पहुंचाने में डेरल मिचेल की पारी का अहम योगदान रहा. उन्होंने नाबाद 59 रन (30 बॉल, तीन चौके, पांच छक्के) बनाए.
न्यूज़ीलैंड के लिए डेवन कॉनवे ने 52, फिन एलन ने 35 और ग्लेन फिलिप ने 17 रन बनाए.
भारत के लिए वाशिंगटन सुंदर ने दो विकेट लिए. भारत की ओर से अर्शदीप सिंह सबसे महंगे गेंदबाज़ साबित हुए. उन्होंने चार ओवर में 51 रन दिए. उन्होंने 20वें ओवर में 27 रन खर्च कर दिए.
भारत ने तीन मैचों की वनडे सिरीज़ में न्यूज़ीलैंड को 3-0 से मात दी. ट्वेंटी-20 सिरीज़ में भी तीन मैच खेले जाएंगे. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 27 जनवरी। पद्म श्री से सम्मानित अनुभवी क्रिकेट कोच गुरचरण सिंह ने कहा कि कई कोच खिलाड़ियों की सफलता का श्रेय इसलिये लेते हैं क्योंकि वे उनकी अकादमी में ट्रेनिंग करते थे जो सही नहीं है।
गुरचरण 87 वर्ष के हैं जिन्होंने दर्जन भर अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी जैसे कीर्ति आजाद, अजय जडेजा, मनिंदर सिंह को कोचिंग दी है। उन्होंने कहा कि सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और राहित शर्मा ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक पीढ़ी में एक बार ही पैदा होते हैं।
उन्हें भारतीय क्रिकेट में उनके यागदान के लिये इस साल पद्म श्री से नवाजा गया। वह देश प्रेम आजाद के बाद यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल करने वाले दूसरे क्रिकेट कोच हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट कोचिंग में एक कोच को अपने मूल अधिकार रखने चाहिए। अगर खिलाड़ी ट्रेनिंग का हिस्सा बना और सरल से अभ्यास सत्र किये तो काफी कोच दावा करते हैं कि वह खिलाड़ी उनका शिष्य है। ’’
गुरचरण ने कहा, ‘‘यह चीज पूरी तरह गलत है, यहां तक कपिल देव मुंबई में मेरे कोचिंग शिविर में हिस्सा लेते थे, लेकिन मैं अब भी दावा नहीं करता कि वह मेरा शिष्य था, वह चंडीगढ़ से है और वह डीपी आजाद का शिष्य है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर कोच की कोचिंग देने की अलग अलग तकनीक होती है, बल्ले की लंबाई एक समान होती है, इसकी चौड़ाई एक समान होती है लेकिन कोच की तकनीक अलग होती है। ’’
उन्होंने पीटीआई को दिये एक साक्षात्कार में कहा कि गावस्कर, तेंदुलकर और कोहली जैसे खिलाड़ी हमेशा भारत के महान क्रिकेटर रहेंगे और नये खिलाड़ी कभी उनकी विरासत को फीका नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, ‘‘आप कोहली जैसा खिलाड़ी नहीं बना सकते, आप सुनील गावस्कर या सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा जैसा क्रिकेटर नहीं बना सकते। ये क्रिकेट महान खिलाड़ी हैं और अपनी विरासत छोड़ चुके हैं। नए खिलाड़ी आते रहेंगे लेकिन वे इनकी जगह नहीं ले सकते। इन जैसे खिलाड़ी हमेशा महान हैं और महान बने रहेंगे। ’’ (भाषा)
दुबई, 27 जनवरी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने दक्षिण अफ्रीका में होने वाले आगामी महिला टी20 विश्व कप के लिए सभी महिला मैच अधिकारियों के पैनल (समिति) की शुक्रवार को घोषणा की जिसमें भारत की जीएस लक्ष्मी, वृंदा राठी और जननी नारायणन की तिकड़ी भी शामिल है। यह पहली बार है जब आईसीसी ने किसी विश्व कप के लिए सभी महिला मैच अधिकारियों के पैनल की घोषणा की।
इस समिति में तीन मैच रेफरी और 10 अंपायर हैं। आईसीसी के लिए 13 महिलाओं के पैनल के नामों की घोषणा करना ऐतिहासिक क्षण है। यह क्रिकेट में महिलाओं की भागीदारी और दृश्यता को आगे बढ़ाने की आईसीसी की रणनीतिक महत्वाकांक्षा का हिस्सा है।
इस समिति में सात ऐसे नाम है जो पहली बार विश्व कप में मैच अधिकारी की भूमिका में होंगे। यह घोषणा वैश्विक टूर्नामेंटों से जुडने वाली महिला अधिकारियों की संख्या में लगातार वृद्धि के बाद आई है।
भारत की राठी और जननी इस महीने की शुरुआत में प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर बनी थीं। यह दोनों पहली बार किसी टी20 विश्व कप में अंपायरिंग करेंगी।
आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक वसीम खान ने कहा, ‘‘ हाल के वर्षों में महिला क्रिकेट तेजी से बढ़ा है और इसके भागीदार के तौर पर हम यह सुनिश्चित करने के लिए रास्ते बना रहे हैं कि अधिक महिलाओं को उच्चतम स्तर पर काम करने का मौका मिले।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ यह घोषणा हमारे इरादे को दर्शाता है। यह हमारी नयी यात्रा की शुरुआत है जहां पुरुषों और महिलाओं को हमारे खेल में समान अवसर मिलेगा। हम अपनी महिला मैच अधिकारियों का समर्थन जारी रखने और वैश्विक मंच पर उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
पिछले साल महिला विश्व कप और टी20 विश्व कप 2020 में आठ महिला मैच अधिकारी शामिल थी। दक्षिण अफ्रीका में चल रहे आईसीसी अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप में नौ महिला मैच अधिकारी शामिल है।
क्लेयर पोलोसाक सबसे अनुभवी महिला अंपायरों में शामिल है। उन्होंने 2016 के बाद से हर महिला विश्व कप (टी20 और वनडे) में अंपायरिंग की है। ऑस्ट्रेलिया की 34 साल की यह अंपायर अपने चौथे टी20 विश्व कप में अंपायरिंग करेंगी, जबकि इंग्लैंड की सू रेडफर्न, वेस्टइंडीज की जैकलीन विलियम्स और न्यूजीलैंड की किम कॉटन तीसरी बार महिला टी20 विश्व कप में मैच अधिकारी के तौर पर जुड़ेंगी।
