कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 12 सितंबर । कोरिया जिले की महिला नेत्री बिंदु बलदेव दास को कांग्रेस महिला के कोरिया जिला अध्यक्ष पद से हटाये जाने से समर्थकों एवं सरगुजिया समाज मे ंभारी आक्रोश है।
बिंदु बलदेव दास के समर्थकों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसी क्या एमरजेंसी आ गई थी जिसके कारण पूरे प्रदेश के प्रमुख जिलों में एक कोरिया जिला, जहाँ कि कांग्रेस के तीन विधायक विजयी हुए हैं बावजूद उस जिले के महिला जिला अध्यक्ष को हटाने की जरूरत पड़ गई, जबकि अतिशीघ्र कोरिया से मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला पृथक की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
श्रीमती दास के समर्थकों ने यह भी कहा है कि नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति आनन फानन में मौखिक आदेश पर किया जाना और इसकी जानकारी क्षेत्र की महिला सांसद सहित कांग्रेस के जिला अध्यक्ष व अन्य किसी जिम्मेदार पदाधिकारी को नही होना भी कई संदेह को जन्म देता है व राजनीतिक षड्यंत्र की ओर इशारा करता है। वहीं श्रीमती दास के अचानक पद से हटाए जाने से जिले के सरगुजिया समाज के साथ मुख्य रूप से पनिका समाज मे भी भारी आक्रोश है । समाज के लोगो का कहना है कि जिले में पनिका समाज की जनसंख्या बड़ी तादाद में है जो राजनीति की दिशा मोडऩे के लिए पर्याप्त है ।
ज्ञात हो कि श्रीमती बिंदु बलदेव दास कोरिया कांग्रेस में सरगुजिया समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं तथा वर्तमान में सरगुजा कल्याण ट्रस्ट समिति महिला मोर्चा के संभागीय उपाध्यक्ष हैं, लेकिन अचानक उन्हें पद से हटाकर कांग्रेस पार्टी ने जिले के सरगुजिया समाज के साथ मुख्य रूप से पनिका समाज की उपेक्षा की है जिसे समाज कतई बरदाश्त नही करेगा। यदि कांग्रेस का यही रवैया रहा तो आने वाले चुनाव में सरगुजिया समाज अपनी भूमिका पर फिर से विचार कर सकता है।
ज्ञात हो कि बिंदु बलदेव दास को महिला कांग्रेस के कोरिया जिला अध्यक्ष पद से अचानक हटाये जाने पर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
लोगों का कहना है कि उनके कार्यकाल में न तो कोई विवाद हुआ और न ही उनके उपर कोई आरोप लगा। फिर किन कारणों से उन्हें अचानक हटा दिया गया? कहीं इसके पीछे कोई राजनैतिक षडय़ंत्र तो नहीं है।