राजनांदगांव
तीन दिन बंद का आह्वान, विरोध में टायर फूंके
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अगस्त। मोहला-मानपुर को जिले का दर्जा दिए जाने के फैसले के विरोध में अंबागढ़ चौकी शहर में प्रशासन और नागरिकों के बीच तनाव बढ़ गया है। सालों से अंबागढ़ चौकी को जिला का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे नागरिकों का आरोप है कि सरकार ने वनांचल के बाशिंदों का हक छीना है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में नया जिला बनाने की घोषणा करते मोहला-मानपुर को नया जिला घोषित किया है। जैसे ही अंबागढ़ चौकी के लोगों को सरकार की घोषणा की खबर लगी, उसके बाद विरोध स्वरूप शहरभर में नारेबाजी और मामूली आगजनी की घटनाएं शुरू हो गई। देश की आजादी के जश्न मनाने को छोडक़र नागरिकों का गुस्सा उबाल मारने लगा।
अंबागढ़ चौकी को जिला का दर्जा दिलाने के लिए जिला निर्माण समिति भी सालों से आवाज उठाती रही है। बताया जा रहा है कि अंबागढ़ चौकी के बाशिंदे करीब डेढ़ दशक पहले नए परिसीमन में अंबागढ़ चौकी को विधानसभा क्षेत्र से विलुप्त किए जाने का दर्द आज भी झेल रहे हैं। 2008 में अंबागढ़ चौकी के बजाय मोहला-मानपुर को विधानसभा क्षेत्र घोषित किया गया। नए परिसीमन के बाद अंबागढ़ चौकी को खुज्जी विधानसभा में सम्मिलित कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि लगातार प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर अंबागढ़ चौकी की अनदेखी किए जाने को लेकर लोग पूर्ववर्ती और मौजूदा सरकारों से नाराज रहे हैं। ऐसे में मोहला-मानपुर को नया जिला बनाने के निर्णय ने नागरिकों के जख्म को तरोताजा कर दिया है। इस बीच अंबागढ़ चौकी को जिला का दर्जा दिलाने के लिए लोग अड़ गए हैं। स्वतंत्रता दिवस के रूप दोपहर के बाद नागरिकों ने एक साथ शहरभर में सरकार के विरोध में मोर्चा निकाले। वहीं टायर जलाकर आगजनी की घटना हुई। हालांकि तनाव के मद्देनजर प्रशासन ने पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया है। पुलिस लाइन के अलावा आसपास के थानों से अतिरिक्त बल अंबागढ़ चौकी शहर में तैनात किया गया है।
इस संबंध में एसडीओपी घनश्याम कामडे ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि नागरिकों द्वारा शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन कियाजा रहा है। हालात कल की तुलना में आज सामान्य है। इधर शहर के नागरिकों ने तीन दिन का इलाके में बंद का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय विधायक छन्नी साहू पर लोगों ने दबाव बढ़ाते सरकार से मोहला-मानपुर को जिला का दर्जा देने के फैसले पर पुर्नविचार करने मध्यथा करने की मांग की है। इधर मोहला-मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी मुख्यमंत्री के निर्णय का स्वागत करते हुए एक बड़ी सौगात मान रहे हैं। जिला निर्माण के मामले में सत्तारूढ़ कांग्रेस के दोनों विधायकों में अलग-अलग मतभेद भी उभरकर सामने आया है।