इस सूची में इंग्लैंड की अन्ना हैरिस सबसे कम उम्र की अंपायर है। वह महज 24 साल की उम्र में आईसीसी के एक बड़े टूर्नामेंट में पदार्पण करेंगी।
आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2023 के मैच अधिकारी:
मैच रेफरी: जीएस लक्ष्मी (भारत), शैंड्रे फ्रिट्ज (दक्षिण अफ्रीका), मिशेल परेरा (श्रीलंका)
अंपायर: सू रेडफर्न (इंग्लैंड), एलोइस शेरिडन (ऑस्ट्रेलिया), क्लेयर पोलोसाक (ऑस्ट्रेलिया), जैकलीन विलियम्स (वेस्टइंडीज), किम कॉटन (न्यूजीलैंड), लॉरेन एजेनबाग (दक्षिण अफ्रीका), अन्ना हैरिस (इंग्लैंड), वृंदा राठी (भारत), एन जननी (भारत), निमाली परेरा (श्रीलंका)। (भाषा)
नई दिल्ली, 27 जनवरी | भारत के पुरुषों के घरेलू मैचों का कारवां न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 की ओर बढ़ गया है। कोई भी इस बारे में सोच सकता है कि घरेलू विश्व कप वर्ष में उनका वनडे फॉर्म कैसे शुरू हुआ है। श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय मैचों में, भारत कुछ मुश्किल स्थितियों के बावजूद 3-0 से समान क्लीन स्वीप दर्ज करने में सक्षम रहा, जहां ऐसा लग रहा था कि मैच उनकी पकड़ से बाहर हो गया था। लेकिन उन्होंने मेहमान टीमों पर अपना दबाव बनाए रखा। कप्तान रोहित शर्मा सहित बल्लेबाज बड़े रन बनाने में सफल रहे, जबकि मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव के नेतृत्व में गेंदबाज शानदार रहे।
शुरूआत के बावजूद, कोई भी इस तथ्य को नजरअंदाज नहीं कर सकता है कि व्यस्त क्रिकेट कार्यक्रम में, थकान बहुत अधिक होती है और पिछले साल, भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों को चोटों से जूझते हुए देखा गया था, विशेष रूप से उनमें से कुछ खिलाड़ियों ने मैदान पर लंबा समय बिताया था।
2021 में, भारतीय टीम ने आईपीएल के दूसरे भाग के समाप्त होने के कुछ ही दिनों बाद संयुक्त अरब अमीरात में टी20 विश्व कप में प्रवेश किया और सुपर 12 में पाकिस्तान के साथ-साथ न्यूजीलैंड से हार ने उनको अभियान से बाहर कर दिया था।
हालांकि कई लोगों ने उस समय जोर देकर कहा था कि यूएई में आईपीएल खेलना यूएई में टी20 विश्व कप के लिए शानदार तैयारी होगी। टूर्नामेंट में ऊर्जा और तीव्रता की कमी के साथ भारत का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था।
मामलों को और अधिक व्यस्त बनाने के लिए, 2021 टी20 विश्व कप में भारतीय टीम के अधिकांश सदस्य चार महीने के लिए इंग्लैंड में बायो-बबल में थे, जिसमें जून में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल और भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के चार मैच शामिल थे। इंग्लैंड (पांचवां टेस्ट रद्द कर दिया गया और जुलाई 2022 के लिए पुनर्निर्धारित किया गया)।
जैसा कि 2022 में टी20 में भारत का प्रदर्शन और आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में उसके प्रदर्शन ने दिखाया कि द्विपक्षीय श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करना एक बात है और आईसीसी वैश्विक टूर्नामेंटों में प्रदर्शन को दोहराना दूसरी बात है। हाल ही में श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे मैचों में प्रदर्शन 2023 विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन के बारे में प्रशंसकों को कुछ उम्मीद दे सकता है।
लेकिन कोई भी थकान कारक के बारे में सोचने में मदद नहीं कर सकता है, जो शारीरिक और मानसिक रूप से मौजूद है। मेगा इवेंट के रन-अप में यह कितना निर्णायक हो सकता है। अक्टूबर में 2023 विश्व कप तक भारत के कार्यक्रम में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टी20, फिर घर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट और तीन वनडे मैच हैं, इसके बाद आईपीएल के लगभग दो महीने हैं।
कुछ दिनों के अंतराल के बाद, जून में संभावित विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल हो सकता है, जिसके बाद वेस्टइंडीज का एक आल-फॉर्मेट दौरा होगा। फिर भारत 50 ओवर का एशिया कप खेलेगा, जिसका स्थान अभी तय नहीं किया गया है। इसके बाद विश्व कप आने से पहले घर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैच खेले जाएंगे।
हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 1 जनवरी को कहा कि विश्व कप योजना में प्रमुख खिलाड़ियों के कार्यभार की निगरानी तब की जाएगी जब वे राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी द्वारा इस साल के आईपीएल के दौरान अपने संबंधित फ्रेंचाइजी के साथ होंगे। यह आशा की किरण देता है कि एकदिवसीय विश्व कप वर्ष में थकान कारक को कम किया जा सकता है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 27 जनवरी । भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने न्यूज़ीलैंड को हराकर अंडर 19 वर्ल्ड कप फ़ाइनल में जगह बना ली है.
भारत ने न्यूज़ीलैंड पर आठ विकेट से ज़ोरदार जीत हासिल की. भारतीय टीम ने 34 गेंद बाकी रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया.
29 जनवरी को खेले जाने वाले फ़ाइनल में भारतीय टीम का मुक़ाबला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाले दूसरे सेमीफ़ाइनल के विजेता से होगा. दूसरा सेमीफ़ाइनल भी आज खेला जाएगा.
