कारोबार
रायपुर, 21 नवंबर। राजकुमार कॉलेज के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित ‘वार्षिक अंतर्दलीय खेल-कूद प्रतियोगिता 2022’ में राजा नभ किशोर चन्द्र सिंह, हिंडोल द्वारा प्रदत्त ‘हिंडोल एथलेटिक कप’ पर राजपूत दल ने कब्जा किया।
दलों की क्रमवार स्थिति इस प्रकार रही- राजपूत दल- प्रथम (363 अंक), बिक्रम दल-द्वितीय (360 अंक), आर्यदल- तृतीय (317 अंक), राणादल- चतुर्थ (236 अंक). सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड एथलीट हेतु प्रदत्त ‘सारंगढ़ कप’ पर इस बार तीन खिलाडिय़ों बिक्रमदल के चंद्रभान भारती, आर्यदल के शाश्वत सिन्हा और राजपूत दल के रोशन मरकाम ने समान अंक प्राप्त करते हुए कब्जा किया।
सक्ती के राजा बहादुर लीलाधर सिंह द्वारा प्रदत्त ‘सक्ती फिजिकल ट्रेनिंग कप’ बिक्रम दल को प्राप्त हुआ। पी.टी. व ड्रिल के लिए पीजीबीएच छात्रावास की बालिकाओं ने विशेष पुरस्कार प्राप्त किया। ‘बाधा दौड़’ बालक वर्ग में बिक्रमदल के प्रज्ञान प्रकाश और बालिका वर्ग में राजपूत दल की वाश्वी कुंजाम ने विजय प्राप्त की।
जूनियर बालक वर्ग में सर्वश्रेष्ठ एथलीट बिक्रमदल के उपराज सिंह सैंडो, इंटरमीडिएट बालक वर्ग में राणादल के पूरन चंद्राकर व सीनियर बालक वर्ग में आर्यदल के संजू राम काडती रहे। इंटरमीडिएट बालिका वर्ग में सर्वश्रेष्ठ एथलीट राजपूत दल की वाश्वी कुंजाम और सीनियर बालिका वर्ग में राजपूत दल की संध्या पैकरा रहीं।
पुरस्कार वितरण विद्यालय के प्राचार्य कर्नल अविनाश सिंह द्वारा किया गया। सभी खिलाडिय़ों के प्रदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने सबको विद्यालय के स्थापना दिवस की बधाई दी। उक्त अवसर पर विद्यालय के उप-प्राचार्य, हेड-मिस्ट्रेस, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ, अभिभावक व अन्य लोग मौजूद थे।
ज्ञात हो कि 1 जनवरी, 1882 को जबलपुर में विद्यालय की आधारशिला रखी गई थी। 15 नवंबर, 1894 को यह विद्यालय राजकुमार कॉलेज के नाम से रायपुर में स्थान्तरित हुआ और आज यह छत्तीसगढ़ में अग्रणी शिक्षा संस्थानों में से है।
रायपुर, 21 नवंबर। हर साल की तरह इस साल भी हजरत सैयद बंदे अली शाह रहमतुल्लाह अलैह (डी.के.अस्पताल) के 5-दिवसीय उर्स पाक (17 से 21 नवम्बर 2022 तक) बड़े ही शानो शौकत से मनाया जायेगा. इस उर्स पाक का आरंभ आज 17 नवम्बर, गुरुवार को परचम कुशाई (बाद नमाज मगरिब, शाम 7 बजे) के साथ किया जायेगा एवं उसी रात्रि 9 बजे नातिया प्रोग्राम पेश किया जायेगा।
18 नवम्बर, बरोज शुक्रवार, रात 9 बजे नात शरीफ एंव जुनैद सुल्तानी द्वारा कव्वाली पेश किया जायेगा. 19 नवम्बर, शनिवार को रात्रि 9 बजे धर्मगुरु मुफ्ती शफीकुल कादरी साहब तकरीर करेंगे. 20 नवम्बर, रविवार को शाम 7 बजे शाही संदल व चादरपोशी का प्रोग्राम है, जो आस्ताने आलिया से निकलकर शहर का गस्त करता हुआ वापस आस्ताने आलिया पहुंचेगा. उसी रात 10 बजे मुकर्रम अली वारसी (भोपाल) के द्वारा महफिले समा का एहतराम होगा. 21 नवंबर, बरोज सोमवार को रात 9 बजे सैफ सोहेल ब्रदर्स के द्वारा सूफियाना महफिल सजेगी और 22 नवम्बर, मंगलवार को सुबह 9 बजे कुल शरीफ की फातिहा होगी. ज्ञात हो कि उर्स के दौरान, पांचो दिन, दोपहर व शाम आम लंगर का इंतेजाम किया गया है।
उपरोक्त जानकारी अस्पताल वाले बाबा के खादिम-ए-आस्ताना सैयद जाफर अली ने दी. उन्होने संदल व चादर शरीफ को बड़े अदब-ओ-एहतराम से लाने की अपील की है और तमाम जायरीनों व सखी दाता के चाहने वालों से खास इल्तजा की है कि ज्यादा से ज्यादा तादाद में प्रोग्रामों में तशरीफ लाकर बाबा के फैज व दुआओं से मालामाल हो।
बालकोनगर, 21 नवंबर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने सार्थक जन विकास संस्थान के साथ साझेदारी में अपनी परियोजना 'कनेक्ट' के अंतर्गत बाल दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया।
कार्यक्रम को माध्यमिक विद्यालय रुमगरा, आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बालको, कन्याशाला गर्ल्स स्कूल बालको, हायर सेकेंडरी स्कूल गोढ़ी और हायर सेकेंडरी स्कूल पीडब्ल्यूडी रामपुर इन पांच अलग-अलग स्कूलों में आयोजित सम्मान समारोह के माध्यम से मेधावी विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में उनकी अनुकरणीय उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह में सेमा विषयों (विज्ञान, अंग्रेजी, गणित, लेखा) में कक्षा 9वीं एवं 12वीं कक्षा के छात्रों को निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित और प्रेरित किया गया तथा उत्साहवर्धन हेतु उन्हें किताबें प्रदान की गईं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने कहा कि कुशल कौशल और शिक्षा के साथ हमारे युवा छत्तीसगढ़ और भारत के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न पहल के माध्यम से हमारा लक्ष्य स्थानीय युवाओं को प्रोत्साहित करना, उन्हें अवसरों के प्रति जागरूक करने में मदद करना और उनकी रुचि के संबंधित क्षेत्रों का पता लगाना है। बालको, समुदाय में प्रत्येक व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आवश्यक संसाधनों तक पहुंच बनाने में विश्वास करता है जो हमारे विभिन्न सामुदायिक विकास परियोजना के उद्देश्य से जुड़े हुए हैं।
बालको के सामुदायिक विकास पहल की प्रशंसा करते हुए आदर्श बाल मंदिर के प्रधानाचार्य श्री एके राठौर ने कहा कि बालको अपने परियोजना 'कनेक्ट' के माध्यम से युवाओं के जीवन को बदल रहा है। इस तरह के समारोह छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें शिक्षा क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने के लिए प्रेरित करने में एक प्रभावशाली भूमिका निभाते हैं।
कन्याशाला गर्ल्स स्कूल बालको की छात्रा शिवानी राठौर ने कहा कि सम्मान समारोह बेहद उत्साहजनक था। ऐसे कार्यक्रम ने शिक्षा के क्षेत्र में हमारे प्रयासों और प्रतिबद्धताओं को और मजबूत किया है।
कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा रितु साहू ने कहा कि न केवल हमारा समर्थन करने बल्कि हमारी उपलब्धियों को प्रोत्साहित करने के लिए बालको का धन्यवाद करना चाहती हूं।
वर्ष 2016 में शुरू ‘परियोजना कनेक्ट’ का उद्देश्य स्थानीय विद्यार्थियों में विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समुदाय की जरूरतों को पूरा करना है। परियोजना मुख्य रूप से बालको कर्मचारियों तथा स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से छात्रों के ग्रेड में सुधार, शिक्षकों की क्षमता निर्माण और करियर परामर्श के लिए एक सक्षम वातावरण बनाकर सरकारी स्कूलों में सीखने के माहौल में सुधार लाने पर केंद्रित है।
बालको परियोजना ‘कनेक्ट’ के अंतर्गत नियमित कक्षाएं आयोजित करने, ड्रॉपआउट छात्रों को पढ़ाने और ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन शिविर आयोजित कर सामुदायिक क्षेत्र में शिक्षा को नईं उचांईयों पर पहुंचा रहा है। छह सरकारी स्कूलों में कनेक्ट परियोजना के माध्यम से सेमा (विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा) विषयों पर नियमित कक्षाओं से 2500 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं। शाम को नियमित संदेह निवारक सत्रों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के 200 से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।
रायपुर, 20 नवंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह का आयोजन शुक्रवार 18/11/2022 को संपन्न हुआ। जिसमे डिप्लोमा, स्नातक, स्नाकोत्तर और पी.एच.डी. के विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी। समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ शासन की माननीय राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने की।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल और छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार मिश्रा उपस्थित थें।
