सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 17 अगस्त। सडक़ खराब होने पर 5 किमी चलकर स्वास्थ्य कर्मी पहुंचे, फिर खाट पर लिटाकर गर्भवती को एंबुलेंस तक लाए। एम्बुलेंस से दोरनापाल लाते वक्त रास्ते में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा को दोरनापाल स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है, जहां दोनों स्वस्थ हैं।
सुकमा जिले के आरगट्टा पंचायत के बोड्डीगुड़ा गांव में गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर दोरनापाल के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी गई, जिसके बाद एम्बुलेंस लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मनीकोंटा पहुंचे, जहां हाइवे से बोड्डीगुड़ा तक पांच किलोमीटर तक सडक़ खराब होने के चलते एम्बुलेंस को हाइवे पर ही छोड़ दिया गया और कर्मचारी पैदल ही गांव पहुंचे, जहां गर्भवती की हालत को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के सुपरवाइजर निकुंज लाल राय, वाहन चालक पिलेश्वर सिन्हा और वार्ड बॉय जयपाल धु्रव ने खाट पर पाँच किलोमीटर चल कर गर्भवती को हाइवे तक पहुंचाया, जहां एम्बुलेंस से दोरनापाल लाते वक्त रास्ते में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा को दोरनापाल स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है, जहां दोनों स्वस्थ हैं। जिपं अध्यक्ष हरीश लखमा ने दल के इस प्रयास पर साधुवाद जताया।