राजनांदगांव
वैक्सीनेशन तेज होने का मिल रहा फायदा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। जिले में करीब 4 माह पहले कोरोना के वीभत्स रूप के चलते समूचे जिले में कहर बरपाने के बाद अब एक्टिव केस 50 के करीब पहुंच गया है। अप्रैल-मई में कोरोना से कई लोगों की जान चली गई। बेसमय लोगों को कोरोना संक्रमण से दुनिया को अलविदा कहना पड़ा। जिले में इस वैश्विक महामारी ने कई लोगों के घर-परिवार को तबाह कर दिया। अकाल मौत के कारण परिजनों को अपनों को खोना पड़ा। इस बीच जुलाई माह से लगातार कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट आई। अगस्त के पहले दिन तक गिरावट बरकरार है। इसी के चलते जिले में मात्र 50 कोरोनाग्रस्त हैं। ऐसे मरीजों का होम आईसोलेशन के जरिये उपचार किया जा रहा है। सरकारी चिकित्सकों की एक्टिव केसों पर नजर है।
बताया जा रहा है कि अब ज्यादातर इलाके कोरोना से मुक्त हो गए हैं। ब्लॉकों में भी स्थिति अब सामान्य हो गई है। घनी आबादी वाले इलाकों में भी कोरोना के नए मामले थमे हुए हैं। तीसरी लहर की आशंका के कारण अब भी सेहत को लेकर प्रशासन लोगों को आगाह कर रहा है। राजनंादगांव शहर भी कोरोना के कहर से फिलहाल मुक्त हो गया है। एक-दो मामलों में ही कोरोना की उपस्थिति दिख रही है। बताया जा रहा है कि अगस्त और सितंबर के महीने को तीसरी लहर की संभावित समय माना जा रहा है। लगातार तीसरी लहर पर अलग-अलग स्तरों से जानकारी पहुंच रही है। भारत सरकार के अलावा स्थानीय चिकित्सक भी यह मान रहे हैं कि कोरोना का सफाया अभी नहीं हुआ है। ऐसे में तीसरी लहर के घातक रूप में वापसी की संभावना है। बच्चों को इस लहर में खतरे से बचाने की अभी से परिजनों को अलर्ट किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि जिले में अब 50 कोरोनाग्रस्त मरीजों का उपचार किया जा रहा है। गुजरे पौने दो साल में 522 लोगों की जान चली गई। कोरोना का पहला साल मौत के मामले में बेहद कम रहा। दूसरी लहर ने ताबड़तोड़ लोगों की जान लेकर संख्या को 500 से अधिक तक पहुंचा दिया। पिछले कुछ महीनों में स्थिति बेहद खराब हुई है। कोरोना से तबाह हुए लोग सम्हलने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि तीसरी लहर के स्तर को बेहद खतरनाक माना जा रहा है। राजनंादगांव जिले में फिलहाल 57 हजार 192 में से 56 हजार 620 स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। पिछले डेढ़ माह से मौत की संख्या 522 पर स्थिर बनी हुई है। बहरहाल नए मामलों में कमी आने के कारण पॉजिटिव रेट लगभग 0.50 प्रतिशत के आसपास है। बहरहाल राजनांदगांव जिला कोरोनामुक्त होने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।