राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 20 अगस्त। ग्राम पंचायत खैरानवापारा के ग्रामीणों एवं पंचों ने पंचायत में रोजगार गारंटी में सरपंच और रोजगार सहायक द्वारा किए फर्जीवाड़ा को लेकर मोर्चा खोल दिया। वहीं कलेक्टर को लिखित शिकायत करते कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि सरपंच पति द्वारा फर्जी हाजिरी भरकर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाया गया। इधर ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर रोजगार सहायक व सरपंच पति पर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया है कि ग्राम पंचायत खैरानवापारा सरपंच शारदा गोरेलाल जंघेल द्वारा मनरेगा में किए गए विभिन्न कार्यों में अपने पूरे परिवार एवं सगे-संबंधियों का नाम मस्टर रोल बनाकर फर्जी हाजिरी भरा गया। गांव में ऐसा कोई नहीं है, जिसे शासन के महत्वपूर्ण योजना से 12 माह के भीतर 100 दिन काम मिला हो, लेकिन सरपंच ने मजदूर से ज्यादा अपने परिवार को फर्जी काम दे डाली।
ग्रामीणों ने बताया कि गोरे जंघेल, केशरी जंघेल, प्रिया जंघेल, लिकेश्वर जंघेल, वर्षा जंघेल, राकेश जंघेल, दुष्यंत जंघेल, महेंद्र जंघेल, सुरेंद्र जंघेल, चेतन जंघेल, पूजा जंघेल, डीलाराम, रेणुका जंघेल, टोकेंद्र जंघेल, केसरी वाई, निखिल जंघेल द्वारा एक दिन भी काम पर नहीं गए है, लेकिन हाजिरी सबकी बराबर लगी है। साथ ही बताया है कि सरपंच द्वारा भूमि सुधार के नाम पर केवल अपने सगे संबंधियों को फायदा पहुंचाया गया है। इस प्रकार ग्रामीणों ने जांच एवं कार्रवाई की मांग की है।