कारोबार
रायपुर, 1 दिसंबर। रायपुर सराफा एसोसिएशन द्वारा फिजियोथैरेपी एवं दंत चिकित्सा का चार दिवसीय शिविर आज दिनांक 29 नवम्बर मंगलवार, से 2 दिसंबर शुक्रवार तक सुराना भवन छोटापारा रायपुर में शुभारंभ हुआ।
शिविर में घुटनों से संबंधित समस्याओं, सर्वाइकल, स्पॉन्डिलाइटिस, फ्रोजेन शोल्डर, पीठ/गर्दन/एड़ी के दर्द और टेनिस एल्बो जैसी समास्या के लिए फिजियोथेरेपी द्वारा ईलाज की जानकारी उदयपुर राजस्थान से आये डॉ कैलाश कुमार एवं डॉ एम. ए. चयनम द्वारा अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।
साथ ही डॉ जितेन्द्र सराफ एवं डॉ श्रीमती प्रिया सराफ के द्वारा संचालित सीता दंत एक्सप्रेस (छत्तीसगढ़ की सर्वप्रथम चलित दंत चिकित्सा एम्बुलेंस) में दांतों से सम्बंधित समास्याओं एवं बीमारी के ईलाज की जानकारी प्रदान की जा रही हैं।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के इस आयोजन मेविशेष छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश मीडिया प्रभारी कैलाश खेमानी छत्तीसगढ़ कैट के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष परमानन्द जैन प्रदेश मंत्री सुरेंद्र सिंह के साथ रायपुर सराफा के संरक्षक श्री धरम भंसाली, त्रिलोक बरडिय़ा, प्रमुख सलाहकार मगेलाल मालू, पवन अग्रवाल, उत्तम गोलछा, नरेंद्र दुग्गड़, महावीर बुरड़, भरत जैन आदि सहित समस्त संरक्षक, पदाधिकारीगण एवं कार्यकारिणी सदस्यों के अथक प्रयास से स्वास्थ शिविर का आयोजन किया जा रहा है ।
जिसमें विशेष कन्हैया अग्रवाल वार्ड पार्षद प्रतिनिधि मनोज कन्दोई सहित आज़ लगभग 75 मरीजों को लाभ प्राप्त हुआ एवं लगभग 400 पंजीयन आ चुके है। इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग श्री साधुमार्गी जैन संघ के अध्यक्ष श्री उदयराज पारख संतोष खटोड एवं शकुंतला फाउंडेशन की स्मिता सिंह, प्रत्यूशा फाउंडेशन की प्रीति मिश्रा का सहयोग भी मिल रहा है। उक्त जानकारी रायपुर सराफा एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष जितेन्द्र गोलछा ने उपलब्ध करायी।
रायपुर, 1 दिसंबर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि जीएसटी परिषद् को सुझाव देने तथा छत्तीसगढ़ राज्य के आगामी बजट हेतु चेम्बर भवन में छत्तीसगढ़ के व्यापारियों में जीएसटी को लेकर आ रही कानूनी और तकनीकी परेशानियों के सम्बंध में सुझाव हेतु विभिन्न व्यापारिक संगठनो एवं पदाधिकारियों की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में चेम्बर की तरफ से जीएसटी टेक्नीकल टीम के संयोजक सी ए श्री मुकेश मोटवानी तथा जीएसटी के वरिष्ठ सलाहकार श्री सतीश तवानिया प्रमुख रूप से उपस्थित थे जिनके द्वारा व्यापारियों तथा व्यापारिक संघों के प्रमुखों द्वारा पूछे गए सवालों एवं समस्याओं को सुनकर जीएसटी के सुझावों की सूचि में शामिल किया।
चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने ने बैठक में उपस्थित व्यापारी तथा व्यापारिक संघों के प्रमुखों को संबोधित करते हुए जीएसटी से संबंधित प्रावधानों, नियमो तथा कानूनों के प्रति जागरूक किया।
श्री पारवानी ने कहा कि पिछले 5 सालों में 15 सौ बार जीएसटी के प्रावधानों में बदलाव होने के बाद भी व्यापारियों की परेशानियाँ बढती जा रही है। इज ऑफ डूइंग बिजनेस के इतर आज व्यापार करना और टैक्स रेट को समझना बहुत ही मुश्किल हो चला है।
पारवानी ने आगे कहा कि जीएसटी के संबंध में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर परिभाषित हो। बैठक में ईवेय बिल, इनवॉइस, कंपलाइनसेस बर्डन आदि पर प्रकाश डाला गया। व्यापारियों को फेक इनवॉइस से होने वाली परेशानी संबंधी जानकारियां दी गई। मुकेश मोटवानी द्वारा बताया गया की किस तरह से व्यापारियों को हो रहे टेक्निकल परेशानियों को सरकार के सामने रखा जाता है। जीएसटी कंसलटेंट सतीश तवानिया जी ने व्यापार में इनपुट, आउटपुट तथा एडमिनिस्ट्रेशन की अवधारणा से व्यापारियों को अवगत कराया। 2क्च फॉर्म से संबंधित जानकारी दी
जीएसटी के सम्बंध में सुझावों को लेकर प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के वाणिज्य कर मंत्री श्री टी एस सिंहदेव, सेन्ट्रल जीएसटी कमिश्नर, स्टेट जीएसटी कमिश्नर को ज्ञापन सौंपेगा तथा केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी को भी भेजा जायेगा।
रायपुर, 1 दिसंबर। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी उन्होंने अपने उद्बोधन भाषण में बताया, जीवन ईश्वर की संगीतमय अभिव्यक्ति है। जीवन में सरसता संगीत के द्वारा ही संभव है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का परिचय देते हुए संगीतमय अभिव्यक्ति प्रस्तुत की। इस अवसर पर निर्णायकगण संगीत विद्या में पारंगत सुश्री पूजा झा एवं मोहम्मद इरफान खान जी उपस्थित रहे है।
विद्यार्थियों ने कई तरह तहर के गाने गीत गाये जिसमें एकल गीत था और समूह गीत भी गाया गया। गीत जो इस प्रकार है -क्या हुआ तेरा वादा गीत प्रस्तुत किया। ये रातें ये मौसम गीत प्रस्तुत किया। नदी का किनारा प्रस्तुत किया। जब कोई बात बिगड़ जाए गीत प्रस्तुत किया। ऐ वतन मेरे आबाद रहे तू गीत प्रस्तुत किया।, जय जय ओ शंकरा गीत प्रस्तुत किया।
गुलाबी आँखें जो तेरी देखी, इक तू ही मेरा यार इन गीतों पर रीमिक्स प्रस्तुत किया। युगल गायन में साथियां ये तूने क्या किया, रात कली एक ख्वाब में आयी, गीत प्रस्तुत किया। कृष्ण भक्ति गीत प्रस्तुत किया। ये कभी न तु भुलना, गीत प्रस्तुत किया। ओ जाने जा ढूंढता फिर रहा गाने पर शानदार प्रस्तुति दी।
नई-नई बातें गीत प्रस्तुत किया। मेरी जिन्दगी सवारी मुझे गले लगाके समूह गीत प्रस्तुत किया। ये दोस्ती हम नहीं तोडेगे गीत प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापकगण उपस्थित थे। वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग, कम्प्यूटर साइंस विभाग, शिक्षा विभाग तथा पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों ने अपनी अनूठी रागमयी अभिव्यक्ति के द्वारा कार्यक्रम को मनोरंजक बना दिया।
मुंबई, 30 नवंबर। वैश्विक बाजारों के काफी हद तक सकारात्मक रहने और विदेशी निवेशकों का उत्साह बरकरार रहने से बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में लगातार सातवें कारोबारी दिन तेजी का सिलसिला जारी रहा और मानक सूचकांक सेंसेक्स पहली बार 63,000 अंक से ऊपर बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 417.81 अंक यानी 0.67 प्रतिशत चढ़कर 63,099.65 अंक पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स का नया रिकॉर्ड स्तर है और पहली बार यह 63,000 अंक के पार बंद हुआ है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 621.17 अंक तक उछलकर 63,303.01 अंक तक पहुंच गया था जो इसका अबतक का उच्चतम स्तर है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी ने भी तेजी के इस दौर में 140.30 अंक यानी 0.75 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। निफ्टी कारोबार के अंत में 18,758.35 अंक पर बंद हुआ जो इसका नया रिकॉर्ड है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, पावरग्रिड, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स, टाटा स्टील और टाइटन सर्वाधिक लाभ में रहीं।