न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी.
न्यूज़ीलैंड की टीम 20 ओवर में नौ विकेट पर 107 रन बना सकी. भारत के लिए पार्श्वी चोपड़ा ने तीन विकेट लिए.
भारत ने 108 रन का लक्ष्य 15वें ओवर में दो विकेट के नुक़सान पर हासिल कर लिया.
भारत के लिए श्वेता सेहरावत ने नाबाद 61 और सौम्या तिवारी ने 22 रन बनाए. (bbc.com/hindi)
ईस्ट लंदन, 27 जनवरी भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को फाइनल से पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शनिवार को यहां होने वाले त्रिकोणीय टी20 क्रिकेट श्रृंखला के मैच में अपने रवैए में आक्रामकता लानी होगी।
वेस्टइंडीज के पहले तीनों मैच गंवाने के कारण भारत और दक्षिण अफ्रीका पहले ही फाइनल में जगह बना चुके हैं। ऐसे में दो फरवरी को होने वाले फाइनल से पहले यह मैच उसकी ‘ड्रेस रिहर्सल’ की तरह होगा।
अगर स्मृति मंधाना और कप्तान हरमनप्रीत कौर की अनुभवी जोड़ी ने अपनी भूमिका अच्छी तरह से नहीं निभाई होती तो भारतीय टीम पिछले लीग मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ प्रतिस्पर्धी स्कोर नहीं बना पाती।
इन दोनों खिलाड़ियों से जहां निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद की जा रही है वहीं कप्तान को युवा खिलाड़ियों से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
शेफाली वर्मा की अनुपस्थिति में पारी का आगाज कर रही यास्तिका भाटिया पावरप्ले में आक्रामक रवैया अपनाने में नाकाम रही है। अभी तो भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज से हो रहा है लेकिन विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ इस तरह का रवैया टीम को मुश्किल में डाल सकता है।
शेफाली की तरह अंडर-19 विश्व कप में खेल रही रिचा घोष की अनुपस्थिति में भारत को मध्यक्रम में एक ‘पावर हिटर’ की कमी खल रही है। अमनजीत कौर ने अपने पदार्पण मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था और वह उसे दोहराने की कोशिश करेगी।
जेमिमा रोड्रिग्स की खराब फॉर्म ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला से ही जारी है और वह अगले महीने होने वाले विश्व कप से पहले कुछ रन अपने नाम लिखवाना चाहेगी। इस मैच से हरलीन देओल को भी अपना प्रभाव छोड़ने का मौका मिलेगा क्योंकि वह पिछले दो मैचों में नाकाम रही थी।
ऑलराउंडर पूजा वस्त्राकर फिटनेस से जुड़े मसलों के कारण अभी तक कोई मैच नहीं खेल पाई है लेकिन वह शनिवार को अंतिम एकादश में जगह बना सकती है।
भारतीय टीम में वापसी करने वाली शिखा पांडे से भी गेंदबाजी में टीम को अच्छी शुरुआत की जरूरत है। वह वापसी के बाद अपने पहले मैच में विकेट नहीं ले पाई थी।
दक्षिण अफ्रीका टूर्नामेंट के पहले मैच में भारत से हार गया था और वह फाइनल से पहले इस मैच में बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेगा। दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को 10 विकेट से हराकर फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित की थी।
टीम इस प्रकार हैं :
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप कप्तान), यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देओल, दीप्ति शर्मा, देविका वैद्य, राजेश्वरी गायकवाड़, राधा यादव, रेणुका ठाकुर, मेघना सिंह, अंजलि सरवानी, सुषमा वर्मा (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, पूजा वस्त्राकर, सभिनेनी मेघना, स्नेह राणा और शिखा पांडे।
दक्षिण अफ्रीका: सुने लुस (कप्तान), क्लो ट्राईटन (उपकप्तान), एनेके बॉश, ताज़मिन ब्रिट्स, नादिन डी क्लार्क, एनेरी डर्क्सन, लारा गुडॉल, शबनीम इस्माइल, सिनालो जाफ्ता, मरिज़ैन कप्प, अयाबोंगा खाका, मसाबाटा क्लास, टेबोगो मचेके, नॉनकुलुलेको म्लाबा, तुमी सेखुखुने, डेल्मी टकर और लौरा वोल्वार्ड्ट।
मैच भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे शुरू होगा। (भाषा)
नई दिल्ली, 27 जनवरी । भारत की अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम शुक्रवार को न्यूज़ीलैंड के साथ दक्षिण अफ़्रीका में सेमीफ़ाइनल मैच खेल रही है.
भारत ने टॉस जीता और पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला लिया.
शेफ़ाली वर्मा की कप्तानी में टीम ने बांग्लादेश और इंग्लैंड के साथ मैच बड़े अंतर से जीतने के बाद अपनी सेमीफाइनल में जगह बनाई है.
भारत के प्लेइंग इलेवन: शेफ़ाली वर्मा (कप्तान), श्वेता शेरावत, सौम्या तिवारी, गोंगाडी तृषा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), हर्षिता बसु, तीता साधु, मन्नत कश्यप, अर्चना देवी, पार्शवी चोपड़ा, सोनम यादव. (bbc.com/hindi)
भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी ऑस्ट्रेलियन ओपेन में मिक्स्ड डबल्स का फ़ाइनल मुकाबला हार गई है.
सानिया और बोपन्ना की जोड़ी को ब्राज़ील के राफ़ेल माटोस और लुइसा स्टेफ़नी की जोड़ी ने 6-7, 2-6 से हराया.
ये सानिया मिर्ज़ा के करियर का आख़िरी ग्लैंडस्लैम था.
वह 19 फ़रवरी से दुबई में शुरू होने वाले डब्लूटीए 1000 टेनिस चैंपियनशिप में अपना आख़िरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगी और इसके बाद टेनिस से संन्यास ले लेंगी.