नया रायपुर स्थित विश्वविद्यालय प्रांगण में आयोजित इस भव्य समारोह के अवसर पर सभी प्राध्यापकों ने कुलाध्यक्ष महामहिम के साथ, गणवेश धारण किए हुए शोभायात्रा के रूप में दीक्षांत स्थल में प्रवेश किया।
समारोह का शुभारंभ कुलाध्यक्ष अनुसुइया उइके, अति विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. उमेश कुमार मिश्रा, - कलिंगा विश्वविद्यालय अध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, कुलाधिपति डॉ. संदीप अरोरा, उपकुलाधिपति डॉ. सज्जन सिंह, ट्रस्टी डॉ. सीमा अरोरा, ट्रस्टी डॉ. शर्मिला, कुलपति डॉ आर. श्रीधर, महानिदेशक डॉ. बायजू जॉन, कुलसचिव डॉ. संदीप गाँधी और अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. आशा अंभईकर और डीन अकादमिक मामलों प्रोफ़ेसर राहुल मिश्रा की उपस्थिति में माँ सरस्वती के मूर्ति पर दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
समारोह के प्रथम चरण में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर के द्वारा दीक्षांत संदेश प्रस्तुत किया गया। उसके पश्चात दीक्षार्थियों को डिप्लोमा, स्नातक, स्नाकोत्तर और शोधार्थियों को पी.एच.डी से अलंकृत किया गया।
अति विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने दीक्षार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि- उपाधिधारक विद्यार्थी अपने भविष्य के उद्देश्य को केन्द्रित करते हुए परिश्रम और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़े।
मार्ग जीवन के प्रत्येक मार्ग में कठिनाईयाँ भी आती हैं किन्तु मजबूत इरादों के साथ उन्हे परास्त किया जा सकता है।
उन्होने उपाधिधारक सभी विद्यार्थियों को बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य के शुभकामनाएँ प्रदान की।
विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ शासन की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि- कलिंगा विश्वविद्यालय ने स्थापना के कुछ वर्षो में ही मध्य भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों में अपना स्थान बना लिया है। उन्होने विश्वविद्यालयों मे प्रदान की जाने वाली अनुसंधानपरक और उच्च गुणवक्तापूर्ण शिक्षा के साथ विश्व स्तरीय अधोसंरचना के लिए विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी।
उन्होने कहा कि- दीक्षांत समारोह, विश्वविद्यालय का बहुप्रतीक्षित गौरवशाली अवसर है जिसका प्रत्येक विद्यार्थी को इंतजार रहता है। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि- मुझे पुरी उम्मीद है कि आज उपाधि प्राप्त करने वाले "वसुधैव कुटुम्बकम" की भावना को स्वीकार करके अपने ज्ञान का प्रसार, समाज, राष्ट्र और मानव जाति के कल्याण कें लिए करेंगे। उन्होंने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि- बदलती परिस्थितियों में नवाचार बहुत जरूरी है। विश्वविद्यालयों को विद्यार्थियों में अनुसंधान करें और ज्ञान से हम सभी लाभान्वित हों।
कार्यक्रम के अंतिम चरण मे विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गाँधी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। मंच संचालन श्री कपिल केलकर विभागाध्यक्ष (फैशन डिजाइनिंग विभाग) और श्रीमती श्रेया द्विवेदी सहायक प्राध्यापक, (पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विभाग) ने किया। इस अवसर पर कलिंगा विश्वविद्यालय के सभी संकायों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शासी निकाय एवं प्रबध्ं मंडल के सदस्य, अभिभावकजन, विद्यार्थी एवं सम्माननीय गणमान्य नागरिक उपस्थित थें।
रायपुर, 20 नवंबर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के युवा चेम्बर के प्रभारी जय कुमार नानवानी, सहप्रभारी नीलेश मूंधड़ा, अध्यक्ष मनोज कुमार अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष शंकर बजाज, जैन जीतेन्द्र गोलछा, महामंत्री कांति पटेल, कोषाध्यक्ष रजत सिंह छाबड़ा ने बताया कि बैठक हुई।
जिसमें आगामी दिसम्बर माह में जिला स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन नेताजी सुभाष स्टेडियम, रायपुर में किये जाने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया।
युवा चेम्बर पदाधिकारियों ने बताया कि विगत कुछ वर्षों से कोरोना महामारी के कारण चेम्बर द्वारा किसी भी प्रकार की खेल प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हो पाया था। इस वर्ष युवा चेम्बर द्वारा बड़े ही उत्साह से क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। इस संबंध में जल्द से जल्द जिला स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी दी जायेगी।
बैठक में युवा चेम्बर प्रभारी जय कुमार नानवानी, सहप्रभारी नीलेश मूंधड़ा, अध्यक्ष मनोज कुमार अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष शंकर बजाज, जैन जीतेन्द्र गोलछा, महामंत्री कांति पटेल, कोषाध्यक्ष रजत सिंह छाबड़ा,उपाध्यक्ष-अविनाश माखीजा, प्रवीण मालू, योगेश भानुशाली, जयेश पटेल, हिमांशु वर्मा, विपुल पटेल, नितिन जसवानी, मंत्री-सत्यव्रत तिवारी, प्रकाश पटेल, जयराज गुरनानी, गोल्डी लुनिया, संगठन मंत्री राजु चंदनानी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
सीपत, 19 नवंबर। एनटीपीसी सीपत द्वारा नैगम सामाजिक दायित्व के तहत आसपास के आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों के बैठने हेतु 155 नग दरी का वितरण किया गया । वितरण कार्यक्रम का आयोजन संगवारी महिला समिति एवं एकीकृत बाल विकास सेवा के सहयोग से दिनांक 18 नवम्बर 2022 को एनटीपीसी सीपत, नगर परिसर स्थित बाल भवन में किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सरोज प्रजापति, अध्यक्षा, संगवारी महिला समिति, एवं श्रीमती अर्चना पुजारी, उपाध्यक्षा, श्रीमती कृष्णकली सिन्हा, वरिष्ठ सदस्या, श्रीमती शिवानी वार्ष्णेय, महासचिव, संगवारी महिला समिति के द्वारा आसपास के आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं को 155 नग दरी वितरित किए गए।
इस अवसर पर लता श्रीवास्तव, बाल विकास परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा, सीपत, मोहन लाल यादव, वरिष्ठ प्रबंधक, (सीएसआर), एवं एनटीपीसी सीपत के कर्मचारीगण तथा बड़ी संख्या में आसपास के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
रायपुर, 19 नवंबर। सेलिब्रिटी स्टार बॉलीवुड फैशन डिजाइनर और स्टाइलिस्ट एशले रेबेलो, बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर में सलमान खान के डिजाइनर एक्सक्लूसिव डिजाइन वर्कशॉप आयोजित करने के लिए आईएनआईएफडी रायपुर का दौरा किया। आईएनआईएफडी में प्रीमियर डिजाइन संस्थान है जिसे मई 2018 में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और उभरते डिजाइनरों के लिए विस्तृत सुविधाओं के साथ स्थापित किया गया था। छात्रों को उनकी प्रतिभा और रचनात्मकता दिखाने के लिए लैक्मे फैशन वीक, लंदन फैशन वीक और न्यूयॉर्क फैशन वीक जैसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच अपना जौहर दिखाया है। आयोजित कार्यशाला में एशले ने फैशन डिजाइन की कला सिखाई और रचनात्मक इनपुट दिए, और छात्रों को डिजाइन यात्रा के लिए सलाह दी। इस अवसर पर आईएनआईएफडी रायपुर के निदेशक राहुल फटनानी विशेष रूप से उपस्थित रहें।
एशले रेबेेला ने कहा कि आईएनआईएफडी सेंटर और वर्ष 2019 में सलमान खान के स्टाइलिस्ट का स्वागत करने का सौभाग्य मिला। उन्होंने आईएनआईएफडी छात्रों के साथ एक कार्यशाला आयोजित की, जिसमें उन्होंने उन्हें फैशन डिजाइन की कला सिखाई और रचनात्मक इनपुट दिए। इस साल फिर से इस तरह के एक महान व्यक्तित्व का स्वागत करना वास्तव में एक सम्मान की बात है। स्टाइलिस्ट डिजाइनर एशले रेबेला कैटरीना कैफ के साथ टाइगर जिंदा है 3 और पूजा हेगड़े, किक 2 और अन्य के साथ आने वाली मुवी किसी का भाई किसी की जान जैसे आगामी ब्लॉकबस्टर सीक्वल पर फैसन डिजाइन का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आईएनआईएफडी डिजाइन के छात्रों के साथ एक विशेष बातचीत के लिए एक कार्यक्रम का प्रबंधन किया और उन्हें आगे की डिजाइन यात्रा के लिए सलाह दी। सलमान खान के पर्सनल स्टाइलिस्ट एशले रेबेलो ने हाल ही में के स्टाइल भाई के लिए सबसे ज्यादा देखे जाने वाले बिग बॉस 16 के लिए भी डिजाइन किया है।
