मनोरंजन
तिरुवनंतपुरम, 15 अगस्त| तमिल अभिनेत्री मीरा मितुन, जिन पर पहले सोशल मीडिया पर कथित जातिवादी टिप्पणी के लिए मामला दर्ज किया गया था, उन्हें तमिलनाडु पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने केरल से गिरफ्तार किया है। 12 अगस्त को पुलिस के सामने पेश नहीं होने के बाद मितुन को गिरफ्तार कर लिया गया।
विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) नेता और पूर्व सांसद वन्नी अरासु की शिकायत के आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। तमिलनाडु अस्पृश्यता उन्मूलन मोर्चा ने भी मीरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
एक ट्विटर वीडियो में की गई जातिवादी टिप्पणी के लिए उसे भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के सात प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था, जो वायरल हो गया था।
वीडियो में, मीरा ने कथित तौर पर कहा है, "मैं एससी समुदाय के सदस्यों के बारे में बुरा नहीं बोल रही हूं। हालांकि, समुदाय के सदस्यों को ज्यादातर अवैध गतिविधियों और अपराधों में शामिल होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ता है।"
उसने यह भी कहा था कि फिल्म उद्योग में, अनुसूचित जाति के निर्देशक और समुदाय के अन्य लोग 'सस्ती चीजें' करते हैं।
उन्होंने कहा, "यह फिल्म उद्योग से सभी अनुसूचित जाति के निर्देशकों और अन्य लोगों को बाहर करने का समय है।"
वीसीके प्रमुख और सांसद थोल थिरुवामावलवन ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो साझा किया था और कहा था कि अभिनेता और उनके साक्षात्कारकर्ता दोनों को पुलिस द्वारा बुक किया जाना चाहिए।
गिरफ्तारी से पहले लिए गए एक वीडियो में, मितुन को जानबूझकर चिल्लाते हुए और आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है कि उसे प्रताड़ित किया गया है और कमरे के सभी पुरुष पुलिस अधिकारी थे।
वह कैमरे के सामने भी चिल्लाई और पूछा कि एक महिला को क्यों प्रताड़ित किया जा रहा है। अभिनेता ने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें परेशान कर रही है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 अगस्त | ऋचा चड्ढा का कहना है कि एक अभिनेता की किसी परियोजना पर हस्ताक्षर करने की प्रेरणा उस राज्य के आधार पर अलग हो सकती है, जिसमें वे हैं। अभिनेत्री का कहना है कि वह काम करना चाहती हैं क्योंकि वह कोविड -19 के लॉकडाउन के बाद सेट पर वापस आने की उत्साहित है। ऋचा ने आईएएनएस को बताया,काम के क्वान्टिटी या क्वालिटी के मामले में काम चुनने के बारे में बात करते हुए कहा किसी भी अभिनेता की एक परियोजना पर हस्ताक्षर करने की प्रेरणा उनके व्यक्तिगत जीवन, हेडस्पेस और करियर के राज्य के आधार पर अलग हो सकती है।
उन्होने कहा,कभी-कभी आप सिर्फ काम करना चाहते हैं। क्योंकि लॉकडाउन के बाद मैं सेट पर वापस आने के लिए उत्साहित हूं। क्योंकि इससे रोजगार भी पैदा होता है और मैं घर बैठे बीमार हो गई हूं।
उन्होने कहा, कभी-कभी पैसा होता है, तो कभी-कभी यह तथ्य होता है कि डेट फ्री होती हैं और कभी-कभी यदि आप वास्तव में भाग्यशाली होते हैं तो यह कुछ ऐसा होता है जो आपके दिल के करीब होता है। और कुछ ऐसा होता है जिस पर आप विश्वास करते हैं। (आईएएनएस)
चेन्नई, 13 अगस्त | दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार और मक्कल निधि मय्यम के अध्यक्ष कमल हासन ने तमिलनाडु में द्रमुक सरकार से स्वतंत्रता दिवस पर ग्राम सभा की बैठक करने का आह्वान किया है। उन्होंने 15 अगस्त को कोविड का हवाला देते हुए ग्राम सभा नहीं करने के लिए सरकार के फैसले की निंदा की है। शुक्रवार को हासन ने कहा कि डीएमके सरकार ग्राम सभाओं का आयोजन नहीं करने में अलग नहीं है।
हासन ने कहा कि द्रमुक और अन्नाद्रमुक के बीच ग्राम सभा की बैठकें ना करने में कोई अंतर नहीं है जो स्थानीय लोगों की असली आवाज है।
उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान चुनाव हुए, शपथ ग्रहण समारोह हुआ, विधानसभा समारोह और स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी की जा रही है, लेकिन ग्राम सभाएं कोविड-19 को कारण बताकर नहीं हो रही हैं।
उन्होंने द्रमुक पर जमकर निशाना साधा और कहा कि ग्राम सभा की बैठक न करने से पार्टी का रंग फीका पड़ गया है।
उन्होंने कहा कि द्रमुक और अन्नाद्रमुक सहित प्रमुख राजनीतिक दल लोगों की आवाज नहीं सुन रहे हैं और यह लोकतंत्र में सही नहीं है।
तमिलनाडु में ग्राम सभाएं आयोजित की जाती हैं जिनमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और गांवों के बुजुर्ग लोग नियमित रूप से हिस्सा लेते हैं।
ग्रामीण विकास निदेशक के.एस पलानीस्वामी ने आईएएनएस को बताया, "हमने कोविड -19 महामारी के कारण राज्य भर में ग्राम सभाओं को स्थगित करने का फैसला किया है। अगर बैठकें होती हैं तो शारीरिक दूरी के मानदंडों का पालन करना संभव नहीं होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने ग्राम सभाओं को स्थगित करने का फैसला किया है, ऐसी बैठकें आयोजित करने के लिए स्थिति अनुकूल होने पर वे आयोजित की जाएंगी।"
मार्च से कोविड-19 लॉकडाउन के कारण 1 मई को भी राज्य में ग्राम सभा की बैठक नहीं हुई थी।
तमिलनाडु सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार, यह अनिवार्य है कि ग्राम सभाएं साल में कम से कम चार बार- 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस), 1 मई (मई दिवस), 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) और 2 अक्टूबर (महात्मा गांधी जयंती) को आयोजित हो। इन तिथियों के अलावा, जब भी आवश्यकता हो, ग्राम सभाएं बुलाई जा सकती हैं।
आम तौर पर इन चार दिनों से पहले सभी जिला कलेक्टरों को राज्य सरकार द्वारा ग्राम सभाओं के कार्यक्रम और एजेंडा से अवगत कराया जाता है। हर साल राज्य सरकार गरीबी उन्मूलन या प्राथमिक शिक्षा को प्राथमिकता जैसे कुछ विषयों पर निर्णय लेती है और बैठकों में प्रस्ताव पारित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों को सूचित किया जाता है।
जिला कलेक्टरों ने प्रखंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) को परिपत्र में ग्राम सभा को इन प्रस्तावों के बारे में सूचित किया।
मार्च 2020 तक पूरे तमिलनाडु के 36 ग्रामीण जिलों में 12,525 ग्राम पंचायतें थीं और एक ग्राम पंचायत के सभी पंजीकृत मतदाता ग्राम सभा का गठन करते हैं।(आईएएनएस)
मुंबई, 13 अगस्त | इंडियन आइडल 12 के 12 घंटे लंबे 'ग्रेटेस्ट फिनाले एवर' एपिसोड में 40 से अधिक कृत्यों और 200 गीतों के साथ, स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए कुछ विशेष अतिथि शामिल होंगे। उदित नारायण, कुमार शानू, अलका याग्निक, जावेद अली, रैपर मीका सिंह से लेकर बॉलीवुड सेलेब्स सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी, अभिनेत्री सोनिया कपूर और कई अन्य गायक अपने गीतों और विभिन्न कृत्यों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।
अभिनेता जय भानुशाली वर्तमान होस्ट आदित्य नारायण के साथ शामिल होंगे। आदित्य और जय शीर्ष छह प्रतियोगियों पवनदीप राजन, अरुणिता कांजीलाल, मोहम्मद दानिश, सायली कांबले, निहाल टौरो, शनमुख प्रिया और जज अनु मलिक, हिमेश रेशमिया और सोनू कक्कड़ के साथ कुछ मजेदार और संगीतमय मस्ती करेंगे।
गायक सुखविंदर सिंह भी शीर्ष छह प्रतियोगियों में से एक मोहम्मद दानिश के साथ शामिल होंगे और दोनों 'छइयां छैयां' और 'लगन लगी' गाने पर एक दमदार परफॉर्मेंस देते नजर आएंगे। वह 'जय हो', 'पगड़ी संभल' और 'दर्द-ए-डिस्को' गीतों पर भी प्रस्तुति देंगे।
उन्होंने अपने उत्साह को साझा करते हुए कहा कि मैं उन सभी प्रतियोगियों के लिए बहुत खुश हूं, जो इंडियन आइडल 12 के अब तक के सबसे बड़े फिनाले का हिस्सा हैं। हर गायक शानदार है। मुझे गायन के लिए उनका जुनून पसंद है। जहां एक बहु-प्रतिभाशाली है, वहीं अन्य हैं जो शास्त्रीय गायन के साथ अच्छे हैं और कुछ मोहम्मद दानिश जैसे हैं जो अच्छी कव्वाली गाते हैं।
इस सीजन का विजेता कौन होगा, इस पर वे कहते हैं कि हर गायक की क्षमता लगभग एक जैसी होती है। उनमें से किसी एक को इंडियन आइडल के विजेता के रूप में चुनना मेरे लिए बहुत मुश्किल है।
इंडियन आइडल सीजन 12 का 'ग्रेटेस्ट फिनाले एवर' 15 अगस्त को सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होगा।(आईएएनएस)
मुंबई: बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय की शानदार सफल फिल्मों में से एक है ‘ताल’. 13 अगस्त 1999 को रिलीज हुई इस फिल्म का डायरेक्शन सुभाष घई जैसे दिग्गज निर्देशक ने किया था. इस फिल्म में अक्षय खन्ना लीड रोल में और अनिल कपूर सहायक अभिनेता के रोल में थे . 22 साल पहले रिलीज हुई इस फिल्म को ए आर रहमान ने म्यूजिक दिया था. फिल्म में यूं तो सभी गाने बेहद शानदार हैं जैसे ‘ताल से ताल मिला’, ‘कहीं आग लगे लगे लग जावे’ लेकिन, एक गाना है ‘रमता जोगी’ जिसे अनिल कपूर पर फिल्माया गया है. इस गाने को लेकर एक दिलचस्प किस्सा बताते हैं.
‘ताल’ के लिए एक्टर तलाश रहे थे सुभाष घई
फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास उठाकर देखे तो कई ऐसे हिट रोल देखने को मिलते हैं जिसे पहले किसी एक्टर ने ठुकरा दिया होता है तो किसी दूसरे हीरो को रोल मिल जाता है और वह रोल सुपर हिट हो जाता है. एक बार नहीं बल्कि सैकड़ों मर्तबा ऐसा हुआ है. सुभाष घई एक ऐसे निर्देशक माने जाते हैं जो अपनी फिल्में बनाने से पहले एक्टर-एक्ट्रेस कौन होगा इसे लेकर एक खांचा अपने दिमाग में फिट रखते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ था जब उन्होंने ‘ताल’ बनाने का फैसला किया.
गोविंदा ने सुभाष घई का ऑफर ठुकरा दिया था
ऐश्वर्या राय और अक्षय तो इस फिल्म में लीड रोल में थे, लेकिन सहायक अभिनेता के तौर पर गोविंदा को लेना चाहते थे. गोविंदा ने जब किसी वजह से मना कर दिया तो सुभाष ने कई दूसरे एक्टर्स को रोल ऑफर किया. दो-तीन एक्टर्स से जब बात नहीं बनी तो अनिल कपूर को ऑफर दिया और उन्होंने फिल्म साइन कर ली इस तरह ‘रमता जोगी ‘गाना उनपर फिल्माया गया और हिट रहा. अनिल कपूर ने फिल्म ‘ताल’ में विक्रम कपूर नामक किरदार निभाया था जिसे काफी पसंद किया गया था.
‘ताल’ फिल्म के 20 साल पूरे होने पर अनिल कपूर ने ‘रमता जोगी’ गाने को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया था.
मुक्ता आर्ट्स प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनी म्यूजिकल फिल्म ‘ताल’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट ही रही थी. रिलीज के बरसों बाद भी कई नेशनल-इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इसके संगीत की गूंज रही थी.
मुंबई, 12 अगस्त | 'हम हिंदुस्तानी' में बॉलीवुड की 15 हस्तियां पहली बार देशभक्ति के साउंडट्रैक के लिए एक साथ आएंगी। लता मंगेशकर, अमिताभ बच्चन, पद्मिनी कोल्हापुरे, अनिल अग्रवाल, सोनू निगम, कैलाश खेर, अलका याग्निक और शब्बीर कुमार ने इस गाने को अपनी आवाज दी है।
श्रद्धा कपूर, सोनाक्षी सिन्हा, श्रुति हसन, तारा सुतारिया, अंकित तिवारी, सिद्धांत कपूर और जन्नत जुबेर जैसे अगली पीढ़ी के सितारे भी गाना गाएंगे।
इस गाने को प्रियांक शर्मा और पारस मेहता ने अपने म्यूजिक लेबल धमाका रिकॉर्डस के लिए प्रोड्यूस किया है।
सितारों के एक साथ आने के बारे में बात करते हुए, प्रियांक शर्मा ने कहा, "महान अभिनेता और गायक जो पहली बार इस एंथम में एक साथ आए हैं, निश्चित रूप से देश और दुनिया के लिए हमारी भावनाओं में सभी और विविध रूप से प्रतिध्वनित होंगे, प्यार और आशा फैलाएंगे।"
गाने को वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने सपोर्ट किया है। गीत मिस्टर एंड मिसेज फिल्म्स द्वारा निर्देशित है, संगीत निर्देशन दिलशाद शब्बीर शेख ने गीतकार और संगीतकार कशिश कुमार के साथ दिया है।
'हम हिंदुस्तानी' 13 अगस्त को रिलीज होगा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 अगस्त | कृति सैनन हिंदी फिल्म उद्योग में इस समय अपने सुनहरे करियर के पीक प्वाइंट पर हैं। ज्यादा फिल्में होने के बावजूद इससे अभिनेत्री कोई दबाव महसूस नहीं करती है और इसके बजाय प्रेरित होती है। कृति की ताजा रिलीज 'मिमी' है। उनकी डायरियां भरी हुई हैं क्योंकि उनकी लाइन-अप में 'हम दो हमारे दो', 'बच्चन पांडे', 'भेदिया' और 'आदिपुरुष' शामिल हैं।
कृति के पास इतना अधिक काम है, क्या वह दबाव महसूस कर रही है?
जवाब आया, नहीं, कोई दबाव नहीं है।
फोर्ब्स की 2019 की भारत की सेलिब्रिटी 100 सूची में दिखाई देने वाली अभिनेत्री ने कहा, "मैं उत्साहित, प्रेरित और रोमांचित महसूस करती हूं क्योंकि मैं यही करना चाहती थी। यही वह जगह है जहां मैं पहुंचना चाहती थी और जब मैं वहां पहुंच गई हूं तो मेरे सामने इस तरह के अवसर है।"
कृति अपने रास्ते में आने वाले काम से खुश हैं।
उन्होंने कहा कि "मैं ऐसी फिल्में कर रही हूं जो किसी भी शैली या स्वाद में बिल्कुल भी समान नहीं हैं। मुझे कई तरह के किरदार निभाने को मिल रहे हैं, ऐसे अद्भुत निर्देशकों और कहानियों के साथ काम करने का मौका मिल रहा है जिसका मैं हिस्सा बनना चाहती हूं।"
कृर्ति ने कहा, "प्यार और मान्यता एक बार जब यह बरसना शुरू हो जाता है तो आप अधिक संतुष्ट और प्रेरित महसूस करते हैं। मैं रोमांचित हूं और इस खूबसूरत चरण का आनंद ले रही हूं और मैं अपनी हर फिल्म की रिलीज का इंतजार कर रही हूं।" (आईएएनएस)
मुंबई, 12 अगस्त| अभिनेता अली फजल का मानना है कि आज त्रुटिपूर्ण लोगों की कहानियों ने सुर्खियां बटोर ली हैं और दर्शकों की इस पीढ़ी द्वारा इसका भरपूर आनंद लिया जा रहा है। उनका कहना है कि वर्तमान पीढ़ी उन फिल्मों के साथ प्रतिध्वनित होती है जो वास्तविक, त्रुटिपूर्ण, कमजोर लोगों को पर्दे पर चित्रित करती हैं क्योंकि यह एक मानवीय संबंध बनाती है। अली ने कहा कि कला का निर्माण करने का यह एक अच्छा समय है क्योंकि विभिन्न शैलियों के बीच कोई बारीक रेखा नहीं है और आज के दर्शक सिनेमा को स्वीकार कर रहे हैं जो समकालीन दुनिया की कठोर वास्तविकताओं को प्रदर्शित करता है।
अभिनेता के लिए, सिनेमा का हिस्सा बनना जरूरी है जो अपने दर्शकों से बात करे और बिल्कुल काला या सफेद न हो। उनकी नवीनतम, 'फॉरगेट मी नॉट', संकलन 'रे' की चार कहानियों में से एक में इसी भावना को समाहित किया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को अपने पूर्ववर्तियों से सहानुभूति और अनुकूलन क्षमता के गुण विरासत में मिले हैं और साथ ही वे उदार, सबसे विविध और जुड़े हुए हैं। वे ऐसी फिल्मों के साथ प्रतिध्वनित होते हैं जो वास्तविक, त्रुटिपूर्ण, कमजोर लोगों को स्क्रीन पर चित्रित करती हैं क्योंकि यह एक मानवीय संबंध बनाती है।
अली ने आगे कहा कि सिनेमा वर्तमान पीढ़ी की सामूहिक चेतना का एक अमिट हिस्सा बन गया है और कहानियों को जब न्याय के साथ पेश किया जाता है, तो स्क्रीन पर आकर्षक कंटेंट बनता है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 अगस्त | इस साल स्वतंत्रता दिवस रविवार को पड़ रहा है, जिसका मतलब है कि सप्ताहांत सभी आयु समूहों के लिए मजेदार होने वाला है और सभी के लिए हॉलिडे मोड बहुत पहले से सक्रिय हो जाएगा। ऐसा लगता है कि शोबिज फिल्म प्रेमियों के जश्न के मूड के साथ तालमेल बिठा रहा है क्योंकि बुधवार से विभिन्न शैलियों की फिल्में और वेब सीरीज रिलीज के लिए तैयार हैं।
यहां देखें कि आप इस सप्ताहांत के कुछ सबसे मनोरंजक लाइन-अप को देखकर कैसे ज्यादा से ज्यादा फायदा उठा सकते हैं।
द किसिंग बूथ 3
प्यार और दोस्ती के साथ संघर्ष कहानी 'द किसिंग बूथ' फ्रेनचाइजी की तीसरी किस्त एली इवांस (जॉय किंग), नोआ फ्लिन (जैकब ऐलोरडी) और ली फ्लिन (जोएल कोर्टनी) की किशोर तिकड़ी वापस आ रही है। पहले दो भागों को बेहद पसंद किया गया था और तीसरा भाग समान रूप से आशाजनक लग रहा है। 'द किसिंग बूथ 3' बुधवार को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी।
कुरुथी
इस मलयालम थ्रिलर में पृथ्वीराज सुकुमारन और रोशन मैथ्यूज मुख्य भूमिका में हैं। डार्क थ्रिलर दर्शकों को एक रोलर कोस्टर राइड देने के लिए निश्चित है, जिसमें मलयालम फिल्म उद्योग की कुछ बेहतरीन प्रतिभाएं फिल्म के लिए एक साथ आ रही हैं। कुरुथी बुधवार को अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने के लिए तैयार है।
बेकेट
जॉन डेविड वाशिंगटन अभिनीत यह एक राजनीतिक थ्रिलर है। यह कहानी एक अमेरिकी व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक विनाशकारी दुर्घटना के बाद ग्रीक अधिकारियों का निशाना बन जाता है। फिल्म में उन लोगों की दिलचस्पी बढ़ सकती है जो अच्छे ट्विस्ट और टर्न के साथ थ्रिलर देखना पसंद करते हैं। फिल्म 13 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी।
शेरशाह
जो लोग इस स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति की आग को महसूस करना चाहते हैं, उनके लिए 'शेरशाह' एकदम सही है। बहुप्रतीक्षित सिद्धार्थ मल्होत्रा स्टारर इस वीकेंड अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज होगी। कारगिल शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन विष्णुवर्धन ने किया है। फिल्म में अभिनेत्री कियारा आडवाणी भी हैं। फिल्म 12 अगस्त को रिलीज होगी।
भुज: भारत की शान
एक और फिल्म जो भारतीय एकता की महिमा को दर्शाती है, अजय देवगन अभिनीत फिल्म 'भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया' 1971 के भारत-पाक युद्ध को फिर से दिखाती है जब भुज में भारतीय वायुसेना की हवाई पट्टी युद्ध में नष्ट हो गई थी। इसके बाद, गुजरात की 300 स्थानीय महिलाओं ने, आईएएफ स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक के नेतृत्व में, एयरबेस के पुनर्निर्माण के लिए दिन-प्रतिदिन वीरतापूर्वक काम किया। फिल्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर 13 अगस्त को रिलीज होगी।
मॉर्डन लव - सीजन 2
यह आठ-भाग की एंथोलॉजी सिरीज इसी नाम के प्रसिद्ध न्यूयॉर्क टाइम्स कॉलम से प्रेरित है, रोमांटिक कॉमेडी एंथोलॉजी शो के पहले सीजन ने अपने कई रूपों में प्यार की खोज की - जिसमें यौन, रोमांटिक, पारिवारिक, प्लेटोनिक और आत्म-प्रेम शामिल हैं। सीजन दो में आठ नई, असंबद्ध कहानियां हैं। मॉर्डन लव सीजन 2 में ऐनी हैथवे, देव पटेल, टीना फे, किट हैरिंगटन और अन्ना पक्विन हैं। यह 13 अगस्त को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाली है।
ब्रुकलिन नाइन-नाइन
बेहद प्रसिद्ध 'द ब्रुकलिन नाइन नाइन' के आगामी सीजन में एंडी सैमबर्ग, आंद्रे ब्रूगर, स्टेफनी बीट्रिज सामने आएंगे। ताजा सीजन नए माता-पिता से डील करेगा जो अपने बच्चों के साथ काम करने वाले जासूस भी हैं और अपने काम का प्रबंधन भी कर रहे हैं। पूरी सिरीज का निर्माण 99वें परिसर के आसपास होने वाली चीजों के इर्द-गिर्द किया जाएगा। यह 12 अगस्त से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होगी। (आईएएनएस)
हैदराबाद, 10 अगस्त | सूद चैरिटी फाउंडेशन के सहयोग से अंकुरा हॉस्पिटल्स द्वारा एक गंभीर कुपोषित ढाई साल की बच्ची, जो एनीमिया से पीड़ित थी, का सफलतापूर्वक इलाज किया गया। एलबी नगर के अंकुरा अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. श्रीनिधि ने कहा, अफीफा मरियम को पिछले महीने अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके घाव से रुक-रुक कर खून बह रहा था और कुपोषण के साथ गंभीर एनीमिया था।
एक साल पहले गर्म तेल गलती से उसके बाएं टेम्पोरो, पाश्र्विका क्षेत्र, बाएं हाथ, गर्दन और धड़ के ऊपरी हिस्से पर गिर गया था। उसे तुरंत एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां उसे कोलेजन लगाया गया और एक सप्ताह के भीतर उसे छुट्टी दे दी गई।
डिस्चार्ज होने के बाद, बच्चे को खोपड़ी के बाईं ओर पपड़ी विकसित हो गई और उसे फिर से उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जब दूसरी बार बाईं ओर खोपड़ी और गर्दन पर कोलेजन लगाया गया। बच्चे को पर्याप्त आहार और पोषक तत्व नहीं मिलने से उसे कुपोषण हो गया।
डॉक्टर ने कहा कि चूंकि माता-पिता के पास आगे के इलाज के लिए पैसे नहीं थे, उन्होंने अभिनेता सोनू सूद से संपर्क किया, जिन्होंने इलाज के लिए अंकुरा अस्पताल की सिफारिश की। जब बच्चे को आगे के मूल्यांकन और प्रबंधन के लिए अंकुरा में भर्ती कराया गया, कम वजन के कारण उसकी चिकित्सा स्थिति गंभीर और चुनौतीपूर्ण थी।
उन्होंने कहा कि डॉ. हरि किरण के नेतृत्व में चौबीस घंटे बच्चे को विशेषज्ञ नसिर्ंग देखभाल और विशेषज्ञ डॉक्टर टीम से सेवाएं प्रदान की गईं क्योंकि शुरूआती कुछ सप्ताह पोषण, फेफड़ों और मस्तिष्क की परिपक्वता और फीड स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण थे।
उन्होंने कहा कि पूरी चिकित्सा टीम द्वारा चार सप्ताह की विशेष देखभाल के साथ-साथ उन्नत उपकरणों तक पहुंच, मानकीकृत उपचार प्रोटोकॉल, प्रमुख चिकित्सा हस्तक्षेप और प्रक्रिया ने बच्चे को जीवित रहने में मदद की।
सोनू सूद ने कहा कि मुझे जीवन बचाने से ज्यादा खुशी और किसी चीज में नहीं मिलती। मैंने अतीत में अंकुरा अस्पताल के साथ काम किया है। महामारी के दौरान, मैंने स्त्री रोग और बाल रोग के कुछ गंभीर मामलों को उनके पास भेजा है और उन्होंने उल्लेखनीय परिणाम दिखाए हैं। मेरे विश्वास को मजबूत किया है। ऐसे स्वास्थ्य सेवा ब्रांड के साथ और अधिक गंभीरता से जुड़ने का संकल्प लें जो इसका प्रचार करें।(आईएएनएस)
कोचि, 10 अगस्त | अभिनेत्री अपहरण मामले में नौवें आरोपी बेहद लोकप्रिय अभिनेता दिलीप की पत्नी अभिनेत्री काव्या माधवन मंगलवार को विशेष अदालत में बतौर गवाह पेश हुईं। अपने वकील संग काव्या ने जल्दी से अदालत में प्रवेश किया।
इसी साल मई में वह कोर्ट में पेश हुई थीं, लेकिन तब उनका बयान नहीं लिया गया था।
मामले में लगभग 300 गवाह हैं, जिनमें से 170 से अधिक लोगों के बयान लिए गए हैं और विशेष अदालत ने अब सुनवाई पूरी करने के लिए शीर्ष अदालत से छह महीने के विस्तार की अनुमति मांगी है।
17 फरवरी, 2017 को कोच्चि में चलती कार में अभिनेत्री का अपहरण कर उनके साथ मारपीट की गई थी।
दिलीप को जुलाई 2017 में मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने जमानत हासिल करने से पहले कई सप्ताह जेल में बिताए थे।
दिलीप को मामले में साजिशकर्ता के रूप में नामित किया गया है और उस पर बदले के तहत अपराध का आरोप लगाया गया है। (आईएएनएस)
चेन्नई, 9 अगस्त | तमिलनाडु पुलिस की साइबर विंग ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में अभिनेता-मॉडल मीरा मिथुन के खिलाफ अनुसूचित जाति (एससी) के खिलाफ एक कथित अपशब्द के लिए मामला दर्ज किया है।
प्राथमिकी विदुथलाई चिरुथगई काची (वीसीके) द्वारा एक शिकायत के बाद दर्ज की गई थी, जो एक राजनीतिक दल है जो दलितों का समर्थन करता है और संसद सदस्य थोल थिरुमावलवन के नेतृत्व में सक्रिय है।
टीएन साइबर क्राइम पुलिस ने कहा कि अभिनेता मीरा मिथुन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के सात प्रावधानों और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
एक टॉक शो में भाग लेते हुए, अभिनेत्री ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आम तौर पर वह अनुसूचित जाति (एससी) के लोगों के बारे में बात नहीं करेगी।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसने फिल्म उद्योग में सभी गलतियों और बुराइयों के लिए अनुसूचित जाति समुदाय के फिल्म निर्देशकों को दोषी ठहराया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, उसने यह भी पूछा था कि तमिल फिल्म उद्योग के अन्य लोग अनुसूचित जाति समुदाय के इन निर्देशकों का समर्थन क्यों कर रहे हैं।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 अगस्त | लोकप्रिय टेलीविजन अभिनेत्री श्वेता तिवारी को लगता है कि उनकी बेटी पलक, जो हॉरर फिल्म 'रोजी: द केसर चैप्टर' से बॉलीवुड में अपनी शुरूआत करने के लिए पूरी तरह तैयार है, उनसे बेहतर अभिनेत्री है। 40 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि अगर उन्हें मौका मिलता है तो वह पलक के साथ स्क्रीन स्पेस साझा करना पसंद करेंगी।
