दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 जुलाई। शादी के कुछ महीने बाद से ही मोटरसाइकिल की मांग करते हुए पीडि़ता के साथ ससुराल में मारपीट की गई। इसके बाद ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल दिया। तब से वह मायके में ही निवास कर रही थी। पीडि़ता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने पीडि़ता के पति ससुर व डेढ़ सास के खिलाफ धारा 498 ए, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच में लिया है। संजय नगर सुपेला निवासी पीडि़ता का विवाह देवरबीजा जिला बेमेतरा निवासी जागेश्वर महिलांगे के साथ 30 मार्च 2018 को सामाजिक रीति रिवाज से संपन्न हुआ था। शादी में पीडि़ता के माता-पिता ने अपने हैसियत के अनुसार सोने चांदी के जेवरात और घरेलू सामान उपहार में दिए थे। शादी के 1 सप्ताह बाद ही पति जागेश्वर महिलांगे, ससुर मोहनदास महिलांगे, डेढ़ सास परसूती जांगड़े मोटरसाइकिल की मांग को लेकर उसे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडि़त करना प्रारंभ कर दिए थे। इसके बाद ससुराल वालों ने 6 माह के बच्चे के साथ घर से उसे निकाल दिया। महिला थाना में शिकायत के बाद समझौता हुआ था। जिसके बाद से वह ससुराल में रह गई थी। इसी बीच पीडि़ता के पिता की मौत के बाद पीडि़ता को और प्रताडि़त किया जाने लगा। इसके बाद ससुराल वालों ने पीडि़ता के भाई को बुलाकर पीडि़तों को उसके मायके भेज दिया। तब से पीडि़ता अपने मायके में ही रह रही थी। मायके में भी फोन करके पति द्वारा तलाक दे देने के लिए दबाव दिया जाने लगा। इससे परेशान पीडि़ता ने महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई।