दुर्ग
शादी के 6 माह बाद से ही ससुराल पक्ष करता था परेशान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 5 अगस्त। वर्ष 2016 में सामाजिक रीति रिवाज से वे विवाह के बाद से ही ससुराल पक्ष कम दहेज लाने की बात को लेकर प्रसारित करने लगा। कार एवं 10 लाख रुपया की मांग करते हुए पीडि़ता को ससुराल से निकाल दिया गया। मायके में रह रही पीडि़ता ने अपने पति, जेठ व जेठानी के खिलाफ महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 498 ए, 34 के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया है।
मैत्री कुंज वैशाली निवासी पीडि़ता का मायका ग्राम जोरा तराई थाना उतई में है। पीडि़ता का विवाह 28 अप्रैल 2016 को संजय सिंह के साथ हुआ था। विवाह के दौरान पीडि़ता के माता-पिता ने घरेलू सामान व सोने-चांदी के जेवरात दिए थे। शादी के 6 माह तक सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा। इसके बाद पीडि़ता का पति संजय सिंह, जेठ राजेश सिंह, जेठानी प्रीति सिंह पीडि़ता को कहने लगे कि भीखमंगे के घर से आई है और दहेज में कबाड़ उठा कर लाई है। अपने पिता से 10 लाख रुपये तथा कार मांगने की बात को लेकर दबाव दिया जाने लगा। जब पीडि़ता इसके लिए तैयार नहीं हुई तो उसके साथ मारपीट किया जाने लगा। इस पर पीडि़ता ने वर्ष 2018 में महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। काउंसलिंग के बाद पति उसे अपने साथ घर लेकर गया दोनों की एक बेटी भी है। कुछ दिनों बाद फिर ससुराल पक्ष द्वारा प्रताडि़त किया जाने लगा और उसे पति ने मायके में लाकर छोड़ दिया था। तब से पीडि़त अपने मायके में ही रह रही थी।