इसके उलट इंडसइंड बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और आईटीसी के शेयर नुकसान में रहे।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का निवेश आने से घरेलू बाजार में बढ़त जारी रही। हालांकि, बाजार की नजरें फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के संबोधन पर टिकी रहेंगी। अगर पावेल ब्याज दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार सुस्त करने के संकेत देते हैं तो इस तेजी को और बल मिलेगा।’’
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि जापान के निक्की में गिरावट रही।
यूरोप के शेयर बाजारों में दोपहर के सत्र में बढ़त दर्ज की गई। अमेरिकी बाजारों में मंगलवार को मिला-जुला रुख रहा था।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.83 प्रतिशत चढ़कर 84.55 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।
इस बीच, विदेशी निवेशकों ने घरेलू बाजारों में खरीदारी का सिलसिला जारी रखा है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने मंगलवार को 1,241.57 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। (भाषा)
रायपुर, 29 नवंबर। भारत के अग्रणी बेबी वियर ब्रांड मिनिक्लब ने हाल ही में रायपुर में अपना नया स्टोर शुरू किया। मिनिक्लब सोच-समझकर अपैरल और बेबी केयर प्रोडक्ट बनाता है, जिससे की बच्चों को बेहतर कम्फर्ट मिल सके।
मेग्नेटो मॉल, लाभांडी, रायपुर में बने इस नए स्टोर में नवजात शिशुओं से लेकर 8 साल तक के बच्चों के लिए सुरक्षित और आरामदायक अपैरल और नॉन अपैरल रेंज की एक विस्तृत रेंज हैं।
मिनिक्लब की पेशकशों में न्यू बॉर्न एसेंशियल, बेबी वियर, किड्स फैशन, फुटवियर, टॉयज, ट्रैवल, बेबी केयर और बहुत कुछ एक ही छत के नीचे शामिल हैं, जो इसे शहर में पेरेंट्स के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है।
2013 में स्थापित, मिनिक्लब, फर्स्ट स्टेप्स बेबी वियर का, तेजी से बढ़ता ओमनी-चैनल ब्रांड है, इसकी उपस्थिति 450 से अधिक मल्टी-ब्रांड आउटलेट्स, प्रमुख ई-रिटेलर्स और एक्सक्लूसिव ब्रांड स्टोर-फिजिकल और ऑनलाइन दोनों में है।
45 एक्सक्लूसिव ब्रांड स्टोर के साथ 26 शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। बचपन की भावना से प्रेरित, मिनिक्लब बच्चों के आराम और सुरक्षा के लिए प्रोडक्ट को डिजाइन करते समय अत्यधिक सावधानी बरतता है।
मिनिक्लब बेस्ट क्वालिटी वाले प्रोडक्ट को बाजार में लाते समय सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस का पालन करता है। अमेजन, मिंत्रा,फ्लिपकार्ट और अजीओ जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी इसकी मजबूत उपस्थिति के साथ इसे 450 से अधिक मल्टी ब्रांड्स आउटलेट्स में रिटेलर द्वारा भी इसके उत्पादों की ब्रिक्री की जाती है।
रायपुर, 29 नवंबर। भारत के अग्रणी बेबी वियर ब्रांड मिनिक्लब ने हाल ही में रायपुर में अपना नया स्टोर शुरू किया। मिनिक्लब सोच-समझकर अपैरल और बेबी केयर प्रोडक्ट बनाता है, जिससे की बच्चों को बेहतर कम्फर्ट मिल सके।
मेग्नेटो मॉल, लाभांडी, रायपुर में बने इस नए स्टोर में नवजात शिशुओं से लेकर 8 साल तक के बच्चों के लिए सुरक्षित और आरामदायक अपैरल और नॉन अपैरल रेंज की एक विस्तृत रेंज हैं।
मिनिक्लब की पेशकशों में न्यू बॉर्न एसेंशियल, बेबी वियर, किड्स फैशन, फुटवियर, टॉयज, ट्रैवल, बेबी केयर और बहुत कुछ एक ही छत के नीचे शामिल हैं, जो इसे शहर में पेरेंट्स के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है।
2013 में स्थापित, मिनिक्लब, फर्स्ट स्टेप्स बेबी वियर का, तेजी से बढ़ता ओमनी-चैनल ब्रांड है, इसकी उपस्थिति 450 से अधिक मल्टी-ब्रांड आउटलेट्स, प्रमुख ई-रिटेलर्स और एक्सक्लूसिव ब्रांड स्टोर-फिजिकल और ऑनलाइन दोनों में है।
45 एक्सक्लूसिव ब्रांड स्टोर के साथ 26 शहरों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। बचपन की भावना से प्रेरित, मिनिक्लब बच्चों के आराम और सुरक्षा के लिए प्रोडक्ट को डिजाइन करते समय अत्यधिक सावधानी बरतता है।
मिनिक्लब बेस्ट क्वालिटी वाले प्रोडक्ट को बाजार में लाते समय सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस का पालन करता है। अमेजन, मिंत्रा,फ्लिपकार्ट और अजीओ जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी इसकी मजबूत उपस्थिति के साथ इसे 450 से अधिक मल्टी ब्रांड्स आउटलेट्स में रिटेलर द्वारा भी इसके उत्पादों की ब्रिक्री की जाती है।
बिलासपुर, 29 नवंबर। श्रद्धा महिला मण्डल द्वारा एसईसीएल वसंत विहार स्थित खेल मैदान में आयोजित दो दिवसीय आनंद मेला के आज के अभ्यागत लोकसभा सांसद बिलासपुर अरूण साव, संजय दुबे चेयरमेन सीएमडी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर थे।
इस अवसर पर माननीय लोकसभा सांसद बिलासपुर श्री अरूण साव ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए श्रद्धा महिला मण्डल एसईसीएल बिलासपुर द्वारा आयोजित यह आनंद मेला शहर व समाज के लिए अनुकरणीय है।
श्रद्धा महिला मण्डल द्वारा आयोजित दो दिवसीय आनंद मेले में लोगों का हूजूम देखा गया। इस अवसर पर श्रद्धा महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि श्रद्धा महिला मण्डल, एसईसीएल बिलासपुर के उपाध्यक्षागण श्रीमती रीता पाल, श्रीमती आर. राजी श्रीनिवासन, समस्त पदाधिकारियों एवं सदस्याओं के अथक प्रयासों से इस मेले में हमारे 13 कोयला क्षेत्रों में कार्यरत महिला समितियों की बहनों ने स्टाल लगाया।
श्रद्धा महिला मंण्डल द्वारा आयोजित इस आनंद मेले में एसईसीएल एम्प्लाई सपरिवार एवं आसपास व शहर के लोगों ने खूब लुफ्त उठाया। आनंद मेले में लोगों ने जमकर विभिन्न व्यंजनों का स्वाद चखा एवं अलग-अलग क्षेत्रों के प्रसिद्ध परिधानों व अन्य सामानों की खरीददारी की। व्यंजनों के स्टॉल के आगे अधिक भीड़ देखी गयी। व्यंजनों में लोगों ने छत्तीसगढी़, राजस्थानी, उत्तरप्रदेश, पंजाबी, गुजराती, बंगाली आदि व्यंजनों का भरपूर स्वाद चखा। इसके साथ ही लोगों ने लघु उद्यमियों द्वारा लगाए गए स्टालों से अपनी आवश्यकता की सामग्रियाँ क्रय की। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रीय महिला समितियों द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया एवं सीआईएल क्विज काम्पटिशन प्रतियोगिता के विजयी प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया।
ऱायपुर, 29 नवंबर। विगत दिनों कृष्णानगर रेसिडेंट्स एसोसिएशन, कृष्णा नगर डंगनिया द्वारा कॉलोनीवासियों की सामान्य सभा आयोजित की गई। जिसमें नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से पदाधिकारियों को निर्वाचित किया गया।
