कारोबार
रायपुर, 7 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर महानगर के हृदय स्थल सदर बाजार,गिरधर भवन के सामने विजयादशमी सन 1991 को स्थापित धनश्री ज्वेलर्स आज अपने संस्थान के 31 वीं वर्षगांठ मना रहा है।
धनश्री ज्वेलर्स अपनी शुद्धता प्रतिबद्धता एवं विश्वास के साथ अपनी यात्रा अनवरत् जारी रखा है। ग्राहक अपनी मन पसन्द डिजाइन की ज्वेलरी गुणवक्ता के साथ प्राप्त करता है। आकर्षक कलात्मक डिजाइनों के साथ यहां आभूषणों की विशाल श्रृंखला उपलब्ध है यहाँ ग्राहक आकर एक पारिवारिक वातावरण का अहसास करता है। धनश्री ज्वेलर्स में न केवल छत्तीसगढ़ प्रदेश से बल्की दूर दूर के प्रदेशो से ग्राहक आकर खरीददारी करते है।
रायपुर, 7 अक्टूबर। कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर में मंगलवार रात कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए गरबा रात्रि समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया ।
कार्यक्रम की शुरुआत कुलसचिव डॉ संदीप गांधी, चीफ प्रॉक्टर डॉ. ए विजयानंद, डॉ स्मिता प्रेमानंद, लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, अन्य गणमान्य व्यक्तियों और विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों द्वारा देवी दुर्गा की आरती के साथ हुई।
छात्रों ने एक बड़ा घेरा बनाया और विशेष रूप से कार्यक्रम के लिए बजाए गए डीजे की थाप पर गरबा नृत्य किया। अफ्रीकी छात्रों ने पारंपरिक बीट्स और अफ्रीकी बीट्स पर भी नृत्य किया। सभी छात्रों और संकायों ने पारंपरिक पोशाक घाघरा-चोली और कुर्ता पायजामा पहना था। आयोजन को और आकर्षक बनाने के लिए आकर्षक साज सज्जा कराई थीं। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण अंतरराष्ट्रीय छात्र थे जिन्हें विशेष रूप से गरबा नृत्य में भाग लेने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर के कोरियोग्राफर शुभम बसंतवानी द्वारा सिखाया गया गरबा कोरियोग्राफी के साथ चौकड़ी, छकड़ी, चकरी, घोड़ा पर आधारित गरबा प्रस्तुत किया। उल्लेखनीय है कि कलिंगा विश्वविद्यालय के दो अंतरराष्ट्रीय छात्रों ने हाल ही में सर्वश्रेष्ठ गरबा प्रदर्शन करने का पुरस्कार जीता और विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया।
इस वर्ष 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को गरबा नृत्य का प्रशिक्षण दिया गया और कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के लिए पारंपरिक पोशाक की भी व्यवस्था की गई। छात्रों ने इस कार्यक्रम का आनंद लिया।
और विशेष रूप से उनके लिए नवरात्रि उत्सव का आयोजन किया जो कोविड प्रोटोकॉल के कारण पिछले दो वर्षों से रोक दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि कलिंगा विश्वविद्यालय की परंपरा के अनुसार सोमवार से शुरू हुए नवरात्रि उत्सव के लिए संकायों ने ड्रेस कोड का पालन किया। सोमवार को नवरात्रि उत्सव के पहले दिन संकाय सदस्यों ने सफेद पोशाक पहनी थी। कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर में नवरात्रि उत्सव के नौ दिनों के उत्सव के दौरान परंपरा के अनुसार संकायों ने अलग-अलग रंग के ड्रेस कोड का पालन किया। मंगलवार का ड्रेस कोड लाल था और बुधवार को रॉयल ब्लू कलर का ड्रेस कोड था। इसी तरह गुरुवार के लिए ड्रेस कोड पीला था, शुक्रवार के लिए ड्रेस कोड हरा था, शनिवार के लिए कोड ग्रे और रविवार के लिए नारंगी रंग था। नवरात्रि के दूसरे सोमवार को ड्रेस कोड मोर हरा और नौवें दिन ड्रेस कोड पिंक था। परिसर में नवरात्रि उत्सव के दौरान सभी संकायों और कर्मचारियों ने ड्रेस कोड का पालन किया। कलिंगा विश्वविद्यालय की डीन छात्र कल्याण डॉ आशा अंभईकर के नेतृत्व में दैनिक फोटोग्राफी सत्र आयोजित किए गए।
6 टू व्हीलर, 6 वॉशिंग मशीन और अन्य आकर्षक उपहारों विजेताओं की घोषणा
रायपुर, 7 अक्टूबर। अनोपचंद तिलोकचंद ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड ( एटी ) की सबसे बड़ी उपहार योजना एटी गोल्डन सेलिब्रेशन का पहला ड्रॉ बुधवार को विजयदशमी पर कोतवाली चौक स्थित एटी पैलेस में निकाला गया।
इस अवसर पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर एजाज ढेबर ने ड्रॉ निकालकर विजेताओं के नाम घोषित किए द्य उपहार योजना के तहत 1 कार, 6 टू व्हीलर, 6 वॉशिंग मशीन और अन्य आकर्षक उपहार के ड्रॉ निकाले गए द्य इस उपहार योजना में कार की विजेता रही निर्मला अग्रवाल ( कूपन नंबर 002130 )
उपहार योजना से जुड़ी जानकारी एटी के वेबसाइट पर ली जा सकती है द्य कार्यक्रम में एटी के संचालक तिलोकचंद बरडिया, नितिन बरडिया, निकेश बरडिया, सौरभ बरडिया सहित बरडिया परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
इस अवसर पर तिलोकचंद बरडिया ने कहा कि उपहार योजना के माध्यम से आभूषण खरीदारों को उनकी पसंद की सही चीज के साथ साथ अतिरिक्त लाभ प्रदान करना है। उपहार योजना एटी गोल्डन सेलिब्रेशन में शामिल होकर आभूषण खरीदार आकर्षक और बड़े उपहारों के हकदार हो सकते हैं।
उपहार योजना में 11 कार, 65 टू व्हीलर, 65 वाशिंग मशीन और 1957 अट्रैक्टिव गिफ्ट्स है। एटी ज्वेलर्स के किसी भी शोरूम से हर दस हजार रुपए की खरीदारी पर उपहार योजना में शामिल हुआ जा सकता हैं और इसका बंपर ड्रॉ 14 जनवरी, 2023 को निकाला जाएगा द्य दिवाली तक वीकली ड्रॉ निकाले जाएंगे। पहला ड्रॉ आज निकाला गया है और अब अगला ड्रॉ 12 अक्टूबर को पंडरी शोरूम और 19 अक्टूबर को सदर बाजार के शोरूम में निकाला जाएगा।
रायपुर, 7 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ की सर्वाधिक प्रतिष्ठित रियल इस्टेट कंपनी अविनाश गु्रप के विभिन्न सोसाइटियों में रास गरबा का आयोजन किया गया। पारंपरिक वेाभूषा, लाईव संगीत, डीजे एवं कुछ सोसाइटियों में ट्रेडिशनल संगीत के साथ किये गये सभी आयोजन सफल रहे।
कोरोना काल के समाप्ति के बाद यह पहला अवसर था जब सभी सोसायिटियों में पूरे परिवार के साथ लोगों ने गरबा का आनंद लिया। सभी कालोनियों में बेस्ट डान्स, कपल, बेस्ट डेंस आदि के केटेगरी में पुरस्कार दिये गये।
कवर्ड केम्पस में रहने के बढ़ते चलन में लोग अब अपनी सोसाइटी में ही गरबा के आयोजन को पसंद करते हैं और भव्य स्तर पर आयोजन करते हैं । मुख्य रूप से सिग्नेचर होम, केपीटल होम, न्यू काउन्टी, टाइम्स स्कवेयर, सनसिटी, जगदपलुर अतुल्य के रास गरबा आकर्षण का केन्द्र रहे। विशेष बात यह है कि अविनाश ग्रुप की सभी सोसाइटियों में सभी त्यौहार एवं उत्सव को धुमधाम से मनाया जाता है।
