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हैदराबाद, 17 दिसम्बर। राष्ट्रीय खनिक एनएमडीसी ने आज चेन्नई में प्रतिष्ठित आईईआई (इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, इंडिया) इंडस्ट्री एक्सीलेंस अवार्ड 2022 जीता। देश में लौह अयस्क के सबसे बड़े उत्पादक को 37 वीं भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस में इसके उत्कृष्ट प्रदर्शन और उच्च स्तर की व्यावसायिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया।
एनएमडीसी अपने घरेलू नेतृत्व को बनाए रखने और वैश्विक खनन कंपनी बनने की दिशा में आगे बढने के लिए पर्यावरण हितैषी, आर्थिक और कुशल दृष्टिकोण के साथ परिवर्तनकारी परियोजनाएं प्रारम्भ कर रहा है।
इस अवसर पर श्री सुमित देब अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनएमडीसी ने कहा कि अपनी स्थापना के समय से ही एनएमडीसी राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण आर्थिक योगदान करने के अपने विजन में दृढ़तापूर्वक कार्य कर रहा है।
कंपनी ने प्रत्येक तिमाही में अपने ही प्रदर्शन को बेहतर बनाने और अभिनव व्यावसायिक रणनीतियां बनाने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं। मैं टीम को उनकी प्रतिबद्धता और निष्ठा के लिए बधाई देता हूं जो इस पुरस्कार की वास्तव में सुपात्र है।
हैदराबाद, 16 दिसम्बर। राष्ट्रीय खनिक एनएमडीसी ने आज चेन्नई में प्रतिष्ठित आईईआई (इंस्टीट्यूशनऑफइंजीनियर्स, इंडिया) इंडस्ट्री एक्सीलेंस अवार्ड 2022 जीता। देश में लौह अयस्क के सबसे बड़े उत्पादक को 37वीं भारतीय इंजीनियरिंग कांग्रेस में इसके उत्कृष्ट प्रदर्शन और उच्चस्तर की व्यावसायिक उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। एनएमडीसी की ओर से एनआरके प्रसाद , मुख्य महाप्रबंधक (औद्योगिक इंजीनियरी एवं प्रबंध सेवाएं) ने तमिलनाडु सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ के.पोनमुडी से पुरस्कार प्राप्त किया।
इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) किसी कंपनी के व्यवसाय संचालन, वित्तीय प्रदर्शन, पर्यावरण प्रदर्शन, अनुसंधान और विकास, सीएसआर और कॉर्पोरेट अभिशासन नीतियों की समीक्षा करने के बाद उद्योग उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान करता है।एनएमडीसी अपने घरेलू नेतृत्व को बनाए रखने और वैश्विक खनन कंपनी बनने की दिशा में आगे बढने के लिए पर्यावरण हितैषी, आर्थिक और कुशल दृष्टिकोण के साथ परिवर्तनकारी परियोजनाएं प्रारम्भ कर रहा है।
इस अवसर पर सुमित देब अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एनएमडीसी ने कहा कि “अपनी स्थापना के समय से ही एनएमडीसी राष्ट्र केविकास में महत्वपूर्ण आर्थिक योगदान करने के अपने विजन में दृढ़तापूर्वक कार्य कर रहा है। कंपनी ने प्रत्येक तिमाही में अपने ही प्रदर्शन को बेहतर बनाने और अभिनव व्यावसायिक रणनीतियां बनाने के लिए समर्पित प्रयास किए हैं।मैंटीम को उनकी प्रतिबद्धता और निष्ठा के लिए बधाई देता हूं जो इस पुरस्कार की वास्तव में सुपात्र है ।“
हैदराबाद, 15 दिसंबर, 2022: एनएमडीसी ने आज हैदराबाद स्थित अपने मुख्यालय में टर्नकी कार्यों के लिए मानक बोली दस्तावेज जारी किया । खनन प्रमुख इस संगठन के पास महत्वाकांक्षी एवं पूंजी सघन परियोजनाएं हैं तथा यह मानक बोली दस्तावेज अनुबंधों को सौंपने ,निष्पादित और मॉनिटिरिंग करने में अधिक दक्षता प्रदान करेगा ।
एनएमडीसी ने अपने मौजूदा मानक बोली दस्तावेज़ की समीक्षा की है और इसे समस्त उद्योग में अपनाई गई सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों के साथ अद्यतन किया है। मानक बोली दस्तावेज़ परियोजना प्रबंधन और निगरानी, कार्य समय-सारणी, कीमतों का मूल्यांकन, भुगतान परामर्श, मामलों की पहचान और विवाद समाधान में सरलता प्रदान करेगा जिससे एनएमडीसी के साथ व्यापार करना आसान होगा ।
सीपीएसई ने एक व्यापक और समावेशी दस्तावेज तैयार किया है जो इसकी सभी टर्नकी परियोजनाओं के लिए एक मॉडल के रूप में काम करेगा। एनएमडीसी में यह पहल माइल स्टोन की जियो-टैगिंग को सक्षम बनाते हुए, डिजिटल वातावरण को बढ़ावा देगी।
इस अवसर पर श्री सुमित देब, सीएमडी, एनएमडीसी ने कहा कि &ह्नह्वशह्ल;मानक बोली दस्तावेज एनएमडीसी को सार्वजनिक खरीद के 4 सिद्धांतों- पारदर्शिता, इक्विटी, निष्पक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बनाए रखने और उनका अनुपालन करने में सहायता प्रदान करेगा।
रायपुर, 16 दिसंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताय।
कैट ने बताया कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को भेजे एक पत्र में उनसे आग्रह किया है कि भारत के जी-20 अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान देश में आयोजित होने वाले विभिन्न आयोजनों में देश के व्यापारी वर्ग की भागीदारी को भी सुनिश्चित करने के आदेश दें । श्री मोदी को लिखे अपने पत्र में कैट ने कहा है कि देश का व्यापारिक समुदाय जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान अपनी प्रमुख भूमिका निभाने के लिए बहुत प्रेरित है।
