दुर्ग
क्लब में झीठ और नजदीकी गांवों के 200 बच्चे करते हैं हर दिन प्रैक्टिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 सितंबर। पाटन ब्लाक के ग्राम झीठ के ग्रामीणों की खेलों के प्रति दीवानगी ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाएं तैयार करने में मदद की हैं। यह गांव उन चुनिंदा गांवों में से एक है जहां एडवेंचर क्लब बनाकर ग्रामीणों ने खेलों का उत्साह बनाये रखा है और निरंतर बेहतर खेल खेलने वाले युवाओं को प्रोत्साहित किया है।
हर दिन यहां नजदीकी गांवों से लगभग 200 खिलाड़ी आकर प्रैक्टिस करते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी यहां के खो-खो खिलाडिय़ों के प्रशंसक रहे हैं और उन्होंने यहां खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करने खो-खो मैट भी प्रदान किया था। फिलहाल खो-खो की दीवानगी इस तरह है कि यहां की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भी जगह मिलने लगी है। पुणे में वर्ष 2019 में आयोजित यूथ गेम्स में छत्तीसगढ़ की टीम में 5 खिलाड़ी झीठ से ही थे। यहां झीठ स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर के रूप में कार्यरत दुर्गा प्रसाद जंघेल ने बताया कि गांव में स्पोर्ट्स को लेकर जबर्दस्त उत्साह रहता है। एडवेंचर क्लब के माध्यम से न केवल गांव के खिलाड़ी ही अपितु आसपास के गांवों के खिलाड़ी भी आते हैं। कापसी, महुदा, उफरा, कोपेडीह, रूही जैसे गांवों से अमूमन हर दिन 200 खिलाड़ी यहां प्रैक्टिस करने पहुंचते हैं। श्री जंघेल ने बताया कि विद्यालय में भी प्राचार्य श्रीमती भारती बघेल के मार्गदर्शन में स्पोर्ट्स के लिए झुकाव रखने वाले विद्यार्थियों को इस दिशा में लगातार प्रेरित किया जाता है। खेलों के माध्यम से न केवल युवाओं का मनोरंजन हो रहा है। उन्हें विभिन्न प्रदेशों में घूमने और अपना हुनर दिखाने का अवसर मिला है अपितु उनके लिए करियर की राह भी खुल गई है। नियुक्तियों में स्पोर्ट्स कोटे के माध्यम से इन्होंने जगह बनाई है। हरीश ठाकुर का चयन स्पोर्ट्स कोटे से सीआरपीएफ के लिए हुआ। नियमित प्रैक्टिस करने से पुलिस भर्ती में भी लोगों का चयन हुआ। परमेश्वर पटेल और हेमंत पटेल का चयन पुलिस में हुआ। डिकेश साहू और ललित साहू स्पोर्ट्स टीचर के लिए चयनित हुए हैं और अब पाटन तथा तर्रा में छात्र-छात्राओं को स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
एडवेंचर क्लब को ग्रामीणों का पूरा सहयोग
एडवेंचर क्लब को ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का पूरा प्रोत्साहन मिलता है। सरपंच श्रीमती शशिकला सिन्हा, पूर्व सरपंच पवन ठाकुर, धर्मेन्द्र कौशिक एवं अन्य जनप्रतिनिधि इनकी गतिविधियों को निरंतर प्रोत्साहन देते हैं। भूपेश सिन्हा जैसे ट्रेनर सीनियर एवं जूनियर खिलाडिय़ों को प्रशिक्षित करते हैं। इस साल यहां एडवेंचर ट्राफी खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन हुआए इसमें प्रदेश भर की 16 टीमों ने हिस्सा लिया।
सोलर हाईमास्ट वरदान की तरह साबित हुई
पहले क्लब की गतिविधियां सुबह और शाम ही होती थीं। अब सोलर हाई मास्ट लाइट लग जाने से देर शाम तक स्पोर्ट्स गतिविधि का संचालन संभव हुआ है। इससे खिलाडिय़ों में काफी उत्साह है।