सानिया मिर्जा,रोहन बोपन्ना ने ये मुक़ाबला लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस से 6-7, 2-6 से हारा.
सानिया मिर्ज़ा ने साल 2014 में ब्रूनो सोरेस के साथ मिक्स्ड डबल्स का अपना आख़िरी खिताब जीता था. (bbc.com/hindi)
बाबर आजम लगातार दूसरी बार 'वनडे क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर' बने हैं.
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आज़म को लगातार दूसरी बार आईसीसी का वनडे क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड मिला है.
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने साल 2022 के लिए अवॉर्ड्स की घोषणा की है.
इस सिलसिले में गुरुवार को बाबर आज़म के लिए क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड का एलान किया गया है. अब तक आईसीसी वनडे और टी20 फ़ॉर्मेट में बेस्ट महिला और पुरुष टीम का एलान कर चुका है.
बुधवार को आईसीसी ने गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज को बेस्ट वनडे गेंदबाज़ के सम्मान से सम्मानित किया.
वहीं सूर्य कुमार यादव को टी 20 फॉर्मेट में क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर घोषित किय गया.
इसके अलावा पुरुषों की बेस्ट टेस्ट टीम का भी एलान हो चुका है. (bbc.com/hindi)
महिलाओं के आईपीएल यानी विमेन प्रीमियर लीग की 5 टीमों के लिए कुल 4669 की बोली लगी है. सबसे महंगी टीम अहमदाबाद को अदानी स्पोर्ट्सलाइन प्राइवेट लिमिटेड ने 1289 करोड़ रुपये में खरीदा है.
इसके अलावा मुंबई को इंडियाविन स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 912.99 करोड़ रुपये, बेंगलुरू को रॉयल चैलेजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 901 करोड़ में, दिल्ली को जेएसडब्लू जीएमआर क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड ने 810 करोड़ में और लखनऊ को कैप्री ग्लोबल होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड ने 757 करोड़ में ख़रीदा है.
बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने ट्विटर पर लिखा, "क्रिकेट के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि WPL की शुरुआती बिडिंग ने मेन्स आईपीएल के 2008 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. विजेताओं को बधाई, हमें इस नीलामी से 4669.99 मिले हैं. महिला क्रिकेट के लिए ये एक क्रांति की शुरुआत है और ये न सिर्फ़ महिला क्रिकेटरों के लिए बल्कि पूरे खेल परिवार के लिए एक बदलाव की शुरुआत है." (bbc.com/hindi)
भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज आईसीसी की वनडे रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंच गए हैं.
तीन साल बाद बीते वर्ष फ़रवरी में टीम इंडिया में अपनी वापसी के बाद से मोहम्मद सिराज ने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया और इस दौरान खेले गए 21 वनडे में 37 विकेट झटके.
इतना ही नहीं पिछले 10 वनडे में सिराज ने प्रति मैच एक से अधिक विकेट भी लिए.
सिराज का यह प्रदर्शन श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेले गए घरेलू वनडे सिरीज़ में भी जारी रहा.
बीते एक महीने के दौरान सिराज ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेले गए तीन वनडे मुक़ाबलों में 9 विकेट लिए वहीं न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पहले ही वनडे में उन्होंने चार विकेट चटकाए.
वनडे में सिराज का शानदार प्रदर्शन उन्हें आईसीसी क्रिकेट रैंकिंग के टॉप स्पॉट पर ले गया.
हालांकि 729 रेटिंग पॉइंट के साथ वो इस रैंकिंग के शीर्ष पर ज़रूर पहुंच गए हैं लेकिन नंबर-2 पर काबिज़ ऑस्ट्रेलियाई जॉस हेजलवुड के मुक़ाबले उनकी बढ़त महज़ 2 अंकों की है.
वनडे में गेंदबाज़ों की आईसीसी रैंकिंग में नंबर-1 पर सिराज से पहले बीते वर्ष जसप्रीत बुमराह भी पहुंचे थे.
न्यूज़ीलैंड से वनडे सिरीज़ 3-0 से जीतने और आईसीसी रैंकिंग में टीम इंडिया के नंबर-1 बनने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी सिराज की तारीफ़ की.
उन्होंने कहा, उन्होंने वाकई बहुत अच्छा किया है, टीम को उनसे क्या चाहिए वे इसे बखूबी समझते हैं."
रोहित ने कहा, "नई गेंद लेना, उसे स्विंग करना और शुरुआती विकेट झटकना. फिर मिडिल ओवर्स में भी उन्होंने विकेट निकालने की क्षमता दिखाई है."
आईसीसी वनडे रैंकिंग में टॉप- 5 गेंदबाज़
मोहम्मद सिराज (भारत)- 729
जॉस हेजलवुड (ऑस्ट्रेलिया)- 727
ट्रेंट बोल्ट (न्यूज़ीलैंड)- 708
मिशेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया)- 665
राशिद ख़ान (अफ़ग़ानिस्तान)- 659
भारतीय क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव को 2022 के आईसीसी क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर के सम्मान से नवाज़ा गया है.
आईसीसी ने आज इसका एलान किया.
साल 2022 में सूर्यकुमार यादव ने 31 मैचों में 46.56 के औसत और 187.43 के स्ट्राइक रेट से 1164 रन बनाए.
यादव के लिए एक शानदार साल रहा और उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़े. वो टी-20 में एक कैलेंडर ईयर में 1000 रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ बने. साथ ही वो साल के सबसे रन बनाने वाले खिलाड़ी है.
टी-20 में यादव ने पिछले साल रिकॉर्ड 68 छक्के लगाए. दो शतक और नौ अर्ध शतक के साथ उन्होंने कई मौकों पर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई है.
वर्ल्ड कप में उन्होंने क़रीब 60 की औसत से तीन अर्धशतक बनाए. उनका स्ट्राइक रेट 189.68 रहा. (bbc.com/hindi)
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की गेंदबाज़ रेणुका सिंह,ऑस्ट्रेलिया की डार्सी ब्राउन, इंग्लैंड की एलिस कैपसे और भारत की ही याशिका भाटिया को पीछे छोड़ते हुए आईसीसी इमर्जिंग विमेन्स प्लेयर ऑफ़ द ईयर बन गई हैं.