श्वेता ने आईएएनएस को बताया, "मैं उनके साथ काम करना पसंद करूंगी। कई बार वह ऑडिशन देती हैं और सीन करती हैं। मुझे लगता है कि वह मुझसे बेहतर अदाकारा हैं। वह इतनी सहज है, मैं बस देखती रहती हूं। कभी-कभी मैं उन्हें परफॉर्म करते हुए देखकर इमोशनल हो जाती हूं।"
उन्होंने कहा कि इसलिए, वह एक बेहतर अभिनेत्री हैं और अगर मुझे कभी मौका मिला तो मैं उनके साथ अभिनय करना पसंद करूंगी।
श्वेता पिछले 20 सालों से छोटे पर्दे की इंडस्ट्री का हिस्सा हैं। उन्होंने 'कसौटी जि़ंदगी की' में प्रेरणा शर्मा बजाज के रूप में अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरीं, और बाद में 'परवरिश' और 'बेगूसराय' जैसे शो में अभिनय किया।
अभिनेत्री खुद को टेलीविजन स्टार नहीं मानती हैं।
उन्होंने कहा कि मैं स्टार नहीं हूं, मैं एक एक्टर हूं, एक जानी मानी अभिनेत्री हूं। लोग मुझे जानते है।
श्वेता, जो कलर्स पर फिल्म निमार्ता रोहित शेट्टी द्वारा होस्ट किए गए 'खतरों के खिलाड़ी' के 11वें सीजन का हिस्सा हैं, उन्होंने खुलासा किया कि अब जब से उनकी बेटी शोबिज में शामिल हुई है, चर्चा करने के लिए बहुत सारे सामान्य विषय हैं।
श्वेता ने कहा, "हां, कम से कम हमारे पास बात करने के लिए सामान्य विषय हैं। ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो मैं उनसे सीखती हूं और वह मुझसे सीखती हैं। जब आपके पास बात करने के लिए समान चीजें हों तो बहुत मजा आता है।"(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 अगस्त | हुमा कुरैशी ने 2012 में क्राइम ड्रामा 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से बॉलीवुड में कदम रखा था। बाद में उन्हें 'डी-डे', 'बदलापुर', 'जॉली एलएलबी 2' जैसी कई अन्य लोकप्रिय फिल्मों में देखा गया। हिंदी फिल्म उद्योग में लगभग एक दशक का अनुभव करने वाली अभिनेत्री का कहना है कि वह अपनी यात्रा के लिए आभारी हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि उन्हें अभी बहुत कुछ हासिल करना है।
सिल्वर स्क्रीन पर रोमांस करने के बाद, वेब-स्टारडम के साथ हुमा की कोशिश 'लीला' और 'महारानी' जैसी श्रृंखलाओं के साथ हुई।
बॉलीवुड में अपने सफर के बारे में बात करते हुए हुमा ने आईएएनएस से कहा, "मैं आभारी और खुश हूं। मुझे लगता है कि मुझे अभी भी बहुत कुछ हासिल करना है।"
नई दिल्ली की रहने वाली 35 वर्षीय अभिनेत्री अब अक्षय कुमार अभिनीत अपनी आगामी फिल्म 'बेल बॉटम' की रिलीज के लिए तैयार हैं। जासूसी थ्रिलर 19 अगस्त को एक नाटकीय रिलीज के लिए तैयार है।
वह बताती हैं कि इस शैली को सभी आयु समूहों में लोकप्रिय क्या बनाता है।
हुमा ने कहा "मुझे लगता है कि सारा आकर्षण जासूसी शैली के साथ ही है। इसलिए, मुझे लगता है कि यह हमेशा युवा दर्शकों के साथ एक बड़े हुक की तरह खेलता है। यह एक ऐसी कहानी है जो शैली के मामले में पुरानी पीढ़ी के साथ ही संदर्भ में भी युवा जनसांख्यिकीय दोनों के लिए अपील करेगी।"
उन्होंने कहा, "तो मुझे लगता है कि इसमें सभी के लिए कुछ न कुछ है।" (आईएएनएस)
-रेहान फ़ज़ल
पत्नी लीना चंद्रावरकर और बेटे सुमित के साथ किशोर कुमार
किशोर कुमार के बारे में एक क़िस्सा मशहूर है कि वह खंडवा से बंबई अभिनेता बनने आए थे. उस समय उनके बड़े भाई अशोक कुमार बंबई फ़िल्म उद्योग के चोटी के अभिनेता थे.
एक बार वो अशोक कुमार के बॉम्बे टॉकीज़ वाले दफ़्तर गए. उस दफ़्तर के अहाते में वो सहगल का एक गाना गुनगुना रहे थे कि मशहूर संगीतकार खेमचंद प्रकाश 'ज़िद्दी' फ़िल्म की धुन पर काम करने के बाद थोड़ा आराम करने के लिए बाहर निकल आए.
क्या किशोर, रफ़ी और मुकेश से पीछे रह गए थे मन्ना डे?
किशोर दा पर फ़िल्म से मधुबाला की बहन चिंतित
जैसे ही उन्होंने किशोर को गुनगुनाते सुना उन्होंने उनसे अंदर आकर मिलने के लिए कहा. जब वो अंदर आए तो उन्होंने उनके सामने हारमोनियम रखा और वो गीत गाने के लिए कहा जो वो बाहर गा रहे थे.
थोड़ी देर सुनने के बाद उन्होंने किशोर को ऑफ़र किया कि क्या वो उनकी फ़िल्म 'ज़िद्दी' के लिए गाना गाएंगे?
किशोर इसके लिए तुरंत तैयार हो गए. जिस दिन रिकॉर्डिंग थी, खेमचंद ने अशोक कुमार और फ़िल्म के हीरो देवानंद को किशोर कुमार को सुनने के लिए बुलवा भेजा. पहले ही दिन किशोर का गाना ओके कर दिया गया. साल था 1948.
किशोर कुमार के प्लेबैक करियर के पहले 27 सालों में नौशाद ने उन्हें एक बार भी अपने लिए गाने के लिए आमंत्रित नहीं किया, जबकि किशोर कुमार की दिली इच्छा थी कि वो नौशाद के लिए एक बार ज़रूर गाएं.
आख़िर में किशोर के सुपरसिंगिंग स्टार बन जाने के पूरे पाँच साल बाद 1974 में नौशाद ने फ़िल्म 'सुनहरा संसार' में किशोर कुमार से एक गाना गवाया, वो भी आशा भोसले के साथ एक डुएट.
उसी तरह मशहूर संगीतकार सी रामचंद्र ने भी अपनी फ़िल्म 'साजन' में किशोर कुमार को गवाने से ये कहते हुए इनकार कर दिया था कि मैं ऐसे शख़्स पर अपना समय क्यों बरबाद करूँ जिसे फ़िल्म संगीत और गाने के बारे में कुछ भी पता नहीं है.
लेकिन नौशाद और सी रामचंद्र के ठीक विपरीत सचिन देव बर्मन ने किशोर की प्रतिभा को 1952 में ही पहचान लिया था.
बॉम्बे टाकीज़ के दफ़्तर में यूँ ही गाना गा रहे किशोर कुमार के बारे में अपने बेटे पंचम को बताते हुए उन्होंने कहा था, "ये दादामुनि का छोटा भाई आभास है. थोड़ा सनकी है, लेकिन इसमें बहुत प्रतिभा है. आने वाले दिनों में तुम इसके बारे में बहुत कुछ सुनोगे."
किशोर का प्ले बैक हेमंत कुमार ने दिया
किशोर को बंबई फ़िल्म उद्योग में अपने पैर जमाने के लिए ऐड़ी चोटी का ज़ोर लगाना पड़ा. साल 1954 में बिमल रॉय ने किशोर कुमार को फ़िल्म 'नौकरी' में बतौर अभिनेता साइन किया. किशोर मान कर चल रहे थे कि फ़िल्म के गाने भी वही गाएंगे.
लेकिन वो ये जानकर दंग रह गए कि संगीतकार सलिल चौधरी ने उनके गाने गाने के लिए हेमंत कुमार को आमंत्रित कर डाला.
मशहूर पत्रकार राजू भारतन अपनी किताब 'अ जर्नी डाउन मेलडी लेन' में लिखते हैं, "जैसे ही किशोर को इसके बारे में पता चला वो सलिल के म्यूज़िक रूम में गए और उनसे पूछा कि उन्हें अपनी ही फ़िल्म में क्यों नहीं गाने दिया जा रहा है?"
"सलिल का जवाब था, 'मैंने तुम्हें पहले कभी गाते हुए नहीं सुना.' परेशान किशोर ने कहा, 'सलिल दा कम से कम अब तो आप मुझे गाते हुए सुन लीजिए.' जैसे ही किशोर ने गाना शुरू किया, सलिल चौधरी ने उन्हें रोकते हुए कहा, 'तुम्हें संगीत की एबीसी भी नहीं आती. तुम जा सकते हो. हेमंत कुमार तुम्हारे लिए गाना गाएंगे.' परेशान किशोर कुमार फ़िल्म के प्रोड्यूसर बिमल रॉय के पास अपना केस ले कर गए."
"उन्होंने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया और कहा, 'संगीत सलिल चौधरी का डिपार्टमेंट है. मेरा संगीत निर्देशक तय करता है कि गाना कौन गाएगा.' किशोर फिर अपने दो रिकॉर्ड लेकर सलिल चौधरी के पास गए लेकिन उन्होंने उनकी एक न सुनी और आख़िर में किशोर कुमार को हेमंत कुमार ने ही अपनी आवाज़ दी."
सलिल चौधरी और मन्ना डे हुए किशोर कुमार के मुरीद
17 साल बाद 1971 में उन्हीं सलिल चौधरी ने गुलज़ार की फ़िल्म 'मेरे अपने' में किशोर कुमार से वो मशहूर गाना 'कोई होता जिसको अपना हम कह लेते यारों' गवाया.
बाद में सलिल ने खुद स्वीकार किया, "मैं खेमचंद को इस लड़के की चमक पहचानने के लिए सैल्यूट करता हूँ. मैं मानता हूँ कि हम सभी से किशोर की प्रतिभा पहचानने में गलती हुई थी."
किशोर कुमार ने शास्त्रीय गायन की कभी कोई ट्रेनिंग नहीं ली.
लेकिन इसके बावजूद हिंदी सिनेमा में शास्त्रीय गायन के दिग्गज और साल 2005 में पद्म भूषण और साल 2007 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मन्ना डे ने अपनी आत्मकथा 'मेमरीज़ कम अलाइव: एन ऑटोबायोग्राफ़ी' में स्वीकार किया था, "मुझे शास्त्रीय संगीत न जानने वाले किशोर कुमार के साथ गाने में घबराहट महसूस होती थी."
"उनके गाने का एक ख़ास अंदाज़ था जो शास्त्रीय संगीत की बारीकियों पर भी भारी पड़ता था और युगल गाने में उनके साथ गा रहे साथी गायक को असुविधा में डाल देता था. जब मैंने फ़िल्म 'अमीर ग़रीब' में उनके साथ 'मेरे प्याले में शराब डाल दे' गाया तो मैंने इस बात को साफ़ साफ़ महसूस किया."
देवानंद और राजेश खन्ना की आवाज़ बने किशोर कुमार
देवानंद ने शुरू में ही अपने लिए किशोर कुमार की आवाज़ को चुना. वो अपनी आत्मकथा 'रोमांसिंग विद लाइफ़' में लिखते हैं, "जब भी मुझे ज़रूरत होती कि किशोर मेरे लिए गाएं, वो रिकॉर्डिंग स्टूडियो में माइक्रोफ़ोन के सामने देवानंद का रोल निभाने के लिए तैयार रहते."
"वो मुझसे हमेशा पूछते कि मैं इस गाने को स्क्रीन पर किस तरह गाऊंगा? फिर वो उसी के अनुसार अपने को ढाल कर गाना रिकॉर्ड करवाते. मैं उनसे हमेशा कहता कि आप इसको जितना लहक कर गा सकें, गाइए. मैं आपके गाने के मिज़ाज से अपने अभिनय को ढाल लूँगा."
साल 1969 में 'आराधना' फ़िल्म रिलीज़ होने के बाद किशोर राजेश खन्ना की भी आवाज़ बन गए.
किशोर कुमार की जीवनी लिखने वाले शशिकांत किनिकर लिखते हैं, "किशोर ने 'आराधना' के निर्माता निर्देशक शक्ति सामंत से कहा कि वो गानों की रिकॉर्डिंग से पहले राजेश खन्ना से मिलना चाहेंगे."
"जब वो राजेश खन्ना से मिले तो उन्होंने उनकी एक-एक भावभंगिमा का अध्ययन किया ताकि उनके चरित्र को गानों के ज़रिए हूबहू उतारा जा सके."
"बाद में राजेश खन्ना ने माना कि इन गानों की शूटिंग के दौरान उन्हें महसूस हुआ कि ये गाने किशोर कुमार नहीं बल्कि वो खुद गा रहे हों. इस फ़िल्म में गाए उनके दो गानों 'मेरे सपनों की रानी' और 'रूप तेरा मस्ताना' ने राजेश खन्ना और किशोर कुमार दोनों को नैशनल 'रेज' बना दिया."
सचिनदेव बर्मन और किशोर कुमार की ट्यूनिंग
किशोर कुमार के गायन को सबसे अधिक निखारा सचिनदेव बर्मन के संगीत निर्देशन ने. उनके बेटे आरडी बर्मन ने एक बार एक इंटरव्यू में कहा था, "दादा रिकॉर्डिंग से तीन दिन पहले किशोर को अपनी धुन स्पूल टेप में भिजवा देते थे."
"वह अपने स्टडी रूम में इन धुनों पर रियाज़ करते थे. किसी को भी उनके कमरे में जाने की अनुमति नहीं थी और रियाज़ के समय उनका कमरा अंदर से लॉक रहता था. किशोर उस धुन पर अभ्यास कर रिकॉर्डिंग स्टूडियो में घुसते थे."
एक बार एसडी बर्मन को याद करते हुए किशोर कुमार ने भी कहा था, "एसडी बर्मन की एक अजीब आदत थी वो अपने गायकों को फ़ोन करते थे और उनकी आवाज़ सुन कर बिना बात किए फ़ोन रख देते थे."
"ये उनका अपने गायक की गले की हालत परखने का अपना अंदाज़ हुआ करता था. एक दिन देर रात उन्होंने मुझे फ़ोन कर 'कोरा काग़ज़ था ये मन मेरा' की धुन सुनाई. हम दोनों जल्दी सो जाया करते थे और सुबह तड़के उठते थे."
"उस दिन दादा ने मेरी आवाज़ सुनकर फ़ोन रखा नहीं बल्कि मुझे वो गाना गाने के लिए कहा. मुझे ज़ोरों की नींद आ रही थी. उन्हें गाना सुनाते समय भी मैं जम्हाइयाँ भर रहा था. लेकिन पूरी तरह संतुष्ट हो जाने के बाद ही उन्होंने मुझे दोबारा सोने की इजाज़त दे दी."
किशोर कुमार की हरकतों से परेशान होती थीं लता मंगेशकर
एक बार लता मंगेशकर से पूछा गया था कि आपको किसके साथ डुएट गाने में सबसे अधिक मज़ा आया तो उन्होंने किशोर कुमार का नाम लिया था. लेकिन उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि उन्हें किशोर के साथ डुएट गाने में बहुत दिक्कत भी होती थी.
लता का कहना था कि "गाते समय उनके संगीत और गायन को लेकर कोई समस्या नहीं होती थी, मगर जिस तरह वो हँसाते हँसाते पेट में दर्द करा देते थे, उसको सँभालना मुश्किल होता था. आप कितना भी सीरियस क्यों न हों, जब आप अंतरों में तान ले रहे हों या हरकत दिखा रहे हों, किशोर दा कोई ऐसा बेवकूफ़ी भरा इशारा करते थे, जिससे आपका ध्यान गाने से हट जाए."
"कई बार हम लोग गाने को बीच में रुकवा कर उनसे मिन्नतें करते थे कि दादा पहले शांति से गाना रिकॉर्ड करवा दो, फिर ये सब कर लेना. दिलचस्प बात ये थी कि वो कितना भी उछलकूद और हँसोड़ हरकतें क्यों न कर रहे हों, खुद उन सब से बाहर रह कर गंभीर मुद्रा में गाते थे."
अदृश्य लड़के से बातचीत
फ़िल्म गायन से जुड़े हर व्यक्ति के पास किशोर कुमार से जुड़े अनेकों क़िस्से हैं. आशा भोंसले बताती हैं, "किशोर दा अक्सर एक ऐसे लड़के के साथ रिकॉर्डिंग करवाने आते थे जो दिखाई नहीं देता था."
"वो उससे लगातार बातें करते, चुटकले सुनाते और ज़ोर का ठहाका लगाते. कभी-कभी वो मुझे भी उन दोनों की बातचीत में शामिल होने का न्योता देते. मुझे ये थोड़ा अजीब ज़रूर लगता लेकिन हम लोगों का ज़बरदस्त मनोरंजन हुआ करता."
इसी तरह की एक कहानी आरडी बर्मन सुनाया करते, "मैंने किशोर कुमार को बॉम्बे टॉकीज़ के दफ़्तर में देखा ज़रूर था लेकिन उनसे पहली बार 1952 में मिला. एक दिन मेरे पिता मुझे कारदार स्टूडियो ले गए जहाँ उनके गाने की रिकॉर्डिंग चल रही थी."
"जब हम मेन गेट में घुसे तो मैंने देखा कि कुर्ता पायजामा पहने और गले में मफ़लर डाले एक शख़्स बाउंड्री वॉल पर बैठा हुआ है. मेरे पिता ने मुझसे कहा कि ये शख़्स मुझे बहुत तंग करता है. ये कहते हुए वो स्टूडियो के अंदर चले गए."
"मैं किशोर कुमार के पास रुक गया और उनसे पूछा कि आप यहाँ क्या कर रहे हैं? उनका तुरंत जवाब था, 'मैं कारदार साहब की नकल कर रहा हूँ.' जब मैंने उनका नाम पूछा तो उन्होंने ज़ोरों से अपना पैर हिलाते हुए दवाब दिया, 'किशोर कुमार खंडवावाला.' इस बीच उनका एक जूता नीचे गिर गया."
"मैंने वो जूता उन्हें उठा कर दे दिया. मैंने उनसे पूछा कहीं आप अशोक कुमार के भाई तो नहीं हैं, उनका जवाब था- हाँ और इसीलिए मुझे कोई काम नहीं देता. फिर वो अशोक कुमार और मेरे पिता की नकल करने लगे. उन्हें देख कर हँसते हँसते मेरे पेट में बल पड़ गए."
'बढ़िया खा ले करारे गजक'
किशोर कुमार के जीवनीकार डेरेक बोस अपनी किताब 'किशोर कुमार मेथड इन मैडनेस' में उनसे जुड़े कुछ और क़िस्से सुनाते हैं.
"वो अपने गार्डेन में पेड़ों से बाते किया करते थे. उन्होंने उनको बाकायदा नाम दे रखे थे जनार्दन, रघुनंदन, बुद्धू राम, गंगाधर वगैरह वगैरह. उन्होंने अपने घर के पिछवाड़े झूले लगवा रखे थे और वो उनमें बच्चों की तरह झूला करते थे.
अमित खन्ना ने एक बार रविवार की दोपहर किशोर कुमार को बैट्री से चलने वाले खिलौनों के बीच बैठे हुए देखा, जिन्हें उन्होंने एक साथ स्विच ऑन कर रखा था. जब भी वो अपने किसी नज़दीकी से मिलते थे तो उनका पहला वाक्य होता था, 'बढ़िया खाले करारे गजक', चाहे इसका जो भी मतलब कोई निकाले."
'कुत्ता बन कर' ओपी रल्हन का हाथ काटा
ओपी रल्हन भी एक क़िस्सा सुनाया करते थे कि किस तरह साल 1959 में 'शरारत' की शूटिंग के दौरान किशोर कुमार ने उन्हें क़रीब-क़रीब पागल ही कर दिया था.
"एक दिन किशोर सेट पर शूटिंग के लिए नहीं पहुंचे. परेशान हो मैंने उनके घर जाकर उनको अपने साथ लाने का फ़ैसला किया. जब मैं उनके घर पहुंचा तो वो वहाँ मौजूद तो थे लेकिन उन्होंने कुत्तों की तरह अपने गले में एक पट्टा बाँध रखा था."
"उनके सामने एक प्लेट रखी हुई थी जिसमें एक चपाती रखी हुई थी. उसके बगल में पानी का एक कटोरा भी था. वहीं एक बोर्ड भी रखा हुआ था जिसपर लिखा था 'कुत्ते को डिस्टर्ब मत करो.' जब मैंने उनसे शूटिंग पर चलने के लिए कहा तो वो कुत्ते की तरह गुर्राने लगे."
"जब मैंने जिस तरह कुत्ते के सिर पर हाथ रखते हैं, उनके सिर पर भी हाथ रखने की कोशिश की तो उन्होंने मेरे हाथ में काट खाया. फिर वो कुत्ते की तरह तब तक भौंकते रहे जब तक उन्होंने मुझे गेट से बाहर नहीं कर दिया."
किशोर के दोस्तों और नज़दीकी लोगों का कहना था कि वो इस तरह का व्यवहार उन लोगों के साथ करते थे जिनसे वो मिलना नहीं चाहते थे, ख़ासतौर से उन लोगों से जो उनके पैसे उन्हें नहीं दे रहे थे.
सत्यजीत राय को दिए थे 5000 रुपये
किशोर कुमार के बारे में मशहूर था कि वो अपने पैसों को बहुत सँभाल कर रखते थे.
लेकिन गीतकार समीर बताते हैं कि "उन्होंने उनके पिता अंजान के लिए बिना कोई पैसा लिए कम से कम 10 गीत गाए थे. मुझे याद है कई बार उन्होंने मेरे पिता को अपनी कार से घर छोड़ा था, जब हमारे पास कार खरीदने के पैसे नहीं होते थे."
"जब उन्होंने 'चलती का नाम गाड़ी बनाई' थी तो उन्होंने मेरे पिता से उसके गीत लिखने के लिए कहा था और मार्केट रेट से कहीं ज़्यादा पैसे उन्हें दिए थे."
मशहूर फ़िल्म निर्देशक सत्यजीत राय जब 'पथेर पांचाली' बना रहे थे तो किशोर कुमार ने उन्हें 5000 रुपये देकर उनकी मदद की थी. उन्होंने राय की फ़िल्म 'चारुलता' के लिए भी दो गीत गाए थे और उसके लिए कोई पारिश्रमिक नहीं लिया था.
किशोर कुमार के गानों पर प्रतिबंध
साल 1975 में इमरजेंसी के दौरान संजय गांधी ने बंबई के मशहूर फ़िल्मकारों को म्यूज़िकल नाइट में भाग लेने के लिए दिल्ली आमंत्रित किया था.
कई आमंत्रित लोग दिल्ली गए थे लेकिन किशोर कुमार ने न सिर्फ़ इस आमंत्रण को ठुकरा दिया था बल्कि ये स्पष्टीकरण भी नहीं दिया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया था.
शशिकांत किनिकर किशोर कुमार की जीवनी में लिखते हैं, "संजय गांधी ने इसे अपना निजी अपमान माना था और सूचना और प्रसारण मंत्री विद्याचरण शुक्ल को बुला कर कहा था कि किशोर के गाने किसी भी सरकारी संचार माध्यम में नहीं बजाए जाएं."
"नतीजा ये हुआ कि ऑल इंडिया रेडियो पर किशोर कुमार के गाने बजने बंद हो गए. इसके अलावा जिन फ़िल्मों में किशोर कुमार ने गाने गाए थे, उन्हें सेंसर ने सर्टिफ़िकेट देने से इनकार कर दिया."
आठ फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते
किशोर कुमार को कुल 27 बार फ़िल्मफ़ेयर के सर्वश्रेष्ठ गायक के पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया. उसमें से 8 बार उन्होंने ये पुरस्कार जीता.
शास्त्रीय संगीत की ट्रेनिंग न होते हुए भी जिस तरह उन्होंने राग शिवरंजनी में 'मेरे नैना सावन भादों' को गाया और 1981 में राग यमन में जिस बारीकी से 'छू कर मेरे मन को' गाने को आवाज़ दी, उसकी मिसाल कहीं और नहीं मिलती है.
किशोर कुमार के फ़िल्मी जीवन के संगीत सफ़र का साल 1977 में आई फ़िल्म 'अनुरोध' के इस गाने से रेखांकित किया जा सकता है.
आप के अनुरोध पर
मैं ये गीत सुनाता हूँ
अपने दिल की बातों से
आपका दिल बहलाता हूँ
आपके अनुरोध पर....
मुंबई, 6 अगस्त | फरहान अख्तर के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'दिल चाहता है' को हिंदी सिनेमा में रिलीज हुए दो दशक पूरे होने वाले है। फिल्म में शालिनी का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री प्रीति जी. जिंटा की यादें ताजा हो गई हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि उन्होंने यह फिल्म की। फिल्म के बारे में याद करते हुए, प्रीति ने कहा, ' 'दिल चाहता है' के 20 साल पूरे होने का जश्न मनाना अच्छा है। मुझे याद है कि फरहान ने मुझसे कहा था कि जब भी वह कोई फिल्म बनाएंगे, तो वह मेरे लिए इसका हिस्सा बनना पसंद करेंगे।"
46 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि "कुछ महीने बाद, हमने 'दिल चाहता है' के लिए साइन किया और हमने सेट पर बहुत मजा किया। मैंने शूटिंग के पहले दिन फरहान से कहा, कि यह एक कल्ट फिल्म होगी और वह मुझ पर हंसे। आज आखिरकार इन सालों में हमने जो फिल्म बनाई है, उस पर मुझे बहुत गर्व है।"
वह कहती हैं कि जब भी वह फिल्म के बारे में सोचती हैं तो उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।
अभिनेत्री ने कहा, "शूटिंग से मेरी बहुत सारी यादें जुड़ी हुई हैं और जब भी मैं उन पागल दिनों को याद करती हूं तो मेरे चेहरे पर हमेशा एक बड़ी मुस्कान रहती है।"
'दिल चाहता है' हिंदी सिनेमा में अपने दो दशक पूरे करने के मौके पर 10 अगस्त को एंड पिक्च र्स पर दिखाई जाएगी। (आईएएनएस)
सुमी खान
ढाका, 5 अगस्त | लोकप्रिय बांग्लादेशी अभिनेत्री पोरी मोनी, जिन्होंने 8 जून को बोट क्लब में बलात्कार और हत्या करने का आरोप लगाया था, उसको पुलिस की अपराध विरोधी इकाई रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने हिरासत में लिया है।
आरएबी के कानूनी और मीडिया विंग के निदेशक कमांडर खांडाकर अल मोइन ने आईएएनएस को इसकी पुष्टि की। ढाका के बनानी में उनके आवास पर चार घंटे की छापेमारी के बाद बुधवार रात करीब 9 बजे उन्हें कुलीन बल के मुख्यालय ले जाया गया।
अभिनेत्री को हिरासत में लेने से पहले, आरएबी ने दावा किया कि उन्होंने छापेमारी के दौरान उसके घर से ड्रग्स और शराब बरामद की थी।
गुरुवार सुबह उसे ढाका की एक अदालत में पेश किया जाएगा।
पोरी मोनी के नाम से मशहूर शमसुन्नहर स्मृति ने दावा किया था कि 8 जून को बोट क्लब के पूर्व अध्यक्ष और एक व्यापारी और राजनेता गुलशन ऑल कम्युनिटी क्लब के निदेशक नासिर उद्दीन महमूद ने उन पर हमला किया था।
उसने महमूद पर बोट क्लब में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।
लेकिन वह कोई मामला दर्ज करने में विफल रही, क्योंकि आरोपी बांग्लादेश की पुलिस महानिरीक्षक बेनजीर अहमद का करीबी दोस्त है।
महमूद को पुलिस की जासूसी शाखा ने तीन महिलाओं और उसके करीबी सहयोगी तुहिन सिद्दीकी ओमी, एक ड्रग डीलर के साथ गिरफ्तार किया था, जब उन्होंने महिला तस्करी और ड्रग डीलिंग के अपने अपराधों को कबूल कर लिया था।
एक हफ्ते बाद, पोरी मोनी पर 7 जून की रात गुलशन ऑल कम्युनिटी क्लब में के.एम. क्लब के अध्यक्ष आलमगीर इकबाल ने प्रेस वार्ता की।
ढाका मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मोहम्मद जशीम ने नारकोटिक एक्ट के तहत दर्ज मामले में जमानत का आदेश दिया।
इसके बाद, महमूद और उसके सहयोगियों लिपि अख्तर, सुमी अख्तर और नजमा अमीन स्निग्धा को रिहा कर दिया गया।
महमूद जेल में नहीं था, बल्कि करीब 15 दिनों से पुलिस हिरासत में था।
बुधवार दोपहर को पोरी मोनी ने अपने घर से फेसबुक लाइव में मदद मांगते हुए पुलिस से गुहार लगाई थी कि "भाई, आप मेरी हालत समझ रहे हैं। बनानी थाने से कोई नहीं आ रहा है। मुझे उनकी मदद की जरूरत है। मुझे डर लग रहा है। तीन दिनों से मैं बिस्तर से नहीं उठ सकी हूं।"
एक्ट्रेस ने ये भी दावा किया कि कोई उनके घर के गेट पर 20 मिनट से आवाज कर रहा है।
"मुझे दरवाजा खोलने में डर लग रहा है। वे खुद को पुलिसकर्मी बता रहे हैं। लेकिन जब मैंने बनानी पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा, उनके पुलिस स्टेशन से कोई पुलिसकर्मी नहीं भेजा गया।"
"मैं शुरू से ही मौत से डरती थी। कोई मुझे मारना चाहता है। अगर कोई पुलिस की पहचान के साथ मुझे मारने आया तो मैं क्या करूंगी?" (आईएएनएस)
