रायपुर
विस्तारित कार्यकारिणी पर उठाए थे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 जुलाई। चेम्बर ऑफ कॉमर्स की बैठक में शनिवार को मारपीट की नौबत आ गई। कहा जा रहा है कि बैठक में पूर्व उपाध्यक्ष राजेश वासवानी के सुझाव से असहमत पदाधिकारियों ने उनके साथ दुव्र्यवहार किया गया, और बैठक स्थल से बाहर जाने को मजबूर कर दिया। हालांकि चेम्बर के पदाधिकारियों ने इस तरह की घटना से इंकार किया है।
चेम्बर पदाधिकारियों के दुव्र्यवहार से आहत राजेश वासवानी ने घटना की जानकारी सीनियर व्यापारी नेताओं को दी है, और वे पुलिस में भी इसकी रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं। चेम्बर की विस्तारित कार्यकारिणी की चेम्बर भवन में पहली बैठक थी। बैठक में पूर्व उपाध्यक्ष राजेश वासवानी, पूर्व महामंत्री लालचंद गुलवानी, और प्रकाश लालवानी को भी आमंत्रित किया गया था।
बैठक में वासवानी ने अपनी तरफ से कुछ सुझाव देने की अनुमति मांगी। उन्हें कुछ देर बाद मंच पर आमंत्रित किया गया। वासवानी ने चेम्बर की कार्यकारिणी के गठन पर सवाल उठाए, और कहा कि इसको ठीक करने की जरूरत है। यह चेम्बर के संविधान के खिलाफ है। कहा जा रहा है कि वासवानी के इतना कहते ही चेम्बर के पदाधिकारी भडक़ गए, और उनका माइक छिन लिया। धक्का देकर गाली-गलौज कर मंच से नीचे उतार दिया गया। इसके बाद उन्हें बैठक स्थल से बाहर कर दिया गया।
दूसरी तरफ, चेम्बर के पदाधिकारियों ने वासवानी के साथ किसी तरह के दुव्र्यवहार की घटना से इंकार किया है। उन्होंने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि वासवानी मोबाइल एसोसिएशन, गुलवानी, और लालवानी भी अलग-अलग एसोसिएशन के अध्यक्ष होने के नाते आए थे, लेकिन ये सुनियोजित तरीके से बैठक में विवाद पैदा करना चाह रहे थे। उन्हें यह मौका नहीं मिला इसलिए बैठक छोडक़र चले गए। चेम्बर के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि पिछली कार्यकारिणी में सिर्फ विवाद होता रहा है, और इस वजह से उन्हें दोबारा मौका नहीं मिल पाया है। कुछ ऐसे ही हालात नई कार्यकारिणी की बैठक में भी करने की कोशिश की गई थी। जिसे बाकी सदस्यों ने नजरअंदाज कर दिया।
वासवानी ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि खुद चेम्बर के पदाधिकारियों ने उन्हें बैठक में आमंत्रित किया था। एक जिम्मेदार सदस्य के नाते चेम्बर की कार्यप्रणाली को बेहतर करने के लिए सुझाव देना उनका दायित्व भी था। खुद चेम्बर अध्यक्ष अमर पारवानी ने उन्हें मंच से नीचे उतर जाने कहा। वासवानी ने कहा कि चेम्बर के इतिहास में कभी इस तरह की घटना नहीं हुई है। वे किसी तरह जान बचाकर निकले हैं। वे इस घटना से काफी दुखी हैं, और उन पर पुलिस में शिकायत करने के लिए काफी दबाव भी है। वे सीनियर नेताओं से चर्चा करने के बाद इस पर निर्णय लेंगे।
चेम्बर के सलाहकार दीपक बल्लेवार ने भी घटना पर अनभिज्ञता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वे बैठक में नहीं जा पाए, लेकिन कुछ विवाद होने की सूचना जरूर मिली है। वो मामले की जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं। बहरहाल, पूर्व पदाधिकारी के साथ दुव्र्यवहार का मामला आने वाले दिनों में गरमा सकता है।