रायपुर, 19 नवंबर। मध्य भारत के सबस े बड़े और भरोसेमंद रियल इस्टेट अविनाश ग्रुप के कुम्हारी स्थित प्रोजेक्ट अविनाश ट्विनसिटी यह प्रोजेक्ट बहुत ही खास है क्योंकि यह शहर के सबसे भरोसेमंद बिल्डर द्वारा बनाया जा रहा है कुम्हारी की प्राईम लोकेशन में नेशनल हाईवे 53 पर स्थित एक पूर्ण विकसित एक सिक्योर केम्पस वाली मेगा टाउनशिप है यह प्रोजेक्ट रायपुर और भिलाई को जोड़ता हुआ।
छत्तीसगढ़ का एक मात्र प्रोजेक्ट है कुम्हारी एरिया जिसे की हम नयी टंाई सिटी के रूप में जानते हैं वहां यह प्रोजेक्ट अविनाश ट्विन सिटी भी अपनी एक अलग पहचान बनाता है लगभग 225 एकड़ की एक मेगा टाउनशिप है यहॉ वर्तमान में लगभग 1300 डेवलप प्लाट्स है जहॉ आपको 60 फीट की चौड़ी सडक़ें, क्लब, गार्डन, स्टंीट लाइट्स डेंनेज सिस्टम, फेस्टिवल ग ्राउण्ड एवं ओपन स्पोर्ट ग ्राउण्ड के साथ फुल्ली डेवलप प्लाट्स साइज 1000 से 2400 स्कव ेयर फीट में उपलब्ध है।
यह बहुत ही वेल प्लान रेसिडेन्शियल प्रोज ेक्ट है खारून नदी के पास होने के कारण इस प्रोजेक्ट में पानी एव ं हरियाली हमेशा ही आपको मिलेगी साथ ही सरकार द्वारा भी कुम्हारी क्ष ेत्र में बहुत सारे डेवलपमेन्ट हो रहे हैं जैसे- खारून रिवर फ्रन्ट, नई मरीन डंाइव, माहामाया गार्डन एव ं मास्टर प्लान के अनुसार नया टंान्सपोर्ट एव ं कामर्शियल जोन ऐसी और भी बहुत से परियोजनायें यहॉ होनी है। आने वाले समय में कुम्हारी में आपको यह सारे डेवलपमेन्ट आने वाले समय में यहॉं देखने को मिलेंगे।
टाटीबंध फ्लाई ओव्हर का कार्य भी जल्द ही पूर्ण हा े जायेगा जिससे रायपुर-बिलासपुर, कुम्हारी, दुर्ग , भिलाई का यातायात और भी सुगम होगा। अविनाश ट्विन सिटी में साइट विजिट की सुविधा भी उपलब्ध है जिससे की आप यहांॅ का डेवलेपमेन्ट एव ं अपना पसंदीदा प्लाट देखकर बुक कर सकते हैं यह प्रोजेक्ट निवेश एवं रहने के लिये एक बेहतर विकल्प है।
रायपुर, 18 नवंबर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि चेम्बर का प्रतिनिधि मंडल चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी के नेतृत्व म ेंजिलाधीश सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे से मुलाकात कर चेम्बर भवन हेतु जमीन का चिन्हांकन कर उपलब्ध कराने हेतु ज्ञापन सौंपा।
चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने पत्र के माध्यम से बताया कि दिनांक 06 अगस्त 2021 को चेम्बर का प्रतिनिधि मंडल माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी से मुलाकात की थी एवं मुख्यमंत्री जी से छत्तीसगढ़ चेम्बर भवन हेतु रियायती दर पर जमीन के लिए निवेदन किया गया था मुख्यमंत्री ने सहानुभूतिपूर्वक विचार कर इस विषय पर स्वीकृति प्रदान की थी।
श्री पारवानी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने बहुत उदारतापूर्वक त्वरित निर्णय लेते हुए चेम्बर भवन के लिये भूमि की कीमत की 10 प्रतिशत दर पर देने की घोषणा की। इस संबंध में विशेष सचिव श्री जनक प्रसाद पाठक राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा दिनांक 04 सितम्बर 2021 तत्कालीन जिलाधीश सौरभ कुमार रायपुर को आदेश जारी करते हुए आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया, किन्तु अभी तक चेम्बर भवन हेतु जमीन का चिन्हांकन नहीं किया गया है।
श्री पारवानी ने जिलाधीश से आग्रह किया कि प्रदेश कार्यालय हेतु चेम्बर भवन के लिये राजधानी में जमीन का चिन्हांकन कर उपलब्ध करवायें जिससे कि प्रदेश के व्यापारियों के लिये सुव्यवस्थित एवं सर्वसुविधायुक्त कार्यालय स्थापित किया जा सके।
जिलाधीश ने इस संबध में त्वरित निर्णय लेते हुए संबंधित अधिकारी को चेम्बर भवन हेतु जमीन का चिन्हांकन करने हेतु निर्देशित किये।
प्रतिनिधि मंडल में चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, उपाध्यक्ष-हीरा माखीजा, टी.श्रीनिवास रेड्डी, सुनील मंशानी, मंत्री नीलेश मूंधड़ा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
रायपुर, 18 नवंबर। नया रायपुर में स्थित अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल, बालको मेडिकल सेंटर, के रक्त-कैंसर विशेषज्ञ, डॉ दिब्येंदु दे ने साई संजीवनी अस्पताल, कवर्धा, में आज रक्त कैंसर के मरीज़ों एवं बच्चों के अभिभावकों के लिए एक विशेष बैठक का आयोजन किया। इस बैठक के दौरान उन्होंने सभी को कैंसर के बारे में एवं इसके उपचार के बारे में विस्तार से समझाया।
इस सत्र में रक्त संबंधी रोग और उनके इलाज, सिकल सेल एनीमिया, थैलेसीमिया, अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण, ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जानकारी साझा की जिससे मरीज़ों को लाभ हुआ। करीब 75 से अधिक लोगों ने इसमें बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के दौरान साई संजीवनी अस्पताल के संस्थापक एवं बाल रोग विशेषज्ञ, डॉ विनय बिसेन एवं साई संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर डॉ महर्षि पांडेय भी उपस्थित थे।
बालको मेडिकल सेंटर के विशेषज्ञों की टीम हर महीने के तीसरे गुरूवार को साई संजीवनी अस्पताल कवर्धा में विशेष कैंसर ओ पी डी का आयोजन करती है ताकि कवर्धा के लोग भी लाभान्वित हो।
रायपुर, 17 नवंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर 101-150 के बैंड में एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 के साथ नैक बी प्लस ग्रेड की मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है और यह वास्तव में मध्य भारत में उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में उभरा है।
कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर एक प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित है। कलिंगा विश्वविद्यालय शिक्षण में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने, ज्ञान सृजन के लिए नवाचार अनुसंधान और छात्रों को उन्नत और एकीकृत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए, वाणिज्य और प्रबंधन संकाय ने 5 नवंबर 2022 को बजाज फिनसर्व के साथ ‘‘बैंकिंग और वित्त में कैरियर के अवसर पर वेबिनार का आयोजन किया।
वेबिनार सत्र सीएसआर ट्रेनिंग (सीपीबीएफआई) के बजाज फिनसर्व लिमिटेड के लीड ट्रेनर श्री सिद्धांत अग्रवाल के द्वारा लिया गया। सत्र अत्यधिक संवादात्मक था उन्होंने छात्रों के लिए करियर और प्रशिक्षण के बारे में बात की। श्री सिद्धांत ने चर्चा की, कि लोगों की मांगों, आधुनिक बाजारों और समाधानों को कैसे समझा जाए।
वेबिनार की अध्यक्षता डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, डीन-कॉमर्स एंड मैनेजमेंट, कलिंगा विश्वविद्यालय तथा वेबिनार की समन्वयक डॉ कोमल गुप्ता, सहायक प्रोफेसर, वाणिज्य और प्रबंधन संकाय थी।
उन्होंने वित्त में महत्वपूर्ण कारकों की व्याख्या की। अंत में, छात्रों के सीखने और संचार कौशल का परीक्षण करने के लिए एक मूल्यांकन सत्र आयोजित किया गया।
साथ ही विषय से संबंधित प्रश्नों का भी उत्तर दिया गया।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 आर0 श्रीधर ने कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के वेबिनार छात्र के समग्र विकास की सुविधा प्रदान करते हैं।
बिरसा मुंडा की शहादत और प्रकृति संरक्षण के संघर्ष पर की गई चर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 17 नवंबर। डॉ. सीवी रमन विश्वविद्यालय में भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस के अवसर पर जनजाति गौरव दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में मुंडा के शहादत एवं स्वतंत्रता संग्राम तथा प्रकृति संरक्षण के लिए उनके संघर्ष को याद किया गया।
भारत सरकार के निर्देशानुसार यूजीसी से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप विश्वविद्यालय में जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज एवं बिरसा मुंडा के संघर्ष तथा उनके योगदान पर परिचर्चा आयोजित की गई। परिचर्चा पर यह कहा गया कि युवा पीढ़ी को आदिवासियों के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान एवं समृद्ध इतिहास से अवगत कराना जरूरी है। आदिवासियों की अनेक संघर्ष एवं त्याग की लोक गाथाएं आदिवासी समाजों में प्रचलित हैं। इन्हें लिपिबद्ध कर नए युवा पीढ़ी से इसे जोड़ा जाना आवश्यक है।
कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से युवाओं को प्रेरणा लेना चाहिए। विश्वविद्यालय में जनजाति नायकों एवं जनजाति समाज के लोगों पर रिसर्च किया जाएगा, जिसमें उनके जीवन से जुड़े हर पहलू पर शोध होगा। सम कुलपति प्रो. जयति चटर्जी ने कहा कि जनजाति नायकों के संघर्षों की गाथा हर युवा को पढऩा चाहिए। कुलसचिव गौरव शुक्ला कहा कि जनजाति नायकों के संग्राम युवाओं तक पहुंचाने और पढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय प्रयासरत है। इसके लिए भविष्य में भी आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनजाति युवकों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे और उन्हें हरसंभव मदद करने के लिए के विश्वविद्यालय हमेशा प्रयासरत है। डीन अकादमिक डॉ अरविंद तिवारी ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से जुड़े अनेक पहलुओं को विद्यार्थियों से साझा किया। उन्होंने कहा कि जीवन शैली में सबसे उच्चतम और आदर्श जीवन शैली जनजाति की होती है। वे पर्यावरण प्रेमी एवं प्रकृति पूजा पर विश्वास करते हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, विद्यार्थी और शोधार्थी मौजूद थे।
रायपुर, 16 नवंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर 101-150 के बैंड में एनआईआरएफ रैंकिंग के साथ एक नैक बी $ मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है और यह वास्तव में मध्य भारत में उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में उभरा है।
विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद आदि जैसे अनुमोदन अधिकारियों द्वारा मान्यता प्राप्त है।
कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर एक प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित है। कलिंगा विश्वविद्यालय शिक्षण में उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने, ज्ञान सृजन के लिए नवाचार आउटरीच और हमारे छात्रों को उन्नत और एकीकृत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
टैली की मूल बातों के बारे में छात्रों को ज्ञान प्रदान करने के लिए वाणिज्य और प्रबंधन संकाय ने सर्टिफिकेशन इन टैली ईआरपी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सी. ए. श्री अक्षय रमनानी का स्वागत वाणिज्य और प्रबंधन के डीन डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने किया। तत्पश्चात कार्यक्रम का उद्घाटन विशिष्ट अतिथि सी.ए. श्री अक्षय रमनानी ने किया एवं उन्होने टैली के महत्व पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा किया।
सबसे पहले, छात्रों को अपने कंप्यूटर में टैली इंस्टॉलेशन के बारे में सिखाया गया। उन्होंने टैली सॉफ्टवेयर में कंपनी, लेजर, स्टॉक ग्रुप आदि बनाने के बारे में सीखा। साथ ही, उन्होंने खरीद और बिक्री, भुगतान और रसीद लेनदेन की रिकॉर्डिंग के बारे में सीखा। सॉफ्टवेयर में जीएसटी विवरण सेट करना साथ ही फाइनल अकाउंट रिकॉर्ड करना सीखा।
इन सभी महत्वपूर्ण बातों को समझाया गया। अंत में छात्रों के कौशल का परीक्षण करने के लिए एक प्रश्न और उत्तर सत्र आयोजित किया गया। साथ ही विषय से संबंधित प्रश्नों के भी उत्तर दिये गये।
विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ संदीप गांधी ने विभाग के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं छात्रों को व्यावहारिक दुनिया के लिए तैयार करती हैं।
कलिंगा विश्वविद्यालय हमेशा छात्रों को उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने और उन्हें प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने की अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरता है।
रायपुर, 16 नवंबर। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन को प्रतिवर्ष बाल-दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बच्चो के जीवन में खुशियों बिखरने का प्रयास सभी के मन में होता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर विद्यालय प्रांगण में हर्षोल्लास से बाल-दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती प्रतिमा राजगोर जी के करकमलों द्वारा पं. जवाहर लाल नेहरू जी के चित्र में माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन से हुई विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती प्रतिमा राजगोर जी ने अपने संबोधन में छात्रों को बाल दिवस की बधाई देते हुए उन्हे सदमार्ग पर चलकर भविष्य में सफलता के शिखर पर पहुँचने की कामना की।
शिक्षको द्वारा गीत संगीत के अनेक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जो बहुत ही मनोरंजक तथा उत्साहवर्धक थे। शाला की शिक्षिका एकता पंसारी एवं लवली रॉय द्वारा प्रस्तुत नृत्य बहुत ही मनमोहक था। कक्षा 1 से लेकर 5 तक तक छात्रों को विधानसभा उद्यान में पिकनिक हेतु ले जाया गया जिसमें छात्रों ने वहां जाकर अनेक प्रकार के मनोरंजन और सुखद कार्यक्रमों का आनंद लिया। पी पी 1 और पी पी 2 के छात्रों को विद्यालय सभागार में बच्चो की रुचिकर पिक्चर दिखाई गई ।
इस पूरे कार्यक्रम में शाला की प्राचार्या श्रीमती प्रतिमा राजगोर जी उपस्थित रहकर छात्रों एवं शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया।
सभी छात्रों को स्वाल्पाहार तथा चाँकलेट वितरण किया गया।
रायपुर, 16 नवंबर। अग्रसेन महाविद्यालय में आज स्थानीय छात्रों को विदेशों से शिक्षा प्राप्त करने से सम्बन्धी जानकारी देने के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में विदेशी शिक्षा से जुड़े सलाहकार बालुकेश्वरनाथ अग्रवाल ने वर्तमान समय में उपलब्ध विदेशी शिक्षण संस्थानों की विस्तार से जानकारी दी।
श्री अग्रवाल ने युवाओं से कहा कि वे अपने अब तक के ज्ञान, प्रशिक्षण और आत्मविश्वास के सहारे दुनिया के अलग-अलग देशों में से किसी एक स्थान पर जाकर आगे की पढ़ाई कर सकते हैं।
लेकिन इसके लिए उन्हें अंग्रेजी भाषा और सम्बंधित विषय की कुछ बुनियादी योग्यता को अर्जित करना आवश्यक होगा. उन्होंने बताया कि जर्मनी, आस्ट्रिया, बेल्जियम और नॉर्वे सहित बहुत से देशों में विदेशी छात्रों के लिए शिक्षा पूरी तरह से मुफ्त है. इन देशों में प्रवेश लेकर अपनी पढ़ाई पूरी की जा सकती है. उन्होंने यह भी बताया कि आज के समय में बायो इंजीनियरिंग, बायो मेडिकल, सोशल साइंस, कम्युनिकेशन, मीडिया और साइकोलॉजी सहित अनेक विषयों में करियर की अच्छी सम्भावना है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि वे हर साल तीन सौ से साढ़े तीन सौ विद्यार्थियों को अलग अलग देशों में पढ़ाई के लिए भेजते हैं. इस तरह पंद्रह वर्षों में उनके भेजे हुए युवाओं का एक बड़ा समूह तैयार हो गया है. उन्होंने बताया कि भारत के हिंदी भाषी राज्यों से जाने वाले युवाओं में प्राय: अंग्रेजी भाषा नहीं जानने की कमी उनके लिए सबसे बड़ी बाधा होती है. इसे दूर करने के लिए वे काउंसिलिंग के दौरान सीमित अवधि के प्रशिक्षण पर ध्यान देते हैं.
