बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 अगस्त। एक महिला ने पहले तो दंपत्ति से मेलजोल बढ़ाया फिर हमदर्दी दिखाते हुए उसके 7 माह के शिशु को इलाज के लिए सिम्स अस्पताल लेकर पहुंची। यहां से मौका पाते ही वह बच्चे को उठाकर फरार हो गई।
करगी रोड कोटा के सफर शाह और उसकी पत्नी इशाक बी अपने 7 माह के शिशु को लेकर लूतरा शरीफ गए थे। वे सडक़ किनारे चूड़ी और अंगूठी बेचते हैं। लूतरा शरीफ से लौटने के बाद वे लोग एक टेंट लगाकर बिलासपुर स्टेशन के पास ठहर गए और सामान बेचने लगे। चार पांच दिन पहले स्कूटी पर सवार एक महिला एक पुरुष के साथ उससे मिलने के लिए आई, फिर रोज आने लगी। बच्चे को टॉफी और बिस्कुट देकर उनके साथ महिला ने मेलजोल बढ़ाया।
19 अगस्त को वह अज्ञात महिला पहुंची तो इशाक बी ने अपने बच्चे की तबीयत खराब होने की बात बताई। महिला ने उसे सिम्स में चलकर इलाज कराने कहा। इशाक बी ने उसकी बात मान ली और बच्चे को लेकर स्कूटी में उसके साथ सिम्स आ गई। यहां पहुंचने के बाद हादसे से अनजान इशाक बी ने महिला के पास अपने बच्चे को छोडक़र थोड़ी देर के लिए बाथरूम चली गई। लौटने पर उसने पाया कि महिला बच्चे के साथ गायब है। उसने इधर-उधर तलाश की, महिला नजर नहीं आई। उसने घबराकर गेट के सिक्योरिटी गार्ड से पूछा। थोड़ी ही देर में साफ हो गया वह महिला बच्चे को लेकर जा चुकी है। बच्चे के गायब होने की खबर से सिम्स में हडक़ंप मच गया।
सिक्युरिटी स्टाफ ने पूरे अस्पताल परिसर में खोज की। इस बीच सिम्स की पुलिस चौकी में जाकर सूचना दी गई। वहां से पुलिस दल ने पहुंचकर सीसीटीवी खंगाला। वह महिला बच्चे को लेकर निकलते दिख रही है लेकिन उसने चेहरे सहित लगभग पूरे शरीर को ढंक रखा था जिससे उसकी पहचान नहीं हो पा रही है। पुलिस ने उस अज्ञात महिला की तलाश शुरू की पर उसका कुछ पता नहीं चला है।
इधर अपने अबोध बच्चे की चोरी हो जाने से मां-बाप का बुरा हाल है। पीडि़त मां ने बताया कि महिला उससे मिलने आती थी तो चेहरे पर कपड़े बांध कर आती थी और उसके साथ आने वाला पुरुष दूर से इंतजार करता था, जिसे वह अपना पति बताती थी। उसने अपना नाम पता भी नहीं बताया। जिस तरह योजनाबद्ध तरीके से बच्चे की चोरी की गई है, पुलिस को इसके पीछे किसी पेशेवर गिरोह का हाथ होने की आशंका है।