बिलासपुर
बिलासपुर में अरपा का बहाव तेज होने की आशंका से अलर्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 सितंबर। बीते दो दिनों के दौरान हुई भारी बारिश के चलते बिलासपुर, जीपीएम और मुंगेली जिले में जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अनेक मार्ग बंद हैं और बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। खुडिय़ा, खूंटाघाट और घोंघा जलाशय से ओवरफ्लो हो रहा है। अरपा-भैंसाझार डायवर्सन से गेट खोले गये हैं, जिसके कारण बिलासपुर में अलर्ट किया है।
बिलासपुर जिले में अब तक 1129 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है जो हर साल होने वाली औसत वर्षा के बराबर है। गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही (जीपीएम) तथा मुंगेली में वर्षा अधिक हुई है। जीपीएम जिला मुख्यालय से बिलासपुर, कोरबा, मरवाही, मनेंद्रगढ़, अमरकंटक का संपर्क कटा हुआ है। सोन नदी, बमनी नदी, अरपा नदी में खोडरी, बेलगहना में पानी पुल के ऊपर बह रहा है। इसी तरह कोरबा के रास्ते में छोटे पुल पुलियों में ऊपर पानी बहने के कारण कोरबा का संपर्क भी टूटा हुआ है। दर्जनों गांव मुख्यालय से कट गये हैं। गांवों में बिजली के खंभे और तार टूट गये हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। पुल से पानी उतरने के इंतजार में बसों और ट्रकों को दोनों ओर रुकना पड़ा है।
मुंगेली जिले के लोरमी इलाके में स्थित खुडिय़ा बांध के उलट से दो फीट ऊपर पानी बह रहा है। इसके चलते मनियारी नदी में बाढ़ आने को लेकर प्रशासन को जल संसाधन विभाग ने सतर्क किया है। मुंगेली की आगर नदी में पानी का बहाव तेज है। कल मुंगेली के कलेक्टोरेट और नगरपालिका परिसर के भीतर भी पानी भर गया था, जो आज कुछ कम हुआ है।
जीपीएम जिले से अरपा नदी का उद्गम है। वहां होने वाली बारिश का बिलासपुर जिले को लाभ मिलता है। भैंसाझार ग्राम स्थित अरपा डायवर्सन में 100 प्रतिशत पानी भर चुका है, जिसके चलते सात गेट खोल दिये गये हैं। आज प्रति सेंकेंड 1900 क्यूमेट पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते बिलासपुर की ओर पानी का अरपा में आ रहा है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री अशोक तिवारी ने बताया कि अरपा नदी में बाढ़ आने की आशंका भी है जिसके चलते जिला प्रशासन और बाढ़ नियंत्रण कक्ष को सूचित किया गया है।