इस अवसर पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद अब यहाँ के युवाओं को भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर अवसर मिल रहा है. उन्होंने युवाओं से अपील की, कि विदेशों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसरों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं. प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि अब विदेशों से शिक्षा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त जानकारियाँ उपलब्ध हैं. केवल उनका सही उपयोग करने की ज़रूरत है. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल आमंत्रित वक्ता द्वारा दी गई जानकारी को बेहद उपयोगी बताया और कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं की प्रतिभा को तराशने के लिए, उन्हें सही तरीके से प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. इस संगोष्ठी का संचालन वाणिज्य संकाय के प्राध्यापक प्रो. अभिनव अग्रवाल ने किया. कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने पूरी सक्रियता से अपनी भागीदारी सुनिश्चित की.
रायपुर, 16 नवंबर। कैट सी.जी. चैप्टर की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक एवं दीपावाली मिलन समारोह वृन्दावन हॉल सिविल लाईन रायपुर मे हुई। जिसमें कैट के पदाधिकारीगण, जिला ईकाइयों के पदाधिकारीगण, छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड़ इण्ड़स्ट्रीज के पदाधिकारीगण, कार्यकारिणी सदस्यों, व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारीगण सहित कैट के सदस्यों एवं व्यापारीगण शामिल हुए।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री श्री सुरिन्द्रर सिंह ने किया। श्री सिंह ने कार्यक्रम मे उपस्थित सभी कैट के पदाधिकारीगण एवं व्यापारियों का स्वागत एवं अभिनदंन किया।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन ने बताया कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) भारत देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय व्यापारिक संगठन है जो विगत तीस वर्ष से पूरे भारत देश में निरंतर कार्यरत है। इस संस्था में लगभग पूरे भारत वर्ष से चालीस हजार एसोसिएशन जुड़े हुए है, जिनके माध्यम से 8 करोड़ ट्रेडर्स जुडे हुए है, इस संगठन के अध्यक्ष श्री बी. सी. भरतिया जी एवं महासचिव श्री प्रवीण खण्ड़ेलवाल जी है, जो कि जी.एस.टी. कॉऊन्सिल के सदस्य भी है, साथ ही वे केन्द्रीय सरकार के विभिन्न विभागीय कमेटी के सदस्य भी है।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा कि आज कैट सी.जी. चैप्टर की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक एवं दीपावाली मिलन समारोह वृन्दावन हॉल सिविल लाईन रायपुर मे हुई। जिसमें कैट के सभी पदाधिकारीगण एवं व्यापारीगण शामिल हुए।
उन्होनें आगे कहा कि व्यापारियों अपनी-अपनी व्यापारिक समस्याओं को कैट सी.जी. चैप्टर को अवगत कराया। कैट सी.जी. चैप्टर ने उपरोक्त समस्याओं को लेकर संबधित विभाग के अधिकारियों से मुलाकात कर शीघ्र निराकरण करने का आश्वासन दिया।
श्री दोशी ने आगे कहा बताया कि कैट सी.जी. चैप्टर ने श्री परमानन्द जैन (सायकल एसोसियेशन) एवं श्री सरल मोदी (पंडरी कपडा मार्केट) को व्यापारियों को अधिक से अधिक कैट के सदस्यता ग्रहण करवाने हेतु कैट सी.जी. चैप्टर ने सम्मानित किया।
रायपुर, 16 नवंबर। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष ईश्वर प्रसाद अग्रवाल को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अग्रसेन सम्मान से सम्मानित किया गया । समाज द्वारा अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया।
अग्र समाज के वरिष्ठ ,अग्रवाल सभा रायपुर के संरक्षक ,अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष ईश्वर प्रसाद अग्रवाल का अधिकतर समय समाज एवं जनहित के कार्यों में ही व्यतीत होता है अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष संतोष अग्रवाल एवं राष्ट्रीय मंत्री परमानंद जैन ने बताया कि समाज के द्वारा 30 से अधिक नेत्र एवं दंत चिकित्सा शिविर ईश्वर प्रसाद अग्रवाल के देखरेख में संपन्न हुए ।
समाज की ओर से वृक्षारोपण, खेलकूद, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सहायता, समाज को एकजुट करना ,विवाह योग्य युवक युवती परिचय सम्मेलन, जिसमें तलाकशुदा के लिए अलग से परिचय सम्मेलन करना । ईश्वर प्रसाद अग्रवाल के मार्गदर्शन में किया गया।
ईश्वर प्रसाद अग्रवाल को राज्यपालश्रीमती अनुसुइया उईके एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्राप्त हुआ
अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपाल शरण गर्ग जी ने पत्र भेजकर खुशी जाहिर की एवं इसी प्रकार सामाजिक कार्य में बढ़-चढक़र हिस्सा लेते रहने की सराहना की। जिससे समाज में हर्षोल्लास का वातावरण है तथा सभी में खुशी है।
इसी के तहत अग्रवाल सम्मेलन छत्तीसगढ़ इकाई एवं अग्रवाल सभा रायपुर के पदाधिकारियों ने ईश्वर प्रसाद अग्रवाल का अभिनंदन रायपुर के वी आई पी रोड,रायपुर के राधा वाटिका में किया गया। अभिनंदन समारोह में समाज के वरिष्ठ जन बिलासपुर ,रायपुर ,भिलाई, दुर्ग, धमतरी ,रायगढ़, अंबिकापुर इत्यादि जगहों से उपस्थित थे।
जिसमें प्रमुख रुप से परमानंद जैन, संतोष अग्रवाल ,विजय अग्रवाल, आनंद बेरीवाल, सतपाल जैन, रमेश चंद्र अग्रवाल, विशंभर अग्रवाल, विशन गोयल ,मनमोहन अग्रवाल, प्रेमचंद अग्रवाल , किशनअग्रवाल ,मनोज अग्रवाल,महेंद्र अग्रवाल,दीपेश अग्रवाल, मुरलीअग्रवाल , महेश अग्रवाल ,श्याम गोयल, दुर्ग से विजय अग्रवाल सागर होटल वाले ,विजय गुप्ता भिलाई दुर्ग इत्यादि उपस्थित थे।
कांकेर, 15 नवंबर। समूचे भारत में बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन पूरी तरह से हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलालनेहरू को समर्पित है क्योंकि 14 नवंबर उनका जन्मदिन है। नेहरू जी बच्चों से विशेष स्नेह रखते थे और उनको देश का भविष्य मानते थे इसलिए उनके जन्मदिन को देश में बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया, तब से लेकर आज तक बाल दिवस का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
बाल दिवस के अवसर पर नगर के स्थानीय जे. पी. इंटरनेशनल स्कूल में संगीत, नृत्य एवमरैंपवॉक जैसे विविध मनोरंजक कार्यक्रम सहित विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुरुआत संस्था प्राचार्य श्री रितेश चौबे व उपप्राचार्य श्री विजयन जी की गरिमामय उपस्थिति में पण्डित जवाहर लाल नेहरू जी के चित्र पर माल्यार्पण एवम दीप-प्रज्जवलित कर किया गया।
उक्त अवसर पर संस्था प्राचार्य श्री रितेश चौबे जी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पण्डित जवाहर लाल नेहरू जी के देश के प्रति त्याग एवम कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण देते हुए तथा अपने जीवन के अनुभवों से अवगत कराते हुए तमाम बच्चों को उनके राह को अपनाने हेतु प्रेरित किया।
तत्पश्चात विद्यालय के नन्हे मुन्ने कलाकारों द्वारा एक अद्वितीय प्रदर्शन किया गया जिससे उपस्थित सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम के अगले पड़ाव में विद्यालय के शिक्षिकाओं ने अपनी सुरीली आवाज से सभी छात्रों का अभिवादन किया।
प्री- प्राइमरी के विद्यार्थियों के लिए "फैंसीड्रेस" का आयोजन किया गया। जहाँ नन्हे- मुन्ने विद्यार्थियों का विषय "हेलोवीन" रहा, ठीक उसी प्रकार प्राइमरी विद्यार्थियों का विषय "भारत के विभिन्न राज्यों की पारंपरिक वेशभूषा" रही। रंग- बिरंग परिधानों में सभी बच्चे इतने आत्मविश्वास के साथ रैंपवॉक कर रहे थे कि वास्तव में यहाँ देखना सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के लिए गर्व भरा क्षण रहा। इसी के साथ विद्यार्थियों सह संस्था प्राचार्य श्री रितेश चौबे एवं उप प्राचार्य श्री विजयनबी द्वारा केक काटा गया। इस विशेष अवसर पर छठवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए विद्यालय में अंतर सदन एकल नृत्य प्रतियोगिता "इंटर-हाउस सोलो डांस" का भी आयोजन किया गया। हर सदन के 6 प्रतिभागी ने भाग लिया। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे-धजे वे सेमीक्लासिकल, कंटेम्परेरी, हिपहॉप और क्लासिकबॉलीवुडनंबर्स की धुनों पर झूम उठे। प्रतिभागियों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया। उन्हें एक्सप्रेशन, कोरियोग्राफी, प्रेजेंटेशन और कॉस्ट्यूम के आधार पर जज किया गया। साथ ही संस्था द्वारा बच्चों के लिए मनोरंजक खेलकूद का आयोजन भी किया गया, जिसमे सभी बच्चे खिलखिलाते नजऱ आए।
कार्यक्रम का समापन सबकामुँह मीठा करते हुए मीठाई एवं चॉकलेट वितरण किए गए। स्कूल का पूरा माहौल हँसी और खुशी से गूंज उठा और शिक्षकों के मन में यह संतोष का भाव था कि उन्होंने वास्तव में अपने छात्रों को उनके लिए प्यार का अहसास कराया है।
रायपुर, 15 नवम्बर। मुम्बई के जाने-माने हेल्थ कौसिलर डॉ. दिलीप नलगे ने कहा कि सर्वांगीण स्वास्थ्य के लिए सही जीवनशैली का ज्ञान होना जरूरी है। वर्तमान भागदौड़ की जिन्दगी में उचित आहार, विचार, व्यवहार, निद्रा और व्यायाम का जीवन में अभाव सा हो गया है। परिणाम स्वरूप अव्यस्थित जीवनशैली के कारण लोग अनेकानेक घातक बिमारियों का शिकार होते जा रहे हैं।
डॉ. नलगे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा विधानसभा रोड पर स्थित शान्ति सरोवर में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम राजयोग द्वारा सम्पूर्ण स्वास्थ्य के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि वात, पित्त और कफ के अनुसार अपनी प्रकृत्ति को पहचान कर आहार करें तो हम बहुत सारी बिमारियों से बच सकते है। लेकिन इसके लिए यह जानना होगा कि कब खाना है, क्या खाना है और कैसे खाना है। यह हरेक व्यक्ति के लिए मौसम और प्रकृत्ति के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। इसकी जानकारी वह कल के सत्र में बतलाएंगे।
डॉ. नलगे ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए पाँच बातों का जीवन में समावेश करना आवश्यक है- 1. उचित आहार, 2. मधुर व्यवहार, 3. शारीरिक व्यायाम, 4. राजयोग मेडिटेशन और 5. सही जीवनशैली। आयुर्वेद का कहना है कि सही आहार लेने से दवाई की जरूरत नहीं होती है।
इसी तरह अगर सही आहार नहीं लेते हैं तो दवाई भी कुछ नहीं कर सकती है। हमारा आहार सबसे बड़ी औषधि है। जो व्यक्ति गुस्सा नहीं करता है, अल्कोहल नहीं लेता है, सबसे मधुर व्यवहार करता है, उसका स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहता है। यह सभी बातें औषधि की तरह हमें स्वस्थ बनाने में मदद करती हैं।
उन्होंने बतलाया कि सामाजिक स्वास्थ्य के अभाव में भारत में डायबिटिजके रोगी इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि हमारा देश आजकल डायबिटिज की राजधानी माना जाने लगा है। अनुसंधान से पता चला है कि इसका प्रमुख कारण सम्बन्धों में कटुता अथवा तनाव होना है। यदि हम सभी के प्रति अच्छा व्यवहार और सहयोग की भावना रखें तो इस बिमारी से बचा जा सकता है।
हैदराबाद 15 नवंबर। एनएमडीसी ने 16वें पीआरसीआई ग्लोबल कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव 2022 में शानदार प्रदर्शन करते हुए चैम्पियन ऑफ चैंपियंस अवार्ड हासिल किया और चौदह कॉरपोरेट कम्युनिकेशन एक्सीलेंस अवार्ड्स प्राप्त किए।
यह पुरस्कार कोलकाता में पब्लिक रिलेशंस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीआरसीआई) द्वारा आयोजित ग्लोबल कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव में प्रदान किया गया ।
एनएमडीसी ने मोस्ट रेजिलिएंट कंपनी ऑफ द ईयर का स्वर्ण पुरस्कार जीता, आंतरिक संचार अभियान, कॉर्पोरेट ब्रोशर, सीएसआर कार्यान्वयन के लिए सर्वश्रेष्ठ पीएसई। इसने चाइल्डकैअर के लिए सीएसआर के सर्वोत्तम उपयोग की श्रेणियों में रजत पुरस्कार प्राप्?त किए कॉरपोरेट कम्युनिटी इम्पैक्ट; सर्वोत्तम कॉर्पोरेट इवेंट अद्वितीय मानव संसाधन पहल; वार्षिक रिपोर्ट; कला, संस्कृति और खेल अभियान तथा दूरदर्शी नेतृत्व के लिए कांस्य पुरस्कार; वर्ष की वेबसाइट; सोशल मीडिया के सर्वश्रेष्ठ उपयोग के लिए अभिनव पर्यावरण कार्यक्रम और सांत्वना पुरस्कार।
एनएमडीसी के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन के प्रमुख श्री पी जय प्रकाश ने संचार तकनीकों में नवाचार को प्रोत्साहित करने और एनएमडीसी की रचनात्मक पहलों को मान्यता देने के लिए पीआरसीआई को धन्यवाद दिया। हमारी ब्रांड और संचार अभियान हमारी कंपनी के कोर मूल्यों में निहित हैं और हमारे मेजबान समुदायों और उद्योग हितधारकों के साथ बेहतर संबंध के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
एनएमडीसी की कॉरपोरेट कम्युनिकेशन टीम को बधाई देते हुए, श्री सुमित देब,अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने कहा कि एनएमडीसी आज भारत में खनन क्षेत्र में उत्कृष्टता के बेंचमार्क के रूप में राष्ट्रीय पहचान बनाया है तो यह केवल हमारी संचार टीम की असाधारण मेहनत के कारण है जो हम लक्ष्य को प्राप्त करते हैं तथा आंतरिक और बाहरी हितधारकों के सेवा में तत्पर रहते हैं।
रायपुर, 15 नवंबर। राजधानी रायपुर की समता कॉलोनी में स्थित लाईफवर्थ हॉस्पिटल में आज सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक मधुमेह का फ्री जांच शिविर लगाया गया. जिसमें राजधानी के अलावा प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 350 से अधिक मरीजों ने फ्री जांच करवाई। इसमें ब्लड शुगर जांच, पैरों की नसों की जांच, एचबीए1सी जांच, आंखों की नसों की जांच, बोन मेरो डेंसिटी जांच साथ ही डायबिटीज बीमारी पर लोगों को जागरूक भी किया गया।