जिसमें पी.एन. सिंह तथा गणेश प्रसाद दुबे (संरक्षक), बी.के. रेड्डी (अध्यक्ष), के.के. त्रिपाठी एवं राजेश दीवान (उपाध्यक्ष), सत्य प्रकाश अग्रवाल (महासचिव), के.आर. नायर (कोषाध्यक्ष) एवं विनोद तिवारी (सहकोषाध्यक्ष) निर्वाचित किए गए। सहसचिव पद पर राहुल चंद्राकर, रौनक जैन, अनुराग दीवान, सिद्धार्थ पाण्डेय तथा अंशुल शर्मा निर्वाचित किए गए।
अन्य कार्यकारिणी सदस्यों में सर्वश्री रूचिर गर्ग, श्री अनिल घाटगे, श्री राजीवलोचन उपाध्याय, प्रवीण साहू, शिवांश त्रिपाठी, मंयक अग्रवाल, मदन व्यास तथा राहुल नायर शामिल हैं। बैठक में कॉलोनी के विकास एवं सुरक्षा संबंधी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
रायपुर, 28 नवंबर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर परवानी जी द्वारा वीरजी आयुर्वेदिक संस्थान रायपुर के डायरेक्टर प्रफुल जैन को युवा चेंबर में प्रदेश मंत्री पद पर नियुक्त कर संस्था को सशक्त बनाने एवं व्यापारियों एवं उद्यमियों को साथ जोडऩे का दायित्व दिया है।
प्रफुल जैन ने अपनी नियुक्ति के बाद संस्था का आभार जताते हुए शीघ्र की नए कार्यक्रम बनाकर उन्हें लागू करने की बात कही साथ ही शीघ्र कॉरपोरेट जगत को जोडऩे कॉरपोरेट क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन आगामी दिसंबर माह में कराने की जिम्मेदारी ली है।
प्रफुल जैन की नियुक्ति पर छत्तीसगढ़ जैन समाज, दवा व्यापारियों सहित मनेंद्रगढ़ जिले के व्यापारियों ने बधाइयां प्रेषित की हैं।
रायपुर, 28 नवंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय के विधि संकाय के द्वारा 23 से 24 नवंबर 2022 को भारतवर्ष में दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकार पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन संपन्न हुआ।
दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति सामाजिक जिम्मेदारी और उनके अधिकारों के प्रति जागरुक करने के लिए आयोजित इस सम्मेलन में देश के शीर्षस्थ कानूनी जानकारों के अतिरिक्त अधिकारी, प्राध्यापक, शोधछात्र एवं विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित छत्तीसगढ़ शासन के सेवानिवृत्त उपसचिव श्री राजेश तिवारी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में दिव्यांग वर्ग के लोग अभी भी उपेक्षा के शिकार हैं।सरकार के द्वारा उन्हें विशेष अधिकार प्रदान किया गया है। हमारे संविधान में उनके लिए पर्याप्त कानून भी बनाए गये हैं।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के कई महत्वपूर्ण निर्णयों के बावजूद विभिन्न सरकारें उन्हें लाभ प्रदान करने में असफल रही है।समाज के बुद्धिजीवी वर्ग और कानून के विद्यार्थियों की जागरुकताबोध से, उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने की हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है।
विधि विशेषज्ञ विद्वानों की अध्यक्षता में महिलाओं के अधिकारों का संवैधानिक आयाम और भारत में प्रजनन स्वास्थ्य और उनका नीतिगत परिप्रेक्ष्य, भारत में सीखने की अक्षमता वाले विकलांग व्यक्ति की शिक्षा का अधिकार, भारत में विकलांग व्यक्तियों के रोजगार का अधिकार जैसे चालीस से अधिक शोधपत्र का वाचन किया गया।
सम्मेलन में उपस्थित विद्वान वक्ताओं ने दिव्यांगों के अधिकार के संदर्भ में महत्वपूर्ण चर्चा की। सम्मेलन के अंतिम दिन धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार प्रदर्शन विधि संकाय की विभागाध्यक्ष श्रीमती सलोनी त्यागी ने किया जबकि कार्यक्रम का संचालन विधि संकाय की सहायक प्राध्यापक सुश्री नयन लोढा और सुश्री हरलीन कौर ने किया।इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए आयोजन समिति की सदस्य सुश्री पलक शर्मा,सुश्री श्रेया सिंह, श्री सिद्धार्थ शेखर,सुश्री निशा सिंह, सुश्री कृतिका मिश्रा,सुश्री एकता चंद्राकर,श्री सौम्यदीप चक्रवर्ती, सुश्री शिवांगी त्रिपाठी, सुश्री अम्बर फातिमा,सुश्री मीनाक्षी अग्रवाल, सुश्री रिशिना,श्री रंजन रे के साथ विभाग के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थें।
रायपुर, 28 नवंबर। ध्यान व योग से शरीर को स्वस्थ रख सकते है। आपके हाथ में शक्ती है आप अपने हाथों से स्वयं को स्वस्थ कर सकते है। कैसे यह आप योग प्राण विद्या से सीख सकते है दवाई बीमारी को भगाती है पर ल्च्ट आपको बीमारी से दूर रखती है लचअ के संस्थापक श्री एन जे रेड्डी है जो रिटायर विंग कमांडर है, उनका उद्देश्य पृथ्वी पर स्वर्ग लाना है, सभी लोग स्वस्थ खुश व शांतिपूर्वक रहे।
प्रत्येक परिवार में 1 हीलर हो। ल्च्ट में 2 भाग है (1) जीवात्मा का आत्मा से जोडना, आत्मा का परमात्मा से जुडऩा योगा है। (2) योगा माने आसन है, शरीरिक व्यायाम, प्राणायाम, क्षमाप्रार्थना, प्रत्याहारा-यग-नियम, ध्यान-धारणा, मेडीटेशन ये अष्टांग योगा है।
इससे हमारे विचार स्पष्ट होते है, भावनाएं संतुलन में रहती है और उर्जा शरीर कोमल बनता है। उर्जा शरीर भौतिक शरीर के अंदर व बाहर होता है जब बीमार पड़ते है तो उर्जा शरीर प्रभावित होता है। उसे संतुलित कर भौतिक शरीर को ठीक कर सकते है यह ष्छव जवनबी दव कतनह ्रमतव ेपकम ििममबज जीमतंचलष् है यह 2 सिद्धांत पर काम करती है।
(1) शरीर स्वंय को हील कर सकता है। (2) उर्जा विचारो का अनुसरण करती है। यह उपचार मरीज से दूर रह कर सकते है। हमारे शरीर के ऊर्जा चक्रो की ऊर्जा बढ़ाकर संतुलित कर जल्दी ठीक हो सकते है। 95 प्रतिशत बीमारी साइको सोमेटिक होती है।
हीलिंग के द्वारा भावना व विचारो को बदल कर ठीक करते है। इसमे हीलर से रोगी तक ऊर्जा का संचार होता है वह ठीक होता है। प्राणायाम, क्षमा प्रार्थना, व्यायाम, ध्यान का अभ्यास कराया जाता है। इसमें डर लत डिप्रेशन का भी उपचार होता है ल्च्ट में अध्यात्मिक स्थिति के साथ शारीरिक,इमोशनल स्थिती में भी इम्प्रुमेंट होता है इसे 16 साल के बच्चे से लेकर कोई भी सीख सकता है 3 दिन में इससे आप अपने व्यवहार व मूड व भावना में बहुत परिवर्तन देखेंगे।
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रायपुर, 28 नवंबर। महिला चेंबर प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती मधु अरोरा ने बताया कि छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज महिला विंग द्वारा डॉ. लीना दिवाकीर्ति के सानिध्य में नि:शुल्क दंत चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमे महिलाओं ने नि:शुल्क उपचार कराकर लाभ उठाया।
शिविर में डॉ. लीना दिवाकीर्ति द्वारा बहुमूल्य जानकारी दी गई कि कैसे हम छोटी-छोटी बातों का ध्यान रख अपने दांतो की उम्र बढ़ा सकते है। जैसे कि नॉर्मल दांतो के लिये सॉफ्ट ब्रश एवं ज्यादा घिसे हुए दांतो के लिये अल्ट्रा सॉफ्ट ब्रश उपयोग में लाना चाहिए। टूथपेस्ट का उपयोग ज्यादा मात्रा में ना करते हुए थोड़ी मात्रा में ही करना चाहिए।
