दुर्ग
दुर्ग, 4 अगस्त। साइंस कॉलेज के भौतिक शास्त्र विभाग में कार्यरत वूमेन साइंटिस्ट डॉ. नेहा दुबे और प्रोफेसर जगजीत कौर सलूजा को अपने शोध के लिए 3 ऑस्ट्रेलियन पेटेंट मिला है। इस सन्दर्भ में डॉ. नेहा दुबे और प्रोफेसर जगजीत कौर सलूजा ने बताया कि यह पेटेंट उन्हें बायोमेडिकल रिसर्च में फॉस्फर के उपयोग जैसे फोटो थैरेपी (नवजात शिशु का पराबैंगनी विकिरण (युवी-बी) द्वारा उपचार) तथा पर्यावरण मॉनिटरिंग एप्लीकेशन हेतु उपयोगी मटेरियल्स की खोज के लिए दिया गया है, जिसका उपयोग विकिरण को मापकर पर्यावरण संरक्षण में किया जा सकता है। वर्तमान कोविड-19 के समय में इन क्षेत्रों में बायोमेडिकल एप्लीकेशन से संबंधित अनेक शोध कार्य किए गए है। फोटो थैरेपी हेतु पेटेन्ट नवजात शिशुओं को यूवी-बी एलईडी लैम्प की सहायता से बैक्टीरिया एवं वायरसों से बचाव किया जा सकता है।
इस सराहनीय कार्य के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर.एन. सिंह ने प्रशंसा की और भविष्य में नये शोध के लिए प्रोत्साहित किया। इस शोध कार्य में डॉ. नेहा दुबे एवं प्रोफेसर जगजीत कौर सलूजा के साथ डॉ. विकास दुबे, विभागाध्यक्ष भौतिक शास्त्र विभाग, भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी का सराहनीय योगदान रहा।