बस्तर
जगदलपुर, 5 अगस्त। खण्ड वृष्टि और अल्प वृष्टि जैसी समस्याओं के बीच सूरज की रौशनी खेतों की प्यास बुझा रही है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खेती-किसानी में मौसम की अनश्चितता को दूर करने के लिए सिंचाई की सुविधाओं को बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में परम्परागत बिजली के तार नहीं हैं, वहां सोलर पंप की सुविधा दी जा रही है। छत्तीसगढ़ सौर सुजला योजना के तहत किसानों को तीन एचपी और पांच एचपी के पम्प अनुदान पर दिए जा रहे हैं। 2018 से अब तक बस्तर जिले में 2577 सौर सुजला पंप स्थापित किए जा चुके हैं।
सौर सुजला योजना से लाभान्वित सतोषा के किसान आसमन कोर्राम भी कम बारिश के कारण सुख रहे खेत को सोलर पंप से सिंचाई करने के बाद रोपाई करते मिले। उन्होंने इस योजना को किसानों के लिए वरदान बताया। उन्होंने बताया कि वे धान की कटाई के बाद यहां सब्जी की खेती भी करते हैं, जिससे उनकी आय भी बढ़ रही है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानो की फसलों की सिंचाई से सम्बंधित समस्याओ के समाधान के लिए सौर सुजला योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत किसानो को कम कीमत पर सोलर पंप प्रदान कर फसलों की सिंचाई सम्बन्धी समस्याओ का समाधान किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ सौर सुजला योजना की शुरुआत किसानो के फसलों की पैदावार बेहतर बनाने के लिए सोलर पंप दिया है, जिससे कि किसान अपनी पैदावार को बढ़ा सकें।