शिविर में अध्यक्ष मधु अरोरा ने समस्त महिला विंग की ओर से चिकित्सीय सेवा प्रदान कर रहे दंतरोग विशेषज्ञ डॉ. लीना दिवाकीर्ति के सेवा कार्य की सराहना करते हुये आभार व्यक्त किया।
शिविर में महिला चेम्बर अध्यक्ष मधु अरोरा, कोषाध्यक्ष प्रेरणा भट्ट, मीडिया प्रभारी इंदिरा जैन, उपाध्यक्ष नीलम दिवाकिर्ती, हेमल शाह, मंत्री स्वाति सोनी तथा शोभा गांधी एवं प्रीति मिश्रा सहित विभिन्न सदस्यगण उपस्थित रहे।
बिलासपुर, 28 नवंबर। एसईसीएल वसंत विहार खेल ग्राऊण्ड में आज दिनांक 26 नवंबर 2022 को श्रद्धा महिला मण्डल, एसईसीएल बिलासपुर द्वारा आयोजित दो दिवसीय आनंद मेला का आयोजन किया गया।
उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल, कुलपति गुरूघासीदास विश्वविद्यालय कोनी बिलासपुर, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक एसईसीएल डॉं. प्रेम सागर मिश्रा, श्रद्धा महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा, निदेशक तकनीकी संचालन सह योजना परियोजना श्री एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) श्री जी. श्रीनिवासन।
श्रद्धा महिला मण्डल उपाध्यक्षाद्वय श्रीमती रीता पाल एवं श्रीमती आर. राजी श्रीनिवासन, डीआरएम बिलासपुर श्री प्रवीण पाण्डे एवं श्रीमती श्रद्धा पाण्डे, सिनीयर डीओएम बिलासपुर डॉ. प्रकाश चन्द्रा त्रिपाठी एवं श्रीमती स्वाति शुक्ला, डीआईजी सीआरपीएफ बिलासपुर श्री एलएन मिश्रा एवं श्रीमती कमला मिश्रा, एसईसीएल संचालन समिति, एसईसीएल कल्याण मण्डल, एसईसीएल सुरक्षा समिति, सिस्टा ओबीसी के प्रतिनिधियों, समस्त क्षेत्रीय महिला मण्डल, क्षेत्रीय महाप्रबंधकों, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में उपस्थितों का स्वागत करते हुए श्रद्धा महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती पूनम मिश्रा ने कहा कि महिला मण्डल की हमारी बहनें अपने परिवार के दायित्वों से विलग होकर समाज कल्याण की दिशा में विभिन्न कार्यक्रम समाजोन्नति के हित में आयोजित करती हैं, उसी कड़ी में यह आयोजन किया जा रहा है।
मंचस्थ अतिथियों ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्रद्धा महिला मण्डल द्वारा अंचल में आयोजित यह कार्यक्रम अति उत्तम है, उन्होंने महिला मण्डल की मुखिया श्रीमती पूनम मिश्रा एवं उनकी टीम की अत्यंत सराहना की एवं अपनी-अपनी ओर से शुभकामनाएँ देते हुए इस आयोजन की सफलता की कामना की।
इस अवसर पर मंचस्थ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया एवं स्मारिका स्वयंसिद्धा का विमोचन किया गया उपरांत अतिथियों द्वारा बारी-बारी से समस्त स्टालों का निरीक्षण किया गया। प्रस्तुत आनंद मेला में श्रद्धा महिला मण्डल सहित एसईसीएल के विभिन्न कोयला क्षेत्रों द्वारा विभिन्न प्रकार के पकवान, विभिन्न प्रकार के गणवेश, आभूषण, आवश्यक वस्तुओं का स्टाल लगाया गया है साथ ही स्थानीय लघु उद्यमियों द्वारा विभिन्न उपयोगी वस्तुओं का स्टाल भी प्रदर्शित किया गया है जो कि दर्शकों के आकर्षण का केन्द्र है। आनंद मेला में एसईसीएल के कोयला क्षेत्रों द्वारा लगाए गए स्टाल में विभिन्न प्रदेशों की रहन-सहन, वेशभूषा भी परिलक्षित हो रही है।
रायपुर, 28 नवंबर। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज रायपुर के कम्प्यूटर विभाग (साइंस एवं एप्लीकेशन) द्वारा 25 नवंबर को सिपेट रायपुर में शैक्षणिक भ्रमण किया। इस यात्रा का उद्देश्य पेट्रोकेमिकल उत्पादों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना और छात्रों को पॉलिमर के बढ़ते उपयोग और संबंधित प्रबंधन से अवगत कराना था। इसका उद्देश्य उन्हें संबंधित क्षेत्र में करियर के अवसरों से अवगत कराना भी था।
छात्रों ने प्लास्टिक पॉलीमर के प्रकारों से लेकर पेट्रोकेमिकल उत्पाद बनाने तक सब कुछ सीखा। संस्थान के वातावरण की अनुकूलता ने छात्रों को संस्थान में शिक्षा, प्रशिक्षण और प्लेसमेंट के अवसरों के बारे में गहराई से जानने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने उत्साहपूर्वक संस्थान और इसकी प्रयोग-शाला का अवलोकन किया और शिक्षकों के साथ बातचीत की।
श्रीमती ऋषि पांडे (विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर साईंस विभाग), अनुराधा दीवान, अमोल देवांगन और भावेश राठौर के साथ शैक्षणिक भ्रमण का अनुभव करने के लिए दोनों विभागों से लगभग 50 छात्रों को ले जाया गया।
यह पूरा शैक्षणिक भ्रमण प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा और एडमिनीस्टेऊटर सिद्धार्थ सभरवाल के मार्गदर्शन में किया गया।
रायपुर, 28 नवंबर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि सोमवार, दिनांक 28 नवम्बर 2022 को शाम 4 बजे चेम्बर कार्यालय चै. देवीलाल व्यापार उद्योग भवन, बाम्बे मार्केट, रायपुर में जीएसटी संबंधी सुझाव एवं छत्तीसगढ़ के आगामी बजट को लेकर समस्त व्यापारिक संघों एवं पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई है।
रायपुर, 27 नवंबर। मध्य भारत का अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल, बालको मेडिकल सेंटर, ने टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई, द्वारा आयोजित 18वीं वार्षिक लाइव सर्जिकल ऑन्कोलॉजी वर्कशॉप, ऑन्कोसर्ज 2022 का प्रसारण किया।
लाइव वर्कशॉप 24 से 26 नवंबर, 2022 तक आयोजित की गई। वर्कशॉप में न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी के क्षेत्र से सिर और गर्दन, यूरो-ऑनोलॉजी, ब्रेस्ट और गायनेक-ऑन्कोलॉजी, थोरैसिक और एचपीबी, सॉफ्ट टिश्यू सार्कोमा, और कोलोरेक्टल कैंसर और पुनर्निर्माण सर्जरी शामिल थी। रायपुर के कई प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट और सर्जन ने टाटा मेमोरियल अस्पताल के कैंसर में प्रख्यात राष्ट्रीय प्रशिक्षकों से विभिन्न सर्जिकल तकनीकों को सीखने के लिए लाइव कार्यशाला में भाग लिया।
लाइव ऑपरेटिव वर्कशॉप में पहले दिन ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी और ब्रेस्ट ऑन्कोप्लास्टी, सॉफ्ट टिश्यू सारकोमा और ओपन रेडिकल हिस्टेरेक्टॉमी और दूसरे दिन सिर और गर्दन की सर्जरी शामिल थी। आखिरी दिन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी जैसे लैप्रोस्कोपिक डी2 गैस्ट्रेक्टोमी और रोबोटिक पैन क्रिएटिकोडोडोडेनेक्टॉमी, लैप्रोस्कोपिक कोलेक्टॉमी और लैप्रोस्कोपिक टोटल मेसोरेक्टल एक्सिशन शामिल थे।
इस सर्जिकल वर्कशाप में रायपुर सर्जन ने हिस्सा लिया व अत्याधुनिक कैन्सर सर्जरी तकनीको के बारे में जाना। डॉक्टर भावना सिरोही ( मेडिकल डिरेक्टर) ने बताया बालकों मेडिकल सेंटर का उद्देश्य कैन्सर का अत्याधुनिक इलाज छत्तीसगढ़ राज्य में उपलब्ध करना है जिसने हम सबको मिलकर कैन्सर जैसी बीमारी से लडऩा है।
-नवीन नेगी
क्या भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने का सही समय आ गया है?
