राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 अगस्त। जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू ने विज्ञप्ति जारी कर कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में भूमिहीन खेतिहर मजदूर परिवारों को घर एवं बाड़ी देने का वादा किया था, आज जब वादा पूरा करने का समय आया तो अपने वादे से मुकरते हुए उनको केवल साल में 6000 रुपए देने की घोषणा कर उनके विश्वास पर उनके उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार जब से बनी है, अपने घोषणाओं को पूरा नहीं कर पाई है। किसानों की पूरा कर्ज माफी का वादा कर आधा अधूरा ही कर्जा माफी किया। लाखों रुपए का खर्च कर गांव में गौठान बनाया आज खाली पड़े हैं। गौमाता सडक़ों पर इंतजार कर रही है, कब उन्हें गौठान में रखा जाएगा। धान खरीदी में पहले अपने ब्यारा बाड़ी के रकबे में भी धान बेच लेते थे, परंतु इस सरकार ने तो खेत की मेड को भी काट कर धान खरीद रही है।
बेरोजगार इंतजार कर रहे हैं कि कब उन्हें बेरोजगारी भत्ता देंगे, 60 साल के ऊपर के बुजुर्ग कह रहे हैं कि कब उन्हें 1000 एवं 1500 हजार रुपये की पेंशन राशि कब मिलेगी। शराबबंदी का वादा कर घर-घर शराब पहुंचा दिया और भी कई इनके घोषणा पत्र में किया वादा अधूरा ही है
उन्होंने बताया कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पांच एकड़ तक के हर किसानों को 6000 रुपए सालाना देने की बात की थी, तब यही कांग्रेस के नेता विरोध स्वरूप 6000 रुपए को नाकामी बताते हुए ऊंट के मुंह में जीरा साबित किया था और आज उन्हीं के रास्ते पर चलकर इस सरकार ने केवल भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को 6000 रुपए देकर क्या साबित करने जा रही है।
आम चुनाव में कांग्रेस ने केंद्रीय घोषणा पत्र में 72000 रुपए सालाना देने की बात की थी और जब योजना भी राजीव गांधी के नाम पर है तो प्रदेश सरकार को चाहिए कि 72000 रुपए सालाना केवल भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को ही नहीं बल्कि सभी पाँच एकड़ तक के किसानों को देना सुनिश्चित करना चाहिए, जिससे छत्तीसगढ़ की जनता को लगे कि कम से कम एक काम तो किया जिससे उन्हें संतुष्टि मिले।