मुंबई, 5 अगस्त| आमिर खान, राजकुमार हिरानी और निर्माता महावीर जैन गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ केंद्रशासित प्रदेश में शूटिंग को अनुकूल बनाने के लिए एक नई पॉलिसी लॉन्च करेंगे। इससे पहले, जैन के नेतृत्व में इम्तियाज अली, नितेश तिवारी, दिनेश विजन, एकता कपूर, अश्विनी अय्यर, संजय त्रिपाठी जैसे प्रमुख फिल्म निर्माताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई में सिन्हा और उनके प्रधानसचिव नीतिश्वर कुमार से मुलाकात की और इस नई फिल्म का मसौदा तैयार करने और जम्मू-कश्मीर में फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने की नीति के लिए अपने सुझाव साझा दिए।
इससे कुछ दिन पहले ही आमिर खान अपनी आगामी फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' के लिए लद्दाख में शूटिंग कर रहे थे। (आईएएनएस)
मुंबई, 5 अगस्त | हंसल मेहता की अगली निर्देशित फिल्म 'फराज' के मोशन पोस्टर का बुधवार रात अनावरण किया गया। अनुभव सिन्हा प्रोडक्शन, भूषण कुमार द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित, 'फराज' एक एक्शन थ्रिलर है जिसमें जुलाई 2016 में बांग्लादेश को हिलाकर रख देने वाले होली आर्टिसन कैफे हमले को दर्शाया गया है।
हंसल मेहता ने कहा, "'फराज' गहरी मानवता की कहानी है और हिंसक प्रतिकूलताओं का सामना करने में इसकी अंतिम जीत है। हालांकि यह सच्ची घटनाओं पर आधारित है, यह एक गहरी व्यक्तिगत कहानी भी है जिसे मैंने लगभग 3 साल से अपने दिल के करीब रखा है। मुझे खुशी है कि अनुभव और भूषण इस कहानी का समर्थन कर रहे हैं और मुझे इस रोमांचक नाटक को ठीक उसी तरह बनाने में सक्षम कर रहे हैं जैसा मैंने सोचा था।"
यह फिल्म 1 जुलाई, 2016 की रात को ढाका में हुई घटनाओं का वर्णन करती है, जहां पांच युवा आतंकवादियों ने महंगे कैफे में तोड़फोड़ की और लगभग 12 घंटों तक 50 से अधिक लोगों को बंधक बनाकर रखा।
अनुभव सिन्हा ने कहा, "'फराज' आधुनिक इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक पर आधारित एक मानवीय कहानी है। यह एक ऐसी फिल्म है जो हमारे दिलों के करीब है। नए अभिनेताओं को लॉन्च करने से लेकर फिल्म पर सही नजर रखने तक, हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। यह एक ऐसी फिल्म है जो दर्शकों को उस रात जो हुआ उसे गहराई से दिखाएगी। यह जितनी आशा और विश्वास की कहानी है, उतनी ही यह आतंक और नुकसान की कहानी है।"
फराज में एक फिल्म पुराने आदित्य रावल के साथ जहान कपूर नजर आएंगे।
करीना कपूर खान, आयुष्मान खुराना, और कार्तिक आर्यन से लेकर राजकुमार राव, इमरान हाशमी, प्रतीक गांधी से लेकर तापसी पन्नू और मोहित सूरी तक के बॉलीवुड सितारों ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्टर का अनावरण करते हुए 12 घंटे का लाइव काउंटडाउन शुरू किया।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 अगस्त| अभिनेता श्रेयस तलपड़े का मानना है कि सिनेमा हॉल और ओटीटी दोनों का अपना अनूठा स्थान है और यह एक-दूसरे पर हावी नहीं होंगे। उन्होने कहा, "हर चीज का अपना स्थान होता है। मूवी थियेटर का अपना जादू होता है। यह सप्ताहांत पर लोगों के लिए परिवार के साथ फिल्में देखने के लिए एक तरह का उत्सव है। लोग सिनेमाघरों में फिल्में देखना पसंद करते हैं और देखना जारी रखेंगे। थिएटरों की जरूरत है खुला है और मनोरंजन के मामले में किसी तरह की सामान्य स्थिति होनी चाहिए जो कभी मरने वाली नहीं है।"
श्रेयस ने आईएएनएस को बताया,"मुझे लगता है कि ओटीटी एक ऐसी चीज है जिसकी लोगों को एक साथ आदत हो रही है। यह अब आदत की बात हो गई है। क्या सिनेमाघर खुलते ही ओटीटी का जादू चलेगा? इसी तरह की बातें जब टीवी आती थीं, तब वीसीडी, सीडी और डीवीडी थे और अब नवीनतम ओटीटी है।"
अभिनेता ने कुछ समय पहले प्रदर्शन कला पर अपना ओटीटी प्लेटफॉर्म 'नाइन रास' नाम से पेश किया था। उनका ऐप डिजिटल स्पेस के लिए नाटकों, स्किट, नृत्य और संगीत और अन्य प्रदर्शन कलाओं का निर्माण करता है।
उन्होंने कहा कि, "ओटीटी निश्चित रूप से एक लत है। आप 24 घंटे के लिए मूवी थियेटर या टीवी नहीं देखेंगे। लेकिन यह आपका फोन है कि किसी भी तरह 24 घंटे आपके साथ रहेगा। दुर्भाग्य से, महामारी की स्थिति के कारण, हम एक तरह से अकेले हो गए हैं। जबकि पहले हम मेलजोल करते थे, ऐसा नियमित रूप से नहीं हो रहा है। इसलिए हम मनोरंजन चाहते हैं। फिर हम अपने फोन से चिपके रहते हैं। हम वेब सीरीज देखना शुरू करते हैं। हम एक सीजन खत्म करते हैं और अगले सीजन का इंतजार करते हैं।"
अभिनेता ने आज के समय में हर ओटीटी प्लेटफॉर्म को सफल बनाने के बारे में अपना ²ष्टिकोण साझा किया। उन्होंने आईएएनएस को बताया, "आपको क्यों लगता है कि इतने सारे ओटीटी प्लेटफॉर्म हैं और वे सभी अच्छा कर रहे हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आपके पास कंटेंट होता है, तो आप इसे बिंग वाच करते हैं, इसे खत्म करते हैं और अगले पर चले जाते हैं। यही वह जगह है जहां ओटीटी अच्छा स्कोर कर रहा है। क्योंकि मिलेनियल्स अपने फोन सेट से जुड़े हुए हैं, वे सिर्फ और ज्यादा कंटेंट देखना चाहते हैं।"
आज के युग और समय में फोन की लत के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि, "हम इस हद तक चले गए हैं कि हर दिन हर कोई लगातार अपने फोन की जांच कर रहा है। हम देखते रहते हैं कि क्या कोई संदेश आया है, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर नया क्या है। हम हर पांच मिनट में एक नई चीज के लिए अपने फोन की जांच करते हैं। लोग अभी भी अपने फोन पर कुछ कंटेंट ढूंढ रहे हैं। सभी कंटेंट किसी न किसी के साथ क्लिक करता है।"
अभिनेता ने साझा किया कि, उन्हें कुछ ओटीटी परियोजनाओं की पेशकश की गई है, हालांकि, वह अभी भी उन पर विचार कर रहे हैं।
श्रेयस ने कहा कि, हालांकि, 'गोलमाल' के अभिनेता की झोली में आने वाले बड़े पर्दे पर रिलीज होने वाली फिल्मों की भरमार है। "रोहित शेट्टी की 'गोलमाल 5' की शूटिंग की योजना इस साल के लिए बनाई गई थी, लेकिन महामारी के कारण इसे आगे बढ़ा दिया गया है। मेरी अगली रिलीज 'मनु और मुन्नी की शादी' और महेश मांजरेकर की मराठी प्रेम कहानी 'मृगतृष्णा' होगी।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली,4 अगस्त | हनी सिंह के नाम से मशहूर रैपर और संगीतकार हिरदेश सिंह की पत्नी शालिनी तलवार ने मंगलवार को तीस हजारी अदालत में उनके खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया है। तलवार ने अपनी 118 पन्नों की शिकायत में हनी सिंह पर विभिन्न महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया है और उनके साथ शारीरिक, मौखिक और भावनात्मक शोषण करने का आरोप लगाया है ।
हनी सिंह की पत्नी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया , "उसने कई महिलाओं के साथ लगातार यौन संबंध बनाए और अपने यौन इरादों और अवैध संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए, कभी भी जनता के सामने यह खुलासा नहीं किया कि वह शादीशुदा है।"
रैपर और तलवार ने 2011 में दिल्ली के एक गुरुद्वारे में शादी की थी।
तलवार ने आरोप लगाया कि हनी सिंह 2011 में दिल्ली के एक गुरुद्वारे में शादी के समय से ही अपनी आदतों को छुपाने की कोशिश करता रहा। उसने उन पर मादक द्रव्यों के सेवन और यहां तक कि एक पंजाबी फिल्म अभिनेत्री के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया है।
मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट तानिया सिंह ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए हनी सिंह को 28 अगस्त को पेश होने का नोटिस जारी किया है।(आईएएनएस)
मुंबईः भारतीय संगीत इतिहास के अमर गायक, अभिनेता, निर्माता और गीतकार रहे किशोर कुमार का आज जन्मदिन है. किशोर कुमार, जिन्हें दुनिया ने मस्तमौला, अल्हड़, अलहदा ना जाने किन-किन नामों से बुलाया, उनका असली नाम आभास कुमार गांगुली था. लेकिन, किशोर कुमार अपना परिचय नाम को उल्टा करके रशोकि रमाकु नाम से देते थे. किशोर कुमार का जन्म मध्य प्रदेश के खंडवा में 4 अगस्त 1929 को हुआ था.
किशोर कुमार के पिता का नाम कुंजलाल गांगुली था, जो खंडवा में पेशे से वकील थे. चार भाई बहनों में आभाष गांगुली यानी किशोर कुमार सबसे छोटे थे. बड़े भाई अशोक कुमार बॉलीवुड में एक स्थापित नाम थे. ऐसे में आभाष भी खंडवा से भागकर अपने बड़े भाई अशोक कुमार के पास मुंबई चले गए. जब किशोर कुमार अपने भाई के पास पहुंचे तो उन्होंने उनसे फिल्मों में एक्टिंग करने को कहा.
लेकिन, किशोर कुमार का मन एक्टिंग में लगता ही नहीं था. हालांकि, अशोक कुमार की जिद के आगे उन्होंने अपने घुटने टेक दिए और फिल्मों में अभिनय करना शुरू कर दिया. जिसके बाद बालीवुड ने उन्हें नाम दिया ‘किशोर कुमार’. किशोर कुमार ने 1946 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की.
डायलॉग नहीं रहते थे याद
क्योंकि, किशोर कुमार का एक्टिंग में मन नहीं लगता था वह अक्सर शूटिंग के दौरान डायलॉग भूल जाते थे. जिसके बाद उन्हें अपने बड़े भाई अशोक कुमार से खूब डांट-फटकार पड़ती थी. हालांकि, इन सबके बाद भी उन्होंने किसी तरह फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली. लेकिन, अभी भी वह एक गायक ही बनना चाहते थे. 1948 में खेमचन्द्र प्रकाश के संगीत निर्देशन में फिल्म जिद्दी के लिए उन्होंने पहली बार गाना गाया. गीत के बोल थे “मरने की दुआएं क्यूं मांगू, जीने की तमन्ना कौन करे.’
उधारी से बनाया गाना
इसके बाद किशोर कुमार ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद जब उन्हें संगीतकार एसडी बर्मन का साथ मिला तो किशोर कुमार हर रोज सफलता के नए आयाम रचते गए. बताया जाता है कि कभी किशोर कुमार ने अपने कॉलेज की कैंटीन में उधारी की थी. यह उधारी थी 5 रुपये 12 आने की. कैंटीन वाला जब भी उधार मांगता किशोर मस्तमौला अंदाज में गाते…पांच रुपैया बारह आना, मारेगा भैया ना ना ना…बस ऐसे ही ये छेड़खानी कब गाना बन गई पता ही नहीं चला.
किशोर कुमार को किशोर दा भी कहा जाता है. वह हिंदी सिनेमा की ऐसी हस्ती रहे हैं, जिनका हर कोई मुरीद रहा है. कोई उनकी गायकी का कायल है, तो कोई अदाकारी का तो कोई उनके मस्तमौला अंदाज का. किशोर कुमार के बारे में ये बात जगजाहिर है कि उन्होंने संगीत की कभी विधिवत शिक्षा नहीं ली, लेकिन उनकी गायकी का लोहा देश विदेश के संगीतकार आज भी मानते हैं.
नई दिल्ली. एक्टर अर्जुन कपूर और मलाइका अरोड़ा की जोड़ी इन दिनों काफी मशहूर हो रही है. कुछ दिन पहले से मलाइका अरोड़ा और अर्जुन कपूर के अफेयर की खबरें सामने आने लगी थीं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह कपल बीते कुछ सालों से एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं. ये दोनों अपने-अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर आए दिन एक दूसरे की तस्वीरें शेयर करते रहते हैं. हाल ही में अर्जुन कपूर ने मलाइका अरोड़ा का वीडियो शेयर किया है.
मलाइका अरोड़ा ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर कर खुलासा किया कि वह जल्द ही न्यूड मील नाम का एक प्रोजेक्ट लेकर आ रही हैं. मलाइका ने लिखा, “कोई और रहस्य नहीं… मैं कुछ ऐसा बना रही हूं जो आपके और मेरे दोनों के लिए रोमांचक होने वाला है. मेरे साथ सबसे स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन खाने के लिए तैयार हो जाओ.”
अर्जुन कपूर ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर इस वीडियो को शेयर कर कैप्शन में लिखा, “इंतजार नहीं कर सकता.”
इससे पहले मलाइका ने अपने इंस्टा स्टोरी पर अर्जुन कपूर की तस्वीर शेयर की थी, जिसे लोग सोशल मीडिया पर बेहद पसंद कर रहे थे. इस पोस्ट में उन्होंने अर्जुन के लिए एक स्पेशल लाइन लिखी थी. इस तस्वीर को शेयर करते हुए मलाइका ने अपने इंस्टा स्टोरी में लिखा, ‘माई संडे व्यू’. आपको बता दें आजकल ये कपल अक्सर एक दूसरे की तस्वीर शेयर का अपना प्यार जताते रहते हैं. फैंस को भी दोनों को साथ देखना अच्छा लगता है.
मुंबई, 3 अगस्त| अभिनेता मनीष वाधवा ने हाल ही में 'छत्रसाल' से वेब पर डेब्यू किया। उन्होंने दो साल पहले सीरीज की शूटिंग की थी, जो अब आखिरकार स्ट्रीमिंग हो रही है। अभिनेता खुश और आशान्वित हैं कि यह परियोजना उनके लिए वेब पर और ज्यादा काम पाने के रास्ते शुरू करेगी। मनीष को 'चंद्रगुप्त मौर्य' में 'चाणक्य' और 'परमावतार श्री कृष्ण' में 'राजा कंस' जैसी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है।
अभिनेता ऐतिहासिक नाटक में 'छत्रसाल' के गुरु (शिक्षक) की भूमिका निभाते नजर आएंगे।
अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए, वे कहते हैं कि, "मैं श्रृंखला में महाराजा छत्रसाल के गुरु की भूमिका निभा रहा हूं। उनके लिए धर्म कोई मायने नहीं रखता, वह मानवता को अधिक महत्व देते हैं, जिसे वे एक धर्म मानते हैं। उनका आदर्श वाक्य सभी को प्यार से साथ लाना है।"
49 वर्षीय अभिनेता ने खुलासा किया कि वह "परमावतार श्री कृष्ण" शो में 'राजा कंस' की भूमिका निभा रहे थे, जब यह प्रस्ताव उनके पास आया और उन्हें इसके बारे में बहुत अच्छा लगा।
वे कहते हैं कि, "जबकि 'राजा कंस' कट्टर निगेटिव था, यह चरित्र पूरी तरह से पॉजिटिव था। एक चरित्र से दूसरे चरित्र में जाने के लिए कड़ी मेहनत थी। इसके अलावा, इसे और अधिक यथार्थवादी बनाने के लिए मुझे आंखों की गति पर काम करना होगा और एक 'गुरु' की तरह दिखने के लिए अन्य कोशिश करनी होगी। मुझे भाषा पर भी काम करना है क्योंकि इस किरदार के लिए मुझे जो हिंदी बोलनी थी, वह हमारी रोजमर्रा की बोली से बिल्कुल अलग थी।"
मनीष को ओटीटी शो करने में ज्यादा दिलचस्पी है क्योंकि उनका मानना है कि वेब की दुनिया में काफी एक्सपेरिमेंटल काम हो रहा है और यह दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
उन्होंने संकेत दिया कि, "ओटीटी बूम यहां रहने के लिए है। ओटीटी पर हमें दुनिया भर से जिस तरह का काम देखने को मिल रहा है, वह इसकी प्रासंगिकता को जोड़ रहा है। निर्माता और कलाकार भी उस तरह का प्रयोग करने और काम करने में सक्षम हैं जो वे चाहते हैं। ऐसे समय में जब हमें सिनेमाघरों में जाने के लिए पाबंदी है और इन सभी प्रतिबंधों को देखते हुए ओटीटी हमें भरपूर मनोरंजन दे रहा है। हम घर पर बैठकर उस कंटेंट को देखने में सक्षम हैं जिसका हम आनंद लेते हैं।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 1 अगस्त | एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा इन दिनों लंदन में अपनी अपकमिंग फिल्म 'सिटाडेल' की शूटिंग कर रही हैं। इस बीत उन्होंने अपनी शानदार सेल्फी इंस्टाग्राम पर साझा की है, जिसमें वे न्यूड मेकअप, वाइट ड्रैस और ओपन हेयर में नजर आ रहीं है। 39 वर्षीय एक्टर ने हैशटैग 'सिटाडेल' और 'सेल्फीमोड' का इस्तेमाल किया ताकि उनके प्रशंसकों को पता चल सके कि वह इस परियोजना में व्यस्त हैं।
प्रियंका के पोस्ट पर मेकअप कलाकार पॉल गूच ने हंसते हुए इमोजी के साथ टिप्पणी की, "आपके बाल किसने बनाए है? यह अद्भुत हैं।"
इस पर प्रियंका ने जवाब देते हुए कहा, "हाहाहा फनी गॉय, बालों के लिए थैंक्स।"
उनका इंस्टाग्राम अकाउंट कमेंट्स से भर गया। एक फैन ने लिखा, 'गॉर्जियस' तो दूसरे ने उन्हें 'क्वीन' कहा।(आईएएनएस)