ये सवाल इन दिनों हर उस शख़्स के मन में आता है जो नई गाड़ी खरीदने की प्लानिंग कर रहा होता है. कुछ लोग उन्हें सलाह देते हैं कि आने वाला समय इलेक्ट्रिक गाड़ियों का ही है तो उसी में पैसा लगाओ.
तो वहीं कुछ लोग सलाह देते हैं कि इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए अभी देश तैयार नहीं है और इसे खरीदने पर कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा.
ऊपर पूछे गए सवाल का जवाब तलाशने से पहले आइए कुछ आंकड़ों पर नज़र दौड़ाते हैं.
सरकार की तरफ से दिए आंकड़ों के मुताबिक भारत में इस समय 13 लाख से ज़्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल इस्तेमाल में हैं.
भारी उद्योग के राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया था कि 3 अगस्त 2022 तक भारत में सबसे ज़्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल के तौर पर थ्री-व्हीलर यानी ई-रिक्शा मौजूद हैं, जिनकी संख्या क़रीब 8 लाख है.
उसके बाद टू-व्हीलर का नंबर आता है जो पांच लाख से ऊपर है, और फिर चार पहियों वाली गाड़ियां आती हैं, जो 50 हज़ार से थोड़ी ज़्यादा संख्या में इस्तेमाल हो रही हैं.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले तीन गुना बढ़ी है.
सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर लगने वाले जीएसटी को भी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया है.
ये तो बात हुई भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल से जुड़े आंकड़ों की. चलिए अब बात करते हैं उन परेशानियों और चुनौतियों की जो इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर भारत के सामने खड़ी हैं.
इलेक्ट्रिक व्हीकल की क़ीमत
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की क़ीमत पेट्रोल या डीज़ल गाड़ियों की तुलना में ज़्यादा होती है.
भले ही सरकार इन पर अलग-अलग तरह की रियायतें दे रही है, लेकिन फिर भी पेट्रोल-डीज़ल की गाड़ियों के मुकाबले ये ज़्यादा कीमत में ही मिलती हैं.
उदाहरण के लिए टाटा की नेक्सॉन गाड़ी के पेट्रोल और डीज़ल वेरिएंट की दिल्ली में कीमत जहां साढ़े सात लाख से शुरू होकर 15 लाख पहुंचती है.
वहीं नेक्सॉन की इलेक्ट्रिक गाड़ी की कीमत दिल्ली में साढ़े 15 लाख से शुरू होकर 18 लाख तक पहुंचती है.
बैट्री की लाइफ़
इलेक्ट्रिक गाड़ियों में लीथियम आयन बैट्रियों का इस्तेमाल किया जाता है. ये बैट्रियां 6 से 7 साल तक ही चल पाती हैं. इसके बाद इन्हें बदलना पड़ता है.
बैट्रियों की कम लाइफ़ इसे खरीदने वालों के मन में संशय पैदा करती है. दरअसल एक बैट्री की कीमत किसी इलेक्ट्रिक गाड़ी के तीन-चौथाई रकम के बराबर होती है.
हालांकि सरकार ने पिछले साल प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना को मंज़ूरी दी थी.
यह योजना देश में एडवांस केमिस्ट्री सेल (एसीसी) के निर्माण के लिए लाई गई, जिससे बैट्री की कीमतों को कम किया जा सके.
चार्जिंग स्टेशन की कमी
भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन की भारी कमी देखने को मिलती है.
जिस तरह हमें हर हाइवे या सड़क पर पेट्रोल पंप दिख जाते हैं, उसके मुकाबले चार्जिंग स्टेशन बहुत ही कम जगहों पर मिलते हैं.
भारत सरकार के मुताबिक देशभर में इस समय 1740 पब्लिक चार्जिंग स्टेशन चल रहे हैं.
कई बार यह सुझाव दिया जाता है कि पेट्रोल पंप पर ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्ज करने की सुविधा दी जानी चाहिए.
लेकिन इसमें एक बड़ी चुनौती यह है कि इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्ज करने में 1-5 घंटे का समय लगता है. ऐसे में ईवी को चार्ज करना किसी गाड़ी में पेट्रोल, डीज़ल या सीएनजी डलवाने जितना तेज़ी से नहीं हो सकता.
इसके अलावा घर पर ईवी की बैट्री को चार्ज करने में भी अलग तरह की चुनौतियां हैं.
आमतौर पर दोपहिया गाड़ियों या ई-रिक्शा की बैट्री को लोग घरों में ही चार्ज करते हैं.
लेकिन इसमें लंबा वक़्त लगता है, जैसे सुबह गाड़ी तैयार रखने के लिए उसे रात में चार्ज पर लगा दिया जाता है.
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रेंज से जुड़ी समस्या
चार्जिंग स्टेशन की कमी के साथ ही गाड़ियों की रेंज को लेकर भी ड्राइवरों के मन में डर पैदा होता है.
अक़्सर लंबी दूरी तक गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कम रेंज से परेशान होते दिखते हैं.
ब्यूरो ऑफ़ एनर्जी एफिसिएंसी के मुताबिक दोपहिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों की रेंज 84 किलोमीटर प्रति चार्ज बताई गई है.
वहीं चौपहिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों की औसत रेंज 150-200 किलोमीटर प्रति चार्ज बताई गई है.
सरकार का कहना है कि बेहतर बैट्री और ज़्यादा चार्जिंग स्टेशन लगवाने के बाद इस समस्या को दूर किया जा रहा है.
अलग-अलग चार्जिंग पोर्ट की चुनौती
इलेक्ट्रिक गाड़ियों में हर कंपनी अपने अलग-अलग चार्जिंग पोर्ट देती है. इससे इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए यूनिवर्सल चार्जिंग सिस्टम बनाने में बड़ी दिक्कत होती है.
भारत के ईवी मार्केट में अभी भी चार्जिंग पोर्ट के लिए कोई एक मानक तय नहीं किया गया है.
यह दिक्कत सबसे ज़्यादा दोपहिया इलेक्ट्रिक गाड़ियों दिखती है. जहां अलग-अलग तरह की बैट्री और उनके अलग-अलग चार्जिंग पोर्ट बाज़ार में मिलते हैं.
भारत में तापमान
गाड़ियों की परफॉर्मेंस में मौसम और तापमान का भी बड़ा योगदान होता है.
बात अगर ईवी की करें तो यहां तापमान और ज़्यादा बड़ा फैक्टर बन जाता है.
सामान्यतौर पर किसी इलेक्ट्रिक गाड़ी के बेहतर परफॉर्मेंस के लिए औसत तापमान की रेंज 15-40 डिग्री सेल्सियस मानी जाती है.
लेकिन भारत में जहां पहाड़ी इलाकों में तापमान बेहद नीचे गिर जाता है तो वहीं पश्चिमी इलाके में तापमान बहुत ऊपर रहता है.
ऐसे में पूरे देश के लिए एक तरह की इलैक्ट्रिक गाड़ियों से काम नहीं चल सकता.
क्या है समाधान
बढ़ते प्रदूषण और तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए यह तो तय है कि आने वाला समय इलेक्ट्रिक गाड़ियों का ही है.
सरकार इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर सब्सिडी भी दे रही है.
इसके अलावा इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन की संख्या और बढ़ाई जाए. साथ ही चार्जिंग स्टेशन पर गाड़ी को कुछ घंटों के लिए छोड़ने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए.