कैट ने कहा की जी 20 का अध्यक्षीय कार्यकाल भारत के लिए न केवल हमारे भारत की सदियों पुरानी और जीवंत संस्कृति को प्रदर्शित करने का अवसर है, बल्कि बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी और निश्चित रूप से व्यापार के मामले में देश में हुए विकास की गति को प्रदर्शित करने का भी अवसर है। कैट ने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह, वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल, शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप पुरी और जी -20 शेरपा श्री अमिताभ कांत को भी इसी आशय का पत्र भेजा है।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन ने बताया कि श्री मोदी को भेजे पत्र में कैट ने कहा है की इस बड़े आयोजन में बड़ी संख्या में विदेशी गणमान्य व्यक्ति और प्रतिनिधि विभिन्न शहरों में मीटिंग आदि करेंगे और निश्चित रूप से संबंधित शहरों में घूमेंगे और खरीदारी भी करेंगे। ऐसे परिदृश्य को देखते हुए प्रत्येक ऐसे शहर के व्यापारिक बाजारों को शहर की पुरानी विरासत और देश में व्यापार और वाणिज्य के विकास को दर्शाते हुए मार्केटों को बेहतर तरीक़े से रोशन किया जाना और सजाया जाना श्रेयस्कर होगा।
कैट ने यह भी सुझाव दिया कि जी-20 के कार्यक्रम जिस शहर में हों, उन शहरों में विशेष प्रकार के उत्सव आयोजित किए जाएँ जहां न केवल एक वाणिज्यिक प्रदर्शनी आयोजित की जाए। बल्कि उस शहर की विकास यात्रा दिखाई जाए तथा अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएँ।
रायपुर, 16 दिसंबर। राजकुमार कॉलेज, रायपुर के एक छात्र, आईएससी 2022, अभिमन्यु श्रीकुमार 18, ने ्रढ्ढक्र193 हासिल करके देश में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी परीक्षा में टॉप किया है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा के परिणाम 17 नवंबर, 2022 को प्रकाशित किए गए थे।
अभिमन्यु, तिरुवल्ला, केरल के मूल निवासी हैं, जिन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा राजकुमार कॉलेज, रायपुर, छत्तीसगढ़ से पूरी की है। उनके पिता एक ऑफिस अकाउंटेंट हैं और उनकी मां राजकुमार कॉलेज, रायपुर (सी.जी.) में गणित की शिक्षिका हैं। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा भारत के सबसे प्रतिष्ठित और कुलीन शैक्षणिक संस्थानों में से एक राजकुमार कॉलेज से पूरी की।
ग्यारहवीं कक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने एनडीए परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। परीक्षा के दो भाग थे- लिखित परीक्षा और साक्षात्कार। अभिमन्यु कहते हैं, मैं अपने पहले प्रयास में
लिखित परीक्षा क्लियर नहीं कर सका। लेकिन, मुझे लिखित भाग के लिए अपने दूसरे प्रयास में यह सफलता मिली और मैंने अपने पहले प्रयास में ही एसएसबी को क्रैक कर लिया, उन्होंने कहा। परीक्षा की तैयारी पर उन्होंने कहा कि परीक्षार्थियों को स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले सभी विषयों की मूल बातें समझनी चाहिए। एनडीए पाठ्यक्रम में गणित, इतिहास, अंग्रेजी, नागरिक शास्त्र, भूगोल, जीव विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान, अर्थशास्त्र और करंट अफेयर्स शामिल हैं।
यह कला (मानविकी) और विज्ञान दोनों विषयों का मिश्रण है। इसलिए इसके लिए आईसीएसई/आईएससी/सीबीएसई बोर्ड पाठ्यक्रम के अलावा अलग से तैयारी की जरूरत है। अभिमन्यु ने कहा कि एनडीए की तैयारी, अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के विपरीत, पूरी तरह से इस बात पर आधारित है कि एक उम्मीदवार मानसिक रूप से कितना सबल है क्योंकि यह एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जिसके लिए उम्मीदवार को विषय का मूलभूत ज्ञान और शारीरिक योग्यता की आवश्यकता होती है।
वह अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद काम करने के लिए भारतीय सेना का चयन करेंगे। मैं तीन साल के लिए एनडीए में प्रशिक्षण लूँगा और एक साल भारतीय सैन्य अकादमी में बिताऊँगा।
टॉपर बालक ने कहा कि वह रक्षा क्षेत्र से जुडक़र सीधे देश की सेवा करना चाहता है। उन्होंने कहा बचपन से ही मुझे हथियारों और टैंकों के प्रति आकर्षण था।
अन्य इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तरह दिन में 12 से 14 घंटे समर्पित करके केवल परीक्षा के लिए अध्ययन करना, इस परीक्षा को क्रैक करने में मदद नहीं कर सकता क्योंकि इसमें व्यक्ति मशीन जैसे संचालित होता है।
सशस्त्र बलों को ऐसे लोगों की आवश्यकता है जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौजूदा राजनीतिक और भू-राजनीतिक परिदृश्यों से अवगत हों और अच्छे संचार कौशल वाले लोग हों, अभिमन्यु का कहना है। यह उल्लेख करने योग्य है कि अभिमन्यु ने आईएससी, 22 में अपने स्कूल में 12वीं कक्षा में 93 प्रतिशत और गणित में उच्चतम 99 अंक हासिल करके दूसरे स्थान के साथ टॉप किया है! उन्होंने इंदिरा गांधी कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ से वायलिन में हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में अपना डिप्लोमा भी पूरा किया है।
रायपुर, 16 दिसंबर। भारत में पुरुषों में मुंह का कैंसर सबसे आम कैंसर है। पुरुषों में होने वाले सभी कैंसर के 10 प्रतिशत कैंसर मुंह में होते हैं। उनमे भी निचले जबड़े और गाल का कैंसर मुंह के अंदर सबसे आम हैं क्योंकि अधिकांश रोगी तंबाकू को गाल और जबड़े के बीच में रखते हैं जिसे जिंजिवोबक्कल स्पेस कहा जाता है।
भारत में अधिकांश मुह के कैंसर उन्नत स्टेज में मिलते है। इसका कारण है लोगों को इस कैंसर के लझण के बारे मे जागरूकता नहीं है एवं लंबे समय तक मरीज वैकल्पिक चिकित्सा की सहायता लेते रहते हैं जिससे बीमारी प्रथम स्टेज से चतुर्थ स्टेज मे पहुंच जाती है।
अंबिकापुर के 70 वर्षीय रोगी श्री गुप्ता को कुछ महीनों से छाला था जो भर नही रहा था और निचले जबड़े के दांतों ढीले हो गए थे। शुरुआत में उनका इलाज अंबिकापुर में दर्द की और मल्टीविटामिन गोलियों से से किया जा रहा था लेकिन जब लक्षणों में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें राम कृष्ण केयर अस्पताल, रायपुर रेफर कर दिया गया।
उन्होंने अस्पताल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट(कैंसर सर्जन) डॉ. सौरभ जैन से मुलाकात की, जिन्होंने मरीज की जांच की और सर्जरी की सलाह दी। इसके बाद उन्हें प्लास्टिक सर्जन डॉ. सुभाष साहू से मिलने की सलाह दी गई। दोनो सर्जन ने मिल कर सर्जरी में निचले जबड़े के मध्य खंड को हटाने और पैर की हड्डी के भाग के साथ (फ्री फीबब्युला फ्लैप) जबड़े का पुनर्निर्माण करने का प्लान किया। इस सर्जरी के दौरान माइक्रोस्कोप की सहायता से पैर की हड्डी की रक्त नलियों को गर्दन की रक्त नलियों के साथ जोडऩा पड़ता है एवं सांस लेने के लिए अस्थायी सुराग (ट्रेकीयोस्टॉमी) भी बनाना पड़ता है। सर्जरी में लगभग 8-10 घंटे लगते हैं और उसके बाद 1-2 दिन आईसीयू में और फिर एक हफ्ते तक अस्पताल में मरीज को रहना पड़ता है। सर्जरी की इस तकनीक का मुख्य लाभ यह है कि चेहरे का आकार बना रहता है और रोगी सर्जरी के बाद सामान्य आहार खाने में सक्षम होता है।
हालांकि कम उम्र के मरीजों मे यह सर्जरी आसानी से की जा सकती है लेकिन 70 साल की उम्र में यह सर्जरी करना इतना आसान नहीं है। मरीज की बेटी जो कि अंबिकापुर के एक अस्पताल में स्टाफ नर्स है, कहती हैं कि वे शुरूआत में सर्जरी की जटिलता के बारे में सुनकर डर गई थीं, हालांकि, जब वे डॉ. सौरभ जैन और डॉ. सुभाष साहू एवं राम कृष्ण केयर अस्पताल रायपुर के एनेस्थेटिस्ट और इंटेंसिविस्ट और कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर की टीम से मिलीं तो वे सर्जरी के लिए तैयार हो गईं।
जैसा कि अपेक्षित था, सर्जरी के बाद मरीज में बिना किसी जटिलता के रिकवर हो गए और सर्जरी के 7वें दिन से वह नरम आहार खाने में सक्षम हो गए और उनके चेहरे का आकार पहले जैसा बना हुआ है।
कैंसर सर्जन डॉ. सौरभ जैन ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि सर्जरी मुंह के कैंसर का मुख्य उपचार है, लेकिन सर्जरी से जुड़े डर के कारण मरीज इससे भागते हैं। आज के दौर में अच्छे हास्पिटल पर होने वाली मुंह के कैंसर की सर्जरी के बाद मरीज के चेहरे मे ज्यादा बदलाव नहीं आता है और अधिकांश रोगी भोजन के बाद सामान्य आहार लेने में सक्षम हैं।
अगर मरीजों का जल्द ऑपरेशन कर दिया जाए तो मुंह के कैंसर का इलाज पूरी तरह से संभव है।
श्री गुप्ता सभी मुंह के कैंसर रोगियों के लिए एक प्रोत्साहन है कि उनकी उम्र में भी मुंह के कैंसर की सर्जरी पूरी तरह से सुरक्षित है और रोगी इससे काफी जल्दी ठीक हो सकते हैं।
रायपुर, 16 दिसंबर। रावण भाटा मैदान, रिंग रोड नं.-1 से लगे अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के पास चल रहे डिज्नीलैंड मेला में लोग खरीदारी के अलावा देसी-विदेशी झूलों का आनंद ले रहे हैैं. मेले में एक से बढक़र एक झूले लगे हुए हैं जिसका बच्चे, बड़े व बूढ़े सभी मजे ले रहे हैं. इस बार का आकर्षण रेंजर झूला है. लोग विभिन्न झूलों को एंजॉय करने के साथ-साथ अपनी मनपसंद वस्तुएं खरीदी कर रहे है. मेला सीमित दिनों के लिये है.
डिज्नीलैंड मेला के संचालक ने बताया कि मेले में 150 से अधिक स्टॉल भी लगे हुये है, जहां लोग अपनी पसंद की खरीदारी भी कर सकते है क्योंकि उन्हे एक ही जगह पर सभी वस्तुएं वाजिब दामों में मिल जा रही है. यहां देश के अनेक राज्यों से विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक स्टॉल्स लगाए गये है।
इनमें कोलकाता हैण्डलूम कॉटन साड़ी, लखनवी चिकन वर्क, लेडिस टॉप, सूट, ड्रेस मटेरियल, जयपुरी बेडशीट व बैंगल्स, खादी हैंडलूम कुर्ता पाजामा व शर्ट, त्रिपुर होजरी गारमेन्ट्स, पानीपत सोफा कवर व टेबल मेट, हैदराबादी क्रोशिया लेस वक्र्स, कोलकाता जूट बैग व चप्पल, सहारनपुर वुडन हैंडीक्राफ्ट, गुजराती चुरन व आचार, मैसूर लकड़ी के खिलौने, आसाम बैंम्बू हैंडीक्राफ्ट, ओडिशा सी शेल हैंडीक्राफ्ट, मुंबई फैंसी जुलरी व कुर्ती, कानपुर फैंसी लैदर बैग व बेल्ट, किचन आइटम्स, जयपुरी लेडीस स्कर्ट व चनिया चोली, कोलकाता टेराकोटा हैंडीक्राफ्ट, रंगोली पेन डिजाइन, उत्तर प्रदेश हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट व डोरमेट, बॉम्बे फैंसी जुलरी, बच्चों के फैंसी खिलौनों की ढेरों वैरायटी है.
इस आयोजन में सभी आयु वर्ग के लोग रेंजर, टोरा-टोरा एवं एक से बढक़र एक झूले झूलकर मजे ले रहे हैं. आयोजन में ब्रेक डांस झूला, कोलंबस झूला, जाइंट व्हील, सिलंबो झूला, डेशिंग कार और ड्रैगन झूला समेत बच्चों का एरो प्लेन, मिनी ट्रेन, कार झूला और मिकी माउस भी है.
खरीदारी के अलावा मेले में स्वाद प्रेमियों को ध्यान में रखते हुये इस मेले में स्नैक्स आदि के भी कई स्टॉल लगाए गये हैं, जिसमे वे स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं. इस आयोजन का समय रोजाना दोपहर 12 बजे से रात्रि 10 बजे तक है.
