दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 अगस्त। छत्तीसगढ़ मूर्तिकार चित्रकार संघ जिला दुर्ग की आवश्यक बैठक रायपुर नाका स्थित मुक्तिधाम में रखी गई थी। बैठक का मुख्य उद्देश्य 26 जुलाई को संघ द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य स्तर पर 7 सूत्रीय मांगों को लेकर हर जिलों व ब्लाकों में शासन प्रशासन के समक्ष धरना प्रदर्शन आंदोलन किया गया था व हर जिले में संघ द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था, पर शासन 7 सूत्रीय मांगों पर कोई अमल नहीं कर रही है, बल्कि धरना-प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने आपा-धापी में गणेश पूजा, दुर्गा पूजा को देखते हुए एक नई गाइडलाइन कठोर नियमों से मूर्तिकारों व सार्वजनिक समितियों के सर पर थोप दी है, जो कि छत्तीसगढ़ मूर्तिकार चित्रकार संघ को मान्य नहीं है और पुरजोर विरोध जताया है, जो नियम गणेश, दुर्गा की मूर्तियों की साइज व पंडालों के लिए लगाया गया है। कलाकार संघ ने पूछा है कि क्या वही नियम सभी शराब दुकानों, जिम, माल, व्यापारिक प्रतिष्ठानों को दी गई है, जबकि शराब भ_ियों में भीड़ उमड़ी पड़ी है। शासन प्रशासन ने सभी व्यापारी प्रतिष्ठानों, सिनेमा घरों, जिम, मालों को छूट दे दी है। हिन्दुओं के देवी-देवताओं के मूर्ति निर्माण व पूजन में कठोर नियम डालकर प्रतिबंध क्यों? इस प्रतिबंध से शहर, गांव का कलाकार निराश और उदास होकर कर्ज और आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
छत्तीसगढ़ मूर्तिकार चित्रकार संघ प्रदेशाध्यक्ष देवानंद साहू ने घोषणा की है कि यदि नये गाइडलाइन में संशोधन नहीं होता है तो संघ के मूर्तिकार 25 फीट तक की प्रतिमा का निर्माण करेंगे और साथ ही साथ राज्य की राज्यपाल से समय मांगा है और उनसे भेंट कर 7 सूत्रीय मांगों के साथ ही साथ गाइडलाइन अतिशीघ्र संशोधन करने ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया है। बैठक में प्रदेश स्तर के संरक्षक बाबा भैय्या, परम यादव, प्रदेश अध्यक्ष देवानंद साहू, रायपुर जिलाध्यक्ष यशवन्त, प्रदेश कोषाध्यक्ष बाबा सिन्हा, सचिव विपिन भगत, जिला दुर्ग के संरक्षक रमन गौतम, इंडिया आर्ट फेडरेशन के प्रवीण वासनिक, उपाध्यक्ष घनश्याम, सचिव विजय विश्वकर्मा, प्रकाश साहू, मीडिया प्रभारी महेश राव, जिला कोषाध्यक्ष विनय ताम्रकार, राजनांदगांव जिलाध्यक्ष देवा रंगारी, उतई ब्लॉक के मुकेश सोनी एवं जिले व ब्लॉक स्तर के कई पदाधिकारी एवं सदस्य कलाकार उपस्थित थे।