सीपत, 4 अक्टूबर। एनटीपीसी सीपत में प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी 2 अक्टूबर 2022 को गांधी जयंती समारोह का आयोजन किया गया। साथ ही भारत सरकार द्वारा 2020 में आरंभ फिट इंडिया फ्रीडम रन प्रोग्राम के तीसरे संस्करण को आज़ादी के 75 साल, फिटनेस रहे बेमिसाल थीम पर एक प्लॉग रन आयोजित करके किया गया। इस रन का उद्देश्य बेहतर स्वास्थ्य और फिटनेस की तलाश में लोगों में और दौडऩे एवं स्वच्छता की आदत पैदा करना है।
फिट इंडिया फ्रीडम रन 3.0 के पहले दिन कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों, सीआईएसएफ और बाल भारती पब्लिक स्कूल के छात्रों ने काफी उत्साहपूर्वक भागीदारी दिखाई।
बच्चों से लेकर बड़ों तक सबने पूरे रास्ते जॉगिंग/वाकिंग करने के साथ आस पास से कचरा उठाकर कूड़ेदान में डालने का कार्य किया। संस्कृति क्लब में सभी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि और सम्मान दिया। गणमान्य अतिथियों एवं समस्त उपस्थित व्यक्तियों ने महात्मा गांधी जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और देश की आज़ादी में उनके योगदान को याद किया तथा उनकी सत्य, अहिंसा एवं स्वच्छता की विचारधारा को आत्मसात करने का प्राण लिया।
इस अवसर पर सीपत के सीएसआर टीम ने परियोजना प्रभावित ग्रामों की 10 छात्राओं को साइकिल, बैग और किताबें दी। इन लड़कियों ने एनटीपीसी सीपत द्वारा इस वर्ष आयोजित जेम 2022 कार्यक्रम में भाग लिया था और बहुत अच्छे परिणाम दिखाए थे। यह 10 बच्चे जेम 2022 में सराहनीय परिणाम के कारण चुने गए और बाल भारती पब्लिक स्कूल सीपत में पढऩे का मौका दिया जा रहा है।
आज के महत्वपूर्ण दिन-2 अक्टूबर से लेकर 16 अक्टूबर तक एनटीपीसी सीपत में स्वच्छता पखवाड़ा भी मनाया जा रहा है जिसका शुभारंभ आज के प्लॉग रन से किया गया । इन कार्यक्रमों में श्री घनश्याम प्रजापति, मुख्य महाप्रबंधक, सीपत, श्री कमलाकर सिंह, मुख्य महाप्रबंधक, सीपीजी-2, एनटीपीसी सीपत एवं सीपीजी -2 के वरिष्ठ अधिकारी , संगवारी महिला समिति एवं यूनियन एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ-साथ बहुत से कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्य , सीआईएसएफ बल सदस्य और बाल भारती पब्लिक स्कूल के छात्र उपस्थित थे।
रायपुर, 4 अक्टूबर। अभिनेता संजय मिश्रा मुख्य अतिथि थे और उनके साथ विशिष्ट अतिथि राकेश श्रीवास्तव, अभिनेता और राज आशू, निर्देशक और निर्माता थे।
कलिंगा विश्वविद्यालय की बिरादरी द्वारा सभी अतिथियों का विश्वविद्यालय की परंपरा के अनुसार ढोल, तिलक की थाप से स्वागत किया गया। सभी अतिथियों का कलिंगा विश्वविद्यालय के शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह एवं नीरा एडुकॉम द्वारा अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम के दौरान कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति- डॉ. आर. श्रीधर तथा कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने मुख्य भाषण में छात्रों को संबोधित करते हुए अभिनेता संजय मिश्रा ने कहा कि वह कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें दिए गए सम्मान से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण के लिए शिक्षा की आवश्यकता है और उनका मत है कि कलिंगा विश्वविद्यालय निश्चित रूप से छात्रों को फिल्म निर्माण के लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करेगा और निश्चित रूप से एक दिन छात्र अपनी मेहनत और रचनात्मकता से बॉलीवुड में चमकेंगे।
उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने फिल्म उद्योग के अपने अनुभव को छात्रों के साथ साझा किया और कहा कि बचपन में लोग फिल्म मेकिंग सीखने के लिए कई बार फिल्में देखने का सुझाव देते थे, लेकिन समय बदल गया है और गुणवत्ता फिल्म निर्माताओं को बनाने के लिए एक उचित शिक्षा प्रणाली स्थापित की गई है।
कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्र श्री संजय मिश्रा को लाइव देखकर बहुत खुश हुए, उन्होंने उनके साथ सेल्फी क्लिक की, उनका ऑटोग्राफ लिया और उनसे मंच पर अपनी कुछ भूमिकाएँ निभाने का अनुरोध भी किया, जिसे उन्होंने पूर्णता के साथ किया और भारी तालियाँ और हूट बटोरी।
श्री संजय मिश्रा अपने सह-अभिनेता श्री राकेश श्रीवास्तव और फिल्म के निर्देशक श्री राज आशू के साथ वह अपनी फिल्म के प्रचार के लिए रायपुर में थे। फिल्म के ट्रेलर को कलिंगा विश्वविद्यालय के सभागार में प्रदर्शित किया गया, जिसे भीड़ ने बड़े पैमाने पर स्वागत किया।
बाद में उन्होंने मुख्य भवन की चौथी मंजिल पर स्थित विश्वविद्यालय के नवनिर्मित फिल्म स्टूडियो का उद्घाटन किया और फिल्म निर्माण की वेबसाइट का शुभारंभ किया। उन्होंने कलिंगा विश्वविद्यालय और नीरा एडुकाओम द्वारा फिल्म स्टूडियो को विकसित करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
अभिनेता श्री राकेश श्रीवास्तव ने भी युवा पीढ़ी को एक पेशेवर करियर के रूप में अभिनय करने के लिए प्रोत्साहित किया, और इस पहल को शुरू करने और फिल्म निर्माण में बीए के पाठ्यक्रम को शुरू करने के लिए कलिंगा विश्वविद्यालय की प्रशंसा की।
रायपुर, 4 अक्टूबर। महात्मा गांधी महाविद्यालय में गांधी एवं शास्त्री जयंती मनाई गई, इस अवसर पर प्राचार्या एवं समस्त अध्यापकों के द्वारा गांधी जी एवं शास्त्री जी के जीवन से प्रेरणा एवं सीख लेने की बात विद्यार्थियों को समझाई गई।
संस्था में अध्ययनरत समस्त बीएड एवं पीजीडीसीए संकाय के छात्र छात्राओं ने नवरात्रि के उपल्क्ष में गरबा कार्यक्रम का आयोजन किया, कार्यक्रम में नए विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ के अपनी प्रतिभा दिखाई कार्यक्रम की शुरुवात देवी माता की पूजा अर्चना एवं आरती से की गई।
इस उपलक्ष पर महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र अध्यापकों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
संस्था द्वारा विधार्थियो के लिए उत्तम वेशभूषा और उत्तम गरबा नृत्य की प्रतियोगिता भी रखी गई थी जिसमे वेशभूषा के लिए जूनियर में चेमेंद्र, श्रीनू और ट्विंकल पैंकरा ने और सीनियर से जयेश, शैलेंद्र और सुषमा झा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया साथ ही नृत्य में सीनियर से पलक , नीरज और पूजा जिंदल ने एवम जूनियर से साक्षी और रंजीत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम मे संस्था की सहसचिव डॉक्टर श्रीमती सोनालिसा दास, कॉलेज प्राचार्य डॉ श्रीमती सोनाली चन्नावार एवं समस्त शिक्षक गण उपस्थित रहे ।
रायपुर, 4 अक्टूबर। बलदेव फर्नीचर में स्टील फर्नीचर,कॉरपोरेट आफिस फर्नीचर, हॉस्पिटल फर्नीचर, स्कूल फर्नीचर एवं होम फर्नीचर उपलब्ध है । संचालक जसविंदर सिंह ने बताया कि हमारे यहां सभी प्रकार के फर्नीचर, मोल्डेड फर्नीचर, कंप्यूटर फर्नीचर, ऑफिस फर्नीचर, हॉस्पिटल फर्नीचर, इंस्टीट्यूटनल फर्नीचर, बैडरूम सेट, सोफे सेट,डाइनिंग सेट,रैक लाइनर आउटडोर फर्नीचर,शो केश सोफे कम बेड, लॉबी सेट, सेंटर टेबल की विशाल रेंज उपलब्ध है। हमारे यहाँ क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाता है।
