महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 अगस्त। कोरोना संक्रमण के चलते 16 माह से बंद पड़े सरकारी व निजी स्कूलों में सोमवार से एक बार फिर कक्षाएं लगी हैं। शासन के निर्देश पर जिले के 185 हाई व हायर सेकंडरी स्कूल में कक्षा दसवीं व बाहरवीं की कक्षाएं 50 फीसदी विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ शुरू हुई।
बताया जा रहा है कि यहां की स्कूल विकास समितियों ने सहमति दे दी है। स्कूल के संचालन को लेकर विभाग द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। साफ-सफ ाई से लेकर सैनिटाइज भी सभी कक्षाओं की हो चुकी है।
हालांकि प्राइमरी स्कूल को लेकर अभी भी असमजंस की स्थिति बनी हुई है। जिले के 1280 प्राइमरी, 490 मिडिल स्कूल खोलने की पूरी जिम्मेदारी शासन ने सरपंच, शाला विकास समिति एवं पालकगणों पर डाल दी है। संक्रमण पालक बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं। जिले के कई प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में सहमति तो बन गई है, लेकिन 45 फीसदी स्कूलों सहमति नहीं बनी पाई है। अगस्त के बाद खोलने की बात कह रहे हैं।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एमपी साहू का कहना है कि दसवीं व बाहरवीं की क्लास लगेंगी। वहीं प्राइमरी की स्थानीय स्तर पर बैठक चल रही है। सहमति बनने के बाद ही खुलेगी।
जानकारी मिली है कि पूरा वैक्सीनेशन नहीं होने के कारण प्राइमरी व मिडिल स्कूल खोलने के संबंध में पांच गांव के सरपंचों ने सहमति नहीं दी है। यहां मोहल्ला क्लास के माध्यम से ही बच्चों की पढ़ाई कराई जाएगी।
संकुल समन्वयक जागेश्वर सिन्हा ने बताया कि महासमुंद ब्लॉक के ग्राम शेर, लोहारडीह, बेमचा, मचेवा, अछोला, बेलसोंडा, कांपा में सरपचों ने सहमति नहीं दी। शहरी क्षेत्र के प्राइमरी.मिडिल स्कूलों में बैठक हुई है। यहां समिति की ओर से अनुमति दे दी गई है। पालकों की सहमति लेटर के साथ बच्चे स्कूल आएंगे। जिन पालकों को अपने बच्चों को स्कूल भेजना है, वे सहमति लेटर के साथ अपने बच्चों के भेजेंगे। संकुल समन्वयक ने बताया कि जिला मुख्यालय के बृजराज पाठशाला में बैठक हुई है, वहां पालकों के भेजे गए सहमति पत्र के आधार पर बच्चों को स्कूल में बिठाया जाएगा।
जानकारी अनुसार हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल को खोलने की अनुमति शासन ने दे दी है। लेकिन यहां केवल दसवीं व बारहवी की ही कक्षाएं लगेंगी। आज 2 अगस्त से कक्षाएं जारी गाइडलाइन के अनुसार लगेंगी। स्कूलों में 50 फीसदी उपस्थिति के साथ करने के निर्देश दिए गए हैं। बाकी विद्यार्थी को अगले दिन बुलाया जाएगा। यानी एक विषय को शिक्षक दो दिन पढ़ाएंगे। ग्रामीण इलाकों में अभी भी शत प्रतिशत से अधिक वैक्सीनेशन नहीं हुआ है। इसकी वजह से भी पालकों में डर बना हुआ है।
महासमुंद विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ग्राम बेमचा में 70 फीसदी ऐसे हंै, जिनको वैक्सीन नहीं लगा है, हालांकि 90 फीसदी शिक्षकों को टीका लग चुका है। उन जिलों में कक्षाएं प्रारंभ होगी, जहां कोरोना पॉजिटिविटी दर 7 दिनों तक 1 फीसदी से कम हो।
विद्यार्थियों को कक्षाओं में 1 दिवस के अंतर पर बुलाया जाए, अर्थात प्रतिदिन केवल आधी संख्या में ही बुलाए हैं। किसी भी विद्यार्थी को यदि सर्दी, खांसी बुखार आदि हो तो उसे कक्षा में नहीं बिठाया जाएगा। ऑनलाइन कक्षाएं यथावत संचालित की जाती रहेंगी। किसी भी विद्यार्थी के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा समय समय पर जारी संक्रमण से बचाव के निर्देशों का पूर्णत: पालन किया जाएगा। सभी शिक्षण संस्थाओं के कमरों की सफाई ठीक से की जाएगी।