बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 24 अगस्त। सांसद प्रतिनिधि विक्रम धु्रवे प्रदेश की कांग्रेस सरकार के अपने ही वादे के खिलाफ में बिजली मूल्य में वृद्धि, छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण व कांग्रेस सांसदों के द्वारा संसद भवन में छत्तीसगढ़ को अपमानित करने के खिलाफ विज्ञप्ति जारी कर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस प्रदेश की सत्ता में जब से आई है तब से अघोषित रूप से बिजली कटौती से प्रदेश की जनता पूरी तरह से परेशान है।
कांग्रेस अपने ही घोषणा पत्र में किये गए वादे से पलटते हुए बिजली बिल में बेतहाश वृद्धि कर कोरोनाकाल में प्रदेश की जनता पर आर्थिक कुठाराघात किया है । उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल में गरीब परिवारों को अनैतिक विचार रखने वाले लोग प्रलोभन व लालच देकर धर्मान्तरण करा रहे हैं। जिससे प्रदेश में धर्मान्तरण के मामले बढ़ रहे हैं। स्थानीय प्रशासन की कार्यवाही व अन्य माध्यमों से इसकी पुष्टि भी हो रही है। प्रदेश सरकार इस मामले में कार्यवाही करने के बजाय धर्मान्तरण के मामले को नजर अंदाज कर रही है।
विक्रम धु्रवे ने धर्मांतरण कराने वालों पर कार्यवाही की मांग करते हुए आगे कहा कि कांग्रेस सांसद देश के सबसे बड़े मंदिर संसद भवन में छत्तीसगढ़ के संस्कार को अपमानित किया है। संसद भवन में महिला मार्शल के साथ जो अभद्रता हुई है। उसे पूरा देश ने देखा है और उस झूठ को सच बता कर प्रदेश के कांग्रेस नेता अपने महिला सांसद के गलत कृतियों को छुपाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों को भ्रमित कर रहे है।
छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र पुरी तरह समाप्त हो चुका है। कांग्रेस के विधायक फोन में अधिकारियों को खुलेआम गालियां दे रहे हैं। सांसद महिलाओं को पीट रहे हैं।
सांसद प्रतिनिधि विक्रम धु्रवे ने कहा कि उपरोक्त सभी मामलों को लेकर आने वाले दिनों में भाजपा आमजनता को साथ लेकर सडक़ की लड़ाई लड़ेगी।