बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 अगस्त। विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर 16 लाख रुपये ईनामी नक्सली दंपति ने नक्सलवाद की खोखली विचारधारा व भेदभाव पूर्ण व्यवहार से तंग आकर समर्पण कर दिया। समाज की मुख्यधारा में लौट आये हैं। आत्मसमर्पित नक्सली दंपति पर 8-8 लाख रुपये का ईनाम घोषित था।
सोमवार को यहां एसपी ऑफिस में सेंट्रल रीजनल ब्यूरो(सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप कमांडर) राजू कारम(24) ने अपनी पत्नी सेंट्रल रीजनल ब्यूरो (सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप सदस्या) सुनीता कारम(21) के साथ डीआईजी सीआरपीएफ कोमल सिंह व पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों आत्मसमर्पित नक्सली दंपति पर 8-8 लाख रुपये का ईनाम घोषित था। नक्सलवाद की खोखली विचारधारा, प्रताडऩा व भेदभाव पूर्व व्यवहार से तंग आकर तथा सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किये नक्सली राजू व उसकी पत्नी को 10-10 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि दी गई। जिले में चलाये जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। इस अवसर पर सीआरपीएफ कमांडर यादवेंद्र सिंह यादव व एएसपी पंकज शुक्ला भी मौजूद रहे।
इन वारदातों में रहे शामिल
फरवरी 2015 में ग्राम डोडीजोड़ी थाना फुलबानी जिला कंधमाल( उड़ीसा) में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल।
जून 2015 में ग्राम लुबेंदगढ़ थाना रामपुर जिला कालाहांडी(उड़ीसा) में हुए पुलिस व नक्सली मुठभेड़ में शामिल।
मई 2016 में ग्राम बोगबेड़ा थाना रामपुर जिला कालाहण्डी ( उड़ीसा) में पुलिस व नक्सलियों के बीच हुए हमले शामिल।
जुलाई 2016 में ग्राम पिंडीनदेल थाना फिरिंगिया जिला कंधमाल ( उड़ीसा) पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में शामिल।
दिसंबर 2016 में ग्राम डांडीपारा थाना फिरिंगिया जिला कंधमाल (उड़ीसा) पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में शामिल।
मई 2017 में जिला नुवापाड़ उड़ीसा से जंगल के रास्ते लौटते वक्त जिला कांकेर के जंगल पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल। वही दिसम्बर 2017 में ग्राम मुक्कबेली थाना फरसेगढ़ क्षेत्र में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल रहे। इस मुठभेड़ में नक्सलियों के प्लाटून नंबर 2 का कमांडर संदीप कुरसम उर्फ पर्व घायल हुए था। फरवरी 2018 में ग्राम पुजारी कांकेर के कर्रेगुट्टा पहाड़ में तेलंगाना की ग्रेहाउंड्स पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल रहे। इस मुठभेड़ में सीआरसी कंपनी नंबर 2 के 9 नक्सली इस मुठभेड़ में मारे गये व एक जवान शहीद हुए था।
कौन है नक्सली राजू
नक्सल पंथ से तौबा कर समाज की मुख्यधारा में लौटे राजू कारम मूलत: बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के एड्समेटा गांव का रहने वाला है। उसने वर्ष 2013 में गंगालूर एरिया कमेटी सरकार अध्यक्ष के द्वारा संगठन में पीएलजीए सदस्य के रूप भर्ती किया गया। इस दौरान एड्समेटा में 10 दिन का प्रशिक्षण दिया। 2013 अक्टूबर माह में राजू को सीसी मेम्बर जम्पन्ना उर्फ जगु नरसिम्हा रेड्डी के गार्ड के लिए उड़ीसा भेज दिया गया। यहाँ उसने साल 2017 तक काम किया। वर्ष 2017 में सीसी मेम्बर जम्पन्ना के तेलंगाना पुलिस के समक्ष समर्पण से पूर्व राजू को तेलंगाना स्टेट कमेटी प्रभारी व सीसी मेम्बर हरिभूषण के साथ काम करने तेलंगाना स्टेट कमेटी भेज गया।
राजू को सेंट्रल रीजनल ब्यूरो में सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप में कमांडर की जिम्मेदारी दी गई। इस पद पर वह मार्च 2021 तक कार्यरत रहा। नक्सली राजू कारम अपने साथ एसएलआर रायफल लेकर चलता था। उस पर 8 लाख रुपये का ईनाम सरकार ने घोषित कर रखा था। वही नक्सली राजू कारम की पत्नी सुनीता कारम मूलत: मंडीमरका थाना जगरगुंडा जिला सुकमा की रहने वाली है। इसने वर्ष 2014 में जगरगुंडा पामेड़ एरिया/ एसीएम कमलेश ताती के द्वारा संगठन में पीएलजीए सदस्या के रूप में भर्ती किया। जुलाई 2014 को चिन्नाबोडक़ेल के जंगल में उसे एसीएम मंगेश ने 30 दिन प्रक्षिक्षण दिया। अगस्त 2014 में बासागुड़ा एसओएस कमांडर अनिता कुरसम के साथ काम किया। जनवरी 2015 में सीसी मेम्बर जम्पन्ना उर्फ जगु नरसिम्हा रेडडी के गार्ड ड्यूटी के लिए उड़ीसा भेज दी गई। इस दौरान वे अपने पास सिंगल शॉर्ट बंदूक रखती थी। यहां उसने 2017 तक काम किया। इसके बाद जनवरी 2021 में उसे तेलंगाना स्टेट कमेटी प्रभारी व सीसी मेम्बर हरिभूषण के द्वारा सेंट्रल रीजनल ब्यूरो सीसी प्रोटेक्शन ग्रुप का सदस्य बना दिया गया। इस दौरान वह अपने साथ इंसास रायफल लेकर चलती थी। सुनीता पर भी सरकार ने 8 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर रखा था।