राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 सितंबर। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कहर से स्थानीय राजीव नगर स्थित एक गरीब परिवार का कच्चा मकान ढह गया। हादसे में परिवार के सदस्य बाल-बाल बच गए। मिट्टी से निर्मित मकान का एक हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। बताया जा रहा है कि संदीप यादव नामक युवक का मकान एकाएक बीती रात को ढह गया। लगातार वर्षा की वजह से कवेलू वाले मकान का एक हिस्सा गिर गया। हादसे में परिवार के सदस्यों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। इस बीच वार्ड पार्षद ऋषि शास्त्री ने मौके का मुआयना किया। पार्षद ने पीडि़त परिवार को यथासंभव मदद देने का भरोसा देते आवास योजना का लाभ दिलाने का भी आश्वासन दिया है।
उधर करीब सप्ताहभर से जिलेभर में रूक-रूककर हो रही बारिश से जहां नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया। वहीं खेतों में भी लबालब पानी भरने के अलावा शहर के निचली बस्तियों में पानी भर गया है। इधर शहर के राजीव नगर क्षेत्र का एक कच्चा मकान की दीवार ढह गई। वहीं जिलेभर के ब्लॉकों में डोंगरगांव तहसील में सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार अब तक छुईखदान तहसील में 2.6 मिमी, खैरागढ़ तहसील में 24 मिमी, डोंगरगढ़ तहसील में 67.3 मिमी, राजनांदगांव तहसील में 24.1 मिमी, छुरिया तहसील में 33.7 मिमी, डोंगरगांव तहसील में 25.8 मिमी, अंबागढ़ चौकी तहसील में 27.3 मिमी, मोहला तहसील में 5.5 मिमी और मानपुर तहसील में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
इधर बीते गुरुवार से लगातार रूक-रूककर हो रही बारिश से जिलेभर के खेतों में पानी लबालब भर गया है। वहीं लोगों को गर्मी और उमस से राहत भी मिल रही है। इधर आसमान में काले बादल और बारिश से तापमान में गिरावट भी देखी जा रही है। इसके अलावा बारिश से जहां नालियों का पानी सडक़ों में बह रहा है। वहीं निचली बस्तियों समेत शहर के अलग-अलग इलाकों की सडक़ों में पानी भरने से लोगों को आवागमन में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इधर लगातार हो रही बारिश से शिवनाथ नदी की रफ्तार तेज हो गई है। भारी बारिश से नदी ने उग्र रूप ले लिया है। इस बीच जिले के बांध-बैराज भी छलकने की दिशा में बढ़ गए हैं। बताया जा रहा है कि बांध-बैराज से छोड़े जा रहे जल के कारण ही नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है। इधर पिछले सप्ताहभर से रूक-रूककर हो रहे बारिश से जिले के बड़े बांध-बैराज निर्धारित क्षमता से आधा भर गए हैं।
बताया जा रहा है कि भादो की बारिश से अब स्थिति सम्हल रही है। वहीं बड़े बांध-बैराजों में कैचमेंट एरिया से पानी की अच्छी आवक होते ही भराव क्षमता से अधिक हो गई है। लिहाजा बैराजों से पानी छोडऩे का सिलसिला शुरू हो गया है। बीते दिनों मोंगरा बैराज भी पानी छोड़ा गया था।