इसके अलावा विभिन्न कंपनियों के फर्नीचर जैसे-गोदरेज के सेफ (लॉकर) गोदरेज के इंटीरियर फर्नीचर, नीलकमल के फर्नीचर, नीलकमल के गद्दे एवं पूजा के मोल्डेड फर्नीचर भी शो रूम में उपलब्ध हैं। समय के साथ-साथ फर्नीचर में नये डिज़ाइन एवं वैरायटी उपलब्ध कराए जाते हैं। 43 वर्षो का अनुभव, गुणवत्ता व वाजीव एवं सर्विस ही बलदेव फर्नीचर की पहचान है।
रायपुर, 3 अक्टूबर। सभी शिक्षकों,कार्यकर्ताओ एवं साधको ने भारतीय योग संस्थान का 56 वा योग दिवस को भारतीय योग संस्थान,रायपुर के समस्त साधको ने मिलकर बी टी आई ग्राउंड शंकर नगर में बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया।
इस सुंदर,गरिमामयी,प्रेरणादायी कार्यक्रम में योग के साथ सांस्कृतिक मनोरंजक कार्यक्रम जिसमे योग नृत्य,गरबा नृत्य,प्रेरणा दाई गीत एवम प्रेरणादाई योग पथ नाट्य कला का भी मंचन किया गया ।
सस्थान के सभी साधको एवं कार्यकर्ताओ का प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष सहयोग रहा आगे भी ऐसे शक्तिवर्धक,उर्जादायी,उत्साहवर्धक,प्रेरणादायी एवं योग से जोडऩे हेतु और मन को आनन्दित और प्रफुल्लित करने वाले कार्यक्रम का आयोजन करते रहने हेतु संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में रायपुर जिले के समस्त केंद्रों का सामूहिक योग साधना जिसमे आसन प्राणायाम,ध्यान के साथ योग हेतु प्रेरित करने सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर सरस्वती वंदना अवंती विहार की टीम ने कर प्रारंभ किया।मंच संचालन सुदेशना मेने और रिया फतनानी ने तथा आसन प्रदर्शनअनीता जोशी,रोशनी एवम प्रांजल ने किया आकर्षक सूक्ष्म क्रिया का अभ्यास गरबा नृत्य के माध्यम से सपना, किरण और लक्ष्मी प्रजापति की टीम ने कराई। सूर्य नमस्कार का सुंदर अभ्यास कांति लूनिया द्वारा कराई गई।
आसनों की श्रृंखला में कमर* चक्रासन, कोनासन, उष्ट्रासन, सरपासननौकासन, पदोत्तानासन, मार्जरी आसन, धनुराशन, सेतुबंधासन जिसे सभी योग शवासन,सिंहासन,हास्यासन का अभ्यास शिखा साहू,महेश* रूपरेला,नीलम,ममता और राजेश डागा ने कराया । सुंदर हंसी का अभ्यास राजेश डागा जी ने कराया विरेचन क्रिया और प्लवनी प्राणायाम राजेश अग्रवाल भ्रामरी और ध्यान प्रार्थना का अभ्यास वंदना अहुजा ने कराया । समस्त क्रियाएं मन को आनन्दित करने वाला और प्रेरणादायी था।
सांस्कृतिक कार्यक्रमो में गरबा पर योग नृत्य कटोरा तालाब केंद्र टीम,प्रेरणा दाई गीत टैगोर नगर टीम, भारतीयता पर देशभक्ति गाने पर नृत्य, अंत में सूचना व आभार प्रदर्शन नीतू मूंदड़ा जी ने किया लक्ष्मी मूर्ति , पलक डिंगवानी,अरुणा प्रजापति ने योग सम्बन्धी साहित्य एवं सामग्री की व्यवस्था की थी । राष्ट्रगान के साथ स्वल्पाहार वितरण करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया कर्यक्रम को सफल बनाने मुकेश सोनी,के आर साहू,अक्षय सूद,जाया,भावना,प्रकाश बजाज,अशोक ईसरानी,सरिता,अर्चना,कविता, पूजा,पिंकी,कैलाश आदि रायपुर के साधकों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अग्रसेन महाविद्यालय में गांधी को जानें कार्यक्रम
रायपुर, 3 अक्टूबर। अग्रसेन महाविद्यालय में गांधी जयंती के उपलक्ष्य में आज गांधी को जानें कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार शशांक शर्मा ने कहा कि आज भारत ही नही बल्कि पूरे विश्व की अनेक समस्याओं का समाधान गांधी के विचारों से सम्भव है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1918 मांटेग्यू घोषणा के समय से ही गांधी जी को यह अनुमान हो गया था कि अब अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजादी कभी भी मिल सकती है। इसलिए उन्होंने उसी समय से आजादी के बाद के भारत की परिकल्पना करते हुए इस देश को एकजुट रखने के साथ ही देश के भावी विकास की योजना पर विचार करना शुरू कर दिया था।
उन्होंने इसके लिए हिंद स्वराज नाम की बहुत चर्चित किताब लिखी। इस किताब में स्वतंत्र भारत में सभी क्षेत्रों के लिए योजना, नीति और विचार से संबंधित परिकल्पनाएं प्रस्तुत की गई हैं। श्री शर्मा ने कहा कि गांधीजी को जानने से ज्यादा उन्हें मानना जरूरी है।
आज यदि हम गांधीजी को मान लेते हैं तो देश प्रदेश और समाज की अनेक समस्याओं का तत्काल समाधान हमें मिल सकता है । अपने वक्तव्य के बाद शशांक शर्मा जी ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए विभिन्न सवालों के जवाब भी दिए इनमें भगत सिंह को दी गई फांसी, सरदार पटेल को कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने के बावजूद पद से अलग करने के साथ ही और भारत-पाकिस्तान के विभाजन से संबंधित सवाल भी शामिल थे।
इससे पहले अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वीके अग्रवाल ने कहा कि महात्मा गांधी ने भारत को आजादी दिलाने के लिए आंदोलनों की जो रणनीति अपनाई,उसी के कारण भारत एकजुट हो सका।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुरेंद्र कुमार राजपूत ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आमंत्रित वक्ता का हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि श्री शर्मा के विचारों से आज के विद्यार्थियों और युवाओं को महात्मा गांधी को समझने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी। एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने भी आमंत्रित वक्त को उनके विचारों के लिए साधुवाद दिया। इस अवसर पर पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विभाष कुमार झा ने आमंत्रित वक्ता का परिचय दिया। कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक प्रोफेसर राहुल तिवारी ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न जानकारियों के प्राध्यापक और विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
रायपुर, 3 अक्टूबर। नवरात्रि हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व है। नवरात्रि का अर्थ नौ-राते होता है। इन नौं राते और दस दिनों के दौरान देवी की नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि त्यौहार बहुत ही अनोखे तरीकों से मनाया जाता है, चाहे गुजरात का गरबा हो या बंगाल के पंडाल की बात हो या फिर हमारे छत्तीसगढ़ की।
इस बार हर व्यक्ति नाच-गाने और नए नए रंग-बिरंगे कपड़ों को पहनकर इस, त्यौहार को, मनाने के लिए तैयार है। इस वर्ष गठित आनंद निकेतन, अवंति विहार, नवरंग गरबा समिति महिला मंडल भी कहां पीछे रहने वाली, महिला मंडल ने वर्ष कॉलोनी में नवरात्रि की शुरुवात बड़े ही उत्साहपूर्वक से की।
