बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 12 सितंबर। विकासखंड क्षेत्र कसडोल के कमोवेश पूरे गांवों को बीती रात हुई बारिश से फायदा हुआ है। मुरझाए पीले पड़ रहे दरार युक्त खेतों की फसल के लिए बारिश ने संजीवनी का काम किया है। किसानों के मायूस चेहरों में खुशी लौट आई है।
क्षेत्र में 4-5 दिनों से लगातार घंटा-दो घंटा हुई खण्ड वर्षा ने कुछ गांवों को लाभांवित किया था, किंतु शनिवार की रातभर हुई अच्छी बारिश से पूरे क्षेत्र को लाभ मिला है। खेतों में पर्याप्त पानी भर गया है, जिससे किसानों को सूखे खेतों में बिगड़े हालात खरपतवार घासफूस को को निंदाई कर सुधारने का अवसर मिल गया है।
असिंचित रकबा के क्षेत्र सोनाखान अर्जुनी महराजी 30 गांव राजादेवरी चांदन थरगांव, बया इलाके के 42 गांव अभ्यारण्य वनक्षेत्र बार कोठारी चरौदा गबौद आमगांव ढेबी भिंभोरी आदि 22 गांवों तथा बगार बोरसी पुटपुरा पीपरछेड़ी अर्जुनी बलदा कछार 25 गांवों को उक्त बारिश से पर्याप्त लाभ मिला है। इस इलाके में खेतों में तो पानी भरा ही है। प्राय: अधिकांश गांवों में नालों पर व्यपवर्तन निर्माण से खेतों को जरूरत पडऩे पर पानी मिलता रहेगा।
क्षेत्र के मैदानी क्षेत्रों के बलार जलाशय से नगर कसडोल सहित आसपास के गांवों असनीद हटौद खर्री बिलारी कुररहा बैगनडबरी खरवे सेमरिया पीसीद छरछेद सेल कोट सिनोधा साबर सेल कटगी सरवा आदि 25-30 गांवों को पिछले 1 माह से सिंचाई पानी मिल रहा है। रात भर हुई शनिवार की बारिश से अब पानी की कमी नहीं है। खेतों में पर्याप्त पानी भर गया है। नहर का पानी अब बेकार बह रहा है, जिसे बंद करने की आवश्यकता है, जिससे जरूरत पडऩे पर अंतिम सिंचाई फसल पकने के वक्त दिया जा सके।
इसी तरह वृहत जोंक व्यपवर्तन सिंचाई योजना अर्जुनी जिससे कसडोल बिलाईगढ़ के 60-70 गांवों की सिंचाई होती है, उक्त बारिश से पर्याप्त पानी मिलना शुरू हो गया है। बीच में नहर नालियों में बारिश थमने से धार कम हो गयी थी।
कमांड क्षेत्र के उक्त गांवों की फसल प्रारंभ से ही अच्छी है। कुल मिलाकर क्षेत्र के 230 गांवों की 42500 हेक्टेयर कृषि भूमि की खरीफ फसल धान को पर्याप्त लाभ मिला है।