राजनांदगांव
लाईव स्टाक उद्योग और ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रिडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने सराहा
देश के लाखों किसानों को होगा फायदा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 अगस्त। पूरे भारतीय पोल्ट्री किसानों, एक्वा कल्चर किसानों (मत्स्य पालन और श्रिम्प) और डेयरी किसानों की ओर से पहली बार पशुधन किसानों के पक्ष में जीएम सोया मील आयात की अनुमति का महत्वपूर्ण निर्णय केंद्र सरकार द्वारा लिया गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव की बहादुर अली ने सराहना की है। बहादुर अली ने कहा कि सोया मील कमी के कारण उत्पन्न हुए संकट के समय 10 करोड़ से अधिक भारतीय पशुधन किसानों के समर्थन में खड़े हैं और लाईव स्टॉक उद्योग से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े 5 करोड़ रोजगार को बचाने की पहल में लगे हुए हैं। इससे हमारे देश के लाईव स्टॉक किसानों को फीड मिलना सुनिश्चित होगा और लोगों को नियमित रूप से तथा कम कीमत पर दूध (डेयरी), चिकन, अंडा (पोल्ट्री), मछली और श्रिम्प (एक्वा) मिल सकेगा।
अखिल भारतीय पोल्ट्री ब्रिडर्स एसेसिएशन के अध्यक्ष बहादुर अली ने इस निर्णय के लिए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग तथा खाद्य, उपभोक्ता मामले में पीयूष गोयल, वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोमप्रकाश, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के राज्य मंत्री परसोत्तम रूपाला, डॉ. संजीव बाल्यान, सचिव एचडी अतुल चतुर्वेदी तथा एनएलएमपीसी पशुपालन और डेयरी विभाग के संयुक्त सचिव ओपी चौधरी का आभार जताते हुए कहा कि इसके लिए गुलरेज आलम सचिव ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रिडर्स एसोसिएशन और निदेशक आईबी समूह तथा आशीष गुप्ता कार्यकारी सदस्य ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रिडर्स एसोसिएशन ने लाईव स्टाक उद्योग एवं लाईव स्टाक किसानों की बेहतरी के लिए अथक प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे लाईव स्टाक किसान और उद्योग स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।