श्रीमती नीता मोहता, श्रीमती हेतल नथवानी ने बताया कि, माता रानी की स्थापना बड़े ही धूमधाम,गाजे बाजे के साथ कि गयी, रोज, ड्रेस कोड के साथ, समय पर आरती एवं गरबा और बच्चों के लिए, विभिन्न प्रकार के गेम का आयोजन कर नवरात्रि को बड़े धूमधाम से मनाने मनाया जा रहा है ।
समिति के निर्देशक श्रीमती हेतल नथवानी,कृति कलवानी,प्रतिभा मिड्डा,मिनी चन्द्राकर, मीरा सेन,सुधा राजपूत,नीरजा दवे, दीपा जसूजा,सुनीता मानधन,पूजा तोतला, मधु जैन,पुष्पा जैन,गायत्री शर्मा इत्यादि सभी ने मिलकर ,सभी के सहयोग से नवरात्रि पर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है ।
रायपुर, 3 अक्टूबर। प्रगति कॉलेज में वैलकम सेरेमनी को एक नये अंदाज में बनाने की परम्परा का शुभारंभ हुआ, जिसके तहत कार्यक्रम को विद्यार्थियों द्वारा साज-सजावट के एक नये थीम पर डेकोरेट किया गया, चूकिं साज-सज्जा विद्यार्थियों ने स्वंय अपने हाथों से वेस्ट मटेरियल से किया अत: कार्यक्रम को आत्म-निर्भर वेलकम का नाम दिया गया।
कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को प्रगति कॉलेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सीनियरो ने अपने जूनियरों का उनके नए सत्र में स्वागत किया, अवसर था वेलकम पार्टी का।
जिसमें नवीन प्रवेश लेने वाली सभी नवागंतुक विद्यार्थियों को पुष्प देकर उनका स्वागत किया गया, कार्यक्रम की औपचारिक शुरूवात मां सरस्वती जी की पूजा अर्चना के साथ हुआ। प्रगति कॉलेज कैम्पस में आयोजित इस पार्टी का प्रारंभ प्राचार्या डॉ. सौम्या नैयर द्वारा प्राचार्या ने कहा कि विद्यार्थियों की उज्जवल भविश्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अनुशासन की जीवन में सफलता की पहली सीढ़ी होती है।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार यादव ने कहा कि विद्यार्थियों को अनुशासन में रहकर समय के मूल्य को सम-हजयते हुए अपने लक्ष्य प्राप्ति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
इस अवसर पर जुनियरों के इन्ट्रो, नृत्य, गीत और हास्य प्रसंगों ने सीनियर्स को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। वेलकम पार्टी का मुख्य आर्षण था जुनियरों का रैम्प वॉक। सीनियर्स द्वारा जूनियर्स के लिए नानाविध मनोरंजक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मस्ती के बीच बेस्ट मिस और मिस्टर का चयन किया गया एवं जूनियर्स विद्यार्थियों का सीनियर्स द्वारा विभिन्न प्रकार के पुरस्कार प्रदान किए गए।
रायपुर, 3 अक्टूबर। छत्रपति शिवाजी किड्स स्कूल, रावतपुरा कॉलोनी, मठपुरैना में दुर्गा पूजा एवं गरबा का सेलिब्रेशन किया गया, जिसमें स्कूली बच्चों ने भाग लिया, इसमें संचालक एवं कार्यकर्ता के रूप में प्राचार्या श्रीमती अपर्णा कर्मकार, शिक्षिका श्रीमती पिंकी कर्मकार, कुंती यादव, रविना और शीतल की उपस्थिति रही।
रायपुर, 3 अक्टूबर। अग्रसेन महाविद्यालय (पुरानी बस्ती) के नवनिर्मित ऑडियो विजुअल स्टुडियो में रेडियो अग्रवाणी की ओर से आज मीडिया का बदलता स्वरूप विषय पर एक परिचर्चा आयोजित की गई।
प्रदेश के सुपरिचित पत्रकार तथा साहित्यकार स्व. प्रभाकर चौबे की स्मृति में अग्रसेन महाविद्यालय के पत्रकारिता विभाग तथा प्रभाकर चौबे फाउन्डेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस परिचर्चा में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ आनंद शंकर बहादुर ने कहा कि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय क्षितिज का चित्र देखने में भले ही वह एक जैसा दिखाई दे।
लेकिन विवेक और अंतरदृष्टि होने पर दोनों चित्रों में मौजूद फर्क को भी महसूस किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि जैसे हमारा समाज अभी संक्रमण से गुजर रहा है, वैसे ही मीडिया में भी अभी संक्रमण-काल चल रहा है. इस स्थिति में सभी तरफ एक अनिर्णय और भ्रम की स्थिति दिखाई देती है. इस भ्रम को अपनी समझ और विवेक से ही दूर किया जा सकता है।
इस विषय पर वरिष्ठ पत्रकार जीवेश प्रभाकर ने कहा कि मीडिया में अभी खबरों को सबसे पहले ब्रेक करने या उजागर करने की होड़ मची हुई है. इसलिए प्राय: तथ्यों को परखे बिना ही, पत्रकार बहुत सी ख़बरों को दर्शकों और पाठकों तक पहुंचा देते हैं।
इसी वजह से खबरों की विश्वसनीयता कम होती जा रही है. हालाँकि प्रिंट मीडिया में अभी भी अन्य माध्यमों की अपेक्षा विश्वसनीयता अधिक है. इस अवसर पर पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा ने कहा कि स्व प्रभाकर चौबे अपने जीवन के संध्याकाल में भी आश्चर्यजनक रूप से जिज्ञासु बने रहे।
मीडिया में होने वाले हर एक बदलाव पर उनकी पैनी नजर रहती थी. तमाम बदलावों को स्वीकार करने साथ-साथ वे सामाजिक मूल्यों को बचाए रखने के प्रति भी विशेष रूप से आग्रही रहे.
इस परिचर्चा के बाद पत्रकारिता विभाग में विद्यार्थियों के साथ एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया. इसमें विद्यार्थियों ने आमंत्रित वक्ताओं से मीडिया के विभिन्न पहलुओं पर सवाल किये. एक सवाल के जवाब में डॉ आनंद बहादुर ने कहा कि मीडिया में अब पूंजीवादी ताकतों का प्रभाव बढ़ गया है. ऐसे माहौल में किसी भी पत्रकार के लिए समाज के प्रति दायित्व रखते हुए कार्य करना पहले से ज्यादा कठिन हो गया है. फिर भी पत्रकार को अपने परिवार और आजीविका की विवशताओं के बावजूद अपना जमीर बचाकर रखने का हर-संभव प्रयास करना चाहिए. यही उसकी बड़ी सफलता होगी. एक ने प्रश्न के उत्तर में पत्रकार जीवेश चौबे ने कहा कि आज पत्रकारिता के पारंपरिक ममाध्यमों का एकाधिकार ख़त्म हो गया है. अब सोशल मीडिया एक ही क्षण में किसी सूचना को दुनिया भर में फैला देता है. लेकिन इस माध्यम पर कोई नियंत्रण नहीं होने के कारण यहाँ अराजकता की स्थिति भी बन सकती है. ऐसे में पत्रकार के पास किसी भी खबर या सूचना को परखने की क्षमता होना जरुरी है. अंत में महाविद्यालय के पर प्राचार्य डॉ युलेंद्र कुमार राजपूत ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्व प्रभाकर चौबे कि स्मृति में परिचर्चा के आयोजन से पत्रकारिता के विद्यार्थियों को उनके कार्यों के विषय में जानने का अवसर मिला. उन्होंने दोनों वक्ताओं के विचारों को युवाओं के लिए उपयोगी और मार्गदर्शक बताया. इस मौके पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी के अग्रवाल तथा एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने आमंत्रित वक्ताओं के विचारों के लिए उन्हें साधुवाद दिया. पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा ने इस परिचर्चा का संचालन किया. कार्यक्रम में पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक प्रो राहुल तिवारी तथा प्रो. हेमंत सहगल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे.
