महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,4 अगस्त। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता लव कुमार पटेल ने न्यायालय नायब तहसीलदार पिथौरा को फरार आरोपी मोहन पटेल के द्वारा विक्रय भूमि का समस्त अंतरण व नामातंरण पर रोक लगाने हेतु लिखित आवेदन देकर मांग की है कि फरार आरोपी को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा है कि क्रेता नीलाम्बर पटेल से मोबाइल पर चर्चा करने पर उन्होंने फरार आरोपी मोहन पटेल से भूमि क्रय करना स्वीकार किया है। पिरदा प.ह.न. 37 के पटवारी श्याम कुमार नेताम से मोबाइल पर चर्चा करने उन्होंने पर बताया कि अभी उक्त भूमि का नामातंरण नहीं किया गया है।
इस संबंध में आई.आर. चन्द्रवंशी नायब तहसीलदार पिथौरा ने कहा कि वे अभी कार्यालय से बाहर हैं। कार्यालय पहुंचकर इस प्रकरण को देखकर जानकारी देंगे।
मालूम हो कि जिले की पुलिस रिकार्ड में आरोपी फ रार है, मगर हकीकत में वह खुलेआम घूम रहा है। फरारी हालत में ही आरोपी ने अपनी निजी भूमि को बकायदा उप पंजीयक रजिस्ट्री कार्यालय में जाकर विक्रय भी कर खरीददारों से लाखों रूपए भी ले लिया। इस फरार आरोपी के संबंध में क्रेताओं ने भी पुलिस थाना में सूचना देने के बजाए चुपचाप ही जमीन खरीदी करना बेहतर समझा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सहकारी साख समिति पिरदा में विगत सीजन में धान खरीदी में गड़बड़ी करने की शिकायत पर जांच उपरान्त खरीदी प्रभारी मोहन पटेल के खिलाफ बसना थाना में दिनांक 04/11/2020 को प्रकरण क्रमांक 508/2020 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। एफ आईआर दर्ज होते ही मोहन पटेल पुलिस के अनुसार फरार है। जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रहा है, लेकिन हकीकत तो ठीक उल्टा है।
फरार आरोपी मोहन पटेल ने निजी स्वामित्य की भूमि खसरा नम्बर 264 व रकबा 1.33 हेक्टेयर का टुकडा 0.0400 हेक्टेयर को क्रमश: पिरदा निवासी नीलाम्बर पटेलऔर विमला को उप पंजीयक कार्यालय पिथौरा में पहुंचकर विक्रय किया। सूत्रों के अनुसार इस दौरान फरार आरोपी मोहन पटेल के साथ क्रेता नीलाम्बर पटेल एवं विमला पति रोहित उक्त जमीन खरीदी के संबंध में दिनभर साथ रहे। लम्बी बातचीत भी की, लेकिन इस फरार आरोपी के संबंध में पुलिस प्रशासन को सूचना नहीं दी गई। जानकारी के अनुसार खरीददार नीलाम्बर पटेल एवं विमला रोहित दोनों ही मोहन पटेल के स्वजातीय है। दोनों खरीददार पूर्व से मोहन पटेल को भलीभंति से जानते हंै।