रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 सितंबर। जिला मुख्यालय से करीबन 25 किलोमीटर दूर ग्राम बनोरा का प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अपने स्थापना काल से ही एक छोटे से कमरे में ही यह संचालित हो रही है।
इस स्वास्थ्य केंद्र के तहत 23 गांव आते हैं। वहीं यह अस्पताल एक आरएमए , 2 नर्स, एक ए एन एम ,एक डाटा ऑपरेटर ,एक क्लर्क तथा 1 सफाई कर्मी के भरोसे चल रही है। आर एम ए अपने 23 गांव के दौरे में चली जाती है तो नर्स टीकाकरण में जाती है ,यही नही एक नर्स की अंतरराज्यीय कोरोना बेरियर में भी ड्यूटी लगी है। एक फार्मासिस्ट है जिसे लोईंग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अटैच है जबकि यहाँ का फार्मासिस्ट रायगढ़ में अटैच है।
बनोरा के इसी अस्पताल का नेत्र सहायक रायगढ़ जिला चिकित्सालय में अटैच है , लेब टेक्नीशियन पिछले 2 माह से सेवानिवृत्त हो गया है ,यह पद भी खाली है। टीकाकरण के इस दौर में यह अस्पताल सिर्फ स्वीपर के भरोसे ही संचालित होता है। शाम को 4 बजे बाद इस अस्पताल में ताले लटके देखे जा सकते हैं। यहां के मरीज भगवान भरोसे ही हैं। न बेड , न एम्बुलेंस न एम बी बी एस डॉक्टर और न ही उचित दवाइयां,ऐसे बीमार अस्पताल को समुचित इलाज की दरकार है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं की खबर लेने बनोरा गाँव पहुंचे तो सरपंच कार्तिक राम साव से टेलीफोनिक बातचीत हुई ,उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिये नया भवन बन रहा है। किस विभाग से बनायी जा रही है ,लागत कितनी है इसकी जानकारी सरपंच तक को नही है।
जब निर्माण स्थल पर संवाददाता पहुंचा तो वहाँ भी किसी तरह की कोई जानकारी नही मिली न तो कोई सूचना फलक लगाई गई है और न ही पेटी कॉन्ट्रेक्टर मिस्त्री द्वारा निर्माण संबंधित जानकारी दी गयी। पेटी कॉन्ट्रेक्टर सिर्फ इतना ही बता पाया कि यह कार्य खरसिया के तरुण अग्रवाल वैद्यनाथ कंस्ट्रक्शन द्वारा पेटी कॉन्ट्रेक्ट के तहत 150 रुपये प्रति वर्ग फीट के हिसाब से बनवा रहे हैं। भवन का क्षेत्रफल 4300 वर्ग फिट है।
ग्रामीणों ने उक्त भवन के गुणवत्ताविहीन होने का आरोप भी लगाया है। खिडक़ी के ऊपर लगे छज्जे भी धसने लगे हैं वही कई जगह पर दीवार में क्रेक भी आने लगी है। अभी तो प्लास्टर चल रहा है, इलेक्ट्रिक वायरिंग हो रही है,पेटी कॉन्ट्रेक्टर ने बताया कि यह कब पूर्ण होगा बता नहीं सकता।
मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केशरी से जब इस भवन को लेकर जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि यह छत्तीसगढ़ मेडिकल कॉर्पोरेशन की ओर से बनाया जा रहा है। ठेकेदार कौन है. इसकी जानकारी मुझे नहीं है। मैं निर्माण स्थल गया था ,वहां किसी तरह की भवन को लेकर बोर्ड नहीं लगाया गया है। मैं संबंधित को बोर्ड लगवाने के लिए बोलूंगा।