बलौदा बाजार
अस्तित्व बचाने संयुक्त प्रयास की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 13 सितंबर। भटगांव नगर के बीचों बीच बड़ा तालाब का धार्मिक महत्व है। इनसे लोगों की जन भावनाएं जुड़ी हुई है। जमीदार शासन में खुदवाया हुआ तालाब 20-22 एकड़ में फैला हुआ है। निजी तालाब होने के कारण साफ-सफाई के अभाव में तालाब का पानी दिनोंदिन खराब होते जा रहा है।
इनसे लोगों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी हुई है। कहने को नगर में निस्तारी के लिए तालाब बहुत है। अधिकांश तालाबों से सिंचाई की जाती है और गर्मी के मौसम आते-आते सूख जाती है। नगर में लगभग 20000 जनसंख्या होने के कारण इसी तालाब से नगरवासियों का गुजर बसर होता है।
अडबंधा तालाब होकर से डबरी तालाब में उसके बाद बड़ा तालाब में पानी आता है। डबरी तालाब के किनारे बसे रहवासियों द्वारा बाथरूम संडास का मल मूत्र डबरी तालाब से होकर पानी बड़ा तालाब में आता है जिनके कारण तालाब का पानी दिनोंदिन खराब होते जा रहा है। डबरी का पानी रोकथाम के लिए किसी भी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
यह तालाब नगरवासियों के लिए धार्मिक महत्व है। नगर वासियों द्वारा इसी तालाब में देवी देवताओं का विसर्जन किया जाता है। तालाब के किनारे बसे रहवासियों द्वारा तालाब में कूड़ा करकट डाला जाता है। निजी तलाब होने के कारण किसी प्रकार का देखभाल नहीं किया जाता जिनसे नगर वासियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है जमीदारी शासन द्वारा खुदवाया हुआ तालाब 100-200 वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक यह तालाब में साफ-सफाई नहीं किया गया न ही शासन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का दिलचस्पी दिखाया जा रहा है। समय रहते तलाब का साफ सफाई नहीं किया गया, तो आने वाले समय में नगर वासियों को गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
डबरी का गंदा पानी बड़ा तालाब में आने से रोकना चाहिए और अडबंधा को बड़ा तालाब सीधा जोड़ देना चाहिए ताकि डबरी का गंदा पानी बड़ा तालाब में ना आ सके शासन प्रशासन को बड़ा तालाब का साफ सफाई के लिए कुछ योजना बनाना चाहिए ताकि नगर वासियों को गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके।
फिलहाल नगर प्रशासन, राजस्व विभाग के दंडाधिकारी को चाहिए कि जन भावना का आदर करते हुए तथा जन स्वास्थ्य को मद्देनजर दूषित कर रहे लोगों पर नकेल कसते हुए निर्मल और स्वच्छ जल की अस्तित्व को बचाने संयुक्त प्रयास किया जाए।