राजनांदगांव

कोरोनाकाल में डंप रही राखियां सजेंगी भाईयों की कलाईयों में
02-Aug-2021 5:26 PM
कोरोनाकाल में डंप रही राखियां सजेंगी भाईयों की कलाईयों में

नए के बजाय पुरानी राखियों का कारोबार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 2 अगस्त। अगस्त के महीने में त्यौहारों का सिलसिला शुरू हो गया है। सावन मास के आखिरी दिन भाई-बहन के अटूट रिश्ते के पर्व रक्षाबंधन को लेकर व्यापारिक गतिविधि बाजार में तेज हुई है। लिहाजा राखियों की खरीदी-बिक्री का शुरूआती सिलसिले में बेहतर कारोबार की उम्मीद लिए बैठे व्यापारी पौने दो साल के बाद राखी के व्यवसाय से मुनाफे पर टकटकी लगाए हुए है।

बताया जा रहा है कि कोरोनाकाल के पौने दो साल में राखी कारोबार भी औंधे मुंह गिर गया। राखी के पारंपरिक व्यवसायी हर साल लाखों रुपए इस पर्व के लिए निवेश करते हैं।  बीते साल बड़े पैमाने पर राखी की खरीदी की गई। कोरोना के चलते राखियों के खरीददारी सामने नहीं आने से उनका व्यवसाय चौपट हो गया। यही कारण है कि पूर्व में खरीदे गए राखियों को फिर से बाजार में सजाया गया है।

बताया जा रहा है कि ज्यादातर व्यापारियों ने पुरानी राखियों को खपाने के लिए बाजार में सजा लिया है। रक्षाबंधन के लिए अभी से खरीदी का सिलसिला शुरू हो गया है। दूरस्थ इलाकों में रहने वाले भाईयों की कलाई सजाने के लिए बहनें बाजार में नजर आ रही हैं। अगस्त के महीने में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आने से व्यापारियों को राखी पर्व पर अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है।

इस संबंध में राखी व्यापारी खलील ने बताया कि पिछले साल काफी मात्रा में व्यापार के लिए राखी की खरीदी की गई थी। कोरोना संक्रमण के जद में आने से व्यापार ठप हो गया था। पुराने राखियों को बाजार में सजाया गया है। बताया जा रहा है कि 5 रुपए से 250 रुपए कीमत की राखियां बहनों को भा रही है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए भी खूबसूरत राखियां उपलब्ध है। वहीं महंगे राखियों के लिए भी खरीददार बाजार में दिख रहे हैं।

आगामी 22 अगस्त को राखी पर्व मनाया जाएगा। बहनें अपनी पसंदीदा राखियों से भाईयों की कलाईयां  सजाएंगे। साल के इस दिन भाई-बहन एक-दूसरे के प्रति अटूट रिश्ता रखते हुए अपनी खुशियां आपस में साझा करते हैं। बाजार में त्यौहार के मद्देनजर शुरूआती हलचल बढऩे लगी है। राखी पर्व में भाईयों की कलाई सजाने के लिए बहनें आतुर रहती है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को और भी सशक्त बनाता है। हर साल इस दिन का बहनों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इधर बाजार क्षेत्र में राखियों की दुकानें सजकर तैयार हो गई है और महिलाओं व युवतियों की भीड़ भी उमडऩे लगी है। बताया जा रहा है कि त्यौहार के नजदीक आते ही राखी दुकानों में भीड़ बढऩे की संभावना है।

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