रायपुर, 16 दिसंबर। होली क्रॉस सीनियर सेकेंडरी स्कूल बैरन बाजार प्राइमरी बच्चों के लिए वार्षिक खेलकूद महोत्सव धूमधाम से शुरू हुआ। प्राइमरी सेक्शन के छोटे-छोटे बच्चों ने खेलों में अपना प्रतिभा दिखाया और रंग-बिरंगे पोशाकों में बच्चों ने मनमोहक डांस किया जिसमे ड्रिल नृत्य,अंब्रेला और हुलाहू डांस काफी आकर्षक रहा।
जो वहां आए हुए बच्चों के अभिभावक भाव विभोर होकर जोरदार तालियां बजाकर बच्चों का उत्साह वर्धन किया काफी संख्या में बच्चों के अभिभावक काफी संख्या में खेलकूद महोत्सव में उपस्थित हुए।
फादर जोसेफ लकड़ा और फादर सुरेश तिर्की ने संयुक्त जानकारी देते हुए बताया कि कोविड के दो वर्षो बाद इस तरह की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता छोटे बच्चों के लिए रखी गई जिसमें बच्चों ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया और कई सारे पुरस्कार और मेडल जीते। यह खेलकूद प्रतियोगिता 3 दिनों तक चलेगी।
मुख्य अतिथि के रूप में ब्राह्मण पारा की पार्षद श्रीमती सरिता आकाश दुबे ने बच्चों का उत्साह वर्धन किया और सर्टिफिकेट विजेताओं को प्रदान किया। इस खेल कूद प्रतियोगिता को आयोजित करने में प्रमुख योगदान रहा ..रेखा द्रोण, केया बनर्जी,सपना अवधिया, बिभा शर्मा और अन्य टीचर्स ने प्रमुख भूमिका निभाई।
रायपुर,16 दिसंबर। ऑल इंडिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेंट एवं प्रथम आखिल भारतीय महिला क्रिकेट स्पर्धा का भव्य शुभारंभ 21 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ की राजधानी में किया जाएगा। 34वें ऑल इंडिया एडवोकेट्स क्रिकेट टूर्नामेंट प्रतियोगिता 21 से 28 को होगा।
21 दिसम्बर को भव्य शुभारंभ न्यायमूर्तिगणों, मंत्री विशिष्ट अतिथि के साथ 20 उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय के टीम व अधिवक्ताओं की उपस्थिति में सम्पन्न होगा।
इस प्रतियोगिता में े सुप्रीम कोर्ट, छत्तीसगढ़, दिल्ली, मुंबई, कर्नाटक, उडिसा, औरंगाबाद, प्रयागराज, इंदौर, लखनउ, जबलपुर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ग्वालियर, तमिलनाडु, नागपुर, गोआ, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, पश्चिम बंगाल, आदि की टीम भाग लेंगी । ये मौच आईसीसी के नियमों पर खेले जायेंगे। प्रत्येक मैच 35-35 ओवर होगा। फाइनल मैच 40 ओवर का रखा जाएगा। इस प्रतियोगिता के लीग मैचों की शुरुवात 22 दिसंबर से होगी जो कि 24 दिसंबर तक खेले जायेंगे। फाइनल मैच 28 दिसंबर को खेला जायेगा। इस प्रतियोगिता में अंर्तराष्ट्रिय क्रिकेट स्टेडियम, ग्राउंड, डब्लू्रआरएस. रेलवे सेकरसा स्टेडियम, कांगेर वैली स्पोर्ट्स ग्राउंड, शंकराचार्य कालेज ग्राउंड, रियाज अकेडमी नचरानी डबल ग्राउंड्स, मंडी ग्राउंड, ष्टस्श्वक्च ग्राउंड, हीरा ग्रुप ग्राउंड वी आई पी रोड व सिलतरा के अलावा, भिलाई के सेक्टर-1, सेक्टर-10, कल्याण कॉलेज ग्राउंड , दुर्ग के हाउसिंग बोर्ड व पंडित रविशंकर शुल्क स्टेडियम के साथ ही धमतरी, सिमगा के टर्फ मैदानों में अंतराष्ट्रीय स्तर के नियमों के अनुसार सीजन ( लेदर) बॉल से मैच खेला जायेगा।
इस प्रतियोगिता में 400 अधिवक्ता खिलाड़ी भाग लेंगे । महिला अधिवक्ताओं के क्रिकेट स्पर्धा को जोड़ा जा रहा है जिसमें संभावित रूप से सुप्रीम कोर्ट, कर्नाटक, नागपुर, मुम्बई, छत्तीसगढ़ आदि की टीम इतिहास बनाने पहली बार उतरने की संभावना है ।
रायपुर, 15 दिसंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर 101-150 के बैंड में एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 के साथ नैक ग्रेड क्च+ से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है और यह वास्तव में मध्य भारत में उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में उभरा है।
कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर एक प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित है। कलिंगा विश्वविद्यालय ज्ञान सृजन के लिए शिक्षण, नवाचार अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है और छात्रों को उन्नत और एकीकृत प्रशिक्षण भी प्रदान करता है।
कलिंगा विश्वविद्यालय में भारतीय भाषा उत्सव- 2022 को मनाने के दौरान 12.12.2022 को 'मेरी भाषा, मेरा हस्ताक्षर' अभियान का आयोजन किया गया। जिसमें देश-विदेश के विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी भाषा में हस्ताक्षर करके बढचढ कर हिस्सा लिया।
विदित हो कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देशानुसार महाकवि सुब्रह्मण्य भारती के जन्म जयंती के अवसर पर भारतवर्ष के समस्त महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में भाषायी संप्रभुता विकसित करने के उद्देश्य से भारतीय भाषा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
इसी तारतम्य में कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा मेरी भाषा, मेरा हस्ताक्षरअभियान का आयोजन किया गया।
रायपुर, 15 दिसंबर। महावीर इंटरनेशनल रायपुर मेन द्वारा गोलछा ट्रस्ट की ओर से सौ कंबल का आज रायपुर शहर मे ठंड से ठिठुरते हुए व्यक्तियों को वितरित किया गया। जिसमें गोलछा ट्रस्ट की ओर से वीर प्रकाश गोलछा यस गोलछा। महावीर इंटरनेशनल रायपुर मैन के जोन चेयरमैन डॉक्टर निरंजन हरितवाल इंटरनेशनल डायरेक्टर वीर रमेश भाई कोठारी वीर मदन तालेड़ा । वीर मनोज बोथरा सचिव एवं वीर पीयूष डागा कोषाध्यक्ष वीर महावीर कोचर आदि सदस्य उपस्थित थे।
रायपुर, 15 दिसंबर। कैट सी.जी. चैप्टर द्वारा मेकाहारा स्थित कैंसर अस्पताल में जरूरतमंद लोगों को कम्बल वितरण किया गया। कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर समय- समय पर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करती रहती है।
जिससे की जरूरतमंदो को इसका लाभ मिल सके। इसी कड़ी में आज कैट सी.जी. चैप्टर द्वारा मेकाहारा स्थित कैंसर अस्पताल में जरूरतमंद लोगों को कम्बल वितरण किया गया। उन्होनें कहा कि राजधानी में ठंड में बढ़ रही जिसे ध्यान में रखते हुए कैट सी.जी. चैप्टर द्वारा कम्बल वितरण किया गया। कैट सी.जी. चैप्टर आगे भी यह कार्य जारी रखेगा और अपनी सामाजिक दायित्व का निर्वहन करती रहेगी।
कम्बल वितरण में कैट के पदाधिकारी मुख्यरूप से उपस्थित रहे :- अमर पारवानी, परमानन्द जैन, भरत जैन, महेन्द्र कुमार बागरोडिय़ा, अवनीत सिंह एवं अन्य पदाधिकारीगण आदि।
बालकोनगर, 15 दिसंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने तकनीकी वाहनों में बायोडीजल के उपयोग की शुरुआत की है। यह पहल 2050 या उससे पहले कार्बन उत्सर्जन को शून्य तक कम करने की कंपनी की प्रतिबद्धता के अनुरूप अपने संयंत्र को डीकार्बोनाइज करने के लिए संगठन की यात्रा को आगे बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।
बायोडीजल जैविक पदार्थ से प्राप्त ईंधन का एक रूप है, जिसे जलाने पर पारंपरिक गैर-नवीकरणीय ईंधन की तुलना में कार्बन फुटप्रिंट काफी कम होता है। डीकार्बोनाइजेशन की यात्रा में ऊर्जा संरक्षण और हरित ईंधन में वृद्धि बालको के दो महत्वपूर्ण पहल हैं।
इस दिशा में बालको हरित ईंधन के विभिन्न स्रोतों, जैसे नवीकरणीय ऊर्जा, बायोमास, बायोडीजल आदि के माध्यम से अपने ऊर्जा मिश्रण में हरित ऊर्जा की मात्रा को बढ़ा रहा है। कंपनी वर्तमान में अपने बिजली संयंत्रों में प्रतिदिन 40-50 टन बायोमास ब्रिकेट का उपयोग कर रही है और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने के लिए बायोमास खपत की मात्रा को और बढ़ाने की योजना है।
वित्त वर्ष 2022 में बालको ने विभिन्न उर्जा संरक्षण के माध्यम से लगभग 22000 गीगा जूल ऊर्जा की बचत की है। कंपनी ने पिघले हुए गर्म धातु (एल्यूमिनियम) को लेकर जाने वाले लैडल्स को गर्म करने के लिए बायोडीजल का इस्तेमाल किया।
गर्म धातु को उच्च ताप पर ही पॉटलाइन से कास्ट हाउस तक लेकर जाने के लिए लैडल्स की जरूरत पड़ती है। एक बड़े क्षेत्र में फैले हुए पॉटलाइन में एल्यूमिना पाउडर को इलेक्ट्रोलिसिस प्रक्रिया के द्वारा पिघले एल्यूमिनियम में परिवर्तित किया जाता है। लैडल के भीतर की नमी को खत्म करने के लिए प्रीहीटिंग प्रक्रिया अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे पिघले हुए एल्यूमिनियम को विभिन्न उत्पादों में परिवर्तित करने के लिए कास्ट हाउस भेजते हैं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि बालको बड़े पैमाने पर छत्तीसगढ़ और भारत के सतत विकास में सक्रिय भागीदार बनने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए कई पहल कर रहे हैं।
एपेक्स डस्टप्रूफ का नया क्रिएटिव कैम्पेन, यह दीवारों पर धूल जमने से रोकने वाला सबसे उचित एक्सटीरियर इमल्शन- अमित सिंगले, एमडी और सीईओ, एशियन पेंट्स लिमिटेड
रायपुर, 15 दिसंबर। किसी घर की बाहरी दीवारें अक्सर गर्मी, धूल और सख्त मौसम के थपेड़े झेलती हैं, ऐसे में दीवारों के पेंट फीके पड़ जाते हैं या उड़ जाते हैं और उनकी खूबसूरती खत्म हो जाती है। एशियन पेंट्स एपेक्स डस्टप्रूफ में किसी घर की बाहरी दीवारों की खूबसूरती को होने वाले नुकसान या क्षति से बचाने के लिये सारी चीजें हैं।
पेंट और डेकोर के दिग्गज ब्रांड के इस नए कैम्पेन में समझदारी के साथ घर की इस मुश्किल को सुलझाया गया है। इस विज्ञापन में दिखाया गया है कि कैसे एशियन पेंट्स एपेक्स डस्टप्रूफ इमल्शन किसी भी धूलभरी आंधी से लडऩे और घर की दीवारों को मौसम की सख्त मार से बचाने के लिए एकदम उचित पेंट सॉल्यूशन है। इसे लगाने से घरों को खराब मौसम की स्थितियों से सुरक्षा मिलेगी, और इसे सालों तक नया और बेदाग बनाए रखेगी।
इस टीवी विज्ञापन में एक कपल की शादी की रस्म में उस समय अचानक ही धूलभरी आंधी आती दिखाई देती है जब दुल्हन की एंट्री होती है और फिर कैसे एपेक्स डस्टप्रूफ सबकुछ संभाल लेता है। यह बेहतरीन प्रोडक्ट दीवारों पर धूल को जमने नहीं देता और अपने डस्ट पिक-अप रेजिस्टेंस (डीपीयूआर) की मदद से पेंट को लंबे समय तक बनाए रखता है।
एशियन पेंट्स ने हास्य के तडक़े के साथ विज्ञापन में प्रोडक्?ट की इसी खास बात पर रोशनी डाली है, जो इसे वास्तविक और प्रासंगिक बनाती है। यह वॉटर-बेस्ड एक्सटीरियर वॉल फिनिश 5 साल की परफॉर्मेंस गारंटी भी देता है।
इस नए टीवी विज्ञापन के बारे में, अमित सिंगले, एमडी और सीईओ, एशियन पेंट्स लिमिटेड का कहना है,र किसी की यही कोशिश रहती है कि उनके घरों की खूबसूरती सारी उम्र बनी रहे। हालांकि, धूल के जमने से घर की बाहरी दीवारें खराब होने लगती है, और उनके रंग फीके पड़ जाते हैं।
एशियन पेंट्स एपेक्स डस्टप्रूफ की मदद से ग्राहक अपने घरों की बाहरी दीवारों की खूबसूरती को लंबे समय तक बरकरार रखते हुए, उन्हें धूल के प्रभाव से बचा सकते हैं। इस फिल्म के माध्यम से, एपेक्स डस्टप्रूफ से जुड़ी खासियत को बड़े ही मजाकिया अंदाज में पेश किया गया है।
रायपुर, 13 दिसंबर। चेम्बर ने बताया कि 17 दिसंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिलिंग की बैठक में सुझाव देने हेतु दिनांक 28-11-2022 को चेंबर भवन में विभिन्न व्यापारिक-औद्योगिक संगठनो एवं पदाधिकारियों की बैठक संपन्न हुई थी ।
इसी तारतम्य में आज प्रदेश चेंबर अध्यक्ष के नेतृत्व में चेंबर प्रतिनिधिमंडल ने श्री अतुल गुप्ता (ढ्ढक्रस्), प्रिंसिपल कमिश्नर, सेन्ट्रल जीएसटी तथा श्री भीम सिंह (ढ्ढ्रस्) राज्य जीएसटी आयुक्त से मिलकर जीएसटी सरलीकरण हेतु सुझाव के सम्बंध में ज्ञापन सौंपा ।
चेंबर प्रदेश अध्यक्ष श्री पारवानी जी ने बताया कि 17 दिसंबर को होने वाली जीएसटी काउन्सिल की बैठक में जीएसटी सरलीकरण हेतु सुझाव देने तथा प्रदेश के व्यापारियों में जीएसटी को लेकर आ रही कानूनी और तकनीकी परेशानियों के सम्बंध में चेंबर भवन में विभिन्न व्यापारिक-औद्योगिक संगठनो एवं पदाधिकारियों की बैठक रखी गई थी जिसमे जीएसटी सरलीकरण को लेकर विभिन्न सुझाव प्राप्त हुए ।
कुछ व्यापारियों ने जीएसटी के जटिल प्रारूप को ही निरस्त करने की मांग की तथा जीएसटी के कारण व्यापार में बढ़ रहे लेखांकन खर्च सम्बन्धी परेशानियों को भी सामने रखा जिसे प्रमुख रूप से चेंबर ने सुझावों में सूचीबद्ध किया।
रायपुर, 13 दिसंबर। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मप्र एवं छत्तीसगढ़ के अंचल प्रमुख एवं क्षेत्र महाप्रबंधक श्री रूप लाल मीना का 12 दिसंबर को नगर आगमन हुआ। वे दो दिनों के छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहेंगे जिसमें वे रायपुर क्षेत्र का दौरा करेंगे। यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि वर्तमान में रायपुर क्षेत्र में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की 65 शाखाएँ कार्यरत हैं।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के लिए श्री मीना जी का दौरा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वे इस दौरान शाखा प्रबन्धकों की समीक्षा बैठक, विशिष्ट ग्राहकों के साथ बैठक, वित्तीय समावेशन की समीक्षा, शाखाओं का निरीक्षण, प्रस्तावित ऋण यूनिटों का निरीक्षण इत्यादि कार्यक्रमों मे सम्मिलित होंगे। यूनियन बैंक रायपुर क्षेत्र की क्षेत्र प्रमुख श्रीमति कविता श्रीवास्तव ने बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया छत्तीसगढ़ राज्य में समग्र विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है एवं दो और बैंकों के विलय के पश्चात एक वृहद बैंकिंग संस्थान के रूप मे सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
50 डॉक्टरों ने सीखी ज्वाइंट रिप्लेसमेन्ट की नई एडवांस तकनीक, विचारों का आदान-प्रदान
रायपुर, 13 दिसंबर। अभी हाल ही में रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में जोड़ प्रत्यारोपण का लाईव वर्कशॉप कराया गया जिसमें शहर के जाने-माने 50 से भी ज्यादा डॉक्टरों ने इस वर्कशॉप में भाग लिया।
इसमें डॉ. अंकुर सिंघल ने लाईव सर्जरी मोबाईल बियरिंग गोल्ड (टाइटेनियम न्यूबियम नाइट्रेट नी) जोड़ का इस्तेमाल किया, लाईव सर्जरी के बाद शहर के डॉक्टरों ने अलग-अलग टॉपिक में वार्तालाप की तथा यह प्रोग्राम बहुत ही सफलतापूर्वक रहा एवं वर्कशॉप में डॉक्टरों ने ज्वाइंट रिप्लेसमेन्ट से संबंधित एडवांस नई तकनीक के बारे में भी वार्तालाप की।
मरीज के सेटिफेक्शन को कैसे समझा जाये इसके बारे में भी वार्तालाप की इस वर्कशॉप में अस्पताल के मैनेजिंग एवं मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे एवं आर्थोपेडिक विभाग के एचओडी डॉ. पी. धाबलिया ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करायी एवं इस लाईव वर्कशॉप के बारें भी अपनी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
इस वर्कशॉप में विभिन्न प्रकार के सवालों का आदान-प्रदान किया और साथ ही साथ जितने भी डॉक्टर आये थे उन सभी के सवालों का अच्छी तरह निवारण किया गया। डॉ. अंकुर सिंघल ने बताया कि इस तरह के वर्कशॉप आगे भी जारी रहेगी।
और इस एडवांस तकनीक से लोगों का उपचार रामकृष्ण केयर अस्पताल में आगे भी किया जायेगा
नई दिल्ली, 12 दिसंबर | भारत में शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी गैर-लाभकारी और परोपकारी संगठनों के एक संघ ने घर पर बच्चों की मूलभूत शिक्षा का समर्थन करने के लिए 'एडटेक एक्सेलेरेटर' लॉन्च किया है। यह कंसोर्टियम रिलायंस फाउंडेशन और यूबीएस ऑप्टिमस फाउंडेशन के संस्थापक साझेदारों की विशेषज्ञता और समर्थन से लाभान्वित होता है, जिसे सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन, ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट फंड मैनेजर और यू.एस. एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) के माध्यम से फंड डिजाइन और प्रबंधन के लिए तकनीकी सहायता प्रदान कर रहा है।
बच्चों के लिए यूनिवर्सल फाउंडेशनल लिट्रेसी एंड न्यूमिरेसी (एफएलएन) कौशल हासिल करना कोविड-19 महामारी के कारण सीखने की खाई को पाटने के लिए महत्वपूर्ण है। एडटेक समाधान जिनका उपयोग घर पर किया जा सकता है, उसमें इस अंतर को पाटने की महत्वपूर्ण क्षमता है।
'एडटेक एक्सेलेरेटर' गैर-लाभकारी और निजी दोनों संगठनों से आठ उच्च-गुणवत्ता वाले एडटेक समाधानों को निधि देगा, जिनका उद्देश्य नवीन विचारों का निर्माण, परीक्षण, माप और परीक्षण करना है। इम्पैक्ट-केंद्रित ग्रांट फंडिंग और डेडिकेटेड मेंटरिंग सपोर्ट पहले साल में उपलब्ध होगा और इस काम को आगे बढ़ाने के लिए ग्रांट दूसरे साल में उपलब्ध होगा, जिससे 2025 तक 2.5 मिलियन बच्चे प्रभावित होंगे। अब एडटेक एक्सेलरेटर के लिए आवेदन खुले हैं।
एक्सेलरेटर 'बैक-टू-स्कूल आउटकम्स फंड' का एक अभिन्न हिस्सा है, जो भारत में सभी बच्चों के लिए एफएलएन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भारत सरकार के निपुन भारत मिशन के साथ-साथ अपनी तरह की पहली सहयोगी पहल है।
कार्यक्रम का उद्देश्य एडटेक समाधानों का समर्थन करना है जो निम्न-आय वर्ग के लिए किफायती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण समाधान प्रदान करते हैं। यह संगठनों को चुनौतियों का समाधान करने और सीखने के परिणामों, बेंचमार्क और लागत प्रभावशीलता पर सबूत बनाने में मदद करेगा, जिससे बड़े पैमाने पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच में सुधार के लिए शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र का समर्थन होगा।
सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन की सीईओ और एमडी श्वेता शर्मा-कुकरेजा ने इस तरह की पहल की आवश्यकता पर बात करते हुए कहा, "भारत में 9,000 से अधिक एडटेक संगठनों में, केवल लगभग एक प्रतिशत ही बुनियादी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हैं और इससे भी कम ने कम आय वर्ग के लिए उत्पादों का निर्माण किया है। निपुन एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है और हमारे बच्चों की मदद के लिए घर पर सीखना महत्वपूर्ण होगा। 'एडटेक एक्सेलेरेटर' विविध उच्च-गुणवत्ता वाले समाधानों की आपूर्ति को उत्प्रेरित करने और घर पर सीखने की मांग को बढ़ाने के लिए एक अनूठा ²ष्टिकोण अपनाता है।"
'एडटेक एक्सेलेरेटर' उच्च गुणवत्ता वाले समाधानों की पेशकश करने वाले मिशन-संरेखित एडटेक संगठनों के एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र का पोषण करने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिलायंस फाउंडेशन के सीईओ जगन्नाथ कुमार ने कहा, "भारत ने विशेष रूप से पिछले दो वर्षो की चिंताओं को दूर करने के लिए एडटेक समाधानों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। घरों में एडटेक समाधानों को लोकतांत्रित करने की चुनौती बनी हुई है। नए समाधानों को समान पहुंच और अवसर के लिए पैमाने, अपनाने और प्रासंगिकता को संबोधित करने की आवश्यकता है। एडटेक एक्सेलेरेटर के सह-संस्थापक के माध्यम से, हम इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए साक्ष्य-समर्थित शैक्षणिक रूप से साउंड और प्रासंगिक रूप से प्रासंगिक समाधानों के विकास का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।"
सामाजिक प्रभाव और परोपकार भारत और मध्य पूर्व के प्रमुख, यूबीएस और सामाजिक वित्त के प्रमुख, यूबीएस ऑप्टिमस फाउंडेशन, धुन डावर ने जोर दिया कि इस तरह के उत्प्रेरक निवेश के लिए समय सही है। उन्होंने कहा, "विश्व स्तर पर और भारत में, इस बात के प्रमाण मौजूद हैं कि घर पर सीखने और सीखने की प्रक्रिया में माता-पिता को शामिल करने से बच्चों द्वारा स्कूल में सीखे गए कौशल को सु²ढ़ करने में मदद मिलती है, जिससे बच्चों के सीखने के परिणामों में सुधार होता है। घर पर मूलभूत शिक्षा का समर्थन करने के लिए प्रासंगिक रूप से प्रासंगिक एडटेक समाधानों के स्केल-अप को सक्षम कर 'एडटेक एक्सेलेरेटर' महामारी के कारण विशेष रूप से भारत में कम आय वाले समुदायों के बच्चों के लिए प्रौद्योगिकी पहुंच में तीव्र असमानताओं के कारण महत्वपूर्ण सीखने के नुकसान को दूर करने में मदद करेगा।"
यूएसएआईडी/इंडिया मिशन निदेशक वीणा रेड्डी ने कहा, "यूएसएआईडी में, हमारा मानना है कि शिक्षा विकास परिणामों का एक मूलभूत चालक है। दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी के साथ, भारत में मूलभूत शिक्षा का समर्थन करना दुनिया के भविष्य में एक निवेश है। नवीन शिक्षण मॉडल विकसित करने के लिए निजी क्षेत्र और नागरिक समाज के साथ साझेदारी के माध्यम से, एडटेक एक्सेलेरेटर बेहतर शैक्षिक परिणामों और अधिक न्यायसंगत और सुलभ शिक्षण वातावरण को सक्षम करेगा।"
बैक-टू-स्कूल परिणाम निधि के समग्र ²ष्टिकोण पर बात करते हुए ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड हॉक्स कहते हैं, "भारत के लाखों बच्चों की भलाई और लंबी अवधि में भारत के आर्थिक विकास के लिए सार्वभौमिक मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक कौशल हासिल करना महत्वपूर्ण है। कोविड-19 के साथ सीखने की खाई को कम करने के लिए, हमें भारत सरकार के साथ काम करने वाले नागरिक समाज, निजी क्षेत्र के भागीदारों और परोपकारी संगठनों से तेजी से नवाचार और सहयोगात्मक कार्रवाई की आवश्यकता है। नवोन्मेषी सामाजिक वित्त पोषण एक ऐसा तंत्र है जो पूरे एडटेक मार्केटप्लेस को उन बच्चों के लिए सीखने के परिणामों में बदलकर नए तरीकों से नवाचार को बढ़ावा देता है, जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है।" (आईएएनएस)
रायपुर, 11 दिसंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया.
कैट ने बताया कि वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी के अध्यक्षता में कैट सी.जी. चैप्टर के पदाधिकारियो एवं कैट युवा टीम की संयुक्त मिटिंग कैट सी. जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय में हुई।
मिटिंग में कैट सी.जी. चैप्टर द्वारा वाट्सअप के माध्यम से व्यापार को कैसे बढाया जा सकता है इस विषय पर आगामी 20 दिसम्बर को सेमीनार का आयोजन किया जायेगा। इस विषय पर मिटिंग हुई ।
कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया कि आज कैट सी.जी. चैप्टर के पदाधिकारियो एवं कैट युवा टीम की संयुक्त मिटिंग कैट सी. जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यालय में हुई। उन्होनें कहा कि वाट्सअप के माध्यम से व्यापार को कैसे बढ़ाया जा सकता है। इस विषय पर कैट सी.जी. चैप्टर द्वारा प्रदेश स्तरीय सेमीनार का आयोजन किया जायेगा। इस सेमीनार में वाट्सअप के विशेष टीम एवं कैट दिल्ली के पदाधिकारियों के द्वारा प्रदेश के व्यापारियों को वाट्सअप के माध्यम से व्यापार को कैसे बढ़ाया जा सकता है।
इस विषय पर प्रशिक्षण एवं तकनीकी जानकारी दी जायेगी। जिसका शुभांरभ रायपुर से किया जायेगा। जिसके लिए पूरे देश मे वाट्सअप द्वारा कैट के सहयोग से व्यापारियो तक पंहुचाया जायेगा।
रायपुर, 11 दिसंबर. महावीर इंटरनेशनल रायपुर मेन द्वारा दिनांक 9 दिसंबर 2022 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नवागांव में स्वास्थ्य परीक्षण एवं नेत्र परीक्षण कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें महावीर इंटरनेशनल दिल्ली एवं भारतीय कंटेनर निगम का सहयोग रहा।
सुयश हॉस्पिटल की चिकित्सा टीम पूरे कैंप मैं अपनी सेवाएं दी। इस कैंप में अध्यक्ष वीर प्रकाश गोलछा। जॉन चेयरमैन डॉक्टर निरंजन हरितवाल। वीर मनोज बोथरा वीर पीयूष डागा वीर मदन तालेड़ा एवं लॉयन शिव कुमार गुप्ता लॉयन सुनील गुप्ता ग्राम सरपंच एवं वहां के नागरिक उपस्थित थे।
रायपुर, 11 दिसंबर। रायपुर. ज्ञान गंगा शिक्षण संस्थान ने सीबीएसई क्षेत्रीय स्तर की विज्ञान प्रदर्शनी की मेजबानी की. क्षेत्रीय स्तर की विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन और उद्घाटन किया गया. प्रदर्शनी में 85 स्कूलों ने भाग लिया. उद्घाटन डॉ सी पी खरे, उप कुलसचिव, प्रधान वैज्ञानिक, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सीबीएसई भुवनेश्वर के क्षेत्रीय अधिकारी के. श्रीनिवासन के अलावा अन्य प्रतिष्ठित न्यायाधीशों और पर्यवेक्षकों में डॉ बैद्यनाथ बाग (सहायक प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर विभाग, एनआईटी, रायपुर), डॉ इतिश्री पांडे (कंसल्टेंट, बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट, मेदांता, गुरुग्राम) शामिल थे. डॉ अनूप कुमार शर्मा (गणित विभाग के सहायक प्रोफेसर, एनआईटी, रायपुर), डॉ तापस चौधरी (प्रोफेसर व प्रमुख आईजीकेवी, रायपुर), डॉ तोषण मीनपाल (एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक व संचार इंजीनियरिंग, एनआईटी, रायपुर) एवं पर्यवेक्षक श्रीमती वैशाली सेठ (प्राचार्य महर्षि विद्या मंदिर ) भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत के साथ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना से हुई. अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया. स्वागत गीत व छत्तीसगढ़ नृत्य ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया. अकादमी की प्राचार्य श्रीमती प्रतिमा राजगोर ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया तथा छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित व प्रेरित किया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ खरे नें अपने भाषण में सफलता के शिखर तक पहुंचने के लिये किसी भी कार्य में शामिल होने के मूल्य के बारे में बताया
