राजनांदगांव
जिला निर्माण का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अगस्त। वनांचल अंबागढ़ चौकी में मोहला-मानपुर जिला में शामिल किए जाने का विरोध लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। नागरिकों की मांग है कि सरकार मोहला-मानपुर के अंबागढ़ चौकी को पूर्ण जिले का दर्जा दे।
बताया जा रहा है कि लगातार आंदोलन की रूपरेखा बनाते हुए नागरिक स्वमेव सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मोहला-मानपुर को जिला बनाए जाने की एक ओर खुशी रही, लेकिन अंबागढ़ चौकी इस निर्णय से नाराज होकर आंदोलन की राह पर निकल गया। बताया जा रहा है कि पहले दिन स्थिति बेहद तनावपूर्ण थी। अब शांतिपूर्ण तरीके से स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अंबागढ़ चौकी को जिला बनाए जाने की मांग पर क्षेत्रीय विधायक छन्नी साहू भी रजामंद हैं। उन्होंने भी सरकार के निर्णय को लेकर आंदोलनरत बाशिंदों के साथ धरना दिया था। आंदोलन को अलग-अलग व्यापारिक, गैर व्यापारिक संगठनों के अलावा दीगर संघों ने भी समर्थन दिया है।
चेम्बर ऑफ कामर्स के द्वारा भी आंदोलन को वाजिब ठहराया गया है। इस बीच दूसरे दिन आंदोलन को तेज कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि किसी भी स्थिति में अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के लोग मोहला-मानपुर से जुडऩा नहीं चाहते। स्थानीय लोगों का कहना है कि व्यवहारिक रूप से यह फैसला गलत है। अंबागढ़ चौकी शहर की आबादी भी दूसरे ब्लॉकों की तुलना में अधिक है। वहीं प्रशासकीय कामकाज के लिए भी स्थिति मोहला-मानपुर की तुलना में बेहतर है।
बताया जा रहा है कि अंबागढ़ चौकी के लोग अब आंदोलन करने पर आमादा है। सरकार पर फैसला बदलने का दबाव बढ़ाते हुए राजनीतिक दल के लोग भी एकजुट हो गए हैं। भाजपा और कांग्रेस के स्थानीय नेता आंदोलन को उचित ठहराते हुए अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।
छुरिया पहुंची विरोध की आंच
अंबागढ़ चौकी के बाद अब छुरिया में भी विरोध की आंच पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि मोहला-मानपुर जिले में खुज्जी विधानसभा को शामिल किए जाने की चर्चा छिड़ते ही छुरिया के लोग भी सरकार के निर्णय के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। बताया जा रहा है कि खुज्जी विधानसभा का प्रशासकीय मुख्यालय छुरिया है। ऐसे में स्थानीय लोगों को राजनांदगांव जिले में ही रहने का निर्णय उचित लग रहा है। छुरिया से राजनांदगांव की दूरी 50 किमी है। जबकि अंदरूनी रास्तों से सफर तय करने पर मोहला की दूरी लगभग 50 किमी होगी, लेकिन व्यापारिक कामकाज के कारण राजनांदगांव से आवाजाही करने में छुरिया के लोगों को आसानी होगी। वहीं अस्पताल तथा अन्य निजी कामकाज के लिए भी राजनांदगांव बेहतर विकल्प है।