दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 29 अगस्त। भांसी स्थित एनएमडीसी आईटीआई में शनिवार को गुजरात की कम्पनी सुजुकी मोटर्स, हंसलपुर प्लांट के द्वारा ओपन कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया गया। जिसमें शामिल 38 छात्रों का चयन किया गया।
इस कैंपस ड्राइव में वर्ष 2016-2021 सत्रों में विभिन्न जिलों की आईटीआई से फिटर, डीजल मैकेनिक, मोटर मैकेनिक, टर्नर, मशीनिस्ट, वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन, टूल एंड डाई, मेकर, प्लास्टिक प्रोसेसिंग ऑपरेटर, सीओई (ऑटोमोबाइल), ट्रैक्टर मैकेनिक, पेंटर ट्रेड में पासआउट 135 उम्मीदवार शामिल हुए द्य जिसके लिए अधिकतम उम्र 23 वर्ष निर्धारित थीद्य चयन प्रक्रिया लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार के आधार पर हुईद्य जिसमें 38 उम्मीदवार चयनित हुए द्य चयनित उम्मीद्वारों को कंपनी के द्वारा कुल मानदेय रूपए 20100/- प्रतिमाह प्रदान किया जायेगा तथा रियायती दर पर रहने एवं खाने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी द्य
चयनित उम्मीदवारों को बचेली परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक पीके मजूमदार द्वारा शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
कैम्प ड्राइव में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित सीएसआर के उपमहाप्रबंधक सुनील उपाध्याय ने कई उदारहण देते हुए उम्मीदवारों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि आज के समय मे कार्यस्थल की दूरी कोई बाधा नही है, कई लोग विदेशों में भी जाकर नौकरी कर रहे है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी नौकरी में शुरुआती दौर में वेतन कम ही रहता है हमे अपनी कार्य क्षमता, कार्य स्थल अनुशासन और अनुभव के आधार पर ही उच्च पद व अच्छा वेतन मिलता है। प्लेसमेंट में समिल्लित होने आए उम्मीदवारों से उनके भविष्य, माता पिता एवं समाज की अपेक्षाओं के बारे में विस्तृत चर्चा की ताकि सभी उम्मीदवार मानसिक रूप से इस प्लेसमेंट के लिए तैयार हो सके।
सुजुकी कम्पनी के तरफ से दिलीप कुमार पात्रों द्वारा कम्पनी की स्थापना, उत्पादों, उत्पादन क्षमता, कम्पनी द्वारा प्रदत्त की जाने वाली सुविधाओ, वेतन तथा चयन प्रकिर्या के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संस्था के प्राचार्य कमलेश साहू ने भविष्य में और कम्पनियों को भांसी आईटीआई में प्लेसमेंट के लिए बुलाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को रोजगार मिल सके।
गौरतलब है कि बचेली नगर से करीब 10 किमी दूर ग्राम भांसी में वर्ष 2000 में तीन ट्रेड के इलेक्ट्रीशियन, मोटर मेकेनिक, डीज़ल मेकेनिक के साथ स्थानीय युवाओं विशेषकर आदिवासी छात्रों को तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास प्रदान करने के लिए एनएमडीसी के सहयोग से आईटीआई की स्थापना हुई थी। वर्ष 2010 में दो नए ट्रेड फिटर व वेल्डर प्रारंभ किये गए।