बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 अगस्त। पिछले डेढ़ साल कोरोना संक्रमण के बाद स्कूल खोलने की कवायद के बीच बीजापुर ब्लॉक के अति संवेदनशील व दुर्गम क्षेत्र में 6 स्कूल के शिक्षक नदी नालों के तेज बहाव की बाधाओं को पार कर बच्चों के बीच स्कूल पहुंचे। स्कूल पहुंचकर शिक्षकों ने राष्ट्रगान के साथ भारत माता के जयकारे लगाए और बच्चों का तिलक और मिठाई के साथ स्वागत कर विधिवत कक्षाओं का संचालन शुरू किया।
बीजापुर ब्लॉक के मिंगाचल नदी के पार बसे गांव आज भी पहुंचविहीन इलाके के रूप में जाने जाते हैं। यह इलाका अतिसंवेदनशील होने के कारण आसानी से आवागमन करना संभव नहीं है। चिन्नाजोजेर के शिक्षक हेमलाल रावटे, जारगोया के शिक्षक सुधीर नाग और आनन्द ओडेट, चेरकंटी के शिक्षक राजू पुजारी, पदमुर के शिक्षक शिवचरण पाण्डे, कोटेर के शिक्षक रामचंद्रम वारगेम और नदीपारा पैदाकोडेपाल के शिक्षक सुरेन्द यादव ने नदी के तेज बहाव की बाधाओं को पार कर स्कूल प्रारम्भ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लगातार बारिश के कारण इन इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं । इन हालातों में शासन के निर्देशों के अनुरूप बच्चो के बीच पहुंचकर स्कूल शुरू करना एक चुनौती थी। इन हालातों में इन शिक्षकों ने बाधाओं को दूर करने का बीड़ा उठाया और पहुंच गए अपने गांव के बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगाने।