राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अगस्त। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि अस्पताल एवं स्कूल के रखरखाव एवं रंग-रोगन के कार्य में गति लाएं। इसे प्राथमिकता देते समय-सीमा में पूरा करना सुनिश्चित करें। सभी विकासखंडों में एक हिन्दी मीडियम स्कूल मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाना है, जिसे चिन्हांकित कर इस दिशा में कार्य प्रारंभ करें।
उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशानुसार स्वामी आत्मानंद स्कूल भवन निर्माण का कार्य समय-सीमा में करें। 15 सितंबर तक लैब निर्माण का कार्य हो जाना चाहिए। जल्द ही स्कूलों में अध्यापन कार्य प्रारंभ करें। स्कूल के लिए प्रतिनियुक्ति पर जिन शिक्षकों का चयन किया गया है, उन्हें कार्य मुक्त करें।
स्कूल में शिक्षकों की उपस्थिति होनी चाहिए। बिना कारण अनुपस्थित होने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सीएसईबी के कार्यपालन अभियंता से कहा कि लो-वोल्टेज एवं पावर कट की समस्या का समाधान करना सुनिश्चित करें। लोक सेवा गारंटी शासन की प्राथमिकता है।
इसका प्रभावी क्रियान्वयन करते जनसामान्य के आवेदनों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण करना है। साथ ही प्रत्येक सेवाओं के लिए निर्धारित शुल्क हितग्राहियों से लें, इसमें शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। प्रमाण पत्र तैयार करने में जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी उनकी सूची केन्द्र में चस्पा करें। उन्होंने कहा कि बैंक के नाम से होने वाली धोखाधड़ी एवं चिटफंड कंपनी से बचने जनसामान्य में जागरूकता लाएं कि किसी भी व्यक्ति को अपना आधार कार्ड एवं बैंक खाता नंबर तथा अन्य व्यक्तिगत जानकारी न दें। कलेक्टर श्री सिन्हा ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में उक्त बातें कही।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने युवाओं को जोड़ा जाना चाहिए। सभी ग्राम पंचायतों में युवाओं को खेल गतिविधियों से जोडऩे क्लब का गठन करें। इसमें 15 से 35 वर्ष आयु तक के युवाओं को जोड़ा जाए। धान संग्रहण केन्द्र में चबूतरों के लिए शेड स्वीकृत किया गया है, इसमें कार्य प्रारंभ करें। धान खरीदी प्रारंभ होने से पहले निर्माण कार्य पूरा करें।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि जिले में कुपोषण दूर करने सुपोषण अभियान प्रारंभ किया गया है। इसमें सामुदायिक भागीदारी जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग के साथ मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सरपंच, सचिव, बच्चों के अभिभावक, जनभागीदारी समितियों जोडक़र कार्य करें। डोर-टू-डोर संपर्क, हेल्थ कार्ड, पौष्टिक भोजन तथा बच्चे और मां के स्वास्थ्य की देखभाल कर कुपोषण को दूर किया जा सकता है। उन्होंने अभियान चलाकर अवैध प्लाटिंग पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मौका जांच करें और अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्रवाई करें। उन्होंने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते कहा कि गौठानों में स्वसहायता समूह के कार्य करने का स्थान अलग होना चाहिए। वहीं चारागाह तथा मवेशियों का क्षेत्र अलग होना चाहिए। गौठानों में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से महिलाओं को आय प्राप्त हो इसके लिए कार्य करें।
जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने कहा कि गौठानों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य करें। जिले के 100 गौठानों को मॉडल गौठान के रूप में विकसित किया जाना है। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव एन. गुरूनाथन, वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ संजय यादव, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफे्रसिंग के जरिए सभी एसडीएम एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।