डॉ. जवाहर अग्रवाल बताते हैं कि पूरे देश में 2021 के आंकलन के वक्त 8 करोड़ से अधिक मधुमेह मरीज मिले। इनमें से करीब 30 लाख मरीज छत्तीसगढ़ में हैं। टाइप वन मरीजों की संख्या भी अब 12 हजार से अधिक हो चुकी है।
इनमें भी 200 से ज्यादा मरीज बच्चे हैं। दरअसल, देश और प्रदेश के विशेषज्ञ डॉक्टरों की संस्था आरएसएसडीआई पूरे देश में डायबिटीज और इससे जुड़े तमाम पहलुओं पर व्यापक रूप से रिसर्च और स्टडी करती है। छत्तीसगढ़ के परिप्रेक्ष्य में की गई रिसर्च और स्टडी में ये बात उभरकर सामने आई हैं।
कोविड के बाद नई तरह की डायबिटीज के मामले भी डॉ. जवाहर अग्रवाल बताते हैं कि डायबिटीज की बीमारी अलग-अलग लोगों में अलग -अलग तरह से हो सकती है। डायबिटीज स्थायी और अस्थायी दोनों तरह की हो सकती है। इसलिए कोविड के बाद डायबिटीज के स्वरूप में भी अब बदलाव देखा जा रहा है। जिसकी फिलहाल गहराई से स्टडी की जा रही है।
ऐसे पोस्ट कोविड मरीज जिन्हें कोरोना के ट्रीटमेंट में स्टरायड वगैरह दिया गया, उनमें अधिकांश में मधुमेह के अस्थायी तरह के लक्षण देखे गए हैं जो समय पर इलाज की वजह से धीरे धीरे ठीक भी हो गए हैं। वहीं स्ट्रेस यानी तनाव की वजह से कोविड में डायबिटीज की जद में आने वाले 25 से अधिक मरीज स्थायी तौर पर मधुमेह रोगी बन गए हैं।
रायपुर, 15 नवंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट ने बताया कि 15 नवबंर वृन्दावन हॉल सिविल लाईन रायपुर मे कैट सी.जी. चैप्टर की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक एवं दीपावाली मिलन समारोह का आयोजन किया गया है। प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक एवं दीपावाली मिलन समारोह में प्रदेश के सभी इकाईयों के पदाधिकारी , कार्यकारिणी सदस्य एवं व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी शामिल होगें।
रायपुर, 15 नवंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय में शहीद वीरनारायण सिंह शोधपीठ के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ की कला,संस्कृति,साहित्य,इतिहास,राजनीति, जनजातीय समाज,जैव विविधता, वाणिज्य एवं तकनीकी विकास के विशेष संदर्भ में तीनदिवसीय शोधपत्र लेखन कार्यशाला एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न विषय के विद्वान प्राध्यापकों ने विद्यार्थियों को शोधपत्र लेखन की बारीकियों से अवगत कराया।
यह कार्यशाला स्नातक स्तर के विद्यार्थियों को विशेष ध्यान में रखते हुए आयोजित की गयी थी। जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। विदित हो कि विद्या और ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित कचना धुरवा महाविद्यालय छुरा,रायपुर के निदेशक एवं प्राचार्य डॉ.दिनेश साहू ,कलिंगा विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्ष डॉ.सुषमा दूबे एवं अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण के पश्चात कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।
शहीद वीरनारायण सिंह शोधपीठ के अध्यक्ष डॉ.अजय कुमार शुक्ल ने कार्यशाला की रुपरेखा को स्पष्ट करते हुए बताया कि इस कार्यशाला में विभिन्न विद्वान प्राध्यापकों के द्वारा विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें आज से बीस दिन के उपरांत अपने प्राध्यापकों की मदद से शोधपत्र तैयार करके जमा करना होगा।
जिसमें सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र तैयार करने वालों को प्रमाणपत्र एवं पुरस्कृत करने के साथ-साथ उनके शोधपत्र का प्रकाशन किया जाएगा।इसके अतिरिक्त शोधपत्र लिखकर जमा खरने वाले सभी विद्यार्थियों के शोधपत्र का प्रकाशन स्कोपस रिसर्च जर्नल सूची में संलग्न न्यूरोक्योन्टीलॉजी जर्नल के विशेष संस्करण में किया जाएगा।जिसके लिए विश्वविद्यालय के द्वारा समस्त सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी।
कार्यशाला के पहले दिन सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.एन.के.धापेकर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शोध एक खोजपूर्ण और तथ्यपरक व्याख्या है। इसका प्रस्तुतिकरण और भी महत्वपूर्ण है। लेखन एक कला है। शोध लेखन उसका उच्चतम बिंदु है। वैश्विक स्तर पर कड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते हमारा ज्ञान सदैव समतुल्य होना आवश्यक है। किसी भी शिक्षक एवं विद्यार्थी के लिए यह बहुत जरूरी है कि वह सदैव अपने ज्ञान को अपडेट करते रहें।उन्होंने बताया कि एक अच्छा शोध पत्र लिखने के लिए हमें महत्वपूर्ण बिंदुओं की गंभीर समझ होनी जरूरी है।उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि केवल शोधपत्र लिखना महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि उसे ठीक से प्रस्तुत करने की कला भी शोधार्थियों में होनी चाहिए।
भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.ए.राजशेखर ने कहा कि शोध पत्र लिखते समय सबसे महत्वपूर्ण है शीर्षक चयन,उसके बाद विषय से संबंधित ज्ञान का विश्लेषण और फिर समस्या का समाधान।शोधपत्र,समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में बड़ी भूमिका अदा करते हैं। शोध पत्र लेखन में गुणवत्ता, अच्छी भाषा शैली, नया विषय एवं क्षेत्र विशेष को ध्यान में रखना चाहिए।इसी क्रम में अंग्रेजी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.विजयभूषण ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को शोध लेखन व रिसर्च पेपर से संबंधित विषयों पर तकनीकी ज्ञान से अवगत कराया।जिसके अंतर्गत उन्होंने बताया कि शोध पत्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण विषय "नवीनता" है 7उन्होंने शोधपत्र के प्रारुप पर विद्यार्थियों को विस्तार से जानकारी दिया।