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर | डिजिटल नेटवर्क इंटीग्रेटर एसटीएल ने रविवार को 5जी कॉसमॉस का अनावरण किया, जो टावरों और छोटे सेल के लिए एक ऑप्टिकल समाधान है, जो दूरसंचार ऑपरेटरों को उच्च गुणवत्ता और लंबे समय तक चलने वाले फाइबर इंफ्रास्ट्रक्च र के माध्यम से अपनी 5जी रोलआउट योजनाओं को गति देने में मदद करेगा। मुंबई मुख्यालय वाली कंपनी ने कहा कि 5जी कॉसमॉस एक पेटेंट समाधान है जो इन चुनौतियों का समाधान कर सकता है और हर टावर, छोटे सेल और नोड को जोड़ सकता है।
उच्च गुणवत्ता वाली 5जी सेवाएं प्रदान करने के लिए टॉवर फाइबराइजेशन को वर्तमान 35 प्रतिशत से बढ़ाकर 80 प्रतिशत करने की जरूरत है।
हम 5जी के लिए अपना बुनियादी ढांचा तैयार कर रहे हैं और फाइबराइजेशन एक प्रमुख जरूरत है। भारती एयरटेल के निदेशक आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन पंकज मिगलानी ने इंडियन मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2022 में 5जी कॉसमॉस लॉन्च करते हुए कहा, "हम 5जी के लिए अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार कर रहे हैं। इसके लिए फाइबराइजेशन सबसे बड़ी जरूरत है। हम अपने ग्राहकों को 5जी अनुभव प्रदान करने में सक्षम बना सकते हैं।"
भारतीय दूरसंचार ऑपरेटर 5जी के लिए फाइबर-सघन नेटवर्क स्थापित करने के लिए तैयार हैं।
एसटीएल के प्रबंध निदेशक अंकित अग्रवाल ने कहा, "इसके लिए एक एकीकृत और भविष्य के समाधान की आवश्यकता होगी। हमने बड़े पैमाने पर मैक्रो और छोटे सेल के फाइबराइजेशन को सक्षम करने और 5जी की पूरी क्षमता हासिल करने के लिए 5जी कॉसमॉस का निर्माण किया है।"
एसटीएल ने देश में ऑप्टिकल कनेक्टिविटी परि²श्य को बदलने के लिए भारत का पहला मल्टीकोर फाइबर और केबल भी लॉन्च किया।
इसे एसटीएल के महाराष्ट्र में उत्कृष्टता केंद्र में शीर्ष अंत:विषय अनुसंधान एवं विकास विशेषज्ञों के साथ स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है।
भारती एयरटेल के सीटीओ रणदीप सेखों ने कहा, "एसटीएल का मल्टीवर्स फाइबर और केबल 4 गुना क्षमता को सक्षम करेगा और 5जी स्केल-अप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर | टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने 51 साल की उम्र में अपनी फिटनेस के पीछे के रहस्य का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि वो समय-समय पर उपवास करते रहते हैं। ट्विटर पर एक फैन ने एलन मस्क से उनकी फिटनेस को लेकर जब पूछा तो, टेस्ला सीईओ ने कहा : 'उपवास'।
एलन मस्क ने वास्तव में उपवास का उल्लेख किया था जिसे उन्होंने एक अच्छे दोस्त की सलाह पर अपनाया है।
पिछले महीने, दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क ने खुलासा किया कि, उन्होंने उपवास से 9 किलो वजन कम किया।
उन्होंने ट्वीट किया था, "एक अच्छे दोस्त की सलाह पर मैं समय-समय पर उपवास रखता हूं और स्वस्थ महसूस करता हूं।"
एलन मस्क ने कहा कि, "उन्हें जीरो फास्टिंग ऐप काफी अच्छा लगता है जो उनके भोजन सेवन को ट्रैक करने में मदद करता है।"
उन्होंने कहा था, "समय-समय पर, मैं कुछ चीजें साझा करूंगा जो मेरे लिए काम कर रही हैं, अगर आपको यह मददगार लगती है।"
एलन मस्क को जवाब देते हुए एक यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा कि क्या उनके 'अच्छे दोस्त' ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी हैं जो खुद इंटरमिटेंट फास्टिंग फ्रीक हैं।
विपासना ध्यान और समय-समय पर उपवास करने वाले डोर्सी ने पहले रात के खाने के लिए अपना भोजन चार्ट तैयार किया था, जिसमें मछली, चिकन या स्टीक, और बहुत सारे साग शामिल थे। (आईएएनएस)
रायपुर, 2 अक्टूबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट सी.जी. चैप्टर ने महाप्रबंधक, भारतीय रिर्जव बैंक, निर्गम विभाग, नागपुर एवं क्षेत्रिय निदेशक, भारतीय रिर्जव बैंक रायपुर को आगामी दीपावली त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के बैंको को नये करेन्सी नोट उपलब्ध करने हेतु पत्र जारी किया।
कैट के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि आज कैट सी.जी. चैप्टर ने महाप्रबंधक, भारतीय रिर्जव बैंक, निर्गम विभाग, नागपुर एवं क्षेत्रिय निदेशक, भारतीय रिर्जव बैंक रायपुर को आगामी दीपावली त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के बैंको को नये करेन्सी नोट उपलब्ध करने हेतु पत्र जारी किया।
उन्होनें कहा कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिय़ा ट्रेड़र्स (कैट) के माध्यम से कैट से संबद्व व्यापारिक संगठनो /संघो के सदस्यो को वितरण करने हेतु 10, 20, 50 रूपये के नये करेन्सी नोटो की आवश्यकता है।
साथ ही प्रदेश के सभी बैंको को नये करेन्सी नोट प्रदाय करे ताकि प्रदेश के सभी व्यापारियों को अपने जिलों एवं शहरों के बैंको से नये करेन्सी नोट प्राप्त हों सके।
रायपुर, 2 अक्टूबर। मैट्स यूनिवर्सिटी के फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलाजी विभाग द्वारा खादी फैशन शो का रंगारंग आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की धर्मपत्नी श्रीमती रिजु जैन ने आयोजन को सराहनीय बताया।
रायपुर, 2 अक्टूबर। स्टील उत्पाद श्रेणी में ऊर्जा संरक्षण और प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड (समूह की प्रमुख कंपनी) को राष्ट्रीय ऊर्जा प्रबंधन पुरस्कार 2021 के लिए प्लैटिनम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
विभिन्न श्रेणियों के विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कारों को प्लेटिनम, स्वर्ण, रजत श्रेणी में वर्गीकृत किया गया था। गोदावरी पावर एंड इस्पात लिमिटेड ने स्टील उत्पाद श्रेणी में सीम अवार्ड 2021 जीता।
इस अवसर पर, विवेक अग्रवाल, सी.ओ.ओ. - गोदावरी पावर ने कहा, पुरस्कार प्राप्त करना हमेशा पूरी टीम के लिए प्रेरक होता है लेकिन यह तब और रोमांचक हो जाता है जब आप इसे ऊर्जा दक्षता पर प्राप्त करते हैं, जी.पी.आई.एल. को यह पुरस्कार सही समय पर मिला जब दुनिया भर में हरित ऊर्जा और कार्बन फुट प्रिंट पर चर्चा चल रही है ।
ऊर्जा दक्षता प्रधानमंत्री जी के हरित इस्पात के विजन की दिशा में पहला कदम है। कार्यकारी निदेशक श्री अभिषेक अग्रवाल ने भी टीम की सराहना की और कहा कि यह ऊर्जा संरक्षण के उत्कृष्टता में हमारी प्रतिबद्धता की प्रमाण है। यह लगातार दूसरी बार है जब हमें स्श्वश्वरू अवार्ड मिला है, पिछली बार हमें गोल्ड मिला था और अब प्लेटिनम मिला है।
श्री बी.एल.अग्रवाल (एम.डी.) ने इस उपलब्धि पर पूरी गोदावरी पावर एंड इस्पात टीम को बधाई दी और कहा कि यह हमारी टीम के सतत, निरंतर और लगातार प्रयासों का परिणाम है और मुझे उम्मीद है कि जी.पी.आई.एल. भविष्य में भी अपने स्वयं के बेंचमार्क में सुधार करना जारी रखेगा।
मुंह में पानी लाने वाला बंगाली फूड फेस्टिवल सिर्फ 9 अक्टूबर तक
रायपुर, 2 अक्टूबर। यदि आप नारकेल चोलर दाल, बासंती पुलाव, आलू घुघनी की चाट और संदेश व रोशोगुल्ला जैसी स्वादिष्ट बंगाली डिशेस के शौक़ीन हैं तो आगामी 9 दिनों तक आप इनका जमकर मजा उठा सकते हैं।
कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर के मल्टी कुजीन रेस्टोरेंट मोमो कैफे में 1 से 9 अक्टूबर तक शाम 7.30 बजे से रात 11 बजे तक 9 दिवसीय 'बंगाली फूड फेस्टिवल' का आयोजन किया जा रहा है। इस फेस्टिवल में बंगाल की वेज व नॉन वेज डिशेस की विस्तृत व आथेंटिक श्रंखला को सर्व किया जा रहा है.
कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर के एग्जीक्यूटिव शेफ, उत्पल डे, स्वयं बंगाल से हैं और वहां की कुजीन को बनाने में महारत रखते हैं, ने आज आयोजित एक पत्रकारवार्ता में बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ लजीज बंगाली व्यंजनों का एक व्यापक मेनू तैयार किया है. उन्होंने कहा कि कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर न केवल स्थानीय व अंतर्राष्ट्रीय व्यंजनों के लिए जाना जाता है बल्कि अपनी रचनात्मकता के लिए भी जाना जाता है।
कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर के महाप्रबंधक, अनुकम तिवारी ने कहा, यह फ़ूड फेस्टिवल पारम्परिक व लोकप्रिय बंगाली खानपान संस्कृति को रायपुरवासियों के समक्ष प्रस्तुत करने का एक प्रयास है. इस फेस्टिवल में देश के अलग अलग कोनों की डिशेस को पसंद करने वाले फ़ूड लवर्स बंगाल के स्वाद से रु-ब-रु होंगे।
बंगाली फ़ूड फेस्टिवल के मेन्यू में चिल्ली चिकन, कसुंडी फ्राइड फिश, वेजिटेबल्स चॉप, बेगुनी, मोचर चॉप (बनाना फ्लावर कटलेट), पियाजी और पोस्टो वड़ा जैसे मुंह में पानी ला देने वाली शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों की एक आकर्षक श्रृंखला है।
इसमें विभिन्न प्रकार के सलाद जैसे बीट रूट कचुंबर सलाद, पटैटो सोर क्रीम, और स्प्रिंग अनियन के साथ आलू, रूसी सलाद, गाजर और किशमिश सलाद, परमेसन और जैतून के साथ पेस्टो मसालेदार मशरूम और आपकी पसंद के ड्रेसिंग के साथ लेटुस सलाद भी इसका हिस्सा होंगे।
मेन कोर्स में आलू फुलकोफिर दालना, नारकेल चोलर दाल, पनीर मखनी, सुखतो, स्टीम राइस, बसंती पुलाव, घी भात, आलू पोस्टो, सब्जी दीया मोगर दाल, आलू दम, मसूर दाल, हरी मटर कचौरी, शाकाहारी पुलाव, झिंगे आलू शामिल हैं। साथ ही दाल पूरी, चचरा करी, मिस्टी पुलाव, कच्चा कलाल दाल, लुची गुगनी, सुक्को, आलू भाजा, मिक्स्ड वेजिटेबल और मीठा पुलाव का भी आनंद मेहमान ले सकेंगे। नॉन वेजटेरियन्स चिकन चाप, घाव बाटा, माचर झाल, बाटी चिंगरी, कोलकाता मटन बिरयानी और कई अन्य व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।
राज भोग, सोंदेश, कच्चा गुल्ला, पाईश, गोजा, रसगुल्ला, रसमलाई, लॉर्ड चाम, मिहिदाना, चना पाईश, बेक्ड रसगुल्ला, पंतुवा, दरबेश, अंगूरी रसमलाई और मिष्ठी दोई जैसे मीठे व्यंजनों के साथ आप अपने डिनर को समाप्त कर सकते हैं. । इसके अतिरिक्त खट्टे मीठे और चटपटा खाने के शौकीनों के लिए लाइव काउंटर्स भी मौजूद रहेंगे जहाँ दही पापड़ी चाट, दही भल्ले, आलू घुगनी की चाट, फुचका और ढकाई चाट का आनंद लिया जा सकेगा.
भुवनेश्वर, 1 अक्टूबर। अतित के दो साल काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. साथ ही अनिश्चितताओं का माहोल इस कदर हावी था कि भविष्य काल के गाल में समाते हुए नजर आ रहा था। कोरोना महामारी के प्रकोप के दौरान खासकर सबसे ज्यादा परेशानी छात्रों को उठाना पड़ा। पूरे दो साल छात्रों को घर पर ही पढ़ाई-लिखाई करनापड़ाष ऑनलाइन के जरिए से कक्षाएं लेना और बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षाएं करवाना एक बहुत बड़ा चुनौती भरा काम था। लेकिन शिक्षकों ने इस चुनौती को बखूबी निभाया। इस चौनुती भरा काम के लिए शिक्षकों की जितनी तारीफ की जाए वो ना काफी है. तनाव से भरा माहोल को पीछे छोड़ते हुए छात्र और छात्राओं ने कोरोना मुक्त और तनाव मुक्त माहोल को स्वागत करते हुए 2022 में प्रवेश कर चुके हैं. 2022 बैच ने अपनी पढ़ाई के प्रति लगन और बुलंद हौसलों के साथ सभी परिस्थिति का मुकाबला करते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
शैक्षणिक उत्कृष्टता के 25 वर्ष
किट अपना अदम्य साहस और अथक प्रयास के साथ आगे बढ़ रहा है. किट एक साधारण शिक्षा संस्थान से ऊपर उठकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रैकिंग में एक सम्मानजनक स्तर पर पहुंचने के साथ इस वर्ष शैक्षणिक उत्कृष्टता का 25वां वर्ष मना रहा है. इसने असमानताओं को कम करने में प्रभावशाली भूमिका निभाते हुए प्रगति के लिए प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन हम्पैक्ट रैकिंग 2022 में दुनिया के 8वें सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय में बहुत ही कम अवधि में वैश्विक प्रशंसा और प्रतिष्ठा अर्जित की है। किट को 2022 के लिए एशिया के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय की टाइम्स हायर एजुकेशन रैंकिंग द्वारा एशियाई विश्वविद्यालयों के 201-250 श्रेणी में रखा गया है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रैंकिंग फ्रेमवर्क द्वारा पूरे भारत में किट विश्वविद्यालय 20वां स्थान हासिल करने का गौरव प्राप्त किया है. हाल ही में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के लिए प्रतिष्ठित प्रत्यायन बोर्ड (एबीईटी), यूएसए ने किट विश्वविद्यालय के छह इंजीनियरिंग कार्यक्रमों को मान्यता प्रदान किया है. इस गोल्ड स्टैंडर्ड के साथ, किट देश का एकलौता संस्थान बन गया है, जिसे भारत सरकार के सभी वैधानिक निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त होने के अलावा सभी छह इंजीनियरिंग कार्यक्रमों में एबीईटी (यूएसए) से मान्यता प्राप्त है. यह मान्यता हासिल करने वाला पहला भारतीय विश्वविद्यालय है।
किस के प्रयास को समर्थन और सहयोग करना
किट विश्वविद्यालय किसको 25 वर्षों से पूरी तरह से सहयोग दे रहा है. किस 70,000 स्वदेशी बच्चों (30,000 पूर्व छात्र और 30,000 वर्तमान में परिसर में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और शाखा परिसर 10,000 छात्र) के लिए एक घर है, जिन्हें आवास, पोषण, समग्र शिक्षा, कौशल और खेल जैसी सुविधाएं पूरी तरह से मुफ्त प्रदान किया जाता है. यह उच्च शिक्षा का घटक है, किस डीम्ड विश्वविद्यालय, दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय है जो विशेष रूप से जनजाति बच्चों के लिए है। किट के समर्थन के बदोलत किस को साक्षरता के क्षेत्र में प्रतिष्ठित 2022 यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार प्राप्त करने में सक्षम बनाया है. अगर आज किट विश्वविद्यालय किस के पीछे नहीं खड़ा रहता तो किस को ऐसे अद्भुत उपलब्धि प्राप्त करना संभव नहीं होता।
किट का खेल में योगदान
किट ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सतत विकास, साहित्य, संस्कृति और विशेष रूप से खेलकूद में भरपूर योगदान दिया है. किट और किस फीफा के फुटबॉल फार स्कूल फॉर ओडिशा, भारत और दक्षिण एशिया का नॉलेज एंड लॉजिस्टिक हब बन गया है। यह दुनिया के किसी भी शैक्षणिक संस्थान के साथ फीफा का अपनी तरह का पहला सहयोग है. किट और किस का खेल के क्षेत्र में जबरदस्त योगदान है. किट ने सात ओलंपियनों का पोषण और निर्माण किया है. किट में उनके लिए नि:शुल्क शिक्षा और खेल के क्षेत्र में उनके सभी प्रयासों में तहे दिल से समर्थन किया जा रहा है. यहां यह उल्लेख करना उचित है कि किट और किस ने विभिन्न जोनल, राज्य और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले 5000 से अधिक खिलाडिय़ों को बनाया है।
किट-एक वैश्विक गांव
किट डीम्ड विश्वविद्यालय छात्र और माता-पिता के अनुकूल विश्वविद्यालय है। इसका सानी शायद ही कहीं देखने को मिले। किट में पूरे भारत से 35 हजार छात्र-छात्राओं के समेत 65 देश के 1500 छात्रा-छात्राएं पढ़ रहे हैं। यहां विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं के बच्चों को एक साथ रहते हुए देखा जा सकता है। किट विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों और परंपराओं का मिलन स्थल है। यहां वसुधैव कुटुम्बकम का प्रतिबिंब देखा जा सकता है। किट वास्तव में एक वैश्विक गांव है। किट अपने आसपास के क्षेत्रों को विकसित करके ओडिशा के आर्थिक और शैक्षिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
रिकॉर्ड प्लेसमेंट
किट अपनी स्थापना के बाद से प्लेसमेंट के अपने उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है। महामारी अपने चरम पर होने के बावजूद हम 2019-20 और 2020-21 बैचों के लिए उत्कृष्ट प्लेसमेंट करवाने में सफल रहा है। हमारे पिछले रूझान को ध्यान में रखते हुए, किट हमारे प्रशिक्षण और प्लेसमेंट विभाग के समर्पित प्रयासों के कारण 2022 और 2023 स्नातक बैचों के लिए रिकार्ड प्लेसमेंट हासिल करने की राह पर है। हमारे छात्रों को 5000 नौकरी के प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें 52 लाख का उच्चतम सीटीसी और औसतन 6.05 लाख हैं. कंपनी के आकार और छंटनी की परिस्थितियों को देखते हुए इसे पूरा करना आसान काम नहीं है।
18वां दीक्षांत समारोह
2022 में स्नातक होने वाले बैच भाग्यशाली हैं, क्योंकि वे इस दीक्षांत समारोह में व्यक्तिगत रूप से भाग ले रहे हैं। हमने किट डीम्ड विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समारोह में उन बच्चों के लिए प्रौद्योगिकी और संवर्धित वास्तविकता के उपयोग के माध्यम से सबसे व्यक्तिगत स्पर्श प्रदान करने की कोशिश की है, जो व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते हैं। किट विश्वविद्यालय के 18वां दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में ओडि़शा के दूरदर्शी और दयाल मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक शामिल होंगे। डॉ. रिगोवर्टा मेंचु तुम् नोबेल शांति पुरस्कार विजेता 1992, इस अवसर पर दीक्षांत व्याख्यान देंगे। इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में श्री जॉन डेसमंड फोर्स एंडरसन (लॉर्ड वेवर्ली) माननीय ब्रिटिश संसद सदस्य, नरवे सांसद हिमांशु गुलाटी, जर्मन वरिष्ठ विदेश नीति सलाहकार एन्ड्रेस जॉन शामिल होंगे, में 2022 के उत्तीर्ण छात्रों की भावनाओं को समझ सकता हूं कि वे अब किट के सुंदर और हरे भरे परिसर में नहीं रह सकते। मुझे आशा और विश्वास है कि आप सभी अपने लक्ष्यों और अपेक्षाओं को पूरा करेंगे और समाज और देश के निर्माण में आपकी अपनी जिम्मेदारी होगी। आप लोगों को पहले एक अच्छा इंसान बनने की कोशिश करनी चाहिए और अपने रास्ते पर चलना चाहिए।
संस्थापक
किट और किस
रायपुर, 1 अक्टूबर। एलआईसी बिल्डिंग के सामने, सिविल लाइंस में लॉन टेनिस चर्च ग्राउंड स्थित गॉस मेमोरियल में चल रहे ऑल इंडिया हैंडलूम हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी-सह-बिक्री में नये वैरायटी और फ्रैश स्टॉक आटयम्स आये हुए हैं।
प्रदर्शनी को काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. इस आयोजन में संपूर्ण भारत से क्राफ्ट्समैन एंव विवर्स अपने हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट आइटम्स के साथ एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं, जिसमें टेराकोटा, फर्नीचर, ज्वेलरी, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट, किचनवेयर, साडिय़ों का विशाल संग्रह, लेडिस कुर्ती व टॉप, लेडीज एण्ड जेन्ट्स गारमेन्ट्स के अलावा और भी बहुत कुछ है।
उपरोक्त जानकारी प्रदर्शनी के संचालक मुकेश प्रजापति ने दी. उन्होने बताया कि इस आयोजन में देश के प्रमुख शहरों से हैंडलूम व हैंडीक्राफ्ट आइटम्स प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए रखे गये हैं।
कोरबा, 1 अक्टूबर। रिलायंस ज्वेल्स भारत में आभूषणों के अग्रणी ब्रांडों में से एक है, जिसे विभिन्न कला एवं संस्कृतियों, परंपराओं और मान्यताओं से प्रेरित अपने अलग-अलग तरह के ज्वेलरी कलेक्शन के लिए जाना जाता है, और इस ब्रांड के आभूषण सही मायने में भारत की समृद्ध एवं विविधतापूर्ण विरासत को दर्शाते हैं।
ओडिशा से प्रेरित उत्कल कलेक्शन से लेकर बनारस से प्रेरित काश्यम और कच्छ से प्रेरित रणकार कलेक्शन तक, रिलायंस ज्वेल्स ने विभिन्न प्रकार के अपने आभूषणों के डिजाइनों के जरिए भारत की समृद्ध एवं विविधतापूर्ण विरासत को सामने लाना जारी रखा है।
इस बार त्योहारों के अवसर पर, रिलायंस ज्वेल्स ने सोने और हीरे के आभूषणों के एक शानदार कलेक्शन "महालया" को लॉन्च किया है। यह कलेक्शन महाराष्ट्र के वैभव और यहाँ की शोभा से प्रेरित है, जिसे आने वाले पावन व पुनीत त्योहारों के उपलक्ष्य में बाजार में उतारा गया है। महालया नाम महानता और सुंदरता की चरम सीमा का प्रतीक है, जिसमें महा का मतलब महान और आलय का मतलब सौंदर्य है, जो महाराष्ट्र में जीवन के लगभग सभी पहलुओं में पाया जाता है।
इस कलेक्शन को सिर्फ आमंत्रण पर आधारित एक भव्य कार्यक्रम के आयोजन के साथ लॉन्च किया गया, जिसमें रिलायंस ज्वेल्स ने शोस्टॉपर जेनेलिया देशमुख के साथ एक एक्सक्लूसिव ज्वेलरी शो की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी मेहमानों को रिलायंस ज्वेल्स की ओर से पेश किए गए बिल्कुल नए महालया कलेक्शन को बेहद करीब से देखने और अवलोकन करने का अवसर प्राप्त हुआ।
महाराष्ट्र में ऐसे कई पहलू हैं जो इस क्षेत्र की शोभा और वैभव को समेटे हुए हैं, जो यहाँ जीवन के लगभग सभी पहलुओं में और उनकी समृद्ध विरासत में दिखाई देता है। रिलायंस ज्वेल्स का महालया कलेक्शन भी पैठनी की जगमगाती बुनाई से लेकर वर्ली के आकर्षक दृश्यों तक, तथा पहाडिय़ों एवं घाटियों को कुदरती खूबसूरती से लेकर रॉयल रेगेलिया के रूप में भव्य किलों एवं महलों से प्रेरित है।
ग्राहक विभिन्न प्रकार के जटिल डिजाइनों और बेहद कलात्मक रूप से तैयार किए गए आभूषणों में से अपने पसंदीदा आभूषण चुन सकते हैं, जो इन सभी चीजों की प्रेरणा को समाहित करते हैं।
रायपुर, 1 अक्टूबर। पोषण माह के अवसर पर मे इंडियन डाइटेटिक्स एसोसिएशन द्वारा जागरूकता रैली का आयोजित आयोजन किया गया जिसका प्रारंभ कलेक्टरेट मुख्य द्वार से मरीन ड्राइव तक किया गया।
रैली की शुरुआत डॉ अरुणा पल्टा कुलपति दुर्ग विश्वविद्यालय ने की , डॉ पल्टा ने रैली का आरम्भ कर जागरूकता के लिए संदेश दिया रैली के पहले कलेक्टरेट गार्डन मे लाफटर क्लब के सदस्यों को उचित आहार की जानकारी दी।
डॉ. अभया जोगलेकर डॉ वासु वर्मा डॉ शीला शर्मा डॉ रचना सक्सेना डॉ श्वेता छाबड़ा डॉ सारिका श्रीवास्तव एव शिल्पी गोयल ने न्यूट्रिशन टिप्स दिए डॉ श्वेता ने फूड पिरामिड से आहार समझायें एव डॉ रचना ने सीनियर सिटीजन मे होने वाली सामान्य स्वास्थ्य के निराकरण बताये।
मरिन ड्राइव मे शिल्पी जैन , हिनल, गरिमा, तसलीन राखी ने उचित एव पौष्टिक आहार के विषय मे लोगों को समझाया , रैली मे पोषण सबधी नारे लगाये गये एव पोस्टर प्रदर्शित किये गये।
रायपुर, 1 अक्टूबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट ने बताया कि माप तोल क़ानून के अनेक प्रावधानों को क्रिमिनल अपराध की श्रेणी से बाहर करने के मुद्दे पर केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय ने कल नई दिल्ली में एक बुलाई गई मीटिंग में कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने जोर देकर कहा की उक्त क़ानून की अनेक धाराओं में छोटी मोटी भूलों अथवा गलतियों के लिए भी सिविल धाराओं की बजाय क्रिमिनल धाराओं के अंतर्गत केस दजऱ् किया जाता है जो न्यायोचित नहीं है।
कैट ने कहा की माप तोल विभाग के अधिकारीयों को भी चालान करने के मामलों में इलेक्ट्रॉनिक मशीन दी जाए जिसे ट्रैफिक पुलिस को दी गई हैं। कैट ने माप तोल क़ानून में आवश्यक संशोधन करने के केंद्रीय मंत्री श्री पियूष गोयल के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा की वर्ष 2011 में बने इस क़ानून में न्याय के प्राकृतिक सिद्धांत की अनदेखी की गई थी जिसे मोदी सरकार ने ठीक करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से देश के व्यापारी वर्ग को बड़ा लाभ होगा।
कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र ने कहा कि उपभोक्ता मामलों के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने बताया की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के इज ऑफ डूइंग बिजऩेस विजऩ के तहत मंत्रालय माप तोल क़ानून एवं नियमों के कुछ प्रावधानों को अपराध की श्रेणी से बाहर रखे जाने के बारे में सक्रिय रूप से विचार कर रहा है। उन्होंने बताया की इस मामले में केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री श्री पियूष गोयल ने अधिकारीयों को इस दिशा में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं जिसके अनुसार विभाग में शीर्ष स्तर पर स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा कर ऐसे प्रावधानों को चिन्हित किया गया है और उनमें संशोधन करने की प्रक्रिया पर काम जारी है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया कि कैट ने मीटिंग में कहा की कानून की धारा 25 , 28 से 37 तथा 41 से 47 में आपराधिक प्रावधान है। माप तोल क़ानून के अंतर्गत यदि पैक्ड वस्तु पर कोई विवरण लिखा न जाए अथवा कुछ छूट जाए या कोई तकनीकी गलती भी हो जाए तो उनमें भी वित्तीय दंड एवं सजा का प्रावधान है। उन्होंने कहा की आपराधिक मामले में धोखा देने की नीयत का होना जरूरी है जबकि माप तोल क़ानून में इस तथ्य को फि़लहाल दरकिनार रखा गया है और माप तोल इंस्पेक्टर को उनके विवेक के आधार पर कार्रवाई करने की छूट दी गई है। इस पर अंकुश लगाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा की जो आदतन अपराधी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई अवश्य होनी चाहिए लेकिन मानवीय भूल या तकनीकी त्रुटि को आपराधिक मामले की श्रेणी से बाहर किया जाना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा की व्यापारी जो पैक्ड वस्तु बेचते हैं वो उन्हें उसी प्रकार से निर्माता से प्राप्त होती हैं, लिहाजा पैक्ड वस्तुओं पर व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई न करके निर्माता के विरुद्ध करवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा की वित्तीय दंड के मामलों में व्यापारी अथवा बड़ी कंपनियों को एक समान रखा गया है। जो वित्तीय दंड छोटे व्यापारियों के लिए बड़ा हो सकता है वहीं बड़ी कंपनियों के लिए मामूली होता है, लिहाजा वित्तीय दंड का वर्गीकरण किया जाना बेहद जरूरी है। एक तरह से माप तोल क़ानून को तार्किक बनाना जरूरी है।