रायगढ़
ठगी में शामिल लोकल नेटवर्क व बिलासपुर कनेक्शन का किया भांडाफोड़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 31 जुलाई। एसपी अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन पर नगर कोतवाल मनीष नागर की टीम द्वारा नौकरी लगाने के नाम ठगी करने वाले दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी शहर के दो युवकों को ढाई-ढाई लाख रूपये में हाईकोर्ट में बाबू की नौकरी लगाने का झांसा देकर 50-50 हजार रूपये प्राप्त कर चुके थे। गिरफ्तार आरोपी में एक आरोपी को चक्रधरनगर तथा दूसरे आरोपी को बिलासपुर से शेष रकम रुपए लेने रायगढ़ आने बुलाया गया जिसकी गिरफ्तारी चक्रधरनगर क्षेत्र से की गई है। कोतवाली पुलिस आरोपीगण और कितने युवकों के साथ ठगी किये हैं तथा इनके नेटवर्क में कौन-कौन शामिल हैं, इस ओर विवेचना की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता दीपक देवांगन बावलीकुंआ कोतरारोड़ थाना कोतवाली रायगढ़ 29 जुलाई को थाना सिटी कोतवाली आकर थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष नागर से मिलकर उन्हें ठगी की जानकारी देते हुए बताया कि एम.काम की पढाई कर आर.एस.ट्रेडिंग कंपनी में पार्ट टाइम जॉब करता था। वहां रितेश सिदारबंगलापारा चक्रधरनगर भी काम करता था जो इसे हाईकोर्ट में बाबू की नौकरी लगा दूंगा, जिसके लिए 2,50,000 रूपये लगेगा बोला था।
उसी बात को यह अपने दोस्त राजेन्द्र रजक को 4 सितंबर 2020 को बताया। दोनों रितेश सिदार को मोबाईल पर सम्पर्क कर कसेरपारा में मिले। रितेश इन्हें ऑफ लाईन विकेंसी है कहकर व्हाटसअप में बताया जिसमें पद असिस्टेंट टाईपिस्ट पद का उल्लेख था। इन्हें भरोसा दिलाने के लिये आरोपी पीडीएफ भी दिखाया, जिसमें हाईकोर्ट की विकैंसी का उल्लेख था। दोनों मिलकर सितम्बर 2020 को 50-50 हजार रूपये रितेश को नौकरी लगाने के नाम पर दे दिये। उसके बाद से रितेश शेष रकम 2 लाख रूपये बचा है कहकर लगातार रूपये मांग करता रहा। कुछ दिन बाद इन्हें पता चला कि हाईकोर्ट में टाईपिस्ट पदो की भर्ती हो चुकी है। तब इन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ और ये रितेश से रूपये वापस मांगने लगे। तब रितेश इन्हें तुम लोगों का पैसा मैं वकील अमित श्रीवास्तव को नौकरी लगाने के लिये दे रखा हूँ वो पैसा वापस देगा तब तुम लोगों को वापस दूंगा, रितेश को तुमको रूपये दिये हैं, लौटाओ कहने पर गाली गलौच कर शिकायत करने पर नुकसान करने की धमकी दे रहा है, बताया।
थाना प्रभारी कोतवाली द्वारा आरोपी रितेश सिदार ,अमित श्रीवास्तव के विरूद्ध धारा 294, 506, 420,34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर तत्काल आरोपी रितेश सिदार उम्र लगभग 40 वर्ष बंगलापारा चक्रधरनगर को गिरफ्तार किया गया। जिससे पूछताछ बाद अपराध में अमित श्रीवास्तव की संलिप्तता पाए जाने पर कोतवाली थाने से एक टीम आरोपी पतासाजी गिरफ्तारी के लिए बिलासपुर रवाना किया गया। उसके बाद थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष नागर द्वारा प्रार्थी के माध्यम से अमित श्रीवास्तव को शेष रकम लेने रायगढ़ लेने आना कहकर झांसा देकर रायगढ़ बुलाया गया जिसकी गिरफ्तारी चक्रधर नगर थाना क्षेत्र से की गई है।