छत्तीसगढ़
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दंतेवाड़ा/किरंदुल, 26 अप्रैल । प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार, यूनिसेफ एवं डब्लू.एच.ओ के संयुक्त तत्वावधान में विशेषज्ञों द्वारा पत्रकारों के लिए आयोजित विशेष ऑनलाइन सेमीनार में दंतेवाड़ा जिले से पत्रकार रवि दुर्गा ने भाग लिया।
वर्तमान दौर कोरोना काल का समय चल रहा है एवं इस दौर से देश की जनता गुजर रही है एवं कोविड-19 की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुये कोविड-19 महामारी के प्रामाणिक, वैज्ञानिक एवं तथ्यात्मक जानकारी, उपाय एवं बचाव के बारे में प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार, यूनिसेफ, डब्लू.एच.ओ के संयुक्त तत्वावधान में विशेषज्ञों द्वारा पत्रकारों के लिए एक विशेष ऑनलाइन सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें दंतेवाड़ा जिले की बैलाडीला किरंदुल से पत्रकार रवि दुर्गा ने इस आयोजित मीडिया सेमिनार का हिस्सा बना और इस वर्चुअल ऑनलाईन सेमिनार में विशेषज्ञों द्वारा कोविड-19 के अफवाहों पर ध्यान न देने और कोरोना वायरस से किस प्रकार से स्वयं के साथ साथ दूसरों को भी सुरक्षित रखा जा सकता है, इन सारी विषयों के बारे में जानकारी दी गई।
कोण्डागांव, 26 अप्रैल। लगातार कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों में बेहतर प्रबन्धन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए 25 अप्रैल को कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने स्वास्थ्य विभाग के लिए कोविड अस्पतालों की व्यवस्था के सम्बंध में निर्देश जारी किए। जिसके तहत अब जिला अस्पताल कोण्डागांव कोविड वार्ड में भर्ती सभी मरीजों का व्हाट्सप ग्रुप बनाया जाएगा व कलेक्टर सहित डॉक्टर भी इस ग्रुप में शामिल रहेंगे। मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी आने पर वे सीधे ग्रुप में समस्या साझा कर सकते हैं। इस ग्रुप की निगरानी कलेक्टर स्वयं करेंगे साथ ही कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों से प्रतिदिन 2 बार वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर उनसे व्यवस्थाओं व स्वास्थ्य सम्बन्धित जानकारी लेंगे। इसके तहत 24 अप्रैल शनिवार को कलेक्टर ने जिला अस्पताल में भर्ती गढ़कोंगा के निवासी कोरोना मरीज से वीडियो कॉल द्वारा बात की। जिसमे उन्होंने अस्पताल में स्वच्छता, डॉक्टरों द्वारा निरीक्षण, पेयजल व्यवस्था व उनके स्वास्थ्य के संबंध में चर्चा की। जिसमें पीडि़त द्वारा सांस संबंधी समस्या के बढऩे की बात कही जिस पर कलेक्टर द्वारा उनके पूर्ण इलाज का भरोसा दिलाया गया। इस दौरान मरीज द्वारा अस्पताल प्रबंधन द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया गया।
इसके अतिरिक्त निर्देशानुसार अब कोविड वार्ड में मरीजों को अपनी बात कहने के लिए माईक की व्यवस्था की जाएगी ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी होने से माईक के माध्यम से प्रबन्धन को अवगत करा सकें। कोविड मरीजों को आवश्यक दवाई कीट के साथ सुस्पष्ट पर्ची, चिकित्सक का नाम, मोबाईल नंबर, नर्स का नाम, मोबाईल नंबर भी उपलब्ध कराया जाएगा। कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को प्रात: व सायं में पीने के लिए गर्म काढ़ा, आवश्यकतानुसार गर्म पानी व प्रात: 8 बजे तथा शाम 5 बजे चाय उपलब्ध कराया जायेगा। कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को प्रात: 9 बजे नाश्ता, दोपहर 1 बजे व रात्रि 8 बजे गर्म भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। कोविड सेंटरों में अनिवार्य रूप से अग्निशमन यंत्र की स्थापना की जाएगी। जिसे उपयोग करने हेतु तैनात कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाये। कोविड वार्ड में स्थित शौचालयों की साफ-सफाई प्रात: 8 बजे, दोपहर 2 बजे व रात्रि 8 बजे अनिवार्य रूप से कराया जायेगा व इसकी नियमित मॉनिटरिंग हेतु अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी को दायित्व सौंपा जाएगा। इसके अलावा निर्देश दिए गये कि शौचालयों, बाथरूमों में हेण्डवाश, डेटॉल, क्लीनर आदि उपलब्ध रहे व शौचालय, बाथरूम में लगे सभी नल व फ्लश चालू हालत मे रहे। कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए परिजनों द्वारा दिए गए आवश्यक सामग्री व दवाई तत्काल संबंधित को प्राप्त हो जाये, इस हेतु आवश्यक कर्मचारियों की ड्यूटी रोस्टर अनुसार लगाया जायेगा। कर्मचारियों का नाम व मोबाईल नंबर भी मरीज व उनके परिजनों को उपलब्ध कराया जायेगा।
कोविड वार्ड में जिन चिकित्सकों की ड्यूटी उपचार हेतु लगाई गई है, वे प्रात: 7.30 बजे, 9.30 बजे,12.30 बजे व शाम 7 बजे अनिवार्य रूप से जायेंगें। जिला अस्पताल कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. कुनाल देवांगन प्रतिदिन दिन कोरोना वार्ड में 3 बार जाकर सभी व्यवस्थाओं का पालन कराना सुनिश्चित करेंगें व वार्ड में मरीजों के मध्य उपस्थित होकर फोटो व्हाट्सप ग्रुप में भी डालेंगें। कोविड वार्ड में लगे सीसीटीव्ही कैमरे के माध्यम से कलेक्टर द्वारा सतत रूप से कोविड वार्ड की निगरानी भी की जायेगी।
कोण्डागांव, 26 अप्रैल। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य के सभी जिलों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया, ताकि कोरोना वायरस से लोगों की रक्षा की जा सके। सभी हाट-बाजारों में प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में जहां कुछ लोग कालाबाजारी व मुनाफाखोरी के द्वारा देश पर आई इस आपदा को अवसर बनाकर लोगों की बिना परवाह किये लाभ कमाने में लगे हैं, वहीं विकासखण्ड माकड़ी के तारगांव (रांधना) निवासी उन्नतशील किसान फूलसिंह मरकाम द्वारा इसे मानव सेवा का अवसर मानकर जिला प्रशासन के सहयोग हेतु कोविड केयर सेंटरों व अस्पतालों में नि:शुल्क सब्जियों का वितरण किया जा रहा है।
फूलसिंह द्वारा जिला अस्पताल, उप स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित कोविड केयर सेंटरों व जिला मुख्यालय स्थित आश्रय स्थल में नि:शुल्क टमाटर व सब्जियों का वितरण किया गया। इसके साथ ही उन्होंने सभी किसानों को सन्देश दिया कि इस विपत्तिकाल में जरूरतमंदों की मदद करें व इस विपत्ति में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोये इसके लिए हम सभी मिलकर प्रयास करें।
इस संबंध में कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम द्वारा भी नि:शुल्क वितरण कार्य की सराहना करते हुए व समाज के सभी वर्ग के लोगों से इस कार्य से प्रेरणा लेते हुए संकटकाल में एक दूसरे का सहयोग करने की बात कही। फूलसिंह मरकाम के द्वारा स्वास्थ्यगत कारणों से उपस्थित न हो पाने के कारण उनके बेटे उपअभियंता क्रेडा विभाग प्रवीण मरकाम द्वारा विभिन्न स्थलों में सब्जी वितरण कार्य सम्पन्न किया गया। इस अवसर पर सहायक अभियंता क्रेडा विजय कुमार धु्रव द्वारा इस नेक कार्य में स्वस्फूर्त सहयोग प्रदान किया गया।