26 साल की सिंह ने 2022 में 29 वनडे और टी-20 मैचों में 40 विकेट लिए हैं.
वनडे में रेणुका ने 14.88 की औसत से 18 विकेट लिए हैं, वहीं टी-20 में उन्होंने 23.95 की औसत से 22 विकेट लिए. (bbc.com/hindi)
विधांशु कुमार
इंदौर में भारत ने न्यूज़ीलैंड को 90 रन के बड़े अंतर से हराया, सिरीज़ में 3-0 से जीत हासिल की और साथ ही आईसीसी की वनडे क्रिकेट रैंकिंग में पहले स्थान पर क़ब्ज़ा जमाया.
आईसीसी रैंकिंग में 114 अंकों के साथ भारत नंबर वन पर है जबकि 113 अंक के साथ इंग्लैंड दूसरे, 112 अंक के साथ ऑस्ट्रेलिया तीसरे और 111 अंक के साथ न्यूज़ीलैंड चौथे नंबर पर है.
ये जीत कई मायनों में ख़ास रही. सबसे पहले न्यूज़ीलैंड से 3-0 से जीतना आसान बात नहीं थी. लेकिन इन सभी मैचों में भारत ने बड़े अंतर से जीत हासिल की.
न्यूज़ीलैंड वही टीम है जिसने 2019 के वर्ल्ड कप में भारत को भी हराया था और एक रोमांचक फ़ाइनल में इंग्लैंड से हार गई थी.
भारत से पहले न्यूज़ीलैंड की टीम पाकिस्तान के दौरे पर थी, जहाँ उन्होंने बाबर आज़म की टीम को 3 मैचों में 2-1 से मात दी थी.
ज़ाहिर है कि ब्लैक कैप्स बढ़िया आत्मविश्वास के साथ भारत आए थे, लेकिन वनडे में 3-0 की हार ने उनका हौसला भी पस्त कर दिया.
वहीं, दूसरी ओर भारतीय टीम ने श्रीलंका को 3-0 से हराने के बाद एक मज़बूत कीवी टीम को पटखनी दी.
अपने घर में लगातार छह मैच जीतने से टीम इंडिया की जीत का अच्छा सिलसिला बना है और जैसा कि विशेषज्ञ अक्सर कहते हैं कि जीत एक आदत होती है, तो टीम इंडिया ने वैसी ही आदत बनाने की कोशिश की है.
इस तरह की जीत से इसी साल भारत में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए भी टीम का आत्मविश्वास बढ़ता है.
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी कहा कि वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट जीतने के लिए आपको 7-8 गेम जीतने पड़ते हैं तो उस लिहाज़ से ये रिज़ल्ट भारत के लिए अच्छी प्रैक्टिस साबित हुआ है.
शुभमन गिल की धूम
इस सिरीज़ में भारत के लिए सबसे बड़ा तोहफ़ा शुभमन गिल का फ़ॉर्म रहा. पिछले 4 मैचों में 3 शतक लगाकर गिल ने बेहतरीन फ़ॉर्म का परिचय दिया है. उन्होंने सिरीज़ में 3 मैचों में 360 रन बनाकर भारत के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया है.
इन तीन मैचों में उनका औसत 180 का रहा जिसमें पहले मैच में 208 रनों का बड़ा योगदान रहा. न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन ने बताया कि गिल की बैटिंग में ज़बरदस्त टाइमिंग दिखती है और वे सिर्फ़ ताक़त का यूज़ नहीं करते.
गिल और रोहित शर्मा एक दूसरे को कंप्लीमेंट करते हैं, ख़ासकर जिस तरह के शॉट्स वो खेलते हैं और जिन एरिया में वो शॉट्स लगाते हैं.
लेकिन गिल और भारतीय टीम के लिए सबसे बढ़िया बात ये रही कि उनका स्ट्राइक रेट लगातार बेहतर होता जा रहा है.
इस सिरीज़ में उन्होंने 129 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग की है, जो वनडे क्रिकेट में बहुत कम खिलाड़ियों का रह पाता है.
रोहित का शतक
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पिछले मैच में अर्ध शतक लगाया था और इस मैच में सेंचुरी लगाकर अपने बैट को विश्राम दिया है.
इंदौर में रोहित शर्मा ने 85 गेंदों पर 101 रन बनाए हैं, जिसमें 6 छक्के और 9 चौके शामिल रहे.
वनडे में ये उनका 30वाँ शतक था और इसके साथ ही उन्होंने रिकी पोंटिंग के 30 शतकों की बराबरी भी कर ली है.
मैच के बाद रोहित ने कहा है कि ये सेंचुरी उनके लिए काफ़ी अहम है क्योंकि वो लंबे समय से अच्छी बैटिंग कर रहे थे लेकिन तीन फिगर के स्कोर को तरस रहे थे.
कमेंट्री के दौरान संजय मांजरेकर ने भी रोहित की तारीफ़ करते हुए कहा कि रोहित ने अपने नेचुरल अंदाज़ में तेज़ बैटिंग की जो एक अच्छा संकेत है.
बाक़ी बल्लेबाज़ों से बेहतर करने की उम्मीद
सिरीज़ में गिल और रोहित शर्मा की बैटिंग को हटा दें, तो टॉप ऑर्डर के किसी दूसरे बल्लेबाज़ ने बड़ी पारी नहीं खेली.
टीम में सिरीज़ के तीसरे सबसे बड़े स्कोरर हार्दिक पंड्या रहे जिन्होंने 2 पारियों में 82 रन बनाए.
विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन जैसे बल्लेबाजों का औसत इस सिरीज़ में 22 या उससे कम रहा जिसे आप निराशाजनक कह सकते हैं, वो इसलिए कि अगर भारतीय स्कोर से शुभमन गिल के रन निकाल दें तो शायद भारत सभी मैच हार जाता.