इसके एक बेहतर विकल्प बैट्री स्वैप करने की सुविधा हो सकती है, जिसमें खाली बैट्री को उतनी वारंटी वाली फुल बैट्री से तुरंत बदल दिया जाए. (bbc.com/hindi)
रविंद्र नाथ टैगोर विवि एवं सीवीआरयू के साहित्य महोत्सव के समापन में पहुंची राज्यपाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 26 नवंबर। रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय एवं डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय बिलासपुर ने भोपाल में सात दिनों का साहित्य, कला और संस्कृति के संगम विश्व रंग का आयोजन किया था। इसका
रंगारंग व आतिशी समापन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूइया उइके थीं। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर एवं लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग मंत्री प्रभूराम चौधरी, विश्वरंग के निदेशक संतोष चौबे एवं विश्वरंग परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उइके ने कहा कि विश्वरंग आयोजन के माध्यम से देश-दुनिया की कला, संस्कृति और साहित्य का संगम हुआ है। साहित्य एवं संस्कृति के इस वैश्विक आदान प्रदान से भारतीय युवाओं को भी भारत के साथ दुनिया की संस्कृति का ज्ञान होगा। भारतीय संस्कृति की विशेषताओं को यह आयोजन दर्शाता है। सही मायने में सामाजिकता, कला, संस्कृति के मूल्यों को युवा स्वीकार कर सकें, यह दायित्व साहित्यकारों का है।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत के विश्वगुरु बनने की राह में विश्वरंग महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि मैंने अपने जीवन में अब तक कला, संस्कृति एवं साहित्य पर केंद्रित ऐसा कार्यक्रम न कभी देखा, न कभी सुना है। राज्यपाल ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि मैं पहली बार इसी सदन (मिंटो हॉल) में विधायक बनकर आई थी और आज राज्यपाल के लिए शामिल हो रही हूं। यह सदन मेरे लिए मंदिर है।
संस्कृति मंत्री, मप्र उषा ठाकुर ने कहा कि कई सदियों में संतोष चौबे जैसी विभूतियों का जन्म होता है। टैगोर के नाम पर इतना कार्य करना सराहनीय है। कला, संस्कृति साहित्य के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में काम करने के लिए टैगोर स्वयं भी आशीर्वाद दे रहे हैं, जिसके माध्यम संतोष चौबे हैं।
लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग मंत्री, प्रभुराम चौधरी ने कहा कि विश्वरंग जैसे आयोजन से वैश्विक स्तर पर भाषाओं के साथ संवाद स्थापित होता है। विश्वरंग खुशियां का रंग भरने वाला आयोजन है। यह भारतीय कला संस्कृति एवं साहित्य को विश्व पटल पर ले जाएगा।
विश्वरंग की सह-निदेशक डॉ. अदिती चतुर्वेदी वत्स ने पुस्तक यात्रा से लेकर विश्वरंग के समस्त कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। गेट सेट पेरेंट के चिल्ड्रंस लिटरेचर आर्ट एंड म्यूजिक फेस्टिवल की निदेशक डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी ने बाल महोत्सव की पूरी जानकारी दी और बच्चों के उत्साह को रेखांकित किया। विश्वरंग के सह-निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने आभार प्रकट किया।
एशिया का सबसे बड़ा साहित्यिक आयोजन -गौरव
इस अवसर पर डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि कला साहित्य और संस्कृति को लेकर यह एशिया का सबसे बड़ा और भव्य आयोजन है, जिसमें इस वर्ष 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए।
उन्होंने अपनी कला साहित्य संस्कृति और भाषाओं का आदान-प्रदान किया। ऐसे आयोजन वैश्विक स्तर पर भारत को एक विशिष्ट पहचान देते हैं।
इस अवसर पर डॉक्टर सीवी रमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि कला, संस्कृति, साहित्य पर वैश्विक स्तर पर आयोजन करने वाला यह देश का पहला विश्वविद्यालय है। अपने शैक्षणिक कार्य के साथ- साथ भारतीय भाषाओं पर केंद्रित वैश्विक विमर्श के लिए या खुला मंच है।
अगले साल नए रंग और नई ऊर्जा के साथ होगा-चौबे
विश्वरंग विश्व के निदेशक संतोष चौबे ने कहा कि अगले साल नए रंगों, नई ऊर्जा व नई उपलब्धियों के साथ और नए सांस्कृतिक आदान-प्रदान को लेकर हम आपके बीच होंगे। उन्होंने विश्व रंग में हुए कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
विचारक पवन वर्मा डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे शिक्षाविद डॉ. मुकुल कानिटकर पूर्व आईएएस मनोज श्रीवास्तव लेखक प्रतिभा राय पंकज सुबीर , प्रज्ञा रोहणी, मुशायरे में नुसरत मेहंदी सहित देश के बड़े कलाकारों ने शिरकत की।
रायपुर, 26 नवंबर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि रायपुर रेंज के अन्य जिले ( महासमुंद, बलौदा बाजार-भाटापारा, धमतरी और गरियाबंद) के नए नवनियुक्त इंस्पेक्टर जनरल आरिफ शेख एवं रायपुर जिले के नए इंस्पेक्टर जनरल अजय यादव जी से मिल चेंबर प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
प्रदेश अध्यक्ष श्री पारवानी जी ने छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज तथा प्रदेश के समस्त व्यापारियों के ओर से उन्हे बधाई दी और व्यापारियों की सुरक्षा और सुशासन संबंधी व्यापक चर्चा की ।
रायपुर, 26 नवंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग के द्वारा 24 नवंबर को वर्तमान परिदृश्य में दवाओं की खोज और विकास के लिए फार्मा इंडस्ट्री में नवाचार की भूमिका विषय पर आधारित एक दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन फार्मा एनक्लेव 1.0 का आयोजन किया गया।
जिसमें देश के बड़े फार्मेसी उद्योग से जुड़े हुए लोगों के साथ-साथ विद्वान प्राध्यापक,शोध छात्र एवं विद्यार्थी सम्मिलित थें।इस अवसर पर विषय से संबंधित एक पोस्टर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
जिसमें विभिन्न विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
सम्मेलन के पहले चरण में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर, कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी, फार्मेसी विभाग के प्राचार्य डॉ.संदीप प्रसाद तिवारी,मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित एथिक्स फार्मा के सीईओ और संस्थापक डॉ. योगेंद्र कुमार चौधरी एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित ब्रांडिंग और मार्केटिंग अधिकारी सुश्री मुस्कान कोटवानी की उपस्थिति में ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना करने के पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर उपस्थित कलिंंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर ने कहा कि आज समय की मांग है कि विद्यार्थियों को नवीनतम और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए।बदलते समय के साथ विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य निर्माण के लिए,उनकी जरुरत के हिसाब से नवाचार से परिचित कराना और ज्ञानवर्धक सूचनाएं प्रदान करना बहुत आवश्यक है।इस संदर्भ में अनुसंधानकर्ताओं एवं विद्यार्थियों के लिए यह राष्ट्रीय सम्मेलन बहुपयोगी सिद्ध होगा।
फार्मा एनक्लेव 1.0 में तीन वैज्ञानिक सत्रों का आयोजन किया गया।जिनका संचालन एवं मुख्य वक्ता की भूमिका का निर्वाह 'नोवार्टिस' हैदराबाद के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. के.वी. कन्ना राव, इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय, म.प्र.के सह प्राध्यापक डॉ. ऋषि पालीवाल और कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने किया। जिन्होंने सम्मेलन के विषय पर केंद्रित बहुमूल्य विचारों से शोधार्थियों को लाभान्वित किया और विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन में पोस्टर प्रस्तुति एवं मौखिक प्रस्तुति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के 41 छात्रों एवं शोधार्थियों ने मौखिक प्रस्तुतिकरण प्रतियोगिता में भाग लिया जबकि 19 उम्मीदवारों ने पोस्टर प्रस्तुति प्रस्तुति प्रतियोगिता में भाग लिया।पोस्टर प्रस्तुति का मूल्यांकन 'आरआईटीईई' के प्राचार्य डॉ. सत्यब्रत भांजा के द्वारा किया गया और मौखिक प्रस्तुति के लिए मूल्यांकन हिमालयन फार्मेसी संस्थान, सिक्किम के सह प्राध्यापक डॉ. संजीव बहादुर, गायत्री कॉलेज ऑफ फार्मेसी, संबलपुर ओडिशा के सह प्राध्यापक डॉ. सुभेंदु शेखर मिश्रा और श्री रावतपुरा कॉलेज ऑफ फार्मेसी की प्राचार्य डॉ अंशिता गुप्ता सोनी के द्वारा किया गया।पोस्टर और मौखिक प्रस्तुति में प्रस्तुतकर्ताओं के साथ, ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में विभिन्न संस्थानों के 220 से अधिक विद्यार्थी और शोध विद्वानों ने इस सम्मेलन में भाग लिया।
इस राष्ट्रीय सम्मेलन के कार्यक्रम का संचालन फार्मेसी विभाग की सहायक प्राध्यापक सुश्री खुशबू गुप्ता एवं सहायक प्राध्यापक श्री प्रांजुल श्रीवास्तव ने किया।जबकि आभार प्रदर्शन एवं सम्मेलन के समापन की घोषणा कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय के प्राचार्य डॉ. संदीप प्रसाद तिवारी ने किया।इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए आयोजन समिति के सदस्य श्री सुदीप मंडल,श्रीमती रजनी यादव,श्री सौरभ शर्मा,श्रीमती जयश्री स्वर्णकार एवं श्रीमती सृष्टि नामदेव के साथ विभाग के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थें
रायपुर, 26 नवंबर। सृजन हीे जीवन है, सृजन से ही सृष्टि है, सृजन के द्वारा ही बहुमुखी प्रतिभा से परिचय होता है। अपनी इसी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए विद्यार्थियों ने प्रगति महाविद्यालय में ‘‘बेस्ट आऊट आफ वेस्ट‘‘ प्रतियोगिता के तहत प्रतियोगियों ने विचार वृक्ष, वाटर फॉल, कृष्ण का झुला, सैनेटाइजर मशीन, वॉल हैंडिग।
जेट विमान, गिटार, गांधी जी का चरखा, एटीएम मशीन, दिया स्टैंड, गुलदस्ता, गणेश जी की प्रतिमा, झॉलर, प्लांट, वेस्ट पेपर और माचिस की तिली एवं पुेे से वॉल हैन्डिग बनाया गया।
पुरानी पेपर एवं कार्ड बोर्ड एं वाटर कलर से कुतुम मिनार बनाया गया। पुरानी बॉटल एवं लकड़ी और रंगीन पेपर से सफाई झाडू बनाया गया। मिट्टी का द्यड़ा एवं ऑइल पेंट से प्लांट बनाया गया। डीवीडी कैसेट एवं रंगीन पेपर से श्री गणेश जी की प्रतिमा बनाया गया।
सुखा पत्ता और पॉलीथीन एवं लकड़ी,स्टोन से गुलदस्ता बनाया गया। इस अवसर पर निर्णायकगण श्री राज किरण कोधारी एवं श्रीमती स्वाति परमानंद रहीं।
द्वितीय कड़ी में काव्य जीवन की सुख-दुख, आशा-निराशा सभी प्रकार की अभिव्यक्ति का माध्यम है। काव्य है तो जीवन है, काव्य के माध्यम से व्यक्ति अपनी मार्मिक अभिव्यक्ति प्रस्तुत करता है। विद्यार्थियों ने विविध विषयों में काव्य पाठ करते हुए अपने विलक्षण प्रतिभा का प्रदर्शन किया जो अद्वितीय था।
मेरा बचपन कविता के माध्यम से अपने बचपन का अनुभव सुनाया। एक मां की अपनी युवा होती लडक़ी के प्रति अभिव्यक्ति सुभद्राकुमारी चौहान की कविता सुनायी, देश प्रेेम के बारे में कविता सुनाया गया, कभी लिस्ट नहीं बनाना, देश को कैसे बचाए, हमारे छत्तीसगढ़, फूलो से नित हंसन सीखो, लड़कियो की जिंदगी आसान नहीं, भूमि के बारे में , मेरे शब्दों में वही सफलता है, आदि कइ तरह के कविता पाठ से विद्यार्थियों ने सबके मन में जागृति पैदा कर दी। इस अवसर पर निर्णायकगण श्री राहुल कसार जी एवं श्री पुष्पराज गुप्ता रहे।
इस अवसर में प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर ने विद्यार्थियों के इस कला एवं हुनर को भविष्य में आगे बढ़ाने की बात की और कविता लिखने और बोलने की शैली के विकास हेतु मार्ग निर्देशित किया।
इस अवसर में कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यार्थियों एवं प्राध्यापको की साराहरनीय भूमिका रही। जिसमें सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं समस्त समूह प्रभारी उपस्थित थे, जिन्होनें कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया।
प्राचार्य
रायपुर, 26 नवंबर। रायपुर सराफा एसोसिएशन द्वारा फिजियोथैरेपी एवं दंत चिकित्सा का चार दिवसीय शिविर दिनांक 29 नवम्बर से 2 दिसंबर तक सुराना भवन छोटापारा रायपुर में आयोजित किया जा रहा है।
शिविर में घुटनों से संबंधित समस्याओं, सर्वाइकल, स्पॉन्डिलाइटिस, फ्रोजेन शोल्डर, पीठ/गर्दन/एड़ी के दर्द और टेनिस एल्बो जैसी समास्या के लिए फिजियोथेरेपी द्वारा ईलाज की जानकारी उदयपुर राजस्थान से आये डॉ कैलाश कुमार एवं डॉ एम. ए. चयनम द्वारा दी जाएगी। साथ ही डॉ विनोद सराफ एवं डॉ श्रीमती प्रिया सराफ के द्वारा संचालित सीता दंत एक्सप्रेस (छत्तीसगढ़ की सर्वप्रथम चलित दंत चिकित्सा एम्बुलेंस) में दांतों से सम्बंधित समास्याओं एवं बीमारी के ईलाज की जानकारी जाएगी।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के तत्वाधान में समस्त संरक्षक, पदाधिकारीगण एवं कार्यकारिणी सदस्यों के अथक प्रयास से स्वास्थ लाभ हेतु ये आयोजन किया जारहा है। इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग श्री साधुमार्गी जैन संघ एवं शकुंतला फाउंडेशन का भी मिल रहा है। उक्त जानकारी रायपुर सराफा एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष जितेन्द्र गोलछा ने उपलब्ध करायी।
रायपुर, 26 नवंबर। अग्रसेन महाविद्यालय में समाजकार्य विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय सेमिनार आज से शुरू हुआ. "वर्तमान समय में बुजुर्गों की समस्याएँ एवं समाधान "- विषय पर आयोजित इस सेमिनार के पहले दिन के सत्र में आमंत्रित वक्ताओं ने बुजुर्गों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की.
सेमिनार के तकनीकी सत्र को संबोधित करते हुए पं. रविशंकर शुक्ल विवि में मनोविज्ञान की प्राध्यापक डॉ मीता झा ने कहा कि समाज में भौतिक प्रगति की बढती चाह के कारण प्राय: परिवारों में बुजुर्गों की देखभाल नहीं हो पा रही है. इसलिए उनमें एकाकीपन, निराशा और तनाव जैसी समस्याएँ देखने को मिल रही है. ऐसे ही लोगों को वृद्ध-आश्रमों में रहने पर विवश होना पड़ता है. इसके लिए बुजुर्गों के साथ रहकर तमाम समस्याओं का हल निकला जा सकता है।
रायपुर में बुजुर्गों की चौपाल सामाजिक संस्था संचालित करने वाले समाजसेवी प्रशांत पाण्डेय ने कहा कि आखिर बुजुर्गों को वृद्ध-आश्रम में रहने की नौबत क्यों आती है. उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के सभी लोग अपनी मर्जी से जीवन जीना चाहते हैं. उन्हें अपने परिवार में भी किसी बड़े-बुजुर्ग की सलाह, हस्तक्षेप की तरह लगती है।
यहीं से एकल परिवार और बुजुर्गों की उपेक्षा का दौर शुरू होता है. इसे समझने की ज़रूरत है।
तकनीकी सत्र की अंतिम वक्ता के रूप में 181-महिला हेल्पलाइन सेवा (रायपुर) की प्रभारी गरिमा द्विवेदी ने बुजुर्गों से सम्बंधित कानूनी समस्याओं की चर्चा करते हुए कहा कि यदि परिवार के बेटे-बहू बुजुर्गों के साथ किसी तरह का अन्याय करते हैं, तो इसका सामना करने के लिए कानूनी प्रावधान मौजूद हैं. इसी सुविधा के लिए सरकार ने हेल्प लाइन सेवा शुरू की है.
इससे पहले विषय की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने कहा समाज के आधुनिक बनने की प्रक्रिया में संयुक्त परिवार टूटने लगे और एकल परिवारों के कारण नई पीढ़ी के युया बुजुर्गों की देखभाल की जिम्मेदारी से दूर होने लगे. इसी वजह से बुजुर्गों के साथ अनेक समस्याएँ पैदा होने लगी हैं।
उन्होंने कहा कि समाज कार्य विभाग के छात्रों के लिए इस समय सबसे बड़ा कार्य यही है कि वे अपने आसपास लोगों को जागरूक करें, ताकि बुजुर्गों की समस्याओं के प्रति सभी लोग अपने दायित्वों को निभा सकें. प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि बुजुर्गों को साथ में रखना ही भारत का संस्कार है।
आधुनिकता और तरक्की के नाम पर बुजुर्गों की उपेक्षा किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं हो सकती. वहीँ महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर अमित अग्रवाल ने सभी आमंत्रित वक्ताओं के विचारों को सारगर्भित बताते हुए कहा कि इस सेमिनार में मिले सुझाव समाज कार्य विषय के छात्रों के लिए निश्चित ही उपयोगी सिद्ध होंगे. कार्यम्रम का संचालन समाज कार्य संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. मो. रफीक ने किया. वहीँ आज के तकनीकी सत्र का संयोजन प्रो. रूचि शर्मा और प्रो. रुक्मिणी अग्रवाल ने किया. इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी संकायों के प्राध्यापकों की सक्रिय भागीदारी रही।
रायपुर, 26 नवंबर। सुरेश अग्रवाल ममोरियल, हीरा ग्रुप कॉरपोरेट क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन 26 नव ंबर से राम वाटिका के सामने, वीआईपी रोड, फुन्डहर स्थित हीरा स्पोर्ट्स ग्राउंड में किया जा रहा है।
हीरा स्पार्टे्स एंड कल्चरल एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद पिल्लई ने आधिकारिक घोषणा करते हुए शहर के समस्त खले प्रेमियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि लीग मैचों में कुल 24 टीम ें भाग लेंगी। 26 नव ंबर को टूर्ना मेंट की आ ेपनिंग सेरेमनी के पश्चात ् पहला मैच गोदावरी पॉवर एण्ड इस्पात लिमिटेड तथा एचडीएफसी ब ैंक के मध्य शाम 5.30 बजे खेला जाएगा।
तद्पश्चात् 14 दिसंबर तक निरंतर कुल 67 मैच खेले जाएंगे। लीग मैच 12 आ ेवर का प्री क्वार्टर आ ैर क्वार्टर फाइनल मैच 15 ओवर का तथा सेमीफाइनल व फाइनल मैच 20 ओवर का खेला जाना सुनिश्चित किया गया है। इस ट ूर्नामेंट के विजेता टीम को 1,51,000/- आ ैर उपविजेता टीम को 75,000/- का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
साथ ही सभी मैचों में मैन ऑफ द मैच और टूर्नामेंट में मैन ऑफ द टूर्नामेंट को टंॉफी और अन्य र्कइ पुरस्कारों से पुुरस्कृत किया जाएगा। इस क्रिकेट टूर्नामंटे के प्रथम दिवस में 2 मैच खेले जाएंगे तथा शेष दिवस में 4 मैच खेले जाएंगे।
इस टूर्नामेंट मं े प्रमुख कॉर्पोरेट घरानों और वित्तीय संस्थानों जैसे हीरा ग्र ुप, गोदावरी पॉवर एण्ड इस्पात् लिमिट ेड, जिंदल स्टील, सारडा एनर्जी , ब ैंक ऑफ बड़ोदा, इ ंडियन बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, निरोस इस्पात, जायका ऑटा मोबाइल्स, इंडसइंड बैंक और कई अन्य प्रतिष्ठित संस्थान भाग ले रहे हं।
बालकोनगर, 26 नवंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व गुणवत्ता माह के दौरान अपने विभिन्न प्रचालनों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए।
बड़ी संख्या में बालको अधिकारियों, कर्मचारियों, व्यवसाय के साझेदारों और समुदाय के नागरिकों ने आयोजन में भागीदारी की। कार्यक्रमों का उद्देष्य प्रतिभागियों को गुणवत्ता के प्रति जागरूकता बनाना और उसके महत्व से परिचित कराना था ताकि वे गुणवत्तापूर्ण कार्य संस्कृति का विकास और उसकी निरंतरता सुनिष्चित कर सकें।
विश्व गुणवत्ता माह के दौरान दुनिया भर में विभिन्न संगठनों द्वारा हर वर्ष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनके माध्यम से विभिन्न प्रक्रियाओं में गुणवत्ता को सर्वोपरि रखते हुए प्रचालन पर जोर दिया जाता है। इसके साथ ही गुणवत्तापूर्ण कार्य शैली के विकास की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों की समीक्षा की जाती है।
इस वर्ष की थीम ‘ क्वालिटी कनसाइंस : डूइंग द राइट थिंग’ के आधार पर बालको प्रबंधन ने संयंत्र के अनेक स्थानों पर नुक्कड़ नाटक, नारा एवं कविता लेखन, चित्रकला, फोटोग्राफी आदि स्पर्धाओं के साथ कार्य स्थलों पर जागरूकता रैलियां आयोजित कीं। माह भर चलने वाले जागरूकता अभियानों में बालकोनगर स्थित विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
इनके माध्यम से प्रतिभागी जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण कार्य संस्कृति की महत्ता और गुणवत्ता संबंधी लक्ष्यों को प्राप्त करने के उपायों से परिचित हुए।
संयंत्र के प्रत्येक कार्य क्षेत्र में गुणवत्ता के अनुरक्षण के प्रति बालको की कटिबद्धता पर बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेषक श्री अभिजीत पति ने कहा कि ‘‘प्रचालन की उत्कृष्टता के लिए हम जो कुछ भी करते हैं उसमें गुणवत्ता महत्वपूर्ण पहलू है।
एल्यूमिनियम एवं ऊर्जा उत्पादन की सभी प्रक्रियाओं में गुणवत्तापूर्ण कार्य शैली अपनाई जाती है। मानव संसाधन को इस दिषा में लगातार प्रषिक्षित किया जाता है ताकि वे विष्वस्तरीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप प्रदर्षन कर सकें। श्रेष्ठ उत्पादन और क्षमता में उत्तरोत्तर बढ़ोत्तरी के लिए बालको प्रबंधन दृढ़संकल्प है।’’
प्रचालन श्रेष्ठता की निरंतरता के लिए बालको ने रोल्ड उत्पादों (शीट, प्लेट कंडक्टर्स तथा प्लेट-सामान्य इंजीनियरिंग), वायर रॉड, एलॉय इनगॉट, ईसी इनगॉट, प्राइमरी इनगॉट आदि सात प्रकार के उत्पादों के लिए बीआईएस लाइसेंस (भारतीय मानक ब्यूरो-भारत सरकार) प्राप्त किए हैं।
ग्राहक संतुष्टि के लिए बालको ने आंतरिक संसाधनों की मदद से कोल्ड पोरस डिस्क फिल्ट्रेशन अपैरेटस (पीओडीएफए) सैंपलिंग और टेस्टिंग सुविधा विकसित की है। पीओडीएफए तकनीक के जरिए गर्म धातु में मौजूद विभिन्न प्रकार की बनावट वाले कणों का पता लगाया जाता है ताकि फिनिष्ड उत्पाद के निर्माण के दौरान अनचाहे कणों को गर्म धातु में मिश्रित होने से रोककर उत्पाद की गुणवत्ता में इजाफा किया जा सके।
गुणवत्ता के क्षेत्र में निरंतर प्रगति की दिषा में बालको ने क्वालिटी कॉन्सेप्ट के अनेक चैप्टर कन्वेंशन में बेहतरीन प्रदर्षन किए। वर्ष 2022 में 29 क्वालिटी सर्कल टीमों ने विभिन्न कन्वेंशन में भाग लिया। 8 टीमों ने सुपर गोल्ड अवार्ड, 17 टीमों ने गोल्ड अवार्ड और 4 टीमों ने सिल्वर अवार्ड हासिल किए। इसके अलावा विभिन्न चैप्टर कन्वेंशन में बालको को नॉलेज टेस्ट सम्मान और बेस्ट पेज सेटिंग अवार्ड दिए गए।