कोण्डागांव, 26 अप्रैल। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान राज्य शासन की एक महात्वाकांक्षी योजना है। जिसके तहत् 2 से 6 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों को सही मात्रा में पोषणयुक्त आहार प्रदान करने के लिए शासन द्वारा बच्चों को अण्डे खिलाने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत् जिले में प्रतिमाह 2 से 6 वर्ष तक के 8161 बच्चों को अण्डा उपलब्ध कराया जाना है। जिसके लिए प्रतिमाह 78998 अण्डों की आवश्यकता होती थी व इन सभी अण्डों को अन्य राज्यों से आयात कराया जाता था। जिससे कई बार आपूर्ति में कमी हो जाने से अण्डों के वितरण में समस्या आती थी। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सुपोषण अभियान के माध्यम से लोगों को रोजगार दिलाने व अण्डा उत्पादन में जिले को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कुकाडग़ारकापाल में अण्डा उत्पादन ईकाई की स्थापना की गई।
इस ईकाई के माध्यम से तीन महिला स्व-सहायता समूहों की 30 महिलाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार प्रदान किया जा रहा है। इस केन्द्र से उत्पादित अण्डों के वितरण व संकलन के लिए इस केन्द्र को उड़ान महिला कृषक प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड चिखलपुटी से जोड़ा गया है। इस कम्पनी द्वारा उत्पादन केन्द्र से अण्डों को लेकर मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् महिला बाल विकास विभाग के वितरण केन्द्रों तक पहुंचाया जाता है।
इस केन्द्र द्वारा अप्रैल माह में अब तक कोण्डागांव परियोजना-2 को 2190 अण्डे, कोण्डागांव परियोजना-3 को 3730 अण्डे, कोण्डागांव परियोजना-1 को 4290 अण्डे, फरसगांव परियोजना को 1140 अण्डे, बड़ेराजपुर परियोजना को 5480 अण्डे व केशकाल परियोजना को 5430 अण्डे उपलब्ध कराए गए हैं। इस प्रकार अप्रैल माह में अब तक कुल 22240 अण्डों की आपूर्ति इस केन्द्र द्वारा की गई। अब तक के कुल अण्डा उत्पादन से महिला समूहों को 66 लाख 35 हजार रूपये की राशि प्राप्त हुई है तथा इससे समूहों के सदस्यों को प्रतिदिन 200 रूपये की मजदूरी प्राप्त हो रही है। इसके अतिरिक्त उड़ान महिला कृषक प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड चिखलपुटी द्वारा महिला बाल विकास विभाग को सूखा राशन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे अब तक 1 करोड़ 12 लाख रूपये का सूखा राशन आंगनबाडिय़ों को उपलब्ध कराया जा चुका है।
कोण्डागांव, 26 अप्रैल। विगत दिनों कोरोना संक्रमण के पुन: विकराल रूप लेने के जिले में संक्रमण से बचाव के लिए सभी वर्ग व तबकों के लोग सहयोग के लिए शासन-प्रशासन के साथ कंधों से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। इस मानवता की सेवा में बिहान समूह की महिलाएं भी जन-जन तक कोरोना से बचाव के तरीकों के संबंध में जागरूकता संदेश देने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं है। इसके लिए जिले के सभी 20 कलस्टरों से संबंधित बिहान स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा अपने ग्रामों में जागरूकता अभियान छेड़ दिया गया। जिसके तहत् बिहान समूह की महिलाओं द्वारा अपने आस-पास उपलब्ध संसाधनों के द्वारा प्रत्येक ग्राम में दीवारों पर जागरूकता संदेश अंकित किए जा रहे हैं। इसके तहत् विगत दिनों 449 ग्रामों की स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा 4945 दीवारों पर जागरूकता संदेश लेखन का कार्य किया गया व यह अभियान सभी ग्रामों में अनवरत जारी है।
ज्ञात हो कि स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा इस अभियान के लिए उत्साह प्रकट किये जाने पर कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देश पर जिला मिशन प्रबंधक विनय सिंह के नेतृत्व में सभी 20 कलस्टरों के संगठन अध्यक्षों को ऑनलाईन प्रशिक्षण के माध्यम से दीवार लेखन का प्रशिक्षण विगत दिनों दिया गया था। इन कलस्टर अध्यक्षों द्वारा अपने क्षेत्र के सभी स्व-सहायता समूहों को ऑनलाईन प्रशिक्षण देकर दीवार लेखन कला के संबंध में जानकारी दी गई। प्रत्येक ग्राम में सक्रिय महिला समूह द्वारा जन जागरूकता के लिए दीवान लेखन कार्य स्वेच्छा से किया जा रहा है।
कोण्डागांव, 26 अप्रैल। विकासखंड कोण्डागांव अंतर्गत मर्दापाल थाना क्षेत्र के पुनगारपाल में रहने वाले जिगराम कोर्राम का 8 वर्षीय बेटा मानकु कोराम बीती शाम पेड़ से गिरकर घायल हो गया। उसे 25 फरवरी को कोण्डागांव के जिला अस्पताल आरएनटी में दाखिल किया गया। डॉक्टरों के अनुसार मानकु के हाथों के कलाई के पास से दो जगह हड्डी टूट चुकी है, उपचार जारी है।
कोरबा, 26 अप्रैल। जिले के प्रभारी और छत्तीसगढ़ शासन में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली है. अपने वैक्सीनेशन की तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की है. डॉ टेकाम ने टीके को लेकर अपने अनुभव भी साझा किए हैं. उन्होंने लिखा है कि आज रायपुर मेडिकल कॉलेज पहुँचकर कोरोना टिका का दूसरा डोज़ लगवाया. मैं टीका लगवाने के बाद पूर्णत: स्वस्थ महसूस कर रहा हूँ और टीके से मुझे किसी प्रकार की असहजता नहीं हुई. यह पुर्णतः सुरक्षित एवं प्रभावशाली है. यह हमें रोग प्रतिरोधक क्षमता देता है. आप सभी भी अपनी बारी आने पर टीका अवश्य लगवाए व छत्तीसगढ़ को कोरोना मुक्त बनाने में अपना योगदान दें साथ ही मास्क पहने और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें।
कलेक्टर ने ली निजी कोविड अस्पताल संचालकों की बैठक, दिए जरूरी निर्देश
कोरबा । कोविड संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूलने की शिकायतों को कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने ऐसी शिकायतों की जाॅच पर पुख्ता साक्ष्य मिलने से कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी है। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों का ईलाज करने वाले अनुमति प्राप्त निजी चिकित्सालयों की नियमित निगरानी और जाॅच के लिए डिप्टी कलेक्टर बी. आर. ठाकुर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी भी बना दी है। श्रीमती कौशल ने आज कोविड संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों के संचालकों की महत्वपूर्ण बैठक ली। उन्होंने संचालकों से शासन द्वारा निर्धारित दर पर ही कोरोना मरीजों का ईलाज करने के दो टूक निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कहा कि कोविड मरीजों से ईलाज के नाम पर अधिक राशि वसूलते पाये जाने पर अस्पताल की कोरोना के ईलाज की अनुमति निरस्त कर दी जायेगी। साथ ही जाॅच कर वसूली गई अतिरिक्त राशि भी मरीज या उसके परिजनों को वापस कराई जायेगी। कलेक्टर ने यह भी चेतावनी दी कि ऐसा करते पाये जाने पर अस्पताल संचालक के विरूद्ध महामारी अधिनियम के तहत विधिक कार्यवाही भी की जायेगी।
बैठक में कलेक्टर ने कोरोना मरीजों के लिए जिले में मेडिकल आक्सीजन गैस के उत्पादन और अस्पतालों को वितरण करने की सप्लाई चेन पर चर्चा की। उन्होंने सभी निजी और शासकीय कोविड अस्पतालों को आक्सीजन गैस प्रबंधन के लिए एक-एक नोडल कर्मचारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने 24 घंटे में दो बार सुबह एवं शाम को अस्पतालों की मांग के अनुसार आक्सीजन से भरे सिलेंडरों की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने अस्पतालों में कम से कम चार घंटे के लिए बफर स्टाक के रूप में आक्सीजन रखने के भी निर्देश संचालकों को दिए। कलेक्टर ने सभी अस्पतालों में आग से बचाव के सभी साधन और व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को भी कहा। उन्होंने ऐसी किसी भी विपरीत परिस्थिति में अस्पतालों से मरीजों और स्टाफ को निकालने के लिए पहले से ही प्रभावी निकासी योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने कोविड मरीजों के ईलाज के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन का उपयोग शासन द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों और आईसीएमआर द्वारा तय किये गये प्रोटोकाॅल के हिसाब से ही करने के निर्देश भी निजी अस्पताल संचालकों को दिए।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार, एडीएम एस.जयवर्धन, एसडीएम सुनील नायक सहित एनकेएच, जीवन आशा, सृष्टि अस्पताल सहित अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों के संचालक एवं प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
आइसोलेशन सेंटर करतला का आकस्मिक निरीक्षण
कोरबा । कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू पूर्ण तालाबंदी के बीच आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने विकासखंड करतला पहुंचकर आइसोलेशन सेंटर और कंटेनमेंट जोन चिकनीपाली का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार, एसडीएम सुनील नायक सहित विकासखंड स्तरीय अन्य अधिकारी एवं डाक्टर भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने करतला में बने आइसोलेशन सेंटर में रह रहे कोरोना मरीजों से भी बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। श्रीमती कौशल ने आइसोलेशन सेंटर में भर्ती मरीजों को कोविड प्रोटोकाॅल के हिसाब से निर्धारित दवाएं और समय-समय पर उनका बुखार, आक्सीजन आदि चेक करते रहने के निर्देश स्वास्थ्य कर्मियों को दिए। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आइसोलेशन सेंटर में 10 और आक्सीजनयुक्त बेड लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने आइसोलेशन सेंटर में बिना लक्षणों वाले या मॅाडरेट रूप से कोरोना संक्रमित लोगों का ही ईलाज करने के निर्देश दिए। उन्होंने गंभीर रूप से बीमार लोगों को तत्काल जिला कोविड अस्पताल भेजने को कहा। करतला विकासखंड मुख्यालय में बने इस आइसोलेशन सेंटर में अभी छह कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है।
इस दौरान कलेक्टर ने करतला विकासखंड मुख्यालय में कोरोना संक्रमितों की मदद और ईलाज संबंधी विभिन्न सुविधाओं की जानकारी तथा परेशानियों के निराकरण के लिए बनाये गये कंट्रोल रूम का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। श्रीमती कौशल ने इस दौरान कंट्रोल रूम में उपस्थित कर्मचारियों से दिन भर की गतिविधियां आने वाले फोन काॅल्स, पूछे जाने वाले प्रश्नों और कोरोना संक्रमितों की समस्याओं आदि के विषय में जानकारी ली। कर्मचारियों ने बताया कि कंट्रोल रूम में प्रतिदिन औसतन 6 से 7 फोन काॅल मिल रहे हैं। कलेक्टर ने होम आइसोलेशन माॅनिटरिंग सेल में निर्धारित समय में ड्यूटी से अनुपस्थित पाये जाने पर तीन आश्रम अधीक्षकों की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए।छात्रावास रामपुर के अधीक्षक आनंद कुमार सोनी, आदिवासी बालक छात्रावास बेहरचुवां के अधीक्षक ईश्वर सूर्यवंशी और आदिवासी बालक छात्रावास बीरतराई के अधीक्षक विवेक शर्मा के कार्य में लापरवाही बरतने पर एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश सहायक आयुक्त श्री वाहने को दिए।
सूरजपुर, 26 अप्रैल। भाजपा कार्यकर्ता कोरोना महामारी के संकट काल में जरूरतमंदों कोविड संक्रमित मरीज व उनके परिवारों की मदद करें। जिला भाजपा का हेल्पलाइन नंबर पूरे समय चालू रख लोगों तक मदद पहुंचाएं।उक्त उद्गार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णु देव साय ने सूरजपुर जिला भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों, जिला पदाधिकारियों, मोर्चा-प्रकोष्ठो के जिला संयोजक व महामंत्री सहित मंडल अध्यक्ष व महामंत्री एवं जनप्रतिनिधियों के वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए दिए।
उन्होंने कहा कि आपदा काल में सरकार के भरोसे बैठे रहना उचित नही है,जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचनी चाहिए इसके लिए जिला स्तर पर जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सात सदस्यीय कमेटी तथा मंडल स्तर पर मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व मे पांच सदस्यीय कमेटी का गठन कर लोगों को तक राहत और जरूरी सुविधा मुहैया कराएं।
प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता हर परिस्थिति में लोगों की मदद के लिए जाने जाते हैं, हमें दो माध्यमों सेवा व संपर्क कर लोगों का हालचाल जानते रहना है।
लाकडाउन के कारण अपने आसपास गरीब, मजदूरों को सूखा राशन उपलब्ध कराएं।उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीज व परिजन बिमारी के समय काफी पीड़ा मे होते हैं ऐसे समय में उनसे संपर्क कर उनका मनोबल बढाए रखना भी हम सब की जिम्मेदारी है।प्रदेश महामंत्री व सरगुजा संभाग संगठन प्रभारी नारायण चंदेल ने कहा कि जिला स्तर पर संचालित होने भाजपा हेल्पडेस्क पर रजिस्टर संधारित कर लोगों की समस्याएं सून कर लिखें व उसका तत्काल निराकरण का प्रयास करें इसके लिए स्थानीय सांसद, पंचायत प्रतिनिधियों की मदद लें।जिला संगठन प्रभारी राजा पांडे ने सूरजपुर जिले कार्यकर्ताओं से कोरोना के वैश्विक महामारी काल में लोगों की मदद करने आगे आने की अपील की।
भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने जिला संगठन की गतिविधियों की जानकारी देते हुए पार्टी द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की लापरवाही से जिला चिकित्सालय में कई महीनों तक किस तरह 06 नग वेंटिलेटर बंद पड़े रहे। उन्होंने कहा कि जिले में एसईसीएल प्रबंधन द्वारा कोविड के मामलों में अपेक्षानुरुप सहयोग नही मिल रहा है ,जबकि जिले में ही प्रबंधन के पास पर्याप्त भवन व स्टाफ उपलब्ध हैं।श्री अग्रवाल ने केन्द्रीय चिकित्सालय विश्रामपुर मे जिले के कोरोना संक्रमित मरीजों के आरटीपीसीआर जांच की सुविधा प्रारंभ कराने का आग्रह किया।इस दौरान भाजपा पदाधिकारियों ने अपने कई अहम सुझाव भी रखे।
बैठक के अंत में कोरोना से हुए मौत के लिए मृतकों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई 7वर्चुअल बैठक में केन्द्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह, पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, प्रदेश संयोजक आईटीसेल दीपक महस्के,जिला महामंत्री द्वय राजेश अग्रवाल मुरली सोनी, थलेश्वर साहू,आईटीसेल के जिला संयोजक एजाज अहमद सहित जिले सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मिलित रहे।
अंबिकापुर, 26 अप्रैल। कोरोना महामारी की स्थिति में निगम क्षेत्र की जनता के लिए आवश्यक व्यवस्था किए जाने की मांग को लेकर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष प्रबोध मिंज ने महापौर को ज्ञापन प्रेषित किया है।
निगम नेता प्रतिपक्ष श्री मिंज ने ज्ञापन में कहा है कि कोरोना महामारी अंबिकापुर नगर में भी विकराल रूप ले रहा है, एवं संक्रमण बढ़ता जा रहा है। शासन स्तर पर इसकी रोकथाम एवं इलाज की व्यवस्था लगभग फेल होती जा रही है। संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसको देखते हुए लॉकडाउन को भी 5 मई तक बढ़ाया गया है। लॉकडाउन से व्यापारी, कामगार एवं आम लोगों की आर्थिक स्थिति भी खराब हो रही है। नगर पालिक निगम अधिनियम की धारा 66 एवं 67 तथा 69( 3) में भी ऐसी आपदाओं एवं संक्रमण से जनता की सुरक्षा एवं बचाव हेतु प्रावधान दिया गया है, परंतु नगर निगम सरकार द्वारा ऐसा कोई विशेष प्रयास नहीं हो रहा है। केवल जिला प्रशासन के कार्यों में निगम अधिकारी, कर्मचारियों द्वारा सहयोग हो रहा है। इस आपदा के समय निगम द्वारा भी कई व्यवस्था किया जाना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने मांग करते हुए कहा कि नगर निगम का राज मोहनी भवन, सरगुजा सदन एवं अन्य उपयुक्त भवनों को भी नगर के संक्रमित लोगों के लिए कोविड अस्पताल, आइसोलेशन केंद्र के रूप में तैयार करना चाहिए। नगर निगम की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर व आवश्यक उपकरण की व्यवस्था किया जाना चाहिए। निगम की ओर से मृतकों के लिए शव वाहन एवं अंतिम संस्कार की निशुल्क व्यवस्था होनी चाहिए। गंभीर मरीजों को अस्पताल ले जाने हेतु एंबुलेंस की व्यवस्था, कोरोना काल के लॉकडाउन अवधि में निगम के टैक्स एवं किराया में छूट देना चाहिए। छोटे व्यापारी, ठेले वालों तथा दैनिक कामकाज करने वालों गरीब परिवारों को पार्षद के सहयोग से चिन्हांकित कर राहत सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था होनी चाहिए। नगर निगम नगर की जनता से संपत्ति कर, समेकित कर एवं अन्य करों के माध्यम से एवं जुर्माना राशि वसूल करती है, तो ऐसे आपदा के समय में नगर की जनता को राहत देने के लिए निगम को प्राप्त अधिकारों का उपयोग कर उपरोक्त व्यवस्था करनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने अनुरोध किया कि संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए निगम निधि, महापौर, पार्षद निधि सभी के सहयोग से नगर के जनप्रतिनिधियों पार्षदों से चर्चा कर जिला प्रशासन के साथ इस महामारी से लडऩे में उपरोक्त व्यवस्था नगर की जनता के लिए की जाए।
अम्बिकापुर, 26 अप्रैल। जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा के जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने विज्ञप्ति जारी कर भाजपा के नेताओं से केंद्र की मोदी सरकार से एक देश एक वैक्सीन-एक नीति की मांग करते हुए सहयोग की अपील की है।
श्री गुप्ता ने बताया कि 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को जो टीकाकरण किया जाना है । जिसमें छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध करा रही है। निश्चित रूप से 45 वर्ष से अधिक के उम्र के लोगों को केंद्र सरकार की ओर से टीकाकरण किया गया है, लेकिन जिस कोवैक्सिन को केंद्र सरकार ने 150 रुपए में खरीदा, अब युवाओं के लिए राज्य सरकार उसे 600 रुपए में खरीदेगी, उसी प्रकार जिस कोविशिल्ड को केंद्र सरकार ने 150 रुपए में खरीदा है उसे अब राज्य सरकार 400 रुपए में खरीदेगी। हम सभी कांग्रेस जन केंद्र सरकार से एक ही दर पर टीका उपलब्ध करवाने की मांग करते हैं।
आपदा के इस दौर में सीमित संसाधन के साथ छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार कोरोना से लड़ाई लड़ रही है। इस उचित मांग पर आपका भी एक प्रयास हम सभी चाहते हैं। रेमडेसीविर इंजेक्शन के कीमत की बात हो, कोरोना से संबंधित अन्य औषधि, ऑक्सीजन आदि पर जीएसटी में रियायत की मांग केंद्र सरकार से हम लोग करते हैं। महामारी के इस दौर में दवा निर्माता कंपनी को आर्थिक लाभ से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि मितव्ययता के साथ कोरोना की इस जंग में साथ दे। केंद्र की मोदी सरकार से एक देश- एक वैक्सीन-एक नीति की मांग का आपसे सहयोग करने की अपील करते हैं।
दंतेवाड़ा/बचेली, 26 अप्रैल। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन जिला इकाई दंतेवाड़ा के जिलाध्यक्ष उदयप्रकाश शुक्ला द्वारा प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण श्रीवास्तव के निर्देश व जिला कार्यकारिणी पदाधिकारियों से वर्चुअल बैठक में चर्चा उपरांत छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन विकासखंड गीदम में ब्लॉक अध्यक्ष पद पर रमा कर्मा एवं सचिव के पद पर साजिद भारती को सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया।
मनोनीत पदाधिकारी गीदम विकासखंड में पदस्थ शिक्षक संवर्ग की समस्याओं को लेकर विकासखंड स्तर पर त्वरित निराकरण एवं जिला स्तर की समस्याओं के लिए जिला इकाई से उचित समन्वय स्थापित कर शिक्षक संवर्ग के हितों के लिए समर्पित भाव से कार्य करेंगे।
दंतेवाड़ा जिले में पहली बार ब्लॉक अध्यक्ष पद का दायित्व रमा कर्मा के रूप में एक महिला शिक्षक को सौंपे जाने पर संगठन में समानता, एकजुटता और सकारात्मकता के एक नवीन वातावरण का सृजन हुआ है। इससे जहाँ एक ओर संगठन में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी के विचार को मजबूती मिलेगी, वहीं दूसरी ओर ऊर्जावान और अनुभवी साजिद भारती को सचिव पद सौंपे जाने से विकासखंड में संगठन की एकजुटता को बनाये रखने हेतु एक नयी ऊर्जा का संचार होगा।
इस अवसर पर जिला इकाई दंतेवाड़ा कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने नव पदस्थ दोनों पदाधिकारियों को नवीन दायित्व के सफल निर्वहन के लिए शुभकामनाये प्रेषित की हैं व पूर्ण आशा विश्वास व्यक्त किया कि संगठन व शिक्षक हित में निरंतर प्रयास जारी रहेगा।
बचेली, 26 अप्रैल। लॉकडाउन में एईसीएस संस्था द्वारा प्रतिदिन पशुओं को भोजन खिलाया जा रहा है।
बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच दंतेवाड़ा जिला में लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। नगर के सभी वार्डों, कॉलोनियों, गलियों में सन्नाटा है, कुछ ही लोग सड़कों पर नजर आ रहे है। इस लॉकडाउन में पशु पक्षी व जानवर अपने भोजन के लिए परेशान हो रहे है। पहले लोग इन्हें खाना खिला देते थे, परंतु अब लोग घरों में कैद हो गये हैं तो आवारा पशु भूख के कारण सड़कों पर भटकने को मजबूर हैं। भूख शांत करने के लिए पशु भी अब सड़क किनारों पड़े कूड़े में मुंह मारने मजबूर हंै।
ऐसे में प्राणी जीव एवं पर्यावरण संरक्षण को समर्पित बचेली नगर की एनजीओ एनिमल एंड एन्वारमेंट कन्जर्वेशन सोसाईटी ने गौ माताओ एवं आवारा घूम रहे पशुओं के लिए भोजन उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया है। इस एनजीओ के द्वारा नगर में घूम-घूम कर गायों व कुत्तों व अन्य जानवरों को नियमित रूप से भोजन दे रहे हैं।
गौरतलब है कि यह एनजीओ एईसीएस नगर में गौमाताओं के लिए वरदान है। पशु चिकित्सालय में पशु चिकित्सक नहीं होने से घायल अवस्था में होने पर तत्काल वहां पहुंचकर उन गायों का इलाज किया जाता है। इनके अलावा और भी कई लोग हंै, जो अपने स्तर पर पक्षियों, बेजुबान पशुओं को चारा व भोजन दे रहे हैं।
दंतेवाड़ा, 26 अप्रैल। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत जिला आर.ओ.पी. में स्वीकृत विभिन्न पदों पर ऑनलाईन इंटरव्यू 27 अप्रैल को प्रात: आयोजित किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एमओ पुरूष आरबीएसके हेतु पात्र अभ्यार्थी का इन्टरव्यू प्रात: 11.20 से 11.30 बजे तक, एमओ महिला आरबीएसके के एक रिक्त पद हेतु पात्र 9 अभ्यर्थियों का इंटरव्यू 11.40 से दोपहर 1.10 बजे तक तथा आडीओलोजीस्ट के रिक्त एक पद हेतु पात्र 17 अभ्यार्थियों का ऑनलाईन इंटरव्यू दोपहर 1.15 ये 2.55 बजे तक आयोजित किया गया है।
जगदलपुर, 26 अप्रैल । कोरोना के संक्रमण से जहां पूरा विश्व भयभीत है, वहीं इस विपदा की घड़ी में स्वच्छता कर्मियों ने अपना दायित्व पूरी निष्ठा के साथ निभाकर नगर को आपदा से बचाने के कार्य में जी जान से जुटी हुई हैं।
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन में सब अपने घरों में घिर गए हंै, परंतु ऐसे समय में नगर की सफाई का दायित्व स्वच्छता कर्मियों ने बखूबी निभाया है। वे सामान्य दिनों के समान लॉकडाउन की अवधि में भी अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित होकर प्रतिदिन नागरिकों के घर-घर दस्तक दे रही हैं और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कर कर रही हैं। इसके साथ ही सड़कों की साफ-सफाई और घरों से उठाए गए कचरे के प्रबंधन के कार्य को भी कर रही हैं। पूरे शहर की साफ-सफाई के लिए प्रतिबद्ध होकर वे कोविड-19 की इस विषम परिस्थितियों में समर्पित भाव से अपनी सेवाएं दे रही हैं। जगदलपुर नगर निगम अंतर्गत 48 वार्डों में 663 स्वच्छता कर्मियों द्वारा जगदलपुर शहर की साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है।
जहाँ कोरोना के प्रकरण सामने आते हैं, वहाँ सबसे अधिक भय का वातावरण निर्मित होता है, वहां भी निगम का स्वच्छता दल ही क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सैनिटाइज करने का कार्य किया जा रहा है। सेनिटाईजर के लिए समर्पित एक दल कार्यालयों तथा होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों के घरों को सैनिटाईज करने का कार्य कर रही है। इसके अलावा 48 वार्ड में दवाई छिड़काव मशीन (नीला बक्सा) भी प्रदाय किया गया है। कोरोना के बढ़ते प्रकरण को देखते हुए शहर के जागरूक पार्षद द्वारा भी मोहल्लों में सेनेटाईज करने के लिए स्वयं निगम के स्वच्छता कर्मियों की सेवाएं ले रहे हैं।
इसके साथ ही निगम के अमले द्वारा कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शव का अंतिम क्रियाकर्म भी परम्पराओं के अनुसार पूरे सम्मान के साथ कर समाज को महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। कोरोना वायरस ने ऐसी परिस्थिति निर्मित कर दी है कि कोरोना मरीज की यदि मृत्यु हो गई तो उसे प्रोटोकॉल के आधार पर ही अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इस कार्य के लिए निगम के कर्मचारियों का सहयोग स्वास्थ्य विभाग, राजस्व- पुलिस विभाग और जिला रेडक्रास सोसायटी के द्वारा किया जा रहा है। कई बार परिवार के सदस्य उपस्थित नहीं होने की दशा में निगम के कर्मचारी के द्वारा ही मुखाग्नि दी जा रही है।
निगम जगदलपुर द्वारा इस लॉकडाउन अवधि में शहर के नागरिकों को रोजमर्रा की आवश्यक सामग्रियों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए राशन, किराना,फल, दवाई दुकानों से संपर्क कर उन व्यापारियों का संपर्क नम्बर वार्डवार साझा किया गया है ताकि लोग जरूरत के सामानों के लिए शहर में इधर-उधर भटकना नहीं पड़े और लॉकडाउन के नियम का उल्लंघन नहीं हो। साथ ही कालाबाजारी और मुनाफाखोरी रोकने के लिए भी सम्पर्क नम्बर जारी किया गया है। मुनाफाखोरी को नियंत्रण हेतु निगम द्वारा हरी सब्जी और फलों की दर प्रतिदिन निर्धारित किया गया है। इसका प्रचार- प्रसार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया जा रहा है।
कोरोना की इस विकराल परिस्थिति से भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए कोरोना टीकाकरण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम के वार्ड स्तरीय कोरोना दल के द्वारा घर-घर जाकर कोरोना टीका का सर्वे कर जानकारी इक_ा किया जा रहा है कि हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाईन वर्कर और 45 वर्ष पूर्ण कर चूके कितने लोगों ने अब तक कोरोना टीका लगाया है। जो लोग कोरोना टीका लगाने के लिये पात्र हैं लेकिन अभी तक टीका नहीं लगाये हैं उन्हे तत्काल टीका लगाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 26 अपै्रल। लौह अयस्क नगरी दल्लीराजहरा में निरंतर बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए, बीएसपी अस्पताल के बंद हिस्से को अविलंब कोरोना आइसोलेशन सेंटर के रूप में प्रारंभ करने की मांग भाजपा मंडल महामंत्री एवं भाजपा उपाध्यक्ष ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की है।
राजहरा भाजपा मण्डल महामंत्री राकेश द्विवेदी, मंडल के उपाध्यक्ष सुजीत झा एवं भाजपा किसान मोर्चा के जिला कार्यकारिणी सदस्य नीलेश श्रीवास्तव ने अनुविभागीय दंडाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन बताया कि बीएसपी अस्पताल का 70 प्रतिशत सर्वसुविधायुक्त हिस्सा बंद पड़ा है, जिसे विगत कई वर्षों से उपयोग में नहीं लाया जा रहा है।
भाजपा मंडल के पदाधिकारियों नें कहा कि कोरोना संक्रमण निरंतर बढ़ते ही जा रहा है। ऐसी विषम परिस्थिति में बीएसपी अस्पताल के बंद पड़े वार्डों को उपयोग में लाकर उसे कोरोना आइसोलेशन अस्पताल के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जिससे यहां के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि बीएसपी के बहुंत से मकान बंद पड़े हैं। उन मकानों को रिपेयर कर आइसोलेशन सेंटर बनाया जा सकता है, जिससे बीएसपी कर्मियों, शहर की जनता एवं आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए यह जर्जर भवन प्राणदायिनी बन सकती है। चूंकि यह भी सच है कि बीएसपी प्रबंधन द्वारा बनाए गए मकान एवं भवन अब जर्जर हो चुके है। सुविधाओं में कटौती के कारण स्कूल, अस्पताल भी बंद है या बंद होने के कगार पर है।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच शासन प्रशासन अपनी क्षमता के अनुरूप रोकथाम के प्रयास में जुटा हुआ है। संक्रमित मरीजों को टीकाकरण के लिए घर-घर जाकर जागरूक करने में जुटा है। वहीं बीएसपी प्रबंधन भी अपने कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के साथ-साथ शहर के नागरिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर रही है।
ज्ञात हो कि पूर्व में बीएसपी प्रबंधन ने कर्मचारी की सुविधा के लिए स्कूल अस्पताल एवं खेल मैदान बनाये थे, जो कि आज के समय में देखरेख के अभाव अथवा उपयोग न होने के कारण जर्जर हो रहे है। जिसमें स्कूल भवन खेल मैदान एवं अस्पताल है।
उन्होंने कहा कि राजहरा की माइंसों के लौह अयस्क के कारण भिलाई स्टील प्लांट को विश्व में पहचान दी। बीएसपी का माइंस क्षेत्र के लोगों को वैश्विक महामारी एवं विपदा के समय जनता को ये सुविधा दिलाकर अपना ऋण चुका सकती है।
जगदलपुर, 26 अप्रैल। कलेक्टर रजत बंसल ने कोविड केयर सेंटर के निर्माण के लिए आज विभिन्न स्थानों का अवलोकन किया और वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण की स्थिति में लोगों को चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए कलेक्टर श्री बंसल ने आज चोकावाड़ा में एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा संचालित डीएवी पब्लिक स्कूल, आड़ावाल स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मेट्रिक बालक छात्रावास सहित बालक एवं बालिका संप्रेक्षण गृह का अवलोकन किया.
उन्होंने डीएवी पब्लिक स्कूल में 160 बिस्तरों का और आड़ावाल स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मेट्रिक बालक छात्रावास सहित बालक एवं बालिका संप्रेक्षण गृह में 130 बिस्तरों का कोविड केयर सेंटर तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे मरीजों को आपात स्थिति में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा सके। उन्होंने इसके साथ ही धरमपुरा में निर्मित 250 सीटर अनुसूचित जाति छात्रावास को भी कोविड केयर सेंटर के रूप में तैयार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभो प्रस्तावित कोविड केयर सेंटर में आवश्यकता अनुसार सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के संबंध में निर्देश दिये।
कलेक्टर ने इसके साथ ही एनएमडीसी प्रबंधन द्वारा संचालित अस्पताल का भी अवलोकन किया और वहां उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर सुश्री सुरूचि सिंह, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता राजीव बतरा, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 अप्रैल। कोरोना काल में बलौदा बाजार का सरकारी अस्पताल सैकड़ों मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण जैसा है। पिछले साल कोरोनावायरस आर के वक्त इसे कोविड-19 ताल के रूप में तैयार किया गया था इसके बाद से यहां के डॉकर और स्टाफ पिछले 1 साल से बिना थके वायरस से जंग जारी रखे हुए हैं।
प्रभारी चिकित्सक डॉ शैलेंद्र साहू और उनकी टीम के साथ पिछले 9 महीनों में अस्पताल ने 25 सौ से अधिक कोरोनावायरस का इलाज किया इसमें लगभग 15 मरीज फेफड़े के गंभीर संक्रमित से ग्रसित थे। मार्च 2021 में आए दूसरी कोविड-19 से लडक़ी लडऩे के लिए सेवन 3 बिस्तर वाले अस्पताल में 250 से अधिक गंभीर मरीज के लिए अपने द्वार खोलें अस्पताल ने ऐसे कई मरीजों को मौत के मुंह से निकाला जिसके बारे में परिजन भी उम्मीद छोड़ चुके थे 93 दिन तक चला मुंशीराम का इलाज चिकित्सकों द्वारा स्टाफ की क्षमता के कुछ गंभीर मरीज आज बीमारी से उबर कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं इसमें वृद्ध मरीज मुंशीराम भी शामिल है जिसकी लगभग 19 दिनों तक तीमारदारी कर कुशलतापूर्वक उसके घर लौट आया मुंशीराम जो कोविड-19 की चपेट में आ गए थे जब वे अस्पताल पहुंचे तब उनके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर मात्र 30त्न था इसकी स्थिति में सुधार भी अधिक धीमी-धीमा था परंतु स्टाफ के इलाज हुआ संभल बनाए जाने पर परिणाम था कि लगभग डेढ़ माह के बाद मुंशी राम को व्हाट्सएप मुक्त हो गया परंतु उन्हें अभी भी तेज प्रवाह में ऑक्सीजन की आवश्यकता थी और वे बेड पर ही थे इन परिस्थितियों में स्टेरॉयड आईसीयू में उन्हें 24 घंटे गहन निगरानी में रखा गया और प्रतिदिन उनकी दिनचर्या में कर कर तत्व फिजियोथैरेपी को विशेष अहमियत दी गई।
कैंसर समेत अन्य बीमारियों के मरीज आए
गंभीर कोविड-19 के इलाज के साथ इस अस्पताल में अति गंभीर बीमारी स्टेज 4 कैंसर जटिल ऑपरेशन के अलावा हृदय रोग के मरीज जो कोविड-19 है उनके इलाज के लिए कोई अस्पताल बलौदाबाजार स्टाइल एवं एसैटिक आईसीयू का परिचालन भी प्रारंभ किया ऐसे मरीजों जो कोविड नेगेटिव हो तो हो तो चुके थे पर उन्हें लंबे समय तक गहन चिकित्सा की आवश्यकता भी थी डेडीकेशन कोविड-19 तार ऐसे मरीजों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
88 साल की बेदली बाई को मिली जिंदगी
88 साल की बेदली बाई की कहानी भी उन मरीजों में उम्मीद की किरण जाती है जो कोरोनावायरस होने के बाद भयभीत हो जाते हैं बेदली बाई अव्यवस्था तथा उच्च रक्तचाप के मरीज होने के चलते कई वर्षों से बिस्तर पर पड़ी थी 5 दिनों से बेहोश वह कोविड-19 बिजली भाई जब कोविड-19 ताल में आई तब उसका अक्सीजन स्तर मात्र 30त्न ह्रदय गति 28 एवं ब्लड प्रेशर अत्यधिक कम था इसके बचने की संभावना भी कम थी परंतु परिजनों की उम्मीद हुआ अस्पताल स्टाफ का आत्मविश्वास कमजोर नहीं था।
उन्हें तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया नाक से गले लगाए गए पाइप के माध्यम से खाना खिलाने मरीज मशीन और जीवन रक्षक दवाइयों के द्वारा उनकी दिल की धडक़नों को नियंत्रित किया गया। इसका नतीजा था कि 5 दिनों तक बिजली भाई ने आंखें खोली इनके साथ नहीं वेदों का द्वार खुला 1 महीने बाद में पूर्णता स्वस्थ हो चुकी थी वर्तमान में अपने परिजनों के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही है।
मुंशीराम कोरोना मरीजों में शामिल थे, जिनके फेफड़े बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाने में असमर्थ है आज मुंशीराम इस सेंटर में इलाज के पश्चात पूर्णता से स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे हैं यही नहीं प्रति सप्ताह में स्वयं ही अस्पताल के हलवा क्लीनिक में स्कूटर चलाते हुए पहुंचते हैं स्वता छत्तीसगढ़ में कोविड-19 चांस है 93 दिवस अस्पताल में गुजार कर स्वस्थ लाभ लेने वाले प्रथम व्यक्ति हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 26 अप्रैल। शादियों में गाइडलाइन से अधिक लोगों के शामिल होने पर जुर्माना लगाया जा रहा है। ज्ञात हो कि कोण्डागांव जिले को 20 अप्रैल से कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के आदेश पर कंटेनमेंट जोन घोषित करने के पश्चात सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों व अनुष्ठानों में केवल 20 व्यक्तियों के सम्मिलित होने के दिशा निर्देश जारी किए गए थे व शादी विवाह जैसे कार्यक्रमों के लिए अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया था।
जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के संयुक्त दल द्वारा सभी शादियों में कोरोना दिशानिर्देशों का पालन कराने के लिए विवाह कार्यक्रमों में जाकर आकस्मिक जांच की जा रही है। जिसके तहत 25 अप्रैल को विकासखंड कोण्डागांव अंतर्गत संबलपुर में तहसीलदार गौतमचंद पाटिल व एसडीओपी कपिल चन्द्रा के नेतृत्व में दल द्वारा 20 से अधिक लोगों की शादी में शामिल होने पर आयोजक पर 3000 रुपयों का जुर्माना लगाया व भीरागांव ‘अ’ में नायब तहसीलदार वीरेंद्र श्याम के नेतृत्व में विवाह स्थल पर पहुंच जांच टीम द्वारा तय सीमा से अधिक व्यक्तियों के शादी में शामिल होने पर आयोजक पर 8000 रुपयों का जुर्माना लगाया गया व आयोजकों को नियमों के पालन के लिए निर्देशित किया।
माकड़ी तहसील के अंतर्गत भी तहसीलदार विजय मिश्रा के नेतृत्व में दो शादियों पर नियमों की अवहेलना करने के लिए 2500 रुपयों का जुर्माना लगाया गया तथा विकासखंड बडेराजपुर के अंतर्गत खरगांव में तहसीलदार आशुतोष शर्मा व नायब तहसीलदार शांतनु तारम द्वारा विवाह स्थल पर किए गए आकस्मिक निरीक्षण में 44 व्यक्तियों के विवाह स्थल पर पाए जाने पर 1000 रुपये के जुर्माने के साथ लोगों को विवाह स्थल से जाने के लिए निर्देश दिए गए।
ज्ञात हो कि जिले में सभी विकास खंडों को मिलाकर कुल 52 विवाहों की अनुमति प्रदान की गई थी। जिसमें कोण्डागांव में 34, फरसगांव में 3, माकड़ी में 7, केशकाल में 5 एवं बड़ेराजपुर में तीन विवाहों की अनुमति प्रदान की गई थी। इन विवाहों में कलेक्टर के निर्देश पर जाकर निरीक्षण किया जा रहा है जिसमे कोविड-19 नियमों का पालन ना किये जाने पर कार्यवाही की जा रही है। इन कार्यवाहियों द्वारा 25 अप्रैल को कुल 19000 रुपयों का जुर्माना वसूल किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 26 अपै्रल। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने पूरे देश में गंभीर स्थिति र्निमित कर दी है, अस्पतालों में जहां बेड़ और ऑक्सीजन की कमी की वजह से लोगों को भटकना पड़ रहा है और अनेकों लोगों की जान भी चली गई, इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए नगर के शहीद अस्पताल के संचालकों ने अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्णय लिया है और मई माह के अंत तक उक्त प्लांट लग जाएगा।
इस संदर्भ में शहीद अस्पताल के चिकित्सक डॉ. पीडी लालवानी ने बताया कि आज देश, प्रदेश और नगर में जिस तरह से कोरोना संक्रमण दिनों दिन फैलता जा रहा है और कोरोना से संक्रमित अधिकांश लोगों को ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इन्हीं सभी बातों को गंभीरता से लेते हुए शहीद अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ. शैवाल जाना ने अस्पताल में ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने का विचार रखा, चूंकि उक्त प्लांट की लागत काफी अधिक है और शहीद अस्पताल गरीब, मेहनत कश मजदूरों द्वारा संचालित एक अस्पताल है। जहां बहुत ही न्यूनतम दर पर लोगों का ईलाज किया जाता है, इस अस्पताल का उद्देश्य लाभ अर्जित करना नहीं है बल्कि कम खर्च में गरीब तबके के लोगों को एक अच्छी चिकित्सकीय सुविधा मिले और मरीजों को अस्पताल में सेवा भाव पर ही विशेष ध्यान दिया जाता है।
नगर के समाज सेवी दिलीप रेशमा लोढ़ा ने अपने माता-पिता की स्मृति में शहीद अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए जो भी राशि लगेगी, उसे देने की बात कही, इस नेक कार्य में दिलीप लोढ़ा के पुत्र वैभव लोढ़ा नें अपने पिता के इस सहरानीय पहल पर सहयोग प्रदान किया।
डॉ. शैवाल जाना ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट लगाने में लगभग 20 लाख रुपये का खर्च आता है, चूंकि शहीद अस्पताल के फंड में इतनी अधिक नहीं थी, जिस पर डॉ.पीडी लालवानी ने इस बात की चर्चा नगर के समाज सेवी व अपने परम मित्र दिलीप लोढ़ा से की जिस पर उन्होंने अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने में जितनी भी लागत लगेगी उसका खर्च वहन करने की बात कही और शहीद अस्पताल प्रबंधन को चेक प्रदान कर दिया गया।
डॉ. शैवाल जाना ने बताया कि शहीद अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए गुजरात के एक ऑक्सीजन प्लांट कंपनी से बात कर ली गई है और मई माह के अंत तक अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लग जाएगा। उन्होंने बताया कि आम दिनों में अस्पताल में 3 से 4 आंकसीजन सिलेंडर की खपत होती थी परंतु वर्तमान में कोरोना संक्रमण के चलते प्रतिदिन 8 सिलेंडर की खपत हो रही है।
शहीद अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर प्लांट के लग जानें से बाहर से महंगे दर पर सिलेंडर खरीदना नहीं पड़ेगा और लोगों को काफी राहत मिलेगी।
इस पहल पर डॉ.शैवाल जाना, डॉ. पीडी लालवानी, डॉ.दिपांकर सेन गुप्ता, डॉ अमित बसु, डॉ.कुंडू मैडम, छत्तीसगढ़ माइंस श्रमिक संघ के अध्यक्ष गणेश राम चौधरी व छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष जनकलाल ठाकुर सहित शहीद अस्पताल के समस्त चिकित्सक एवं स्टाफ ने दिलीप रेशमा लोढ़ा के प्रति आभार जताया है।
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 26 अपै्रल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं नगर प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया के द्वारा कोरोना संक्रमण के रोकथाम में चल रहे कार्यों की समीक्षा हेतु वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दुर्ग एवं रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले नगर पालिका परिषद के अध्यक्षों एवं सीएमओ की वर्चुअल बैठक लिया गया।
बैठक में बालोद जिले से दल्लीराजहरा नपा अध्यक्ष शीबू नायर, बालोद नपा अध्यक्ष विकास चोपड़ा सहित प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 26 अप्रैल। कलेक्टर डोमन सिंह ने कल रविवार को जनपद पंचायत बसना के वीडियों कांन्फ्रेंसिंग कक्ष के माध्यम से जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदारए नायब तहसीलदार, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं बीपीएम की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में कोविड.19 के लक्षण आते ही नागरिकों को दवाई किट स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों के माध्यम से उपलब्ध कराएं। उन्होंने अधिकारियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यकर्ता एवं मितानिनों को दी गई दवाई किट में उपलब्ध दवाईयों का भी जांच करने को कहा है तथा जिन दवाईयों की कमी हो रही हैं, उसे स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से उपलब्ध कराने को कहा है। कोविड के लक्षण वालें व्यक्तियों का अधिक से अधिक टेस्ट करने एवं लक्षण मिलने पर उन्हें दवाईयां भी तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यदि रेल्वे स्टेशन एवं अंतर्राज्यीय सीमा क्षेत्र में आने वाले और क्वारंटाईन सेंटर में रहने वाले लोगों का टेस्ट अनिवार्य रूप से करें। यदि कोई व्यक्ति कोविड से संक्रमित पाया जाता है तो उसकी जानकारी निर्धारित प्रपत्र में संलग्न कर जिला कार्यालय को प्रेषित करें। प्रत्येक गांव में बाहर से आने वाले महिला एवं पुरूषों के लिए अलग.अलग क्वारंटाईन सेंटर बनाए गए हैं। जहां बाहर से आने वाले व्यक्ति निर्धारित अवधि तक ठहर रहें हैं। उनके लिए राशन इत्यादि की व्यवस्था पंचायत के माध्यम से कराएं और यह भी ध्यान रखें कि कोई भी व्यक्ति सेंटर से निर्धारित अवधि तक बाहर न निकलें। इसके लिए स्थानीय स्तर पर उनकी देख.रेख करने की व्यवस्था के लिए कर्मचारी एवं स्वयं संगठनों की मदद लें।
कलेक्टर ने कोविड के संक्रमण के प्रभाव से बचने, उचित व्यवहार अपनानें, निर्धारित गाइडलाइन का पालन करने के उपाय के लिए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों तथा सभी क्वारेंटाईन सेंटर में नारा, स्लोगन, पेंटिंग, मुनादी, माईकिंग सहित अन्य माध्यम से प्रचार.प्रसार कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में छोटे.छोट कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी रखें। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में गम्भीर मरीजों के लिए आक्सीजन सिलेण्डर 24 घण्टे बैकअप प्लान के साथ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन के साथ रखें। जिले में होम आईसोलेशन में रह रहें मरीजों के मकानों में स्टीकर लगवाएं तथा बनाए गए कंट्रोल रूम से उनके स्वास्थ्य के बारें में लगातार जानकारी लेते रहें। कोविड.19 से किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो डेथ बॉडी के निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उनका अंतिम संस्कार कराएं। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बिजली बैकअप, थ्री फेज कनेक्शन, जनरेटर, इन्वर्टर, फायर फाईटिंग की व्यवस्था अनिवार्य रूप से कराएं। द्वितीय चरण के टीकाकरण के लिए लोगों को अधिक से अधिक प्रेरित करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 26 अपै्रल। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को रोकने एवं पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने में असफल रहने वाली भूपेश सरकार के खिलाफ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एवं जिला भाजपा के अध्यक्ष के मार्गदर्शन में अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल खोबरागड़े के नेतृत्व में अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा अपने अपने घरों मे धरना-प्रदर्शन किया गया।
अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल खोबरागडे ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों में सामंजस्य का अभाव होने एवं अधिकारियों द्वारा कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर की अनदेखी करने के दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। प्रदेश में लाखों लोग कोरोनावायरस से पीडि़त हैं। साथ ही सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो चुकी है। एक और टेस्टिंग ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट में यह सरकार फिसड्डी साबित हो रही है तो वहीं दूसरी ओर बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के कारण अस्पताल में बिस्तर, ऑक्सीजन सिलेंडर, जांच किट की कमी एवं जरूरी दवाओं की कमी से जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा कोरोना संक्रमण की रोकथाम में नाकाम रहने वाली भूपेश सरकार की निंदा करते हुए अपील करती है कि शीघ्र ही प्रदेश में अच्छी एवं विश्वसनीय स्वास्थ्य सुविधाओं को सुचारू रूप से संचालित करें ताकि जनहानि को रोका जा सके। भाजपा के धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से मोर्चा के जिला कार्यसमिति के सदस्य सागर गनीर, अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व नगर अध्यक्ष अमित बंजारे, जनजाति मोर्चा के पूर्व नगर अध्यक्ष प्रवीण उइके, रोशन साहू भुनेश्वर देवांगन, मंजेश ठाकुर आदि कार्यकर्ता अपने-अपने घरों में धरने में बैठे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 26 अप्रैल। जिले में कोविड टीकाकरण अभियान के अंतर्गत 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लगभग 60.16 फीसदी लोगों को कोरोना का पहला टीका लगाया जा चुका है। यह काम जिले में पहली अप्रैल से शुरू हुआ है। कलेक्टर सुनील कुमार जैन एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. खेमराज सोनवानी ने भीड़-भाड़ से बचने के लिए 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों से 30 अप्रैल तक कोरोना का पहला टीका लगवा लेने की अपील की हैं।
कलेक्टर श्री जैन ने कहा है कि जिले में चूंकि 1 मई से 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों का भी टीका लगाने का काम शुरू हो जायेगा। इसलिए केन्द्रों पर भीड़ जमा हो सकती है, और लोगों को इंतज़ार करना पड़ सकता है। फिलहाल जिले की सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ये टीके प्रतिदिन लगाए जा रहे है। टीके का कोई दाम नहीं है। पूर्णत: नि:शुल्क उपलब्ध हो रहा है। जिले में 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के 1 लाख 74 हज़ार से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। लेकिन इनमें से एक की भी टीका के कारण अनहोनी की कोई सूचना नहीं है। 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के 2.88 लाख लोगों को जिले में टीका लगाने का लक्ष्य है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। बड़े-बड़े वैज्ञानिकों द्वारा काफी खोजबीन और मेहनत टीका एक मानवीय उपलब्धि के रूप में सामने आया है। यदि इसमें कोई खोट होती तो सरकार खुद इसे नहीं लगती। यह बड़े काम का है। स्वास्थ्य विभाग की अच्छी तरह से प्रशिक्षित नर्सों द्वारा इसे लगाया जाता है। इसके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं हैं। हल्का बुखार किसी-किसी को हो सकता है, जिसके लिए भी दवाई मुफ्त में दी जाती है।
कलेक्टर श्री जैन ने बताया कि 1 मई से 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के भी टीकाकरण शुरू हो जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जिले की कार्य-योजना तैयार कर ली गई है। कलेक्टर ने 30 अप्रैल तक के टीकाकरण अभियान की गति बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि इस दौर में टीकाकरण ही है, जो बचाव के लिए कवच का काम करेगा। अफवाहों से दूर रहकर टीका जरूर लगवाएं। केन्द्रों पर टीके की कोई कमी नहीं है। पर्याप्त मात्रा में स्टॉक मौजूद है।