राजनांदगांव
कलेक्टर-एसपी ने किया संयुक्त निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 अगस्त। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा और एसपी डी. श्रवण ने बुधवार को मेडिकल कॉलेज के पेंड्री में शिफ्ट होने के बाद जिला अस्पताल बसंतपुर को तकनीकी संसाधन से लैस कर शुरू करने के निर्देश दिए हैं। सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी के साथ दोनों अधिकारियों ने पूरे अस्पताल का भ्रमण किया। अंदरूनी वार्डों में पहुंचने के बाद कई तरह के सुधार को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि जिला अस्पताल बसंतपुर के व्यवस्थित संचालन के लिए आवश्यक चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टॉफ तथा उपकरणों की पूर्ति शीघ्र ही कर ली जाएगी। शासकीय मेडिकल कॉलेज का नवीन भवन पेंड्री में बन जाने के बाद शासन के निर्देश के बाद मेडिकल कॉलेज अपने नए भवन में शिफ्ट हो रहा है। जिसके कारण जिला अस्पताल बसंतपुर को अपने पुराने अस्तित्व के साथ प्रारंभ किया जाना है।
उन्होंने जिला अस्पताल में तत्कालिक व्यवस्था को बनाए रखने और आवश्यक प्राथमिक सेवाएं उपलब्ध कराने अस्पताल के भवन का रंग-रोगन, वार्ड और शौचालयों के मरम्मत करने के निर्देश सीजीएमएससी को दिए। कलेक्टर ने आवश्यक उपकरणों की सूची बनाकर तत्काल संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को पत्र भेजने सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक को निर्देशित किया। ज्ञात हो कि मेडिकल कॉलेज के शिफ्टिंग के कारण मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक एवं 6 नर्सिंग स्टॉफ तथा बहुत से जरूरी उपकरण आदि मेडिकल कॉलेज पेंड्री में चले गए हैं। जिसके कारण जिला अस्पताल बसंतपुर में मरीजों को असुविधा होने लगी थी। इस समस्या को देखते कलेक्टर ने तत्काल जिला अस्पताल बसंतपुर का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जल्द होगा जीवनदीप समिति का गठन
जिला अस्पताल के अस्तित्व में आने के साथ ही जल्द ही जीवनदीप समिति का गठन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि जीवनदीप समिति के जरिये अस्पताल में संसाधनों की खरीदी की प्रक्रिया होती है। जीवनदीप समिति के पदेन अध्यक्ष होने पर कलेक्टर की निगरानी में गठन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। वहीं अस्पताल की जरूरतों के आधार पर दवाईयां, मशीनरी, स्टॉफ भर्ती जैसे अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए समिति अपने फंड से राशि उपलब्ध कराती है। बताया जा रहा है कि जीवनदीप समिति के पास फिलहाल 70 लाख रुपए जमा है। इस रकम को अति आवश्यक जरूरतों पर खर्च किया जाना है। कलेक्टर ने जमा रकम से 5 लाख रुपए आवश्यक उपकरणों की खरीदी करने के लिए स्वीकृति दी है। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल के शुरू होते ही जीवनदीप समिति का गठन भी नए सिरे से होगा। राजनीतिक और गैर राजनीतिक वर्ग के लोगों को समिति में बतौर सदस्य शामिल किए जाने का प्रावधान है।