बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 26 अगस्त। भोपालपटनम जनपद पंचायत के वाडला ग्रामपंचायत में 14वें वित्त आयोग की 21 लाख रूपये की गबन की मामला सामने आने के 15 दिन बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीणों में नाराजगी है। उन्होंने आंदोलन की बात कही है।
बीजापुर जिले के सी पी आई के जिला सचिव कमलेश झाड़ी के नेतृत्व में एक जांच दल बनाकर ग्राम पंचायत वाडला पहुँचे और पंचायत के सरपंच चेन्द्रा कुडेम वार्ड पंच सम्मक्का भगत एवं शोभा कोरम ग्राम के पटेल कोरम शिवराम ग्रामीण मलैया भगत लक्मन तालण्डी राकेश कोरम व अन्य ग्रामीणों से मुलाकात कर जानकारी ली तो इन्होंने सी पी आई नेता को बताया कि पेंदम हरिगोपाल सचिव जब से इस पंचायत में आया है सरपंच के साथ तालमेल नहीं बनाता है और बिना ग्राम सभा बिना पंचायत प्रस्ताव बनाए अपने मनमाने ढंग से काम करता है। अभी तक जो भी निर्माण कार्य हुए है जिसमें मजदूरों को भी बाहर से ले आकर कार्य कराते है। सरपंच ने बताया कि 24 अगस्त को जिला से एक जाँच दल आया। मौके पर पहुँच कर वस्तुस्थिति का पता लगाया तो निर्माण कार्य के बिना ही उक्त राशि सरकारी खजाने से खाली हो गया है। ग्रामपंचयत का जो 21 लाख रूपये गबन किये हंै, वे पूरे फर्जी बिल लगाकर मेरे डी एस सी का गलत तरीखे से उपयोग कर अपने बेटे के खाते में हस्तन्तरित करा लिया है जो बाद में बैंक के स्टेटमेंट से मुझे पता चला है। सरपंच का कहना है कि 14वें वित्त आयोग की इस राशि से आश्रित ग्राम गोखूर में ढाई-ढाई सौ मीटर का 2 सी सी सडक़ निर्माण व मट्टीमरका में 2 पुलिया निर्माण व शौचालयों का निर्माण करना था । सरपंच एंव वार्ड पंचों व ग्रामीणों का सी पी आई नेता के सामने यह कथन था कि ऐसे भ्रष्टाचार में लिप्त सचिव पर उचित कार्यवाही कर तत्काल इस पंचायत से हटाना चाहिए।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर सीपीआई नेता कमलेश ने कहा कि हमारी जाँच दल जिला कलेक्टर एंव जिला पंचायत सीईओ व स्थानीय विधायक से मुलाकात कर सचिव के द्वारा किये गए गबन की जानकारी प्रस्तुत करेंगे। अगर उचित कार्रवाई नहीं करने पर ग्रामीणों के साथ सडक़ की लड़ाई लडऩे को तैयार है।
जनपद पंचायत सीईओ ओंकार सिंह का कहना है कि जिलापंचायत से जांच टीम का गठन किया गया है, जांच जारी है।