विराट कोहली ने जहाँ पिछली सिरीज़ में 2 शतक लगाए थे. वहीं, कीवियों के ख़िलाफ़ 3 पारियों में सिर्फ़ 55 रन बना सके.
सिरीज़ में सूर्यकुमार यादव का सर्वाधिक स्कोर 31 रहा जबकि ईशान किशन ने 3 पारियों में कुल 30 रन बनाए.
वैसे इन तीनों बल्लेबाज़ों ने इस सिरीज़ से पहले बढ़िया फ़ॉर्म दिखाया है तो भारतीय टीम उम्मीद करेगी कि वो जल्दी ही बड़े स्कोर के बीच वापस लौटेंगे.
सिराज बने मुख्य हथियार
वैसे तो शुभमन गिल के रन इस सिरीज़ में उनके बेहतरीन प्रदर्शन को इशारा करते है लेकिन उनके साथ जिस खिलाड़ी ने सबसे अहम रोल अदा किया वो थे मोहम्मद सिराज़. उन्होंने दो मैचों में 5 विकेट लिए और वो भी ऐसे समय पर जब टीम को विकेट की बेहद ज़रूरत थी.
सिराज की अच्छी बात ये है कि चाहे टेस्ट हो, टी20 या वनडे, वो सभी फ़ॉर्मेट में विकेट ले रहे हैं. उन्होंने अपने गेम में काफ़ी सुधार किया है और जसप्रीत बुमराह की ग़ैर मौजूदगी में टीम के बॉलिंग की कमान को बखूबी संभाला है.
भारतीय पिच की घरेलू स्थितियों में उन्होंने बेहद कारगर बॉलिंग की है और वर्ल्ड कप की टीम में उनका स्थान लगभग पक्का हो चुका है.
हर मौक़े पर खरे उतरे कुलदीप
कुलदीप यादव ने सिरीज़ में 5.46 की इकॉनमी के साथ 6 विकेट लिए. कप्तान रोहित शर्मा भी उनके प्रदर्शन से खुश नज़र आए और उन्होंने ये भी कहा कि किसी फ़िंगर स्पिनर को जितना ज़्यादा मैच खिलाएँगे, वो उतना ही बेहतर होता जाएगा.
अगर टीम मैनेजमेंट भी ऐसा सोच रही है तो ये अच्छा संकेत है. क्योंकि अक्सर देखा गया है कि बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद टीम से अगर किसी खिलाड़ी को निकालना होता है तो उसमें कुलदीप का नाम सबसे पहले आता है.
कुलदीप यादव के अलावा युज़वेंद्र चहल ने भी अच्छा खेल दिखाया. उन्हें सिर्फ़ आख़िरी मैच में खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने 43 रन देकर 2 विकेट लिए.
इस सिरीज़ में सभी भारतीय बॉलर्स ने विकेट निकाले और सबसे बड़ी बात ये रही कि सभी मैचों में भारत ने कीवी टीम को पूरी तरह बोल्ड आउट किया जो ताक़तवर बॉलिंग का संकेत है.
ऑलराउंडर की तलाश
इस सिरीज़ में वॉशिंगटन सुंदर को बतौर ऑलराउंडर आज़माया गया. पिछले साल रवींद्र जडेजा के चोटिल होने के बाद अंतिम ग्यारह में अक्षर पटेल को जगह मिली और उन्होंने बैट और बॉल दोनों से दमदार प्रदर्शन किया.
भारतीय चयनकर्ताओं को एक बैकअप ऑलराउंडर की ज़रूरत है, इसलिए इस सिरीज़ में सुंदर को मौक़े मिले.
सुंदर ने वनडे की 2 पारियों में 21 रन बनाए, जिसमें सर्वाधिक स्कोर 12 रहा. साथ ही उन्होंने बॉलिंग की 3 पारियों में 2 विकेट लिए.
बॉलिंग में ज़्यादा डिफ़ेंसिव हो जाना शायद टी20 के लिए तो ठीक है, लेकिन वनडे में ये कमज़ोरी साबित होती है.
इस हिसाब से सुंदर के लिए ये सिरीज़ मिली-जुली रही और उन्होंने अक्षर पटेल के रातों की नींद नहीं उड़ाई होगी.
शार्दुल ठाकुर
वहीं शार्दुल ठाकुर को भी एक ऑलराउंडर की तरह ही देखा जा रहा है. उन्हें काफ़ी कम मौक़े मिले हैं लेकिन उन्होंने उन मौक़ों का अच्छा फ़ायदा उठाया है.
इंदौर में खेले गए आख़िरी मैच में भी उन्होंने पहले हार्दिक पंड्या के साथ अच्छी पार्टनरशिप की.
उन्होंने 17 गेंदों में 25 रन बनाए और बैट के साथ अपनी उपयोगिता ज़ाहिर की.
उसके बाद उन्होंने कीवी टीम के 3 विकेट निकाले और भारतीय टीम को जीत की राह पर ला खड़ा किया.
शार्दुल की ख़ासियत है कि वो हमेशा विकेट लेना चाहते हैं.
हालाँकि, उनका करियर इकॉनमी 6 है जो काफ़ी ज़्यादा है, लेकिन वो टीम को लगातार ब्रेकथ्रू भी दिलवाते हैं. इसी सिरीज़ में 3 पारियों में उन्होंने 6 विकेट लिए जो कुलदीप यादव के साथ सबसे ज़्यादा साबित हुआ.
कप्तान रोहित शर्मा ने भी ठाकुर की जमकर प्रशंसा की और कहा कि टीम में लोग शार्दुल को मैजिशियन या जादूगर के नाम से पुकारते है.
वहीं टीम के स्थापित ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दिया. उन्होंने तीनों मैचों में लंबे स्पेल्स डाले जो टीम के लिए अच्छी ख़बर है क्योंकि चोट के बाद वो धीरे धीरे बॉलिंग में अपनी ज़िम्मेदारी को बढ़ा रहे थे.
