सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 2 अगस्त। अजीत जोगी छात्र संगठन सरगुजा संभागीय अध्यक्ष रचित मिश्रा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के द्वारा संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुलसचिव को ज्ञापन सौंपकर उत्तर पुस्तिका जमा करने की तिथि 5 दिन और बढ़ाने की मांग की है।
ज्ञापन में बताया गया कि परीक्षा काल में विश्वविद्यालय के अधीन सभी शासकीय महाविद्यालय में नियमित प्राध्यापक कापी जांच, के साथ नैक प्रत्यायन, एवं महाविद्यालयीन प्रशासनिक कार्य में व्यस्त हैं। सरगुजा संभाग के शासकीय महाविद्यालयों में नियमित प्राध्यापकों की भारी कमी है, और अतिथि व्याख्याता ही इसका पूर्ती करते रहे हैं उदाहरण स्वरूप भैयाथान और ओडग़ी महाविद्यालय में संयुक्त रूप से सिर्फ एक प्राचार्य और एक प्राध्यापक है, लखनपुर में भी सिर्फ एक प्राध्यापक कार्यरत है।
अतिथि व्याख्याताओं की सेवा शनिवार 31 जुलाई को समाप्त की गई है, जिससे शासकीय महाविद्यालयों में स्टाफ की भारी संख्या में कमी की समस्या उजागर हो रही है। शासकीय महाविद्यालयों में कापी जमा करने हेतु बनाई गई समिति में अतिथि व्याख्याता संलग्न किये गये थे, स्टाफ की कमी से कापी जमा करने के साथ ही परीक्षा कार्य, नैक प्रत्यायन, सेमेस्टर कक्षाओं की पढ़ाई, एवं अन्य कार्य प्रभावित हो रहा है।
आज तक 2019-20 के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्रों का अंकसूची की हार्ड कॉपी आज तक प्राप्त नहीं हुई है। पूर्व में विश्वविद्यालय को अनेकों बार इस संबंध में ज्ञापन के माध्यम से सूचित किया गया है पर इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अंकसूची की हार्ड कॉपी ना मिलने के कारण छात्रों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अजीत जोगी छात्र संगठन के संभागीय अध्यक्ष रचित मिश्रा के द्वारा मांग किया गया कि शासकीय महाविद्यालयों में अतिथि व्याख्याताओं को परीक्षा कापी जमा होने तक यथावत रखा जाए, जिससे प्रत्येक कार्य सुचारू रूप से चल सके एवं छात्रों की अंकसूची की हार्ड कॉपी भी 10 दिवस के अंतराल में उपलब्ध कराया जाए।अन्यथा, कापी जमा करने की तिथि को 15 दिवस और बढ़ा दिया जाए, जिससे परीक्षा कार्य प्रभावित न हो, और छात्रों की अंकसूची को हार्ड कॉपी उपलब्ध कराया जाए ज्ञापन सौंपते दौरान अजीत चौकी छात्र संगठन के वरिष्ठ नेता मुनेश्वर यादव,सरगुजा जिला अध्यक्ष गणेश मिश्रा,ऋषभ अग्रवाल,शोएब अख्तर,साजिद अली,विक्की,अमित सिंह,अतुल गुप्ता,हर्ष गुप्ता,सुशांत दास आदि उपस्थित रहे।