बलरामपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी,12 सितंबर। जिला बलरामपुर-रामानुजगंज अंतर्गत कुसमी अनुविभाग के तहसील सामरी क्षेत्र के ग्राम पंचायत बाटां में कागजात से छेड़छाड़ कर आदिवासियों की करीब 44 एकड़ जमीन सामान्य बताकर रजिस्ट्री किये जाने के मामले में सामरी पुलिस ने स्थानीय विधायक चिंतामणि महराज के हस्तक्षेप के बाद चार आरोपियों को न्याययिक रिमांड पर जेल दाखिल कर दिया गया है, जिसमें भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष बलरामपुर के चचेरे भाई, वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी बाटां के उपसरपंच, सरपंच के पिता व अन्य पर कार्रवाई की गई है।
जानकारी के अनुसार 50 वर्षीय प्रसन नगेशिया जिसका मूल निवास सामरी क्षेत्र के ग्राम पंचायत चरहटकला में है, लेकिन वह घर जमाई बन कर पिछले करीब 30 वर्षों से अपने ससुराल ग्राम पंचायत बाटां में रहगुजर कर रहा था। प्रसन के ससुर व चाचा ससुर का देहांत हो गया है तथा ससुर व चाचा ससुर के नाम से गाँव में अत्यधिक रकबा अथवा कई एकड़ जमीन थी, जिस पर लंबे समय से जमीन दलालों की नजर थी। प्रसन के ससुर के संतान में कोई बेटा नहीं था, सिर्फ बेटियां थीं। सभी बेटियों की शादी हो जाने के बाद अपने-अपने ससुराल चली गई, लेकिन प्रसन सबसे बड़ा दामाद होने के नाते घरजमाई बनकर शुरू से ही ग्राम बाटां में रह रहा था।
इसी बीच उक्त जमीन को बेचने के उद्देश्य से ग्राम बाटां के सरईडीह निवासी तथा गाँव के उपसरपंच यूसुफ अंसारी व जंगसाय द्वारा षडयंत्रपूर्वक पहले प्रसन नगेशिया को अपने साथ ले जाकर बंधक बनाकर कुसमी से लगे कंजिया निवासी शत्रुधन सिंह सहित अन्य के साथ मिलकर आधार कार्ड में प्रसन नगेशिया के जगह प्रशन बिरिजिया करा दिया गया और फर्जी तरीके से ससुराल के जमीन को प्रसन के नाम से करवाकर कर करीब 44 एकड़ भूमि रायपुर के किसी कम्पनी को बेच दिया गया।
नहीं निकली चेक की राशि
बेची गई जमीन की कुछ रकम नगद व चेक से प्राप्त हुआ था। चेक की राशि को बैंक से निकलवाने के लिए जब आईसीआईसीआई बैंक में प्रशन के नाम से खाता खुलवाने दलाल गए तो फर्जी आधार कार्ड के कारण खाता नहीं खुल पाया. इससे चेक की राशि नहीं निकल पाई।
एसपी के पास पहुंचा प्रार्थी
जमीन दलालों के चंगुल से निकलने के बाद प्रार्थी प्रशन अपने परिजनों सहित अन्य के साथ मामले में कार्यवाही के लिए विगत दिनों बलरामपुर एसपी कार्यालय गया, वहाँ के निर्देश पर सामरी पुलिस द्वारा मामले की जाँच की जा रही थी।
विधायक ने जनचौपाल में मामले को लिया संज्ञान
सामरी पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही थी। इसी बीच मीडिया में मामला सामने आया तथा मीडिया से जानकारी स्थानीय विधायक चिंतामणि महराज तक पहुँची। विधायक ने तुरंत मामलें को संज्ञान में ले लिया तथा सामरी में जनचौपाल लगाकर राजस्व संबंधित जमीन मामलें के कई मामलें को अवलोकन कर समझा तथा उपस्थित एसडीएम आरएसलाल सहित राजस्व व पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को तलब कर कार्यवाही सुनिश्चित की। इस दौरान आदिवासी की जमीन सामान्य करा कर रजिस्ट्री किये जाने के मामले में राजस्व व पुलिस विभाग को त्वरित कार्यवाही का निर्देश दिया। जिसके बाद पुलिस से शिकायत के करीब एक महीने बाद अब जाकर कार्रवाई प्रारंभ की गई।
थाना प्रभारी ने कहा कि जाँच में प्रथम दृष्टि में प्रार्थी के आधार कार्ड सहित राजस्व रिकॉर्ड में जाति व नाम बदलने के मामले में दोषी पाए जाने के कारण आरोपी बाटां निवासी व उपसरपंच यूसुफ अंसारी, बाटां निवासी जंगसाय, बाटा सरपंच के पिता मंगरु कुसमी से लगे कंजिया निवासी शत्रुधन सिंह के खिलाफ 120बी,467,242,468,34 व 420 सभी आईपीसी की धारा के तहत जुर्म दर्ज कर चारों आरोपियों को शनिवार के देर शाम को गिरफ्तार कर लिया है तथा रविवार को न्यायालय के रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
थाना प्रभारी सामरी रूपेश कुंतल के अनुसार उक्त मामले में आगे जाँच के दौरान प्राप्त दस्तावेजों, तथ्यों, गवाहों के बयान के आधार पर धारा सहित अन्य आरोपियों के नाम जोड़े जाएंगे।