कार्यशाला के दूसरे दिन कला एवं मानविकी संकाय की अधिष्ठाता डॉ.शिल्पी भट्टाचार्य ने शोधपत्र लेखन के सामान्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एक अच्छा शोध पत्र लिखने के लिए हमें महत्वपूर्ण बिंदुओं की गंभीर समझ होनी जरूरी है।इसी क्रम में राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ.अनिता सामल ने रिसर्च की पूरी रूपरेखा को सविस्तार बताया। उन्होंने शोधार्थियों को ऐसे रिसर्च टॉपिक लेने को प्रेरित किया,जिससे वे लगाव महसूस करते हों।कार्यशाला के तीसरे दिन अंग्रेजी विभाग की प्राध्यापक डॉ.विनीता दीवान ने छत्तीसगढ़ राज्य के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि रिसर्च वर्क के समय प्राथमिक स्त्रोत की जानकारी बहुत जरुरी है।अपने आस पास के जाने-पहचाने विषय पर आप अपना रिसर्च पेपर तैयार कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि शोध पत्र लेखन में नैतिक एवं सामाजिक पक्षों का ध्यान रखा जाना चाहिए। शोध का विषय समाज को परिवर्तन देने वाला हो। नये विचार और नयी खोज पर विशेष ध्यान देते हुए कापी-पेस्ट से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि शोधार्थियों को साहित्यिक चोरी और नकली जर्नल्स से बचते हुए ईमानदारीपूर्वक शोध कार्य करना चाहिए। ज्ञान एवं समाज के विकास के लिए शोधकार्य बहुत जरूरी है। इसी क्रम में जैव प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्ष डॉ.सुषमा दूबे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि शोध का विषय समाज को परिवर्तन देने वाला होना चाहिए,जिससे संपूर्ण मानव जाति का फायदा हो सके।उन्होंने विश्वविद्यालय में उपलब्ध ई-संसाधनों के प्रभावी उपयोग के द्वारा अच्छे शोध पत्र लिखने की विभिन्न तकनीकों के बारे में बताया तथा शोधपत्र में प्लेगरिज्म चेक की आवश्यकता के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान किया।
उक्त तीनदिवसीय कार्यशाला का संचालन हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ.अजय शुक्ला के द्वारा एवं आभार प्रदर्शन इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री चंदन सिंह राजपूत ने किया।इस अवसर पर कला एवं मानविकी संकाय की डीन डॉ.शिल्पी भट्टाचार्य, डॉ.ए.राजशेखर, डॉ.एन.के. धापेकर, डॉ. अनिता सामल, डॉ.विजय भूषण, डॉ.सुषमा दूबे, श्री पीयूष दास, सुश्री वफी अहमद खान, श्री चंदन सिंह राजपूत, सुश्री मधुमिता दास, सुश्री एल. ज्योति रेड्डी एवं विभिन्न संकाय के प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थें।
रायपुर, 15 नवंबर। बालको मेडिकल सेंटर ने आज बाल दिवस के अवसर पर कैंसर से पीडि़त बच्चो एवं अभिभावकों के लिए एक मनोरंजन कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम बालको मेडिकल सेंटर द्वारा संचालित बच्चों के लिए सहायता समूह, इंद्रधनुष, द्वारा आयोजित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. रूचि औजला, बालको मेडिकल सेंटर में कार्यरत पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजिस्ट, ने कहा की सभी बच्चें हमारे देश का भविष्य है और यह हमारा कर्त्तव्य है हम सभी बच्चों को एक स्वस्थ एवं उज्वल भविष्य दे। डॉ. दिब्येंदु दे, हीमेटोऑन्कोलॉजिस्ट एवं बी एम् टी स्पेशलिस्ट ने कहा की सभी बच्चे जो कैंसर से जूझ रहे है, सभी अपने आप में एक योद्धा है। बालको मेडिकल सेंटर द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम हमारी एक छोटी सी कोशिश है की हमारे नन्हे योद्धाओं के चेहरे पर मुस्कान ला सकें।
इस कार्यक्रम में बालको मेडिकल सेंटर की नर्सिंग टीम ने बच्चों के लिए डांस प्रस्तुत किया, इसके इलावा कड्डेल्स फाउंडेशन ने बच्चों के लिए मैजिक शो का आयोजन भी किया। कड्डेल्स फाउंडेशन बालको मेडिकल सेंटर में कैंसर से पीडि़त बच्चों को मुफ़्त पोषण संबंधी सहायता प्रदान करता है। बच्चों ने बाल दिवस पर जम कर मौज मस्ती की एवं डांस किया। अन्य मरीज़ों के रिश्तेदारों ने बच्चो के लिए कवितायेँ प्रस्तुत की। अंत में डॉक्टर्स ने सभी बच्चों को तोहफ़े भी दिए।
बिलासपुर, 14 नवंबर। सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार श्री अमृत लाल मीना, भाप्रसे, 12 नवंबर को एसईसीएल प्रवास पर पहुंचे । बिलासपुर आगमन पर सीएमडी एसईसीएल डॉ प्रेम सागर मिश्रा ने इंदिरा विहार स्थित बिलासपुर भवन में उनका आत्मीय स्वागत किया ।
12 नवंबर को वे सुबह एसईसीएल गेवरा क्षेत्र पहुचे जहाँ गार्ड ऑफ़ ऑनर से उनका स्वागत, सम्मान किया गया तदोपरांत उनके दवारा फील्ड विजिट की शुरुआत की गई। सचिव, कोयला मंत्रालय, भारत सरकार श्री अमृत लाल मीना सर दवारा गेवरा ओसी व्यू पॉइंट से कार्य संचालन व खनन गतिविधियों का निरीक्षण किया गया ।
इस समय साथ में सीएमडी एसईसीएल डॉ.प्रेम सागर मिश्रा , निदेशक तकनीकी संचालन सह यो. परि. श्री एस के पाल, निदेशक वित्त श्री जी श्रीनिवासन एवं क्षेत्रीय महाप्रबंधक गेवरा क्षेत्र श्री एस के मोहंती सहित एरिया कोर टीम उपस्थित थी । गेवरा माईन का निरीक्षण पूर्ण करने के पश्चात वे डिस्पैच व्यवस्था तथा साइलो का निरीक्षण किए । कुछ दिन पहले हीं गेवरा ने एक दिन में सर्वाधिक कोल डिस्पैच का कीर्तिमान बनाया था ।
अपने दौरे के अगले चरण में सचिव , कोयला मंत्रालय, भारत सरकार, द्वारा दीपका माईन का निरीक्षण किया गया । सर्वप्रथम वे दीपका माइंस के व्यू पॉइंट से कार्य संचालन व खनन गतिविधियों का निरीक्षण किए ।
सचिव महोदय द्वारा द्वारा खनन कार्य मे आ रही चुनौतियों व भविष्य की कार्ययोजना की जानकारी ली गई । इस मौक़े पर माननीय सचिव महोदय ने उपस्थित अधिकारियों से उनके कार्य अनुभव व बेहतर करने के लिए सुझावों को सुना तदोपरांत, वे केसीसी कोल पैच पहुँचे तथा गतिविधियों का जायजा लिया।
इस अवसर पर उनके साथ कंपनी के अध्यक्ष सह प्रबन्ध निदेशक डॉ.प्रेम सागर मिश्रा , निदेशक तकनीकी (संचालन सह यो. परि.) श्री एस के पाल, निदेशक (वित्त) श्री जी श्रीनिवासन एवं दीपका के महाप्रबंधक श्री रंजन प्रसाद साह सहित विभागाध्यक्ष, अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे ।
दीपका माइंस के निरीक्षण के उपरान्त उन्होंने कुसमुंडा एरिया का निरीक्षण किया । कुसमुंडा एरिया में निरीक्षण के दौरान माननीय सचिव महोदय सर्वप्रथम कुसमुंडा साईलो पहुँचे जो कि फ़र्स्ट माईल कनेक्टिविटी(एफ़एमसी) के अंतर्गत एसईसीएल की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है । तदुपरांत, वे व्यू प्वाईंट गए जहाँ महाप्रबंधक कुसमुंडा श्री संजय मिश्रा द्वारा कार्यसंचालन सम्बंधित बिंदुओं पर प्रस्तुति दी गई । उन्होंने समीप में हीं संचालित तथा माईन सेफ़्टी का एक महत्वपूर्ण आधुनिक उपकरण ‘स्लोप स्टेबलिटी रडार’ का अवलोकन किया । तत्पश्चात् वे नीलकंठ पैच गए । यह कोल पैच, दीर्घावधि के लिए , कुसमुंडा के उत्पादन में बेहद महत्वपूर्ण स्तम्भ माना जाता है । निरीक्षण के दौरान सचिव कोयला ने उत्पादन , उत्पादकता को बढ़ाने के निर्देश दिए तथा भू-विस्थापितों के प्रकरणों से सम्बंधित जानकारी ली ।
अपने दौरे के अंत में उन्होंने समीक्षा बैठक ली । उन्होंने उत्पादन-उत्पादकता, प्रेषण को बढ़ाने हेतु निर्देश जारी किए तथा एसईसीएल के एसएमपी परियोजनाएं की प्रगति की भी समीक्षा की ।
विदित हो की गत वर्ष की तुलना में एसईसीएल उत्पादन में 15 प्रतिशत, ओबीआर में 29 प्रतिशत तथा कोल डिस्पैच में लगभग 1 प्रतिशत की वृद्धि से चल रहा है तथा इस वित्तीय वर्ष में एसईसीएल को 182 मिलियन टन का लक्ष्य प्राप्त करना है । कोयला सचिव के रूप में माननीय श्री अमृत लाल मीना का यह एसईसीएल में पहला दौरा है ।