राजनांदगांव
भाजयुमो अध्यक्ष ने कहा कहीं भी कुछ गलत नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 अगस्त। भाजयुमो की नई सूची को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव के सूची को अवैधानिक करार दिए जाने के बयान से पार्टी में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। हालांकि जिलाध्यक्ष बयान को तोड़-मरोडक़र पेश किए जाने पर अपना पक्ष रखा है। बताया जा रहा है कि भाजयुमो की नई सूची को जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर ने कल देर शाम जारी कर दिया। जिसके कुछ मिनटों के भीतर सूची की वैधानिकता को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई।
बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्ष यादव के सूची को अवैधानिक करार देने के बाद पार्टी हल्के में खलबली मच गई है। सूची में जिन लोगों को शामिल किया गया है, उसको लेकर यादव और भाजयुमो अध्यक्ष के बीच तालमेल नहीं होने की कमी के कारण विवाद बढ़ा है। प्रदेश हाईकमान ने जिला भाजयुमो की सूची को जारी करने के लिए 5 अगस्त की मियाद तय की थी। इस डेडलाईन की वजह से भाजयुमो अध्यक्ष ने 4 अगस्त की शाम को सूची जारी कर दी। पार्टी में यह चर्चा जोरों पर है कि जिलाध्यक्ष यादव की पसंद को खास तवज्जो नहीं दी गई है। वहीं सूची में पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के नजदीकी युवा कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है।
बताया जा रहा है कि जातिगत समीकरण के तहत सूची में काफी खामियां आई है। अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग से महामंत्री पद को लेकर भी कुछ नाम सामने आए थे। महामंत्री मनोनयन में शहरी क्षेत्र से युवाओं को मौका दिया गया है। जबकि अनुसूचित जनजाति वर्ग से प्रशांत कोडापे को महामंत्री बनाए जाने की चर्चा जोरों पर थी। बताया जा रहा है कि महामंत्री डिकेश साहू को नियुक्त किया गया है। उनके नाम पर जिला महामंत्री दिनेश गांधी विरोध कर रहे थे। इसी तरह शहर से आकाश चोपड़ा को लिया गया है। जबकि आकाश दक्षिण मंडल में इसी पद पर कार्य कर रहे हैं। उनकी नियुक्ति को लेकर भी सवाल उठ रहा है। इस बीच प्रदेश हाईकमान से मियाद तय करने के कारण सूची जारी होने के बाद कई युवा पद से वंचित हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव सूची में कुछ लोगों के नाम को शामिल करने की पैरवी कर रहे थे। इसी के चलते सूची जारी करने में विलंब हो रही है। इस संबंध में जिलाध्यक्ष श्री यादव ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि वैधानिकता को लेकर मैंने कोई बयान नहीं दिया है। बयान को अपने तरीके से मीडिया ने जारी किया है। उधर भाजयुमो अध्यक्ष मोनू बहादुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कहीं कोई विवाद की स्थिति नहीं है। बेवजह मामले को तूल दिया जा रहा है।