रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 अगस्त। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश की सरकार महंगाई भत्ता को लेकर जिस तरह की नीति अपनाई हुई है। इससे प्रदेश के कर्मचारी-अधिकारियों में आक्रोश है। जब बिजली कर्मियों का डीए केन्द्र के समान बढ़ा दिया जाता यह अच्छी बात है, लेकिन अन्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की उपेक्षा किस लिए की जा रही है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने अपने कर्मचारियों-अधिकारियों का डीए 17 प्रतिशत के बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया है, लेकिन एक ओर प्रदेश की सरकार 17 प्रतिशत की जगह 12 प्रतिशत ही डीए दे रही है। वही दूसरी ओर केन्द्र के डीए से 16 प्रतिशत कम डीए है। जिसे लेकर कर्मचारियों अधिकारियों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश के बिजली कर्मियों 28 प्रतिशत डीए बढ़ा कर दिए जाने के आदेश हो गया हैं, तो प्रदेश के अन्य विभागों के कर्मचारियों-अधिकारियों की उपेक्षा किस लिए की जा रही है। जबकि प्रदेश के कांग्रेस सरकार को डीए बढऩे को तत्काल कर्मचारियों-अधिकारियों के हित में फैसला लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार जनता से झूठे वादे करने वाली सरकार है इनके बड़े-बड़े वादे कागजों में ही नजर आते हैं। धरातल पर ही उसकी कोई भूमिका नहीं है को रोना जैसे संकटकाल में प्रदेश की जनता को ठग रही है और अपनी कमजोरियों को छुपाने के लिए केंद्र पर आरोप लगाती आ रही है।
एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में पिछले ढाई वर्षों में नक्सलवाद बढ़ा है। आज राज्य की जनता और अधिकारी का शिकार किया जा रहा है। भूपेश सरकार आज अपने वादों को पूरा करने में असफल दिखाई दे रही है।