हार्दिक भी अपनी बॉलिंग के फ़ॉर्म से ख़ुश दिखे और मैच के बाद उन्होंने कहा, "चोट से वापसी के बाद मेरा बॉलिंग एक्शन पहले से ज़्यादा सीधा हो गया है जिसकी वजह से मैं अब गेंद को दोनों तरफ़ स्विंग करा पा रहा हूँ."
कुल मिलाकर भारत के लिए ये अच्छी सिरीज़ साबित हुई है, जिसने टीम का मनोबल काफ़ी बढ़ा दिया है.
फ़िलहाल भारतीय टीम आईसीसी की रैंकिंग में टी20 में नंबर वन टीम है और अब वनडे में भी नंबर वन टीम बन गई है.
अगले महीने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ घरेलू सिरीज़ जीतकर भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में भी सबसे ऊपर आना चाहेगी. (bbc.com)
इंदौर, 25 जनवरी। न्यूजीलैंड के खिलाफ उनके शतक को तीन साल बाद पहला शतक बताने वाले प्रसारकों से खिन्न भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उन्होंने पिछले तीन साल में अलग अलग कारणो से काफी कम वनडे मैच खेले ।
रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में अपना 30वां वनडे शतक लगाया । उसके बाद से प्रसारक लगातार यह दिखाते रहे कि जनवरी 2020 के बाद यह उनका पहला शतक है । आंकड़े भले ही सही हो लेकिन रोहित का कहना है कि इससे सही तस्वीर नहीं जा रही ।
उन्होंने कहा ,‘‘ तीन साल में भले ही यह पहला शतक हो लेकिन मैने इस दौरान 12 वनडे ही खेले । आपको पता होना चाहिये कि क्या हो रहा है । मुझे पता है कि प्रसारण के दौरान यह दिखाया गया लेकिन कभी कभी वो चीज भी ध्यान देना चाहिये । प्रसारक को भी सही चीज दिखाना चाहिये ।’’
यह पूछने पर कि क्या यह ‘हिटमैन’ की वापसी है, उन्होंने कहा ,‘‘ जैसा कि मैने कहा कि 2020 में मैच नहीं थे । कोरोना के कारण सब घरों में बंद थे । हमने वनडे नहीं खेले और मैं चोटिल भी था । उन सब बातों को ध्यान में रखना चाहिये ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हम पिछले साल टी20 क्रिकेट खेल रहे थे और उसमें इस समय सूर्यकुमार यादव से बेहतर बल्लेबाज कोई नहीं है । उसने दो शतक लगाये हैं और मुझे नहीं लगता कि किसी और ने ऐसा किया है ।’’
उन्होंने बताया कि मैच में कैसे शार्दुल ठाकुर, हार्दिक पंड्या और विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम को आउट करने की योजना बनाई ।
उन्होंने कहा ,‘‘ इस प्रारूप में आपको अपने हुनर का इस्तेमाल करना है और शार्दुल के पास वह है । उसने शानदार गेंद पर टॉम लाथम को आउट किया । इसकी योजना विराट, हार्दिक और शार्दुल ने बनाई थी ।’’
कप्तान ने शतक बनाने वाले शुभमन गिल की तारीफ करते हुए कहा ,‘‘ इस श्रृंखला में जिस तरह उसने बल्लेबाजी की है, ज्यादा कुछ बोलने की जरूरत नहीं है । वह अपने खेल को समझता है और उसने पारी के सूत्रधार की भूमिका निभाई ।’’
इस जीत के साथ भारत वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया लेकिन रोहित ने कहा ,‘‘ ईमानदारी से कहूं तो रैंकिंग वगैरह से फर्क नहीं पड़ता । इस श्रृंखला से पहले हम चौथे स्थान पर थे । पता नहीं कैसे हम चौथे स्थान पर थे क्योकि हमने तो कोई श्रृंखला गंवाई थी । हम इस पर ज्यादा विचार नहीं करते । हर श्रृंखला से आत्मविश्वास बढता है ।’’ (भाषा)
न्यूज़ीलैंड से सिरीज़ जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के कमबैक को लेकर बयान दिया है.
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि उम्मीद है कि तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ अगले महीने से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की सीरीज़ के आख़िरी दो मैच खेल सकेंगे.
बुमराह पीठ में चोट आने की वजह से पिछले साल सितंबर से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल सके हैं.
उन्हें ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेले जाने वाले पहले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में नहीं चुना गया है लेकिन उन्होंने हाल में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में नेट पर गेंदबाजी की है.
इससे उम्मीद जताई जाने लगी कि वह जल्द वापसी करने वाले हैं.
रोहित शर्मा ने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीसरे वनडे में भारत की जीत के बाद कहा, ‘बुमराह को लेकर बहुत अधिक सुनिश्चित नहीं हूं लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ आखिरी दो टेस्ट मैचों में खेलेंगे.’
उन्होंने कहा, ‘हम किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं क्योंकि पीठ की चोट गंभीर होती है. चिकित्सा टीम उन्हें फिट होने के लिए पूरा समय देगी. पहले दो टेस्ट में ज़ाहिर है कि वह नहीं खेल रहे हैं.
लेकिन मुझे उम्मीद है कि आख़िरी दो मैच में वह खेल सकते हैं. हालांकि, मैं निश्चित तौर पर ये नहीं कह सकता, बस उम्मीद ही जता सकता हूं.’ (bbc.com/hindi)
रायपुर, 24 जनवरी। छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ एवं विभागाध्यक्ष कर्मचारी संघ के प्रीमियम लीग के अंतर्गत वॉलीबॉल प्रतियोगिता का फाइनल मैच आजाक एवं नवा रायपुर स्पार्टन्स के बीच खेला गया। रोमांचक मुकाबले में आजाक ने 25-17, 25-19 से जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम किया।
बैडमिंटन महिला सिंगल का विजेता श्रीमती हेमिन बाघे ,मंत्रालय एवं उप-विजेता श्रीमती साधना नेताम,मंत्रालय रही।महिला डबल का विजेता श्रीमती हेमिन बाघे व श्रीमती साधना नेताम रही।वही उप विजेता शालिनी वर्मा एवम् प्रतिभा चन्देल ने 21-08, 21-03 स्कोर कर खिताब जीता।*
बैडमिंटन पुरुष सिंगल का विजेता सुनील मलानी, एनटीपीसी एवं उप-विजेता पंकज वर्मा,लोक निर्माण विभाग रहा।पुरुष डबल का विजेता पंकज वर्मा एवं संदीप साहू रहा।।वही उप विजेता महेश्वर परिदा एवम् अनवर सिद्दिकी रहे।
इसी तरह कैरम प्रतियोगिता सिंगल का विजेता मिलिंद कुमार छेदैया, वाणिज्य एवम् उद्योग एवं उप-विजेता शैलेष शर्मा,स्कूल शिक्षा विभाग रहा। कैरम डबल का विजेता रामसागर कौशले एवम् शैलेष शर्मा रहा।।वही उप विजेता सुरेश कुमार द्विवेदी एवम् विक्की दास रहे।
आज मैच के दौरान एनपीएल के संयोजक कमल वर्मा एवम् सह संयोजक रामसागर कोशले, कार्यकारी अध्यक्ष संतोष वर्मा, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा श्रीमती जगदीप बजाज, सचिव जय कुमार साहू, उप कोषाध्यक्ष देवाशीष दास, वॉलीबॉल प्रतियोगिता के प्रभारी अमित पाटिल, जी आर परसे, आर पी भूषाल, बैडमिंटन प्रभारी टाकेश ठाकुर, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ अध्यक्ष सुरेश ढिढी, सुपरवाइजर विष्णु पाटेकर, स्कोरर लुकेश साहू आदि उपस्थित रहे।
रायपुर, 24 जनवरी। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी में गणतंत्र दिवस खेल सप्ताह के अंतर्गत पुरुष क्रिकेट में सिटी सर्कल-वन की टीम विजेता रही। महिला क्रिकेट में जनरेशन कंपनी ने बाजी मारी। इन स्पर्धाओं का पुरस्कार वितरण 26 जनवरी को किया जाएगा। सात दिन से चल रही खेल स्पर्धा का समापन आज हुआ।
समापन अवसर पर महिला एवं पुरुषों के क्रिकेट का फाइनल मैच हुआ। टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के ईडी सर्वश्री भीम सिंह, जेएस नेताम, मुख्य अभियंता ज्योति नन्नौरे, अधीक्षण अभियंता मनोज वर्मा, आरके बंछोर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। महिला टीम का फाइनल मैच जनरेशन कंपनी और ट्रांसमिशन कंपनी के बीच खेला गया। जनरेशन कंपनी की कप्तान श्रीमती स्नेहलता तिवारी ने शानदार कप्तानी करते हुए 24 रनों की पारी खेली और टीम का स्कोर 56 रन तक पहुंचाया। इसके मुकाबले में ट्रांसमिशन कंपनी की टीम ने अच्छी शुरूआत की, लेकिन जनरेशन कंपनी की खिलाड़ी कल्पना घाटे की गेंदबाजी के सामने ट्रांसमिशन कंपनी की टीम धराशायी हो गई। कल्पना घाटे ने तीन विकेट लिये। पुरुषों के मैच में रायपुर सिटी सर्कल वन ने जनरेशन कंपनी को करारी शिकस्त दी। इस खेल सप्ताह में पुरुष एवं महिला वर्ग में व्हालीबाल, टेबल टेनिस, ब्रिज, कैरम, टेनिस बाल थ्रो बैडमिंटन और शतरंज स्पर्धाओं का भी आयोजन किया गया। उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बीते सोमवार कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ख़िलाफ़ लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए बनाई गई निगरानी समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा की है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक़, इस पांच सदस्यीय समिति में बॉक्सर और भारतीय ओलंपिक संघ के एथलीट आयोग की अध्यक्ष मेरी कॉम को शामिल किया गया है.
इसके साथ ही इस समिति में ओलंपिक मेडल जीतने वाले योगेश्वर दत्त भी शामिल होंगे.
ये समिति कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष, अधिकारियों और कुछ कोचों के ख़िलाफ़ यौन शोषण के आरोपों की जांच करेगी. इसके साथ ही कुश्ती महासंघ में आर्थिक धोखाधड़ी से जुड़े मामलों की भी जांच करेगी.
इसी बीच दिल्ली हाई कोर्ट में ब्रजभूषण शरण सिंह के बाबर्ची की ओर से एक याचिका दायर की गयी जिसमें उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के ख़िलाफ़ ब्लैकमेलिंग के मामले में एफ़आईआर करने का आग्रह किया था.
हालांकि, इस याचिका को वापस ले लिया गया है. (bbc.com/hindi)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को 2022 की पुरुषों और महिलाओं की टेस्ट और वनडे टीमों का एलान किया है. इससे पहले आईसीसी ने सोमवार को पुरुषों की टी20 क्रिकेट टीम का एलान किया था.
मंगलवार को घोषित पुरुषों की टेस्ट टीम में भारत के केवल ऋषभ पंत को बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज़ शामिल किया गया है. इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है.
वहीं पुरुषों की वनडे टीम में श्रेयस अय्यर और मोहम्मद सिराज को जगह दी गई है. इस टीम का कप्तान पाकिस्तान के बाबर आज़म को बनाया गया है.
दूसरी ओर महिलाओं की वनडे टीम का कप्तान भारत की हरमनप्रीत कौर को बनाया गया है. उनके अलावा, भारत की दो और खिलाड़ियों स्मृति मंधाना और रेणुका सिंह को भी टीम में जगह मिली है.
वहीं महिलाओं की टी20 क्रिकेट टीम में भारत की तीन खिलाड़ियों दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष और रेणुका सिंह को जगह मिली है. इस टीम की कप्तान न्यूज़ीलैंड की सोफ़ी डिवाइन को बनाया गया है.
इससे पहले सोमवार को घोषित पुरुषों की टी20 टीम में विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या को जगह दी गई थी. पुरुषों की टी20 टीम का कप्तान इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जोस बटलर को बनाया गया था. (bbc.com/hindi)