राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 अगस्त। अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव विनय कुमार कश्यप के मार्गदर्शन में सचिव देवाशीष ठाकुर ने बुधवार को जिला मुख्यालय में संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर, बालिका गृह एवं बालिका संप्रेक्षण गृह का औचक निरीक्षण किया।
इस दौरान सखी वन स्टॉप सेंटर में पीडि़त महिलाओं को दिए जाने वाली कानूनी सहायता, सलाह की जानकारी ली गई। वहां संधारित किए जाने वाले रिकार्ड व साफ-सफाई के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए। उपस्थित स्टॉफ को सखी वन स्टॉप सेंटर, राज्य की योजना हमर अंगना का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने के लिए प्रेरित किया गया। जिससे पीडि़त महिलाओं की सखी वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से मदद किया जा सके। नालसा की हेल्प लाइन नंबर 15100 की जानकारी प्रदान की गयी एवं विधिक सहायता से संबंधित सलाह एवं नि:शुल्क पैरवी करने के लिए अधिवक्ता की सुविधा उपलब्ध कराने के संबंध में जानकारी दी गई।
बच्चों के शैक्षणिक एवं मानसिक विकास तथा उनके पुनर्वास हेतु किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अंतर्गत प्रावधानित मापदण्डों केअनुसार व्यवस्था आदि के संबंध में बालिका गृह का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में 27 बालिकाएं, बालिका गृह में निवासरत मिली सभी बालिकाएं स्वस्थ हैं, गृह में ही नियमित अध्ययन कराया जा रहा है। सभी बालिकाओं से व्यक्तिगत रूप से समस्याओं की जानकारी ली गई। बालिका गृह में स्वच्छता एवं भोजन व्यवस्था के साथ मनोरंजन एवं खेलकूद की सभी व्यवस्था सही पाया गया। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र-राज्य शासन की गाईड लाइन तथा प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार बालिका संप्रेक्षण गृह का भी औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गृह में निवासरत बालिकाओं से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई और उपलब्ध सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।