रायपुर, 11 दिसंबर । संत थॉमस इंग्लिश मध्यम स्कूल, कबीर नगर, रायपुर में विज्ञान एवं गणित प्रदर्शनी का आयोजन किया गया और यह आयोजन स्वयं शाला की कक्षाओं में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल मैनेजमेंट आमंत्रित थे। उन्होंने विद्यार्थियों के कार्यों को खूब सराहा।
सत्तर मॉडल कक्षा एक से दस तक के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विज्ञान और गणित की ओर आकर्षित करना एवं उनका उपलब्धियों को बताना था। विद्यार्थियों ने बहुत ही उत्साह एवं जोरो के साथ इसमें भाग लिया। इस प्रदर्शनी में छात्रों एवं शिक्षकों का मिला जुला योगदान रहा। अत: कह सकते है की यह प्रोग्राम सफल रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 11 दिसंबर। डॉ. सीवी रमन विश्वविद्यालय में गांधी फैलोशिप के माध्यम से व्यक्तित्व विकास और राष्ट्र निर्माण पर केंद्रित व्याख्यान रखा गया। पीरामल फाउंडेशन के नासिर हसन ने स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आज देश में सबसे अधिक व्यक्तित्व विकास और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने की जरूरत है। गांधी फैलोशिप पीरामल फाउंडेशन मुंबई से संचालित किया जाता है। स्नातक और स्नातकोत्तर विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुरूप ऑनलाइन फॉर्म भर कर इससे जुड़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद विद्यार्थी को सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर काम करने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी इस तरह से अपने व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास एवं भारत निर्माण में अपनी भूमिका भी सुनिश्चित कर सकते हैं। यह सामुदायिक क्षेत्र में कार्य करने का यह सुनहरा अवसर है जो विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के पास खुद चलकर आया है। उन्होंने कहा कि सहभागिता से काम करने पर समन्वय संघर्ष सहित अनेक व्यक्तित्व गुणों का विकास होता है। गांधी फैलोशिप द्वारा एक निश्चित स्थायी फंड भी प्रदान किया जाता है। विद्यार्थी ऑनलाइन सीधे जुडक़र इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर राजीव पीटर्स, जय त्रिवेदी सौरभ पीटर्स, विश्वविद्यालय परिवार के सदस्य , प्राचार्य डा. एम. के. तिवारी , डॉक्टर मनीष उपाध्याय उपस्थित थे।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के गोद ग्राम जोगीपुर, पथर्रा, अमने, पंडाकापा के आदिवासी वर्ग के व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से विद्यार्थी विशेष रूप से शामिल हुए।
रायपुर, 10 दिसंबर। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज, समता कॉलोनी रायपुर में नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मैक आई.क्यू.ए.सी. एवं रिसर्च कमेटी द्वारा आयोजित था। सेमिनार का विषय था ‘आइडिया टू मेक इंडिया द वल्र्डस लार्जेस्ट इकोनॉमी‘ इस सेमिनार के मुख्य वक्ता थे मि. श्रीनु राजू (विश्व विख्यात अर्थशास्त्री एवं भारत के शहरी भूमि सुधार हेतु प्रसिद्ध वकील)।
इस कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन महाविद्यालय के चेयरमेन आदरणीय श्री राजेश अग्रवाल जी, प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा जी एवं एडमिनिस्ट्रेटर श्री सिद्धार्थ सभरवाल के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को आने वाले समय में विशेषत: 2037 तक आर्थिक, व्यवसायिक, औद्योगिक एवं रोजगार के क्षेत्र में आने वाले प्रमुख समस्याओं, उनके समाधान एवं अवसरों को पहचानने के बारे में विस्तृत जानकारी देना, ताकि छात्रों को अपने भविष्य के लिए बेहतर मार्गदर्शन एवं उचित दिशा-ंउचयनिर्देश प्राप्त हो सके।
मुख्य वक्ता ने अपने प्रभावशाली उद्बोधन में पी.पी.टी. प्रजेण्टेशन के माध्यम से भारत की आर्थिक क्षेत्र में आज की स्थिति एवं भविष्य में होने वाली वित्तीय बदलावों को विस्तार से बताया। श्री श्रीनु राजू ने विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्था में अन्तर करते हुए ऑकड़ों के साथ अपनी जानकारी सा-हजया की।
उन्होंने बताया कि आने वाले 20 वर्षो में भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेगा।
हैदराबाद,10 दिसंबर। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), नई दिल्ली और एनएमडीसी लिमिटेड ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को हैदराबाद में एनएमडीसी मुख्यालय में शोध और उद्योग में सिविंग एवं साइजिंग के महत्व विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी में शिक्षा जगत, अनुसंधान संस्थानों, उपकरण निर्माताओं और उद्योग के स्टेकहोल्डरों ने भाग लिया।
संगोष्ठी में खनन, धातु विज्ञान, कृषि, भवन निर्माण सामग्री (सिविल इंजीनियरिंग), सीमेंट उद्योग, फार्मास्युटिकल उद्योग, खाद्य और पेय, नैनो प्रौद्योगिकी, पेंट और पिगमेंट उद्योग पाउडर धातुकर्म के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भारत भर से सेमिनार में भाग लिया।
श्री के वी राव, प्रमुख, बीआईएस, हैदराबाद ने उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत किया। डॉ. आर. पी. सिंघल, अध्यक्ष, सीईडी 55, बीआईएस ने संगोष्ठी की थीम पेश की। उन्होंने सीईडी 55 के तहत आने वाले विभिन्न भारतीय मानकों के बारे में जानकारी दी। श्री दिलीप कुमार मोहंती, निदेशक (उत्पादन), एनएमडीसी लिमिटेड संगोष्ठी के मुख्य अतिथि थे। श्री मोहंती ने अपने सम्बोधन में विभिन्न उद्योगों में आकार के महत्व पर प्रकाश डाला।