कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी , 12 सितंबर। चिरमिरी के हल्दीबाड़ी में रहने वाली एक महिला ने कोरिया एसपी के ऑफिस में एक लिखित शिकायत देकर चिरिमिरी थाने में पदस्थ एक एएसआई व एक आरक्षक के ऊपर नशीली दवा बेचने व खरीदने वाले 4 लोगों को रंगे हाथ पकडऩे के बाद केवल उसके पति के ऊपर मामला बनाकर अन्य 3 को छोडऩे का आरोप लगाते हुए पूरे मामले के जांच की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है ।
अपने शिकायत में पीडि़त महिला ने कहा है कि बीते 9 सितम्बर 2021 को चिरमिरी पुलिस के सहायक उप निरीक्षक एवं आरक्षक द्वारा मेरे पति हरिकेश्वर कश्यप एवं उसके साथी सरफराज को नशीली दवा खरीदते तथा छोटाबाजार के राजा व अमन को नशीली दवा बेचते रंगे हाथों गिरफ्तार किया, लेकिन चारों को चिरमिरी थाना लाने के बाद सहायक उप निरीक्षक व आरक्षक ने केवल मेरे पति हरिकेश्वर कश्यप के ऊपर ही कार्यवाही की तथा अन्य तीनों को छोड़ दिया। यही नहीं मौके पर नशीली दवा का केवल एक इंजेक्शन ही बरामद हुआ था लेकिन उक्त दोनों पुलिस कर्मियों ने राजा और अमन से ही और नशीली दवा मंगवाकर उसे मेरे पति के नाम पर जब्त किया जाना दिखाया गया।
पीडि़ता ने शिकायत में आगे कहा है कि मुझे इस बात से बिल्कुल इंकार नहीं है कि मेरा पति नशीली दवाओं का सेवन करता है। उसकी इस आदत से मैं व मेरा पूरा परिवार परेशान है। कुछ दिनों पहले हम लोगों ने उन्हे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। मुझे इस बात से भी कोई आपत्ति नहीं है कि पुलिस ने मेरे पति के उपर कार्रवाई की। लेकिन नशीली दवा खरीदने वाले के उपर कार्रवाई की जाए एवं नशीली दवा बेचने वाले लोगों को खुला छोड़ दिया जाए ताकि वे फिर से नशीली दवा का कारोबार आराम से करते रहे, यह कैसा न्याय है?
पीडि़त महिला रागिनी कश्यप ने कोरिया एसपी से इस पूरे मामले की जांच कराकर दोषी अन्य आरोपियों के साथ ही पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
उपरोक्त मामले में कोरिया एसपी संतोष कुमार सिंह से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि अभी यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। मामला मेरे संज्ञान में आने पर इसकी जांच कराई जाएगी और जांच में यदि कोई दोषी पाया गया तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी ।