सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 13 सितंबर। जंगल की नदी में मछली मारने गए पंडो जनजाति के एक ग्रामीण के साथ वन कर्मियों के द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। विशेष आरक्षित पंडो जनजाति समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में पीडि़त परिवार के साथ लखनपुर थाना पहुंच रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिया गया है।
फूलचंद पंडो ने बताया कि पत्नी रजनी पंडो व बच्चों के साथ ग्राम चांदो जंगल की नदी में मछली मारने गया हुआ था। मछली मारने के दौरान बारिश होने लगी, जिसके बाद पूरा परिवार नदी किनारे बने लकड़ी के झाले में पनाह लेकर उसी झाले में परिवार खाना बनाकर खा रहा था। उसी दौरान वनकर्मी वहां पहुंचे और लकड़ी काटने की बात को लेकर फूलचंद पंडो के गाल पर वन कर्मियों ने जोरदार दो-तीन तमाचा जड़ दिया।
तमाचा मारने के बाद से फूलचंद पंडो के दाहिने कान में दर्द होने लगा तथा दाहिने कान से कम सुनाई देने लगा, जिसके बाद वह अपना उपचार निजी अस्पताल में करा रहा था। रविवार की रात अचानक तेज दर्द होने पर वह लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा, जहां डॉक्टर के द्वारा उपचार किया गया तथा बेहतर उपचार के लिए फूल चंद पंडो को जिला अस्पताल रिफर किया गया।
घटना की जानकारी लगते ही विशेष आरक्षित पंडो जनजाति के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवराम पंडो अस्पताल पहुंच घटना के संबंध में फूलचंद से जानकारी ली।
विशेष आरक्षित पंडो जनजाति समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवराम पंडों के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में पीडि़त परिवार के साथ लखनपुर थाना पहुंच रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिया गया है।
आरोप है कि जब पीडि़त फूलचंद पंडो व उसकी पत्नी मोबाइल फोन के माध्यम से मारपीट की घटना की शिकायत रेंजर से की तो उनके द्वारा पीडि़त परिवार के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए जंगल के नदी में मछली मारने पर नया प्रकरण दर्ज कर जेल भेजने की भी धमकी दी गई। जिसका ऑडियो भी वायरल हो रहा है।
वैधानिक कार्रवाई की जाएगी- भगत
इस संबंध में खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से मीडिया द्वारा चर्चा करने पर उनके द्वारा कहा गया कि मुझे आप के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है, वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।