विष्णु नागर
विष्णु नागर
लगता है कि उत्तरप्रदेश सरकार और भाजपा यह सिद्ध करने पर आमादा है कि 19 साल की हाथरस की दलित लडक़ी के साथ बलात्कार नहीं हुआ था और वे लडक़े जिन पर ऐसा आरोप है,वे निर्दोष हैं या कम से कम बलात्कार के दोषी नहीं हैं। दोषियों की जाति के लोगों ने शुरू से ही यह घोषणा कर दी है कि उनकी जाति के युवा दोषी नहीं हैं। उनकी दबाव की राजनीति इस घटना पर देशभर में व्याप्त आक्रोश पर हावी है। पीडि़त परिवार जिस तरह के राजनीतिक, प्रशासनिक तथा उच्च कही जाने वाली जातियों के दबाव में लाया जा रहा है, उससे लगता है, वही असली दोषी है। बाकी थोड़ा-बहुत न्याय दिलाने का ड्रामा भी चल रहा है। यह ड्रामा ही है। इसे भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय तथा अन्य भाजपाइयों के ट्विटर एकाउंट और भाषणों, साक्षात्कारों से स्पष्ट है। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री का सार्वजनिक मौन इसकी पुष्टि कर देता है। मौन स्वीकृति लक्षण।
एक भाजपाई विधायक दलित परिवार को ‘संस्कार’ का पाठ पढ़ा रहा है, दूसरा दोषियों को बचाने के लिए जाति की पंचायत कर रहा है। और कोई उन्हें रोकना नहीं चाहता बल्कि परदे के पीछे प्रोत्साहन साफ है।
मुख्यमंत्री की जाति और दोषियों की जाति का एक होना आज इस स्थिति का मुख्य कारण हो सकता है। धीरे-धीरे राजस्थान हो या जम्मू हो या उत्तरप्रदेश हर जगह अपराधियों को बचाने की जातिगत और सांप्रदायिक मुहिम सी चल पड़ी है। यह भी विशेषकर देश की भाजपा सरकार की ‘उपलब्धि’ है। अब तथ्यों की बात नहीं होगी क्योंकि तथ्य क्या हैं, यह जाति,धर्म और राजनीतिक दलों के बाहुबली तय करेंगे। मुख्यमंत्रियों के लिए भी न्याय की रक्षा नहीं, जाति की रक्षा पहली प्राथमिकता होगी। फिर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सरकार किसकी है। धर्म के मामले में यह स्पष्ट रूप से होता दीख ही रहा था, अब इन छह सालों में ताकतवर जातियों के मामले में भी रहा-सहा संदेह खत्म हो रहा है। मुसलमानों के बाद दलितों को उनके हाथ में आई रही- सही राजनीतिक ताकत छीनने का वक्त लगता है,लाया जा चुका है।आदिवासी पहले ही लगभग किनारे हैं। मायावती भी कल मुख्यमंत्री बन गईं और मान लो,जिस उच्च कही जानेवाली जाति के साथ उनका उनका दीर्घकालिक गठबंधन का सफल-असफल प्रयोग चल रहा है,उस जाति के लडक़े,मान लो ऐसा कोई अपराध करेंगे तो वह भी थोड़ी चतुराई से सवर्णों को ही बचाएँगी।समाजवादी पार्टी ने अपने को यादवों का संरक्षक बना ही रखा है। थोड़ा-बहुत पर्दा है तो उसे भी तमाम दल हटा देंगे। भाजपा ने इसका राष्ट्रीय राजमार्ग खोल दिया है। फिर उत्तरप्रदेश क्या सारे भारत में यह और तेजी से होगा। सिर्फ अपराधी बचते रहेंगे। सभी जातियों की ताकत उन्हें बचाने में पूरी ताकत से लगेगी। आ गया रामराज्य, न्यू इंडिया, अच्छे दिन।